विनोद सिल्ला Language: Hindi 570 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next विनोद सिल्ला 25 Mar 2022 · 1 min read नारी ही नारी की वैरी नारी ही नारी की बैरी अपने मायके आई सविता घर के मुख्य द्वार पर बैठी थी। अपने बच्चों के लाड लड़ा रही थी। तभी उसकी सहेली आशा आई। राजी-खुशी पूछने... Hindi · लघु कथा 1 401 Share विनोद सिल्ला 25 Mar 2022 · 1 min read बचपन कितना सुंदर था बचपन कितना सुंदर था मायके आई संघमित्रा, अपने दोनों भाइयों के परिवार के मन-मुटाव को लेकर चिंतन कर रही थी। बचपन में उसके दोनों भाई, कभी उससे तो कभी आपस... Hindi · लघु कथा 1 221 Share विनोद सिल्ला 25 Mar 2022 · 1 min read वादा वादा सरकार द्वारा चलाए गए "नशा उन्मूलन अभियान" के तहत मन्त्री जी नशे के आदि लोगों से मिलने अस्पताल पहुंचें। एक नशेड़ी से मन्त्री जी कैमरे के सामने बोले, "मेरी... Hindi · लघु कथा 1 200 Share विनोद सिल्ला 25 Mar 2022 · 1 min read ब्रेक-अप ब्रेक-अप शहर के टाऊन-पार्क में बैठी अमनी अपने प्रेमी विजय से कह रही थी। कब तक हम यूं छिप-छिप कर मिलते रहेंगे? हम शादी क्यों नहीं कर लेते? विजय ने... Hindi · लघु कथा 1 170 Share विनोद सिल्ला 25 Mar 2022 · 1 min read मीठे पानी की छबील मीठे पानी की छबील वृद्ध खुशहाल सिंह अपने बुढ़ापे के सहारे, इकलौते पुत्र जगरूप से तीन बार, पीने के लिए पानी मांग चुका। लेकिन जगरूप शीशे के सामने खड़ा अपनी... Hindi · लघु कथा 2 593 Share विनोद सिल्ला 25 Mar 2022 · 1 min read माँ चौपाल में माँ चौपाल में बालक नरेन्द्र बहुत शरारती था। उसकी शरारतों से परेशान उसकी माँ, उसे सबक सिखाने के लिए, पकड़ने का प्रयास करती। वह भाग कर घर के नजदीक ही... Hindi · लघु कथा 1 184 Share विनोद सिल्ला 24 Mar 2022 · 1 min read विधायक की पसंद विधायक की पसंद नगर परिषद के चुनाव संपन्न हुए। जीते हुए पार्षदों ने ही चेयरमैन व वाइस चेयरमैन का चुनाव करना था। चेयरमैन का पद अनुसूचित जाति के पार्षद के... Hindi · लघु कथा 1 176 Share विनोद सिल्ला 24 Mar 2022 · 1 min read बंटवारा बंटवारा माता-पिता की मृत्यु उपरान्त, तीनों भाइयों में संपत्ति के बंटवारे को लेकर विवाद हो गया। कुटुंब कबीले के गणमान्य व्यक्तियों ने, विवाद सुलझाने के अथक प्रयास किए। तीनों भाइयों... Hindi · लघु कथा 2 279 Share विनोद सिल्ला 23 Mar 2022 · 1 min read एकलव्य-सा एकलव्य-सा विद्यालय में प्राचार्य ने वार्षिक परीक्षा का परिणाम सुनाया। एक-एक करके सभी कक्षाओं का परिणाम सुनाया। साधारण छात्र पास या फेल का परिणाम सुनकर उत्साहित या उदास हो गए।... Hindi · लघु कथा 2 284 Share विनोद सिल्ला 23 Mar 2022 · 1 min read गिफ्ट गिफ्ट सत्तारूढ पार्टी के विधायक शाम को अपने घर मुंह लटकाए