Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 May 2018 · 1 min read

रिश्तों की मंडियां

रोज रिश्तों की सजती यहाँ मंडियाँ
खूब लगती रही है यहाँ बोलियाँ

मोल देकर मिलेगी पिता को खुशी
गर न तो जिन्दगी भरभरे सिसकियाँ

बेटियाँ है सुकोमल सुचंचल कली
मत लगाओं कभी इन पे पाबन्दियाँ

दौर हैवानियत का चलेगा सदा
पर पहन बैठ पाये न चूडिय़ां

मान सम्मान का रख रही वो ख्याल
दो कुलों में करे रोशनी बैटियाँ

Language: Hindi
75 Likes · 1 Comment · 329 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all
You may also like:
*रामलला सिखलाते सबको, राम-राम ही कहना (गीत)*
*रामलला सिखलाते सबको, राम-राम ही कहना (गीत)*
Ravi Prakash
रिश्तें मे मानव जीवन
रिश्तें मे मानव जीवन
Anil chobisa
निकलो…
निकलो…
Rekha Drolia
चेतावनी हिमालय की
चेतावनी हिमालय की
Dr.Pratibha Prakash
"अगर हो वक़्त अच्छा तो सभी अपने हुआ करते
आर.एस. 'प्रीतम'
गजल सी रचना
गजल सी रचना
Kanchan Khanna
मोहक हरियाली
मोहक हरियाली
Surya Barman
मौसम कैसा आ गया, चहुँ दिश छाई धूल ।
मौसम कैसा आ गया, चहुँ दिश छाई धूल ।
Arvind trivedi
2633.पूर्णिका
2633.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
द्रोण की विवशता
द्रोण की विवशता
Dr. Pradeep Kumar Sharma
पतंग
पतंग
अलका 'भारती'
कहा हों मोहन, तुम दिखते नहीं हों !
कहा हों मोहन, तुम दिखते नहीं हों !
The_dk_poetry
मुझ को इतना बता दे,
मुझ को इतना बता दे,
Shutisha Rajput
"तुम्हारी हंसी" (Your Smile)
Sidhartha Mishra
वक्त थमा नहीं, तुम कैसे थम गई,
वक्त थमा नहीं, तुम कैसे थम गई,
लक्ष्मी सिंह
मनु-पुत्रः मनु के वंशज...
मनु-पुत्रः मनु के वंशज...
डॉ.सीमा अग्रवाल
💐प्रेम कौतुक-414💐
💐प्रेम कौतुक-414💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
जीवन चलती साइकिल, बने तभी बैलेंस
जीवन चलती साइकिल, बने तभी बैलेंस
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
कोई भी नही भूख का मज़हब यहाँ होता है
कोई भी नही भूख का मज़हब यहाँ होता है
Mahendra Narayan
ओढ़े  के  भा  पहिने  के, तनिका ना सहूर बा।
ओढ़े के भा पहिने के, तनिका ना सहूर बा।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
प्यार टूटे तो टूटने दो ,बस हौंसला नहीं टूटना चाहिए
प्यार टूटे तो टूटने दो ,बस हौंसला नहीं टूटना चाहिए
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
आजा माँ आजा
आजा माँ आजा
Basant Bhagawan Roy
सिलसिला सांसों का
सिलसिला सांसों का
Dr fauzia Naseem shad
बहुत अहमियत होती है लोगों की
बहुत अहमियत होती है लोगों की
शिव प्रताप लोधी
"अनमोल"
Dr. Kishan tandon kranti
रंगों का बस्ता
रंगों का बस्ता
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
■ आज की ग़ज़ल
■ आज की ग़ज़ल
*Author प्रणय प्रभात*
जग जननी
जग जननी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Shweta Soni
"दो पल की जिंदगी"
Yogendra Chaturwedi
Loading...