Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Mar 2022 · 1 min read

होली

रंगों का त्योहार
पानी की बौछार
गुंझिया की सौगात
फागुन की है बात
परंतु……
सर्दी का है कहर
ठंडी ठंडी दोपहर
बीमार पड़ने का डर
कोरोना वायरस का असर
फिर भी…..
त्योहार का उल्लास
खिल रहा आस पास
आ रही मस्तों की टोली
खुल के मनाओ होली

आप सभी को रंगोत्सव की हार्दिक बधाई।

वीर कुमार जैन
आनंद पुरी
मेरठ

Language: Hindi
346 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मुझको मेरी लत लगी है!!!
मुझको मेरी लत लगी है!!!
सिद्धार्थ गोरखपुरी
लोकतंत्र तभी तक जिंदा है जब तक आम जनता की आवाज़ जिंदा है जिस
लोकतंत्र तभी तक जिंदा है जब तक आम जनता की आवाज़ जिंदा है जिस
Rj Anand Prajapati
हर पल
हर पल
Davina Amar Thakral
"दुमका संस्मरण 3" परिवहन सेवा (1965)
DrLakshman Jha Parimal
*नमन सेल्युलर जेल, मिली जिससे आजादी (कुंडलिया)*
*नमन सेल्युलर जेल, मिली जिससे आजादी (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
पिछले पन्ने भाग 2
पिछले पन्ने भाग 2
Paras Nath Jha
- रिश्तों को में तोड़ चला -
- रिश्तों को में तोड़ चला -
bharat gehlot
गुरू द्वारा प्राप्त ज्ञान के अनुसार जीना ही वास्तविक गुरू दक
गुरू द्वारा प्राप्त ज्ञान के अनुसार जीना ही वास्तविक गुरू दक
SHASHANK TRIVEDI
‼ ** सालते जज़्बात ** ‼
‼ ** सालते जज़्बात ** ‼
Dr Manju Saini
शिशिर ऋतु-३
शिशिर ऋतु-३
Vishnu Prasad 'panchotiya'
यूँ  भी  हल्के  हों  मियाँ बोझ हमारे  दिल के
यूँ भी हल्के हों मियाँ बोझ हमारे दिल के
Sarfaraz Ahmed Aasee
सज्जन से नादान भी, मिलकर बने महान।
सज्जन से नादान भी, मिलकर बने महान।
आर.एस. 'प्रीतम'
कुछ तो मेरी वफ़ा का
कुछ तो मेरी वफ़ा का
Dr fauzia Naseem shad
जो गुजर गया
जो गुजर गया
ruby kumari
Micro poem ...
Micro poem ...
sushil sarna
जिंदा होने का सबूत
जिंदा होने का सबूत
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मन चाहे कुछ कहना .. .. !!
मन चाहे कुछ कहना .. .. !!
Kanchan Khanna
"संगठन परिवार है" एक जुमला या झूठ है। संगठन परिवार कभी नहीं
Sanjay ' शून्य'
वफा करो हमसे,
वफा करो हमसे,
Dr. Man Mohan Krishna
दोहा- सरस्वती
दोहा- सरस्वती
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
हिंदी की भविष्यत्काल की मुख्य क्रिया में हमेशा ऊँगा /ऊँगी (य
हिंदी की भविष्यत्काल की मुख्य क्रिया में हमेशा ऊँगा /ऊँगी (य
कुमार अविनाश 'केसर'
तोहमतें,रूसवाईयाँ तंज़ और तन्हाईयाँ
तोहमतें,रूसवाईयाँ तंज़ और तन्हाईयाँ
Shweta Soni
है प्यार तो जता दो
है प्यार तो जता दो
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
विशुद्ध व्याकरणीय
विशुद्ध व्याकरणीय
*प्रणय प्रभात*
कश्मीरी पण्डितों की रक्षा में कुर्बान हुए गुरु तेगबहादुर
कश्मीरी पण्डितों की रक्षा में कुर्बान हुए गुरु तेगबहादुर
कवि रमेशराज
"मुलाजिम"
Dr. Kishan tandon kranti
अंदाज़े बयाँ
अंदाज़े बयाँ
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
गुरु की महिमा
गुरु की महिमा
Ram Krishan Rastogi
चौमासा विरहा
चौमासा विरहा
लक्ष्मी सिंह
........,
........,
शेखर सिंह
Loading...