वीर कुमार जैन 'अकेला' Tag: कविता 101 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid वीर कुमार जैन 'अकेला' 22 May 2022 · 1 min read पुकार सुन लो कटते हुए दरख्तों की तुम गुहार सुन लो रुंधे गले से सिसकी भारी पुकार सुन लो परिंदों के घरोंदों को डाल न मिल पाएगी मुसाफिर को धूप में छांव न... Hindi · कविता 801 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 18 Aug 2021 · 1 min read क्रोध और वेदना चंद मुठ्ठी भर लोगों ने ये कैसा कहर बरपाया है। हथियारों को लहराते हुए कैसे सबको डराया है।। पत्थरों का प्रहार कर शीशे सब चकनाचूर किये। अग्नि ज्वाला में भस्म... Hindi · कविता 2 635 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 22 May 2022 · 1 min read बारी है राम जी आ गए शंकर जी आ रहे कृष्ण जी की बारी है। अयोध्या जीती काशी लड़ रहे निश्चित जीत हमारी है।। मंदिर दब गए मस्जिद बन गयी ये कैसे... Hindi · कविता 2 733 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 31 Aug 2021 · 1 min read ठिकाना दुनिया से चले जाने वालों का ठिकाना पता हो तो बता दो ना कहते हैं भगवान के घर चला गया उसके घर का ही पता बता दो ना वो तो... Hindi · कविता 1 2 536 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 3 Oct 2021 · 1 min read 2 अक्टूबर 2 अक्टूबर की छुट्टी है आज क्योंकि गांधी जयंती है आज शास्त्री जी की भी तो जयंती है शास्त्री जयंती क्यों नही मनती है माना गांधी जी बापू कहलाये शास्त्री... Hindi · कविता 495 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Nov 2021 · 1 min read बंदर बांट एक आम इंसान की रोटी गरीबों में मुफ्त बंट रही है फिर भी ना जाने क्यों देश से गरीबी ना छंट रही है सत्ता की कुर्सी पर बैठ कर मुफ़्त... Hindi · कविता 1 2 496 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 18 Jul 2021 · 1 min read कहर का मंजर ये मालूम ना था कि अब तुमसे मिल ना पाएंगे इस कोरोना की लहर में अपनों से बिछड़ जाएंगे यह कैसा कहर बरपाया है अंजाना सा दुनिया में पता ना... Hindi · कविता 2 512 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 1 Jan 2022 · 1 min read अतिथि आज सुबह सुबह उषा बेला में किसी ने दरवाजे पर दस्तक दी आधी अधूरी नींद से जाग कर बेमन से दरवाजा खोला तो पाया एक अजनबी सिर झुकाए खड़ा था... Hindi · कविता 1 2 439 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 18 Oct 2021 · 1 min read याद बहुत आओगे तुम जो चले गए जिंदगी से मेरी कसम से याद बहुत आओगे। तुम्हारे जाने का गम कैसा होगा जिंदगी भर मुझे तड़पाओगे।। आये हो तो जाने की ज़िद ना करो... Hindi · कविता 1 1 429 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 3 Jul 2021 · 1 min read कोरोना का असर पहले कहते थे घर से बाहर जाकर खेलो अब कहते हैं बाहर मत जाओ घर में खेलो पहले कंप्यूटर और मोबाइल बिगाड़ने के थे साधन आज यही सब जरूरत हो... Hindi · कविता 1 1 458 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Jul 2021 · 1 min read गुरु पूर्णिमा गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर विशेष पहले गुरु मां बाप जिन्होने उंगली थाम चलना सिखाया संस्कारित कर के जिन्होंने समाज में रहना सिखाया दूसरे गुरु हमारे शिक्षक जिन्होंने शिक्षा... Hindi · कविता 2 1 428 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 6 Sep 2021 · 1 min read नही तो गर सोची तुमने बॉलीवुड में पैर जमाने की माननी होंगी सारी बातें तुम्हें आकाओं की अपने दीन धर्म को तुम्हें ताक पे धरना होगा तपते हुए अंगारों पर आंख मूंद... Hindi · कविता 2 2 421 