सुखविंद्र सिंह मनसीरत Language: Hindi 2395 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 15 Next सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 May 2022 · 1 min read दोहा ---------------------- दोहा ---------------------- ********************************* चाल चली चित - चोर ने,हाल हुआ बेहाल। आग लगी घनघोर सी,जला हिया का माल।। ********************************** सुखविन्द्र सिंह मनसीरत खेड़ी राओ वाली (कैथल) Hindi · दोहा 212 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 May 2022 · 1 min read क्या बीता मेरे साथ बताने आया हूँ * क्या बीता मेरे साथ बताने आया हूँ * ***************************** क्या बीता मेरे साथ बताने आया हूँ, बिगड़ा कितना संसार बताने आया हूँ। जलेबी सी टेढ़ी - मेढ़ी दुनियादारी है,... Hindi · गीत 152 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 May 2022 · 1 min read चाँदनी आभा उजयाली ***चाँदनी आभा उजयाली*** ************************ चाँद सी गोरी मतवाली है, चाँदनी आभा उजयाली है। लाख कोशिश की है पैरों से, हाथ से ही बज ती ताली है। तुम कभी तो आखिर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 362 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 May 2022 · 1 min read क्यों करते हो बातें ****** क्यों करते हो बातें ****** *************************** दिल दुखाने की क्यों करते हो बातें, सिर छिपाने की क्यों करते हो बातें। है निशाने पर लगती कटु सी वाणी, मन सताने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 192 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 May 2022 · 1 min read कहाँ खोई माँ कोई खबर नहीं आती प्रतियोगिता हेतु गजल कहाँ खोई माँ खबर कोई नहीं आती **************************** कहाँ खोई माँ खबर कोई नहीं आती, गगन भी देखा नजर कोई नहीं आती। परी बन कर वो उडी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 127 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 May 2022 · 1 min read माँ मातृ शक्ति महान *माँ मातृ शक्ति महान* ******************* माँ मातृ शक्ति महान है, बसता जिसमें जहान है। खुद तो वो भूखी रहती, दुख-सुख अकेले सहती, चेहरे दिखता निशान हैं। माँ मातृ शक्ति महान... Hindi · गीत 124 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 May 2022 · 1 min read हम झड़ते रहे ***** हम झड़ते रहे ***** ********************* वो खिलते रहे हम सड़ते रहे, वो चलते रहे हम गिरते रहे। सुलगा आग को थे चल दिये वो ठरते रहे हम जलते रहे।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 81 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 May 2022 · 1 min read मीरा को खुद से बेगानी कहो ** मीरा को खुद से बेगानी कहो ** **************************** पागल सी हूँ प्यार में दीवानी कहो, मस्ती छाई प्रेम में मस्तानी कहो। कुछ पाया भी नही जीवन में कभी, खोया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 327 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 May 2022 · 1 min read जिंदगी एक पहेली है *जिंदगी एक पहेली है* ****************** जिंदगी एक पहेली है, खूब ख्यालात फ़रेबी है। देखता वो नज़र भर से, रोशनी दार हवेली है। शानशौकत भरा जीवन, सांस सौगात सहेली है। देखकर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 423 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 May 2022 · 1 min read गुमशुदगी में गुमशुदा ***गुमशुदगी में गुमशुदा*** ********************** गुमशुदगी में हुआ गुमशुदा, जब से मैं तो हुआ हूँ जुदा। पल-पल मरता रहा तुन बिना, यादों में हूँ जिन्दा मैं सदा। ऐसी हम से हुई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 112 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 May 2022 · 1 min read दूर आंखों का तारा **दूर आँखों का तारा** ******************* माँ की आँखों का तारा। अगर हो राम को प्यारा। जिंदा जी मर जाए माँ, नसीब काल से गया हारा। बहन का भाई अकेला। उजड़... Hindi · गीत 145 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 May 2022 · 1 min read डीईओ सर को बधाई **डीईओ सर को बधाई** ********************* बड़ी बेला खुशी की आई, डीईओ सर पदोन्नति पाई। मृदु स्वभाव बहुत निराला, मन में न कोई छाया जाला, भद्रपुरुष की उपाधि पाई। बड़ी बेला... Hindi · गीत 132 