Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jan 2022 · 1 min read

अतिथि

आज सुबह सुबह उषा बेला में
किसी ने दरवाजे पर दस्तक दी
आधी अधूरी नींद से जाग कर
बेमन से दरवाजा खोला तो पाया
एक अजनबी सिर झुकाए खड़ा था
बड़े अदब से पूछने पर बताया मुझे
मैं आज से आप का अतिथि हूँ
साल भर के लिए आया हूँ
अपनी झोली में खुशियां लाया हूँ
365 दिन 52 हफ्ते और 12 महीने
मैं आप सबके परिवार का सदस्य हूँ
मैं नई आशाओं से भरा 2022 हूँ

मैंने उसको पहले ऊपर से नीचे तक देखा
और बोला पिछले साल भी एक शख्स आया था
खुशियों से भरा पिटारा वो भी लाया था
पर उसने सबको खूब रुलाया था
तुम में और उसमें फर्क नज़र नहीं आता है
खुशियों की आड़ में छिपा दर्द सहा नही जाता है
मेरी दहलीज़ तो तुम लांघ के आ जाओगे
पर वादा करो तुम किसी को नही रुलाओगे
अब तो आंखों के आंसू भी सूख चुके हैं
शूलों की चुभन हम झेल चुके हैं
अब कोई नही है मेरे पास कुछ और खोने को
आये हो तो आ जाओ पर मुझे चैन से सोने दो

उसने मुस्कुरा कर कदम दहलीज़ के पार रखा
अपना हाथ चुपके से मेरे सिर पर रखा
उसकी आँखों की चमक में एक नई उम्मीद थी
पर मेरे मन के कोने में डर और आंखों में नींद थी

मैंने भी मुस्कुरा के आने का रास्ता दे दिया
2021 का खाली कमरा 2022 को दे दिया

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 442 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मंत्र :या देवी सर्वभूतेषु सृष्टि रूपेण संस्थिता।
मंत्र :या देवी सर्वभूतेषु सृष्टि रूपेण संस्थिता।
Harminder Kaur
हिंदी की भविष्यत्काल की मुख्य क्रिया में हमेशा ऊँगा /ऊँगी (य
हिंदी की भविष्यत्काल की मुख्य क्रिया में हमेशा ऊँगा /ऊँगी (य
Avinash Kumar
निश्छल प्रेम
निश्छल प्रेम
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
मौन के प्रतिमान
मौन के प्रतिमान
Davina Amar Thakral
मैं किताब हूँ
मैं किताब हूँ
Arti Bhadauria
सच के साथ ही जीना सीखा सच के साथ ही मरना
सच के साथ ही जीना सीखा सच के साथ ही मरना
इंजी. संजय श्रीवास्तव
*नज़्म*
*नज़्म*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
खामोशियां आवाज़ करती हैं
खामोशियां आवाज़ करती हैं
Surinder blackpen
फितरत है इंसान की
फितरत है इंसान की
आकाश महेशपुरी
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
विश्वास🙏
विश्वास🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
एक एक ख्वाहिशें आँख से
एक एक ख्वाहिशें आँख से
Namrata Sona
..
..
*प्रणय प्रभात*
शहद टपकता है जिनके लहजे से
शहद टपकता है जिनके लहजे से
सिद्धार्थ गोरखपुरी
*कंचन काया की कब दावत होगी*
*कंचन काया की कब दावत होगी*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
चंद अशआर -ग़ज़ल
चंद अशआर -ग़ज़ल
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
"मित्रता"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
अनसोई कविता............
अनसोई कविता............
sushil sarna
Natasha is my Name!
Natasha is my Name!
Natasha Stephen
चलते रहना ही जीवन है।
चलते रहना ही जीवन है।
संजय कुमार संजू
राणा सा इस देश में, हुआ न कोई वीर
राणा सा इस देश में, हुआ न कोई वीर
Dr Archana Gupta
2584.पूर्णिका
2584.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
भारत के वायु वीर
भारत के वायु वीर
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
"सच का टुकड़ा"
Dr. Kishan tandon kranti
दिलबर दिलबर
दिलबर दिलबर
DR ARUN KUMAR SHASTRI
शहर - दीपक नीलपदम्
शहर - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
व्यक्ति को ह्रदय का अच्छा होना जरूरी है
व्यक्ति को ह्रदय का अच्छा होना जरूरी है
शेखर सिंह
आपस की दूरी
आपस की दूरी
Paras Nath Jha
फितरत के रंग
फितरत के रंग
प्रदीप कुमार गुप्ता
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
Loading...