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 18 Jul 2021 · 1 min read काँवड़ लो फिर उदास हो गई शिव भक्तों की टोलियाँ खाली फिर से रह गयी शिव भक्तों की झोलियाँ योगी के शासन में उम्मीद इस बार जगी थी जल कांधों पर... Hindi · कविता 1 373 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 22 Aug 2021 · 1 min read उच्च आयु वर्ग दिवस आज जब अपनों से छोटों ने प्रतिदिन की भांति नमन करते हुए उच्च आयु वर्ग दिवस की बधाई दी तो मैं आवाक उन्हें देखता रहा क्षणभर वे मुस्कुराए और पूछा... Hindi · कविता 1 367 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 31 Jul 2021 · 1 min read कोरोना घर जा कोरोना घर जा कोरोना घर जा वापस जा, मत सता गोली खा, सीरप पी घर जा, सो जा रहम कर, हार मान मत ले, किसी की जान सीधे सीधे, समझ... Hindi · कविता 415 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 3 Jul 2021 · 1 min read गुजरे जमाने का इश्क बचपन के इश्क की आज फिर बुढ़ापे में देखो चर्चा हो गई यादें पुरानी फिर से जिंदा हुई सिसकते हुए जो कभी थी सो गई वह बचपन का इश्क दहलीज... Hindi · कविता 2 2 398 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Jun 2021 · 1 min read तड़पन मुलाकातें जब से बंद हुयी सगे संबंधी भी अनजान हुए यारी दोस्ती भी धरी रह गयी लगता है अब तो रमजान हुए रोज़ जिनसे मुलाकातें होती थी एक बार नही... Hindi · कविता 1 368 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 31 Dec 2021 · 1 min read 31 दिसंबर जाने वाले तू जा तुझे हम याद रखेंगे सदा आते भी सताया तूने जाते भी दे रहा दगा साल 2021 तूने सबक बहुत सिखाया है नए नए शब्दों से हमें... Hindi · कविता 387 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 10 Oct 2021 · 1 min read सनातनी परंपरा रसोई का चूल्हा हो या किचेन की गैस पहली रोटी गाय की और अंतिम मोती की मोती, गली का कुत्ता सबका प्यारा सबका दुलारा सबके घरों का रखवाला सबको देख... Hindi · कविता 392 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 4 Sep 2021 · 1 min read शिक्षक दिवस गुरुकुल के गुरु जी स्कूल के मास्टर जी अंग्रेजी माध्यम के सर है तो सभी शिक्षक ही देते हैं हमें शिक्षा अ से अनार वाली और A से apple वाली... Hindi · कविता 1 2 359 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 31 Aug 2021 · 1 min read तुम आओ तो सही इंतज़ार में पलकें बिछा दी हैं तुम आओ तो सही घर की दीवारें रंगवा दी हैं तुम आओ तो सही यूँ रूठ कर मायके चली जाना पुरानी चीजें सब हटवा... Hindi · कविता 360 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 12 Aug 2021 · 1 min read दर्द का सत्य दिल में छुपा अथाह दर्द पर चेहरे पर शिकन नही पैदल ही चला घर की ओर पर पावों में थकन नही बॉस की वो डांट फटकार फिर भी कोई चुभन... Hindi · कविता 1 348 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 15 Aug 2021 · 1 min read चौपाई मंगल भवन अमंगल हारी। घर की बीवी किसी से ना हारी।। द्रवहु सुदसरथ अजर बिहारी। या हो तुम्हारी या हो हमारी।। कैसी भी हो लगती प्यारी। गोरी हो या हो... Hindi · कविता 369 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 18 Sep 2021 · 1 min read कान्हा बनाम द्वारकाधीश कान्हा बन राधा संग खेली प्रेम की होली ये बंसी मुई होंठों से छुई गूंजी मीठी बोली ब्रज की गलियां हों या राधा की सखियां सयानी कान्हा वो सब हैं... Hindi · कविता 1 4 341 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 22 Aug 2021 · 1 min read त्योहार राखी गई अब जन्माष्टमी आने को तैयार है एक भाई बहन का दूजा कान्हा जी का त्यौहार है सावन