DR.MDHU TRIVEDI 893 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 13 Next DR.MDHU TRIVEDI 9 May 2018 · 1 min read रिश्तों की मंडियां रोज रिश्तों की सजती यहाँ मंडियाँ खूब लगती रही है यहाँ बोलियाँ मोल देकर मिलेगी पिता को खुशी गर न तो जिन्दगी भरभरे सिसकियाँ बेटियाँ है सुकोमल सुचंचल कली मत... Hindi · कविता 75 1 360 Share DR.MDHU TRIVEDI 9 May 2018 · 1 min read माँ एक सेतु सा बनाती पिता और मेरे बीच माँ ममता का पेड लगाती मधु फल भी खिलाती माँ दुख से राहत वो देती सुबह की पावन धूप सी माँ पापा... Hindi · कविता 75 424 Share DR.MDHU TRIVEDI 9 May 2018 · 1 min read आप मेरे पास आओ जरा आप मेरे पास तो आओ जरा फिर बिना पूछे नहीं जाओ जरा तुम मिली हो अब बहुत दिन बाद जो प्यार का इजहार भी कर लो जरा छोड़ जाओगे अकेले... Hindi · कविता 75 453 Share DR.MDHU TRIVEDI 9 May 2018 · 1 min read खुदा की शरण उस खुदा की शरण नफा पाया आज तक कों नही दगा पाया चूर होता घमण्ड में नर जब दर्प पर्दा तभी हटा पाया दिल किसी का नही दुखाया जब तब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 71 665 Share DR.MDHU TRIVEDI 9 May 2018 · 1 min read मर्द कोई न अब मर्द कोई न अब यहा पाया कर्ज माँ दूध का चुका पाया जन्म दे पालने झुलाती माँ पर न उसको कभी थका पाया एक माँ ही उसे मिली ऐसी गोद... Hindi · कविता 75 514 Share DR.MDHU TRIVEDI 9 May 2018 · 1 min read ख्याव आकर वो मिलेगी ख्याव आकर वो मिलेगी देखना आयना बन कर दिखेगी देखना ख्याल मेरे जब बसे हर रोज तू जिन्दगी मेरी सजेगी देखना बात मेरी गर न मानेगी कभी तीर तलवारें चलेगी... Hindi · कविता 76 1 333 Share DR.MDHU TRIVEDI 6 May 2018 · 1 min read कभी हँसाती है जिन्दगी कभी हमको हँसाती है कभी हमको रूलाती है मिलन के गीत गाकर जिन्दगी तुझको पास लाती है गुजरती हूँ गमों की छाँव हो जब ऐ जिन्दगी सकूने तख्त भी मेरे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 74 461 Share DR.MDHU TRIVEDI 6 May 2018 · 1 min read जुल्म नारी पर मत ढहाना अब जुल्म नारि पर ऐसा तुम नहीं ढहाना उसको समझ खिलौना कोई नहीं सताना भू आसमां करे बातें बैठ रोज जैसे कन्धा मिला गगन तक ऊँचा उसे उठाना बन सत्यवान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 74 1 303 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 May 2018 · 1 min read इस जमीन को अपना बना इस जमीं भू को अपना बना प्यार से मुँह कभी तू न लग अब किसी यार से तू इधर औ उधर मत करे आज फिर मिल हमेशा चले तू तो... Hindi · कविता 74 309 Share DR.MDHU TRIVEDI 9 Apr 2018 · 1 min read आग वो क्यों लगाये है आग वो लोग क्यों लगाये है वो किसी के बहुत सिखाये है देश का लूटता अमन अब फिर कोन नजरें यहाँ लगाये है हो गये है सभी घरों में बंद... Hindi · कविता 75 336 Share DR.MDHU TRIVEDI 9 Apr 2018 · 1 min read आग वो क्यों लगाये है आग वो लोग क्यों लगाये है वो किसी के बहुत सिखाये है देश का लूटता अमन अब फिर कोन नजरें यहाँ लगाये है हो गये है सभी घरों में बंद... Hindi · कविता 73 322 Share DR.MDHU TRIVEDI 9 Apr 2018 · 1 min read इख्लास इख्लास दिल न हो तो कहाँ गुजारे है इतिबारे न रहे मन तो बँटबारे है नदियाँ की धार बन बहो हिरदय तल में टकराओ उनसे जो बने किनारे है वानी... Hindi · कविता 74 285 Share DR.MDHU TRIVEDI 9 Apr 2018 · 1 min read पंक्षी पक्षियों को आबोदाना हो गया गर्म मौसम जल पिलाना हो गया हो परेशां जब भटकते है कही घोंसला बुन कर ठिकाना हो गया भर रहे उन्मुक्त नभ ऊँची उड़ां कों... Hindi · कविता 75 619 Share DR.MDHU TRIVEDI 16 Dec 2017 · 1 min read आग घर में आग घर में लगाना नहीं है उस धुएँ को बढ़ाना नहीं है एक बारे लगे जो दिलों में बस मुहब्बत घटाना नहीं है बँट गये आज अपने सदा को पास... