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12 Apr 2024 · 1 min read

सच के साथ ही जीना सीखा सच के साथ ही मरना

सच के साथ ही जीना सीखा सच के साथ ही मरना
इस दुनिया में हमने यारों सीखा तो बस इतना ही सीखा
हर इंसान पर मुखौटा झूठ का हर घर डेरा झूठ का देखा
हम ही ठहरे नादान जिसने सच के सिवा कुछ ना सीखा

इंजी संजय श्रीवास्तव
बालाघाट मध्यप्रदेश।

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