से कार्तिक तक त्योहार ही त्यौहार है खुशियां द्वारे आई तुम्हारे... Hindi · कविता 1 364 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 6 Sep 2021 · 1 min read मंच उम्र के इस पड़ाव पर मंच पर चढ़ा दिया मेरे हाथ में दोस्त ने माइक पकड़ा दिया कोई गीत कविता सुनाने की ख्वाइश की मेरे चाहने वालों ने मुझसे फरमाइश... Hindi · कविता 1 2 372 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 3 Sep 2021 · 1 min read कविता मन का उद्गार होती है कविता शब्दों का भंडार होती है कविता कलम चले जब कागज के सीने पर अक्षरों में उभर आती है कविता किसी का प्यार होती है... Hindi · कविता 1 2 365 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Nov 2021 · 1 min read किस्मत से मंच, माइक, श्रोता और वाह वाह एक कवि का खुली आँखों का सपना है चांद सितारे और एक रात का सफर बाकी सब पराये सिर्फ यही तो अपना है किस्मत... Hindi · कविता 2 1 337 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 28 Jul 2021 · 1 min read नियामत बचपन में सुना था पानी और हवा भगवान की नियामत हैं कुछ खुदगर्ज लोगों ने ईश्वर के इस नियामत को बाज़ारी भाव में बेच दिया। पानी तो कब से बोतलों... Hindi · कविता 2 360 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 9 Mar 2022 · 1 min read होली रंगों का त्योहार पानी की बौछार गुंझिया की सौगात फागुन की है बात परंतु...... सर्दी का है कहर ठंडी ठंडी दोपहर बीमार पड़ने का डर कोरोना वायरस का असर फिर... Hindi · कविता 343 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 30 Sep 2021 · 1 min read तुम्हारे मुस्कुराने से ये मुरझाईं कलियां खिलने को आतुर तुम एक बार मुस्कुरा तो दो। आंखों में है इंतज़ार दिल है बेकरार तुम एक बार मुस्कुरा तो दो।। आंखों में रुके अश्क बह... Hindi · कविता 2 367 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 29 Nov 2021 · 1 min read चुनाव सत्ता के गलियारों से अब चुनावी बिगुल बज रहा है तरह तरह के बैनरों से अब देखो मेरा शहर सज रहा है हर मोहल्ले की हर गली साफ नजर आने... Hindi · कविता 1 1 342 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 23 May 2022 · 1 min read भूचाल कुछ वर्षों पूर्व किसी का घर तहस नहस हुआ था। परिवार समेत किसी की सोच से बिचारा दब गया था।। आज जागा है बरसों के बाद नींद में है अभी... Hindi · कविता 344 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 17 Aug 2021 · 1 min read एक अहसास यह तो आगाज है अंजाम अभी बाकी है सोचो समझो सुधरो समय अभी बाकी है गुजर गया यह वक्त तो हाथ मलते रह जाओगे कुछ करने की सोचोगे पर कर... Hindi · कविता 351 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 29 Jul 2021 · 1 min read अतीत चलो एक बार फिर से गुजरा बचपन जी लें हम और तुम उन संकरी गलियों में दौड़ भाग कर लें हम और तुम वो कटती पतंग की डोर दौड़ कर... Hindi · कविता 303 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 28 Mar 2022 · 2 min read एक पिता की मृत्यु हो जाने के बाद का यथार्थ मेरे दोस्त के पिता काफी दिनों से बीमार थे दो बेटियां थी उनकी और बेटे भी चार थे बच्चों को एक बाप पालना अखरता था मां के बाद केवल एक... Hindi · कविता 2 2 303 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Jun 2021 · 1 min read बेटियां कुदरत की नियामत होती हैं बेटियां माँ बाप के लिये अमानत होती है बेटियां दान में महादान कन्या का दान, कन्यादान एक बाप के लिए सौभाग्य होती हैं बेटियां पायलट... Hindi · कविता 2 318 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 28 Jul 2021 · 1 min