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 74 1 567 Share DR.MDHU TRIVEDI 29 Nov 2017 · 1 min read बच्चे बलवान असद से दिखते है पर बच्चे नादान नहीं है नये -नये कौतुक वे करते माँ से यह अनजान नही है अब्द हो गये मोबाइल के अक्षर का भी ज्ञान... Hindi · कविता 73 519 Share DR.MDHU TRIVEDI 23 Nov 2017 · 1 min read मौसम मौसम ------------- चले जो पुरवईयाँ , अंग -अंग सिहर जाए काम -धाम छोड़ के , गोरी खड़ी इतराए मौसम सारे बारि -बारि आए पिया का संदेशा दे दूर -दूर भागि... Hindi · कविता 75 1 617 Share DR.MDHU TRIVEDI 24 Aug 2017 · 1 min read हमें गर छुआ तो मुहब्बत न होती हमें गर छुआ तो मुहब्बत न होती सुबह शाम तेरी इबादत न होती निहारे मुझे इक नजर यूँ न हमको बताऊँ तुझे सच नज़ारत न होती दवा इश्क की आज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 76 1 471 Share DR.MDHU TRIVEDI 24 Aug 2017 · 1 min read मुझे आज तेरी नसीहत न होती मुझे आज तेरी नसीहत न होती मिली सासु माँ की वसीअत न होती पराया न समझो उसे माँ तिरी ही सदा मानलो जो वकालत न होती करे प्यार तुझको जिगर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 72 362 Share DR.MDHU TRIVEDI 9 Aug 2017 · 1 min read बहना नेह भावों से भरी सी लाड़ली वो प्यार की सच्ची अदाकारी है बहना हो रही हो जब लड़ाई बीच दोनों बाप औ माँ की तरफदारी है बहना याद बहना आ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 74 1k Share DR.MDHU TRIVEDI 31 Jul 2017 · 1 min read समय बीतता समय बहुत बीतता गया जब लगा हमें तो दगा हुआ है मिला नही आज साथ तेरा तभी मिरा दिल हरा हुआ है हुई खता कोन सी न जानूँ कही गयी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 73 631 Share DR.MDHU TRIVEDI 31 Jul 2017 · 1 min read नयन में काजल नयन में काजल लगा हुआ है सुहाग मेरा सजा हुआ है पलक हमारा झपक गया जब सजन उसी में समा हुआ है उफान जो प्यार में उठा है मुझे सदा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 73 820 Share DR.MDHU TRIVEDI 31 Jul 2017 · 1 min read लकीरों में लकीरों में लिखी अपनी सजी तकदीर देखेंगे बँधी पल्लू सदा तेरे तभी तासीर देखेंगे सलामत जब बनेगी साथ तेरे जिन्दगी में तब हिफाजत से चलेंगे और तब जागीर देखेगे जरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 74 319 Share DR.MDHU TRIVEDI 14 May 2017 · 1 min read सज संवर सजनी करे मनुहार है गजल ☞☜☞ सज संवर सजनी करे मनुहार है भौंह से भौंहों करे इजहार है सतरंगी परिधान कटि पर डाल कर चाल नदिया सी चले ज्यों धार है कर प्रणय का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 74 438 Share DR.MDHU TRIVEDI 14 May 2017 · 1 min read आदमी अब हो गया खूख्वार है गजल ☞☜☞ आदमी अब हो गया खूख्वार है जीत केवल ही उसे स्वीकार है तोड़ता है दम इसाँ तो रोज हर हर किसी को चाहिए अधिकार है नाम रटते पाक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 74 531 Share DR.MDHU TRIVEDI 14 May 2017 · 1 min read आपसे क्यों मुहब्बत हुई आपसे क्यों मुहब्बत हुई प्यार की तू इमारत हुई दिल बहक जब गया आप पर प्यार की तब इबादत हुई हो गई है खता कोन सो जो यहाँ यह वकालत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 75 530 Share DR.MDHU TRIVEDI 