आए। आकर ड्राइंग रूम के सौफे पर पसर गए। विधायक की पत्नी समझ नहीं पाई कि आज ये क्या... Hindi · लघु कथा 2 2 265 Share विनोद सिल्ला 19 Mar 2022 · 1 min read बदला बदला छुट्टी के बाद शिक्षक जसवीर बस अड्डे पर, बस का इंतजार कर रहे थे। उनके पास पूर्व छात्र राजेश आया। आते ही अभिवादन किया। उसका अभिवादन स्वीकार करके मास्टर... Hindi · कहानी 1 347 Share विनोद सिल्ला 19 Mar 2022 · 1 min read कक्षा में प्रथम कक्षा में प्रथम घर के सामने स्कूल वेन रुकी। वेन से उतर कर सुंदर घर में प्रवेश करते ही, सीधी मम्मी-पापा के पास पहुंची। गुड आफ्टर नून करके बोली, "पापा... Hindi · लघु कथा 2 350 Share विनोद सिल्ला 19 Mar 2022 · 1 min read ड्यूटी टाइम ड्यूटी टाइम वैशाली घर का सारा काम-काज निपटा कर टेलिविजन देखने बैठी ही थी। तभी कॉल बैल बजी। घड़ी देखकर सोचने लगी संजय के आने का समय तो नहीं हुआ।... Hindi · लघु कथा 202 Share विनोद सिल्ला 19 Mar 2022 · 1 min read आदमी आदमी एक दिन राजकीय विद्यालय के प्राचार्य नरसी राम शर्मा कक्षाओं का निरिक्षण करते हुए, प्राथमिक विंग में चले गए। प्रथम कक्षा में शिक्षक सतीश कुमार अध्यापन में व्यस्त थे।... Hindi · कहानी 167 Share विनोद सिल्ला 19 Mar 2022 · 1 min read सरपंच का भाई सरपंच का भाई नवंबर 2016 की नोटबंदी के दौरान बैंक के सामने लम्बी कतार लगी थी। एक सफेदपोश अनाधिकार पूर्वक बैंक में घुसने की चेष्टा कर रहा था। कतार में... Hindi · कहानी 1 499 Share विनोद सिल्ला 19 Mar 2022 · 1 min read अपनों बीच पराया अपनों बीच पराया शहर में आ बसने के बाद, गाँव जाए एक अरसा हो जाता है। किसी विशेष अवसर पर ही जाना होता है। रमेश जब भी गाँव में जाता... Hindi · कहानी 181 Share विनोद सिल्ला 18 Mar 2022 · 1 min read नशा उन्मूलन अभियान नशा उन्मूलन अभियान शहर में जहरीली शराब पीने से कई मौत हुई। शहर की नामी धर्मशाला में तमाम सफेदपोश एकत्रित हुए। भीड़ का इंतजाम किया गया। लंबे-चौड़े भाषण पेले गए।... Hindi · लघु कथा 483 Share विनोद सिल्ला 18 Mar 2022 · 1 min read आकस्मिक तबादला आकस्मिक तबादला शहर की इकलौती साहित्यिक संस्था की मासिक काव्य गोष्ठी में रेलवे के कर्मचारी विजय विरोधिया ने कविता सुनाई। तालियों की गड़गड़ाहट से सभागार गूंज उठा। खूब वाहवाही लूटी।... Hindi · कहानी 312 Share विनोद सिल्ला 18 Mar 2022 · 1 min read असीम शांति असीम शांति जब गुरतेज की पत्नी जिन्दा थी तो दोनों पुत्रों व पुत्री की लाख मिन्नतों के बावजूद अपना पुश्तैनी गाँव व घर नहीं छोड़ा। वे ऊन्हें अपने यहाँ विदेश... Hindi · कहानी 337 Share विनोद सिल्ला 18 Mar 2022 · 1 min read गोत्र भाई गोत्र भाई कार्यालय के प्रांगण में सभी बाबू मजमा लगाए बैठे थे। चर्चा का विषय