read सौदा समंदर से मिलने जब नदी किनारे पहुंची। समंदर ने कहा ठहर ज़रा मिलने से पहले।। अब मैं सौदा करता हूँ गर मिलना है मुझसे। मिलन का कर्ज अदा कर मिलने... Hindi · कविता 1 292 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 16 Jul 2021 · 1 min read स्त्री एक बेटी दुल्हन के रूप में जब सजती है स्त्री किसी स्वर्ग की अप्सरा सी तब लगती है स्त्री दो परिवारों के बीच संबंधों की नींव होती है स्त्री इस... Hindi · कविता 2 295 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Nov 2021 · 1 min read अभिमान आज चौपाल पर कुछ ज्यादा हलचल थी किसी के हाथ में हुक्का किसी के चिलम थी चर्चा शायद किसी गंभीर बात पर थी साईकल, हाथी, कमल और हाथ पर थी... Hindi · कविता 2 1 302 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 17 Jul 2021 · 1 min read बिदाई नाजों से पली ससुराल को चली बांध प्रीत की डोर अपने पिया के छोर बाबुल भी खड़े रोते क्यों ऐसे पल होते छोड़ मां का आँचल बहन भाई रहे मचल... Hindi · कविता 2 1 289 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 24 Aug 2021 · 1 min read याद है ना वो उसके दबे कदमों की आहट खिड़की के काँच पर खटखटाहट उसको देखकर चेहरे की मुस्कुराहट आपसी बातों की होती फुसफुसाहट .............याद है ना चांदनी रात में उंगलियां फसाना हल्के... Hindi · कविता 1 291 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 26 Nov 2021 · 1 min read जेब आम आदमी की कमीज में दो जेब लगा दी गई हैं एक से पैसे निकाल रहे हैं दूसरी जेब में डाल रहें हैं इस तरह एक आम आदमी की आंखों... Hindi · कविता 1 1 297 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 3 Feb 2022 · 1 min read अजनबी अचानक ये कौन आया है दरवाजे पर अकेला नही आया है डरता है शायद पता नही कुछ मिलेगा या रह जायेगा खाली हाथ कुछ नही तो कम से कम आश्वासन... Hindi · कविता 281 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 25 Mar 2022 · 1 min read कहो कुछ भी कहो राम कहो या कृष्ण कहो या कहो बुद्ध या वीर दिल से इनका नाम पुकारो हर लेते है सारी पीर धर्म और संस्कृति ही हर हिंदुस्तानी की शान है इस... Hindi · कविता 1 2 294 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 22 Jul 2021 · 1 min read अंतर कौआ कोयल से बोला तू भी काली मैं भी काला फिर दोनों की बोली में ये अंतर क्यों कोयल बोली कव्वे से तो सुन बताती हूँ मैं मैं चहकती हूँ... Hindi · कविता 266 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 16 Oct 2021 · 1 min read मैं और मेरे टीचर अ से अनार आ से आम A for APPLE B for BOY एक से लेकर दस तक की गिनती ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार और मछली जल की रानी है.. क्या... Hindi · कविता 1 273 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 3 Sep 2022 · 1 min read शस्त्र उठाना होगा जियो और जीने दो कहने वाले वीर के शासन में जी रहे है हम। जबरन कब्जा होता है मंदिरों पर देख कर कड़वे घूंट पी रहे है हम।। अहिंसा के... Hindi · कविता 2 390 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 4 Aug 2021 · 1 min read इच्छा एक बार भगवान ने इंसान बनने की इच्छा जताई भगवान की आत्मा इंसान बन कर धरती पर आई धरती पर पहला कदम पड़ते ही दिमाग चकराया इंसान बने भगवान को... Hindi · कविता 1 5 266 Share वीर कुमार जैन 'अकेला' 27 Aug 2021 · 1 min read व्यथित हूँ मैं भी देश की समस्या आम जन की समस्या बन आई है अब तो महंगाई की समस्या हर जन त्रस्त है महंगाई से पस्त है खाने को रोटी नही खाली ये दोनों... Hindi · कविता 2 262 Share Page 1 Next