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 May 2022 · 1 min read मुख नहीं मोड़ना **** मुख नहीं मोड़ना **** ********************** जा वे जा मैं नही बोलना, फिर भी तुझ को नहीं छोड़ना। आ जाये दर अगर और तो, दरवाजो को न्ही खोलना। गैरों को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 135 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 May 2022 · 1 min read गवाह घाटी और वादियाँ *** गवाह घाटी और वादियाँ **** *************************** क्या भू गर्भ से पैदा हुई हैं जातियाँ, क्या ये गवाह हैं घाटी और वादियां। एक जैसा खून का रंग ही लाल है,... Hindi · कविता 311 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 May 2022 · 1 min read मजबूर मजदूर *** मजबूर-मजदूर *** ******************* आज भी जो मजबूर है, देश का वो मजदूर है। हाल उस का बेहाल है, ख्वाब भी चकनाचूर है। हर पहर घूमे हर शहर, वह अथक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 101 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 May 2022 · 1 min read धुल जाएंगे पाप ********** धुल जाएंगे पाप ********** ********************************** लगाओ गंगामैया में डुबकी धुल जाएंगे पाप, जो हुए होंगे अंजाने या किए होंगे खुद आप। बहुत ज्यादा मैली हो गई थी यह दुनियादारी,... Hindi · कविता 122 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 May 2022 · 1 min read पिता जी का साया *** पिता जी का साया *** ********************* पिता जी की छत्रछाया है, कभी भी साथ न पराया हैं। लू गम की जरा न लग पाए, बरगद सी शीतल छाया है,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 5 268 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Apr 2022 · 1 min read नस्ल कागज सी कोरी *** नस्ल काग़ज़ सी कोरी *** ************************ लुप्त हो गई माँ की लोरी है, नस्ल आज काग़ज़ सी कोरी है। समझ से हुआ बाहर मानव मन, सख़्त लोग पर दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 560 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Apr 2022 · 2 min read सेवानिवृत्ति घड़ी आई ****** सेवानिवृत्ति ******* *********************** बेला सेवानिवृत्ति की आई, नम आँखों से दे हम विदाई। प्यार भरा साथ ये तुम्हारा था सच में बड़ा ही जो प्यारा था, साथ चलेगी तेरी... Hindi · गीत 349 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Apr 2022 · 1 min read हर हाल में फिक्र तो है ** हर हाल में फिक्र तो है ** *********************** हर हाल में उसे फिक्र तो है, हर बात में अभी जिक्र तो है। मिलना नसीब था नही उसका, आखिर नसीब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 107 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Apr 2022 · 1 min read सेवानिवृत्ति ****** सेवानिवृत्ति ******* *********************** बेला सेवानिवृत्ति की आई, नम आँखों से दे हम विदाई। प्यार भरा साथ ये तुम्हारा था सच में बड़ा ही जो प्यारा था, साथ चलेगी तेरी... Hindi · गीत 223 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Apr 2022 · 1 min read माँ की बरसी **आ गई फिर माँ की बरसी** ************************ आ गई माँ तेरी फिर बरसी, इस बार भी तू वापिस न परती। आसमां में बन गई सितारा, ढूंढ - ढूंढ तुम्हे मैं... Hindi · गीत 640 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Apr 2022 · 1 min read खूबसूरत घड़ी *** खूबसूरत घड़ी *** ******************* खूबसूरत थी वो घड़ी, जब नज़रे नजर से लड़ी। देख कर देखता रह गया, पास कुछ भी न रह गया, सामने आ जब वो खड़ी।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 428 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Apr 2022 · 1 min read दिल में आज तन्हाई है दिल में आज तन्हाई है ***************** दिल मे आज तन्हाई है, खुद से दूर परछाई है। उठती पीर बरसाती है, सीने आग बरसाई है। जाने कौन है भावों को बातों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 105 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Apr 2022 · 1 min read आलीशान हवेलियाँ ********** आलीशान हवेलियाँ ************ ************************************** खंडहर बताते हैं आलीशान होगीं हवेलियाँ, क्या हुआ भला होगा बुझती ही नहीं वो पहेलियाँ। तीर तो अभी बाकी है चाहे नहीं दम रहा नहीं,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 