कुलवंत बाबू था। जो हाल ही में तबादला करवा के अपने गृहनगर गए हैं। बलदेव... Hindi · कहानी 149 Share विनोद सिल्ला 18 Mar 2022 · 1 min read मूक भाषा मूक भाषा अध्यापक कपिल तबादला होकर इस विद्यालय में आए। वाकिफकारी न होने के कारण मुख्याध्यापक व अन्य अध्यापक कपिल से घुले-मिले नहीं थे। इसलिए वह अपने आप को विद्यालय... Hindi · लघु कथा 616 Share विनोद सिल्ला 18 Mar 2022 · 1 min read यूं मना स्वतंत्रता दिवस यूं मना स्वतंत्रता दिवस उपमंडलाधीश ने अपने कार्यकाल में उपमंडल स्तरीय अधिकारियों की मिटिंग बुलाई। स्वतंत्रता दिवस की अग्रिम बधाई से मिटिंग शुरु हुई। बताया गया कि बैठक स्वतंत्रता दिवस... Hindi · कहानी 260 Share विनोद सिल्ला 18 Mar 2022 · 1 min read सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति सभागार श्रोताओं से खचाखच भरा था। आकर्षक व्यक्तित्व का धनी युवक ने बतौर मुख्यवक्ता संबोधित किया। उसके भाषण की हर तरफ मुक्त कंठ से प्रशंसा हुई। बार-बार... Hindi · लघु कथा 1 567 Share विनोद सिल्ला 18 Mar 2022 · 1 min read तू ही समझा तू ही समझा लॉकडाउन कब का खत्म हो चुका। रामदुलारे तुम अब भी घर में दुबके पड़े हो। रामदुलारे कुछ नहीं बोला। उसकी पत्नी बोली, "यही बात मैं हजार बार... Hindi · कहानी 557 Share विनोद सिल्ला 17 Mar 2022 · 1 min read नापसंद जूते नापसंद जूते युवक यशवंत रूठा था। क्योंकि पापा जो जूते लाए थे। वो थे तो ब्रांडेड लेकिन उसे पसंद नहीं थे। पास बैठे दादा जी ने उसे बताया कि वे... Hindi · कहानी 1 426 Share विनोद सिल्ला 17 Mar 2022 · 1 min read दिसोटण दिसोटण अध्यापक बलकार छुट्टी के बाद ड्युटी से आए। अपनी गली में प्रवेश किया तो रंग-ढंग बदले से प्रतीत हुए। जो भी मिला मुंह लटकाए मिला। महिलाएं भी कानाफूसी-सी करती... Hindi · लघु कथा 1 171 Share विनोद सिल्ला 17 Mar 2022 · 1 min read प्रैस कॉन्फ्रेंस प्रैस कॉन्फ्रेंस सर्जरी के बाद भी सुखविंदर राहत की बजाए असहज व पीड़ा महसूस कर रहा था। जब उसे आराम नहीं मिला तो उसने एक्स-रे व अल्ट्रासाउंड करवाया तो रिपोर्ट... Hindi · लघु कथा 1 140 Share विनोद सिल्ला 17 Mar 2022 · 1 min read बांट कर खाने की सीख बांट कर खाने की सीख रेलगाड़ी में सफर करते-करते राजबीर ने चने का लिफाफा निकाला और खाने लगा। खाते-खाते चने का लिफाफा सहयात्री की ओर करके कहा, "थोड़ा लीजिए प्लीज।"