14 May 2017 · 1 min read जिन्दगी यह वसीयत हुई जिन्दगी यह वसीयत हुई साथ मेरे सलामत हुई जब तलक देखती हूँ तुझे सब अंगों में नजारत हुई ख्याल जो आपका आ गया रोज हर खास बरकत हुई आज तन्हा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 73 308 Share DR.MDHU TRIVEDI 14 May 2017 · 1 min read मैं माँ हूँ मैं माँ हूँ मैं माँ हूँ माँ का दर्द समझती हूँ कब मुस्कुराती कब रोती हर पीड़ा समझती हूँ आज जो बेटी है कल उसको माँ बनना है अकाट्य सत्य... Hindi · कविता 74 345 Share DR.MDHU TRIVEDI 14 May 2017 · 1 min read रूलाये गीत अब तेरे बहुत है रूलाये गीत अब तेरे बहुत है पुरानी याद के ताजे बहुत है खुशी सारी उजड़ती ही रही पर मुहब्बत के यहाँ साये बहुत है गगन में गागरे भरती निशा जब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 74 313 Share DR.MDHU TRIVEDI 14 May 2017 · 1 min read परी है माँ एक शिशु के लिए परी है माँ काम सारे करे भली है माँ जब मचलता सदा रहे बालक तब मुहब्बत भरी नदी है माँ लाड़ली जब चले पढाई को सीख... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 74 588 Share DR.MDHU TRIVEDI 12 May 2017 · 1 min read आपसे क्यों मुहब्बत हुई गजल ☞☜☞☜ आपसे क्यों मुहब्बत हुई प्यार की तू इमारत हुई दिल बहक जब गया आप पर प्यार की तब इबादत हुई हो गई है खता कोन सो जो यहाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 73 491 Share DR.MDHU TRIVEDI 12 May 2017 · 1 min read जिन्दगी यह वसीयत हुई गजल ☞☜☞☜ जिन्दगी यह वसीयत हुई साथ मेरे सलामत हुई जब तलक देखती हूँ तुझे सब अंगों में नजारत हुई ख्याल जो आपका आ गया रोज हर खास बरकत हुई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 75 1 401 Share DR.MDHU TRIVEDI 12 May 2017 · 1 min read सज संवर सजनी करे मनुहार है गजल ☞☜☞ सज संवर सजनी करे मनुहार है भौंह से भौंहों करे इजहार है सतरंगी परिधान कटि पर डाल कर चाल नदिया सी चले ज्यों धार है कर प्रणय का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 73 294 Share DR.MDHU TRIVEDI 12 May 2017 · 1 min read आदमी अब हो गया खूख्वार है गजल ☞☜☞ आदमी अब हो गया खूख्वार है जीत केवल ही उसे स्वीकार है तोड़ता है दम इसाँ तो रोज हर हर किसी को चाहिए अधिकार है नाम रटते पाक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 74 463 Share DR.MDHU TRIVEDI 23 Apr 2017 · 3 min read बाल परित्यक्ता जुम्मे - जुम्मे उसने बारह बसंत ही देखे थे कि पति ने परस्त्री के प्रेम - जाल में फँस कर उसे त्याग दिया । उसका नाम उमा था अब उसके... Hindi · लघु कथा 74 2 717 Share DR.MDHU TRIVEDI 17 Mar 2017 · 1 min read मुस्कराहट मुस्कराहट नारी की बिखरी है दुनियाँ पूरी मुस्करायी कालजयी है अमृत स्रोत मयी नारी समायी है नहीं किसी से कम वह मनवायी है यह बात उसने सबसे नहीं मानी है... Hindi · कविता 72 622 Share DR.MDHU TRIVEDI 15 Mar 2017 · 1 min read दर्द दिल की बता दवा क्या है दर्द दिल की बता दवा क्या है प्यार का अब मिला सिला क्या है बात हर रोज हुआ करती थी जो अब बता दे मिली सजा क्या है चाह का... Hindi · कविता 73 1 479 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Mar 2017 · 1 min read जन ----सिसकता हुआ गजल 212 *4 नोट की मार से जन सिसकता हुआ जब न रोटी मिले तो बिलखता हुआ भीड़ में वो सुबह से खड़ा शाम तक पर न पैसे मिले तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 74 507 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Mar 2017 · 1 min read हो गया गजल