127 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Apr 2022 · 1 min read बेग़म के शौहर ****** बेग़म के शौहर ****** ************************* बदले - बदले उनके जौहर हैं, रजब से बेग़म के वो शौहर हैं। सोचा बदलेगा आलम सारा, दस्तख़त वो ही बदली मोहर हैं। उन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 100 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Apr 2022 · 1 min read पुर परबत सी समुन्द्र है *पीर परबत सी समुन्द्र है* ********************* फूल जैसा खूब सुंदर है, मीत मन में प्रीत अंदर है। धीर-धीरज शीत मनवा है, नीर-निर्मल बीच मंदिर है। जान तन में मीन सी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 76 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Apr 2022 · 1 min read अकड़ में रह गई हो कुँवारी तुम *अकड़ में रह गई हो कुँवारी तुम* ************************** सुनो सजना ज़रा बातें हमारी तुम, रखी खाली अभी सीटें सवारी तुम। नशा छाया रहे आँखें सदा भारी सी, सभी छोड़ी शराबें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 104 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Apr 2022 · 1 min read हवा ने हवा को हिलाया हवा ने *हवा ने हवा को हिलाया हवा में* *************************** हवा ने हवा को हिलाया हवा में, गगन से फ़िजा को मिलाया हवा में। शराबा - खराबा सुनाई दिया नहीं, पवन के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 216 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Apr 2022 · 1 min read नेता बीमार ******** नेता बीमार ********* *************************** देश का चाहे नेता बीमार है, घूस खाने को फिर भी तैयार है। रात को डरता लगता बेचैन है, मौत के होने वाले दीदार है।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 110 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Apr 2022 · 1 min read वो क्यों नहीं मेरी हुई *वो क्यों नही मेरी हुई* ****************** आखिर कहाँ देरी हुई, वो क्यों नहीं मेरी हुई। मंजिल पहुँच पाए नहीं, पर कोशिशें बहुतेरी हुई। हम हार कर टूटे हुए, महफ़िल सनम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 106 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Apr 2022 · 1 min read मिला दो जरा ****** मिला दो जरा ******* ************************* क्या ख़ता है मेरी बता दो जरा, हूँ जड़ा जड़ से मैं हिला दो जरा। उठ न पाए गिरता जमीं पर कभी, दे सहारा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 106 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Apr 2022 · 1 min read खता पर वफ़ा भारी ***** खता पर वफ़ा भारी ***** ************************** तेरी खता मेरी वफ़ा पर भारी है, कोई बता दे क्या जरा बीमारी है। निभता इश्क में ना कभी कोई वादा, किस्मत सदा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 99 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Apr 2022 · 1 min read आकाश नीला है ***आकाश नीला है*** ******************* सारा आकाश नीला है, पर सूरज पाक पीला है। धरती की सांस प्यासी है, बादल का ढंग ढीला है। ग़म से गमगीन लगती है। गौरी का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 139 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Apr 2022 · 1 min read घूमते घुमंतू गाड़ी लुहार **** घूमते घुमंतू गाड़ी लुहार ***** **************************** न कोई ठौर ठिकाना ना ही घर द्वार, खुली हवा में घूमते घुमंतू गाड़ी लुहार। पग-पग पर बंजारे बदलते रोज डेरा, जोगियों सा... Hindi · गीत 174 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Apr 2022 · 1 min read मेरा मन बहुत भोला है *मेरा मन बहुत भोला है* ******************** मेरा मन बहुत भोला है। तुझ पर ही सनम डोला है। कुछ भी तो नहीं मेरा है, खाली ही लिया झोला है। भावों से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 105 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Apr 2022 · 1 min read लगी आग सीने में ** लगी है आग सीने में ** ********************* लगी है आग तो सीने में, मज़ा है यार पर जीने में। कभी यादें अकेली मिलती, चला हूँ बस ज़ख्म सीने में।