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3 Feb 2022 · 1 min read

अजनबी

अचानक ये कौन आया है दरवाजे पर
अकेला नही आया है डरता है शायद
पता नही कुछ मिलेगा या रह जायेगा खाली हाथ
कुछ नही तो कम से कम आश्वासन ही सही

यही सब सोचते इंतज़ार कर रहा था मेरा
हाथ जोड़ सिर झुका विनम्रता से बोला
आपका एक कीमती वोट चाहिए झोली में
चीनी जैसी मिठास भरी थी उसकी बोली में

मैंने मुस्कुरा कर अभिवादन स्वीकार किया
वोट तो दे नही सकता था आश्वासन ही दिया
पता था हाथ हाथी साईकल कमल सब आएंगे
अलग अलग तरीके से हमको लुभाएंगे

आज सब आ रहे हैं फिर ना कोई आएगा
निश्चित है बाद में हम सबको वो भूल जाएगा
सोच कर करियेगा मतदान हो या कन्यादान
आपके एक वोट से बढ़ेगी देश की शान

मैं अभी ये सब सोच ही रहा था सोचता रह गया
एक कागज मुझे पकड़ा कर वो आगे बढ़ गया
कौन था कैसा था मुझे तो कुछ समझ ना आया
हाथ में एक कागज था खुद को अकेले खड़ा पाया

Language: Hindi
280 Views
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