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10 Feb 2017 · 1 min read

रोज डे अपना मनाती शायरी

रोज डे अपना मनाती शायरी
साथ तेरा फिर मिलाती शायरी

पास मुझको जब बुलाता रोज तू
भाव सुंदर तब जगाती शायरी

बात दिल मेरा कहे जब आपसे
आह में तेरी समाती शायरी

जब मुझे प्रपोज करता वो तभी
प्यार भंगिमा से सजाती शायरी

वीक वैलेंटा मना कर यहाँ
जिन्दगी को राह लाती शायरी

प्रेम हो जाये किसी से जब कभी
रात में नींदें उड़ाती शायरी

हो गये पागल इश्क में अब सभी
तब सदा खुद को भुलाती शायरी

जब नजर से मिल नजर हो एक तब
आशिकों को यूँ सताती शायरी

बेवफा जब आपसे कोई करे
मौत युगलों को दिलाती शायरी

70 Likes · 358 Views
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