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 128 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Apr 2022 · 1 min read जी लो जी भर कर ******* जी लो जी भर कर ******** ******************************* जो लम्हा है हाथ में जी लो जी भर कर, दो दिन की है जिंदगी काटो जी भर कर। भर - भर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 114 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Apr 2022 · 1 min read अपना पराया *** अपना पराया *** ***************** अपना ही पराया है, जी भर कर सताया है। सागर जैसे सहारे जो, हमको ही तो डुबोया है। काँटों वाला बिछौना है, यारो बिस्तर बिछाया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 130 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Apr 2022 · 1 min read मौसम ममन को रास नही *मौसम में को रास नहीं* ***************** सावन आया मास नहीं, मौसम मन को रास नहीं। बदला-बदला रंग दिखा, कोई अब है दास नहीं। लापता तो हैं लोग मिले, खाली घर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 132 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Apr 2022 · 1 min read दिल तो पागल है *दिल तो पागल है* *************** ये दिल तो पागल है, भावों का बादल है। अपनों से खा धोखे, घावों से घायल है। घूंघट में जो मुखड़ा, देखे जो कायल है।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 142 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Apr 2022 · 1 min read दीवाना मुझ सा नहीं ** दीवाना मुझ सा नहीं ** ********************** दीवाना कोई मुझ सा नहीं, नज़राना कोई तुझ सा नहीं। सुलगी चिंगारी कंचन बदन में, अंगारों सा तन बुझता नहीं। संध्या श्यामल सी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 136 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Apr 2022 · 1 min read चाँद चकोरी सूरत ****** चाँद - चकोरी सूरत ****** **************************** चाँद - चकोरी सूरत मन को भाती है, शाम - सवेरे हर पहर याद आती है। गोरी - गोरी है सुंदर कंचन काया,... Hindi · गीत 269 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Apr 2022 · 1 min read जिन्दगी ख़ास है *जिन्दगी ख़ास है* ************** अगर वो पास है, जिन्दगी खास है। अभी शुरुआत है, बुझी ना प्यास है। नज़र से दूर क्यों, जिन्दा हम लाश हैं। पके फल लाल है,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 121 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Apr 2022 · 1 min read फूलों सी प्यारी हो मुस्कान सदा फूलों सी प्यारी हो मुस्कान सदा, ************************** फूलों सी प्यारी हो मुस्कान सदा, सब से ही न्यारी हो मुस्कान सदा। पावों में चुभ ना पाए शूल कभी, प्रफुल्लित क्यारी हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 119 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 31 Mar 2022 · 1 min read असर बुरा है ***असर बुरा है *** **************** प्यार का हसर बुरा है, यार पर असर बुरा है। राह सेज शूल दायक, चाल में कसर बुरा है। ठीक तो नहीं ठिकाना, रंक का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 112 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Mar 2022 · 1 min read हर शख्स चोर है हर शख्स चोर है ************** यह कैसा शोर है, चारों ही और है। संभल जाओ जरा, हर शख्स चोर है। पग से पग है खफ़ा, बदली सी तौर है। वक्त... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 97 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Mar 2022 · 1 min read पागलपन में खो गया **पागलपन में खो गया** ******************** जो होना था वो हो गया, भाग्य तो लगता सो गया। जो जाला ग़म का था बना, बन आँसू आँखें धो गया। भावों से दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 223 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Mar 2022 · 1 min read जीने से मरना आसान **जीने से मरना लगता आसान है*** ***************************** बुरा वक्त जो आया है चला जाएगा, अंधेरों के बाद ही उजाला आएगा, दोस्तों रूपी पूंजी का असर तो देखिए, दर्द ए दिल... Hindi · कविता 212 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Mar 2022 · 1 min read मुस्किल में संसार **** मुश्किल में संसार **** *********************** औंधे मुँह गिरती सरकार है, आदत जब होती बदकार है। पैनी धारें दिखती ही नहीं, बिन कार्य की अब तलवार है। रौनक फ़ीकी फ़ीकी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 123 Share Previous Page 15 Next