... Hindi · लघु कथा 3 6 444 Share विनोद सिल्ला 10 Mar 2022 · 1 min read खीज खीज ये कल का छोकरा क्या जाने साहित्य क्या होता है? यह मोबाइल के शक्रीन पर ही उंगली मार सकता है। यह चिंतन-मनन से कोसों दूर है। इधर-उधर से कॉपी... Hindi · लघु कथा 182 Share विनोद सिल्ला 9 Mar 2022 · 1 min read बीमारी बीमारी (लघुकथा) सिर दर्द व बुखार के बावजूद रोशन आज फिर काम पर आ गया। मिस्त्री व दूसरा मजदूर साथी कहने लगे, छुट्टी करके इलाज नहीं करवाया जाता। बीमार होने... Hindi · लघु कथा 276 Share विनोद सिल्ला 9 Mar 2022 · 1 min read जवानी जवानी जब आती है जवानी तो इंसान को जमाना याद नहीं रहता जब चली जाती है जवानी जमाने को इंसान याद नहीं रहता -विनोद सिल्ला Hindi · कविता 243 Share विनोद सिल्ला 8 Mar 2022 · 3 min read महिला और विकासक्रम महिला और विकासक्रम -विनोद सिल्ला आरम्भिक मानव जीवन में महिलाओं के प्रति वर्तमान जैसी अवधारणा नहीं थी। उस समय महिला प्रधान समाज था। मानव जनजीवन झुंडों व कबीलों में विभक्त... Hindi · लेख 181 Share विनोद सिल्ला 7 Mar 2022 · 1 min read समाहित समाहित बीज में नहीं होता समाहित मात्र एक पेड़ एक पौधा एक जीव या एक जन्तु समाहित है इसमें एक पूरी नस्ल एक पूरा युग -विनोद सिल्ला Hindi · कविता 178 Share विनोद सिल्ला 5 Mar 2022 · 1 min read पेट में दर्द पेट में दर्द जब लकड़ी मैं लाया चुल्हा मैंने जलाया तव्वा मैंने तपाया रोटियां भी तो फिर मैं ही सेकूंगा किसी के पेट में दर्द क्यों? -विनोद सिल्ला Hindi · कविता 213 Share विनोद सिल्ला 4 Mar 2022 · 1 min read रात रात जिसे नींद नहीं आती जानता है वही कि रात कितनी उबाऊ कितनी तन्हा कितनी काली कितनी लम्बी होती है। -विनोद सिल्ला Hindi · कविता 420 Share विनोद सिल्ला 3 Mar 2022 · 1 min read युद्ध उपरान्त युद्ध उपरान्त गवाह है इतिहास राजभवन होते हैं गुलजार युद्ध उपरान्त भी करके समझोते निकलते हैं राजभवन से मुस्कराते हुए राष्ट्राध्यक्ष जीते हुए भी हारे हुए भी मुस्कराते हुए चेहरे... Hindi · कविता 199 Share विनोद सिल्ला 2 Mar 2022 · 1 min read माफी मांगिए माफी मांगिए (लघुकथा) जयप्रकाश छुटभैया नेता था। लेकिन हल्के के विधायक व कबीना मंत्री तक सीधी पहुँच के कारण। अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ अक्सर दुर्व्यवहार करता था। इसलिए अपने... Hindi · लघु कथा 179 Share विनोद सिल्ला 25 Feb 2022 · 1 min read कहाँ जा सका कहाँ जा सका उससे भले हाथ छूटा भले साथ छूटा फिर भी कुछ नहीं छूटा गवाह हैं यादें दिल से दिमाग से कहाँ जा सका? -विनोद सिल्ला Hindi · कविता 308 Share विनोद सिल्ला 25 Feb 2022 · 1 min read युद्ध युद्ध छोड़ जाता है युद्ध अपने पीछे खंडहर में तब्दील आलिशान इमारतें हंसते-खेलते तबाह हुए परिवारों के यतीम बच्चे विधवा महिलाएं बुढ़ापे की लकड़ी खोए हुए बुजुर्ग युद्ध बंदियों से... Hindi · कविता 223 Share विनोद सिल्ला 24 Feb 2022 · 1 min read स्तुतिगान जारी है स्तुतिगान जारी है वर्तमान में शासक नेता हो गए महलों का स्थान बंगलों ने ले लिया अंगरक्षक गनमैन हुए दरबार हैं आज भी कायम लेकिन