आपको देखा फसाना हो गया आज दिल मेरा सताना हो गया जब मिला तुमसे जता पाया न मैं आग दिल की यह बताना हो गया चाँद सी तू खूबसूरत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 73 362 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Mar 2017 · 1 min read तुम -----फबती हो गजल चाहत के मकान में तुम रहती हो दिल के दरपन में तुम फबती हो जब पहने हीरे का हार गले में नभ में बिजुली सी मुझको लगती हो नजरें... Hindi · कविता 73 596 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Mar 2017 · 1 min read दर्द दर्द ✍✍ दर्द का तूफान हो तब गजल बनती है मर्ज प्रेम का गंभीर हो गजल सजती है आह से दिल की पीर जब बयां होती है सिसकियों में तेरी... Hindi · कविता 74 469 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Mar 2017 · 1 min read जब याद आता जब याद आता ❤❤❤❤❤❤ जब मन मेरा जब अकुलाता है याद प्यारा बचपन आता है वो थपथपाता हाथ स्पन्दन पा का बार बार समझाता है टीचर का दुलार प्यार माँ... Hindi · कविता 72 346 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Mar 2017 · 1 min read साखी कितने सतरंग दिखाये तू साखी. पल पल मस्त सताये तू साखी. देख तेरी चाल वक्त भी है खोया. देख तुझे तेरी परछाई मे है सोया. मिला जो एक भर प्रेम... Hindi · कविता 71 557 Share DR.MDHU TRIVEDI 16 Feb 2017 · 1 min read तेरे नाम हो जाये जिया तेरा हमेशा के लिए अब नाम हो जाये हसीं सी जिन्दगी में आज कोई काम हो जाये मुहब्बत यह बनी दिल में रहे तेरी सदा को ही नजर तेरी... Hindi · कविता 73 306 Share DR.MDHU TRIVEDI 16 Feb 2017 · 1 min read चुनाव हो जाए चलो नेता चुने हम देश का अब नाम हो जाये मिला जिस देश में जन्म उसमें शाम हो जाये जरूरी है चुनावों में मिलेगें वोट उन को ही रखेगा ध्यान... Hindi · कविता 74 652 Share DR.MDHU TRIVEDI 15 Feb 2017 · 1 min read प्रेमगीत प्रेम गीत तुमने मैने सबने विद्यापति से पहले और बाद सबने गाया जीवन का अमृत है सब कुछ सराबोर है जीवन का आधार है छल कपट का भान नहीं प्रेम... Hindi · कविता 74 550 Share DR.MDHU TRIVEDI 10 Feb 2017 · 1 min read रोज डे अपना मनाती शायरी रोज डे अपना मनाती शायरी साथ तेरा फिर मिलाती शायरी पास मुझको जब बुलाता रोज तू भाव सुंदर तब जगाती शायरी बात दिल मेरा कहे जब आपसे आह में तेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 70 393 Share DR.MDHU TRIVEDI 10 Feb 2017 · 1 min read फूल फूल में तेरे लिए हर रोज लाया हूँ प्यार में तेरे दिवाना मैं बनाया हूँ खूबसूरत तू बहुत है इसलिये तो मैं प्रान की बाजी लगा कर आज आया हूँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 73 619 Share DR.MDHU TRIVEDI 3 Feb 2017 · 2 min read परिवार के बिखराव में क्या दोषी नहीं है नारी ? परिवार एक ऐसी संस्था है जो पुरूष और नारी दोनों के योग से बनती है जहाँ पुरूष परिवार को आकार प्रदान करता है वहीं नारी परिवार को संवारने , सजाने... Hindi · लेख 72 729 Share DR.MDHU TRIVEDI 18 Jan 2017 · 1 min read साम्यवाद दामन में मुँह छुपाये बैठे है अजब निराले कौतूक करके बैठे है पाक साफ बनते है सरेआम शोषण करते है जनता के बीच सिर उठा चलते है अपने को बड़ा... Hindi · कविता 73 766 Share DR.MDHU TRIVEDI 18 Jan 2017 · 1 min read दुनियाँ उजले लोगों की उजली दुनियाँ सपनों से सजती दुनियाँ अपने ही लोगों से बसी दुनियाँ गर खो जाए ये दुनियाँ ये दुनियाँ ये दुनियाँ कश्ती मुहब्बत की तैराती दुनियाँ जीना... Hindi · कविता 74 450 Share Previous Page 13 Next