भांड नहीं रहे भांड दरबारों... Hindi · कविता 171 Share विनोद सिल्ला 24 Feb 2022 · 1 min read वेलेंटाइन वेलेंटाइन उनका है कहना नहीं है वेलेंटाइन डे हमारी संस्कृति का सच ही तो कहा उसने प्रेम-प्यार नहीं है उनकी संस्कृति उनकी संस्कृति तो सत्ती प्रथा, अग्नि-परीक्षा ऑनर किलिंग जूए... Hindi · कविता 147 Share विनोद सिल्ला 24 Feb 2022 · 1 min read ताकि देवता रहें प्रसन्न ताकि देवता रहें प्रसन्न भेड़िए की ताजपोशी के लिए जरूरत मुताबिक भेड़ें लाई गई भेड़ों ने भेड़ियों की उनकी पुस्तों की जय-जयकार की तालियां बजाई कुछ भेड़ों की दी गई... Hindi · कविता 183 Share विनोद सिल्ला 24 Feb 2022 · 1 min read सरकार ने दिए सरकार ने दिए जनता ने सरकार से मांगी रोजी-रोटी शिक्षा-चिकित्सा जीवन की सुरक्षा संवैधानिक उपचार मौलिक अधिकार सरकार ने दिए बैरिकेड्स धारा 144 लाठी गोली गंदे पानी की बौछार अश्रुगैस... Hindi · कविता 188 Share विनोद सिल्ला 24 Feb 2022 · 1 min read बिना लाभ-हानि बिना लाभ-हानि मोहब्बत न अपेक्षा करती न उपेक्षा करती सिर्फ और सिर्फ करती है समर्पण देती है कुर्बानी बिना लाभ-हानि का विचार किए । -विनोद सिल्ला Hindi · कविता 194 Share विनोद सिल्ला 22 Feb 2022 · 1 min read व्यर्थ न जाती ऊर्जा व्यर्थ न जाती ऊर्जा मैं और मेरा मौन जीत गये उनके भारी-भरकम जले-कटे शब्द गिरकर औंधे मुंह हार गए हो गई व्यर्थ मेरे विरुद्ध लगाई उनकी सारी ऊर्जा वो गुनगुनाते... Hindi · कविता 1 181 Share विनोद सिल्ला 22 Feb 2022 · 1 min read बदलाव बदलाव लोगों के मुख से सुना जाता है अक्सर नहीं हो रहा बदलाव खड़ा है समाज खड़ी है दुनिया पुराने ढर्रे पर मेरा है मानना हो रहा है बदलाव लेकिन... Hindi · कविता 1 218 Share विनोद सिल्ला 15 Feb 2022 · 1 min read वो बड़े आदमी वो बड़े आदमी उनका पद भी था बड़ा कद भी था बड़ा बंगला भी था बड़ा गाड़ी भी थी महंगी लेकिन बड़े-छोटे निकले वो बड़े आदमी। -विनोद सिल्ला Hindi · कविता 1 292 Share विनोद सिल्ला 6 Feb 2022 · 1 min read तुम लेखक नहीं तुम लेखक नहीं सिर्फ तुम ही नहीं तुम से पूर्व भी थी पूरी जमात भांडों की जो करते रहे ता था थै या दरबारों की धुन पर चाटते रहे पत्तल... Hindi · कविता 1 158 Share विनोद सिल्ला 6 Feb 2022 · 1 min read पूर्ववत पूर्ववत (लघुकथा) सड़क के बीच में कुतिया का एक पिल्ला, किसी गाड़ी वाले द्वारा बुरी तरह रौंद दिया गया। जिसकी मौके पर मृत्यु हो गई। कुतिया हर आती-जाती गाड़ी पर... Hindi · लघु कथा 2 2 263 Share विनोद सिल्ला 3 Feb 2022 · 1 min read नशा नशा मादक पदार्थों में ही नहीं पद में प्रतिष्ठा में दौलत में भी होता है नशा बहक जाता है इंसान पाकर इन्हें। -विनोद सिल्ला Hindi · कविता 1 179 Share Previous Page 2 Next