Umesh Kumar Sharma Tag: लघु कथा 55 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Umesh Kumar Sharma 25 Jul 2022 · 1 min read प्रेम-२ कालिंदी, खेतों की पगडंडियों पर भरी दोपहरी नंगे पाँव तेज रफ्तार से चली जा रही थी। दुधमुँहे बच्चे को, अपने सीने के पास, एक कपड़े से बाँधे और माथे पर... Hindi · लघु कथा 286 Share Umesh Kumar Sharma 22 Jul 2022 · 1 min read प्रेम माँ सुनो न, आज बापू, बाजार में मंगरु चाचा को मार ही बैठते,वो तो लोगों ने मिन्नतें की तब जाकर छोड़ा!! थाली में चावल डालते वक़्त ,वो जरा चौंकी, फिर... Hindi · लघु कथा 2 1 383 Share Umesh Kumar Sharma 28 Sep 2020 · 2 min read कोरोना की वैक्सीन कोरोना की इस महामारी ने जिंदगी में ,और जो बदलाव किए हैं, उसके साथ तो किसी तरह एक सामंजस्य बैठ चुका है, पर इंसानी रिश्ते, कहीं एक घुटन, तड़प और... Hindi · लघु कथा 4 2 410 Share Umesh Kumar Sharma 9 Sep 2020 · 2 min read मारवाड़ी हास्यरस दृश्य १ परसा, किसी के बेटे के तिलकोत्सव से नंगे पांव भुनभुनाते हुए तेजी से घर की ओर लौट रहा था। रास्ते में एक घर के बरामदे में दो लोग... Hindi · लघु कथा 6 2 429 Share Umesh Kumar Sharma 7 Sep 2020 · 3 min read फुलपैंट रवि कांत चौबे जी १९६६ में जब कोलकाता राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर की पढ़ाई के लिए आये, तो कुछ दिन अपने रिश्तेदार के पास बैरकपुर में रहे। वहाँ से प्रेसीडेंसी... Hindi · लघु कथा 2 4 571 Share Umesh Kumar Sharma 29 Aug 2020 · 4 min read भाषा का बोझ गांव की राजस्थान क्लब के सदस्यों द्वारा कुछ दिनों बाद एक नाटक का मंचन होना था। ये क्लब हिंदी भाषियों की सांस्कृतिक गोष्ठी की जगह थी उस समय। क्लब का... Hindi · लघु कथा 6 6 649 Share Umesh Kumar Sharma 26 Aug 2020 · 5 min read स्याही उस वक्त प्राथमिक विद्यालय से उच्च विद्यालय पहुंचने के बीच एक बोर्ड की परीक्षा की दीवार होती थी। उसको फलांगने पर ही उच्च विद्यालय में प्रवेश मिलता था। राज्य स्तर... Hindi · लघु कथा 5 6 636 Share Umesh Kumar Sharma 21 Aug 2020 · 2 min read दयाशंकर जी की अलौकिक शक्तियाँ लगभग ६०-७० वर्ष पहले की बात होगी। पंडित दयाशंकर जी का गांव मे काफी रुतबा था। विद्वान और कर्मकांडी थे। गांव के शिव मंदिर में पुजारी थे। थोड़ा गुस्सा ज्यादा... Hindi · लघु कथा 3 6 564 Share Umesh Kumar Sharma 17 Aug 2020 · 2 min read बेटी के घर का पानी पुरानी मान्यता थी कि एक बार जिस घर बेटी ब्याह दी , फिर उस घर का पानी भी नहीं पिया जाता था। इसके पीछे का तर्क तो नहीं मालूम, कुछ... Hindi · लघु कथा 4 4 561 Share Umesh Kumar Sharma 16 Aug 2020 · 2 min read दुकानदार का हिसाब किताब गांव में उन दिनों चोरी डकैती आम बात थी। डकैत जब मन करता धमक पड़ते , दो चार को लूटते और धमकी देते हुए निकल पड़ते कि खबरदार जो पुलिस... Hindi · लघु कथा 2 2 361 Share Umesh Kumar Sharma 15 Aug 2020 · 4 min read आत्मग्लानि बोध से मुक्ति वैसे तो अनूप एक सीधा साथ लड़का ही था। पढ़ने लिखने में भी ठीक ही था। सांतवीं की छमाई की परीक्षा हो चुकी थी। विद्यालय के मैदान में उसका एक... Hindi · लघु कथा 3 322 Share Umesh Kumar Sharma 14 Aug 2020 · 2 min read सोचमग्न लोधा जी को कुछ न कुछ सोचने की बीमारी थी। पता नही अपने खयालों मे डूबे विचारों के गहरे सागर की किस तह पर बैठे रहते थे कि प्रत्यक्ष मे... Hindi · लघु कथा 3 4 497 Share Umesh Kumar Sharma 12 Aug 2020 · 2 min read दीपू गांव के मैदान में क्रिकेट का अभ्यास खत्म होने के बाद, कुछ देर पास के एक पेड़ के नीचे बैठ कर सुस्ताने का कार्यक्रम होता। हल्की फुल्की हंसी ठिठोली के... Hindi · लघु कथा 2 4 310 Share Umesh Kumar Sharma 9 Aug 2020 · 2 min read लाल पान का गुलाम दो चचेरे भाई अलग अलग शहरों में जाकर पढ़ने लगे थे। साथ ही पले बढ़े थे, एक दूसरे से अच्छी तरह से वाकिफ भी थे। कॉलेज का आखिरी साल था... Hindi · लघु कथा 3 6 631 Share Umesh Kumar Sharma 6 Aug 2020 · 2 min read पूजा अर्चना सेठ जी के बगीचे में एक सुंदर मंदिर बना हुआ था। स्कूल के ठीक बगल में था, कभी कभी हम द्वार खुला होने पर चले भी जाते थे। बगीचे के... Hindi · लघु कथा 3 4 540 Share Umesh Kumar Sharma 4 Aug 2020 · 2 min read संबोधन स्कूल के दिनों में बड़ी कक्षाओं के छात्र छात्राओं की हम पर थोड़ी धौंस तो चलती ही थी। उनके छोटे मोटे काम और आदेश मानना हम अपना कर्तव्य समझते थे।... Hindi · लघु कथा 2 4 273 Share Umesh Kumar Sharma 4 Aug 2020 · 3 min read लत मेहनतकश मजदूर, रेवड़ी और रिक्शावालों में देशी शराब की लत तो उन दिनों आम बात थी। उसको इतना बुरा भी नहीं समझा जाता था, तर्क ये था कि दिन भर... Hindi · लघु कथा 3 4 421 Share Umesh Kumar Sharma 3 Aug 2020 · 3 min read सुधार अभियान उस जमाने में चावल, गेहूँ, दाल, गलत संगति में पड़ने के कारण अक्सर जब घर आते थे कमबख्त बिगड़े हुए ही आते थे। अब इसमें इनकी कोई गलती होती थी... Hindi · लघु कथा 3 8 625 Share Umesh Kumar Sharma 1 Aug 2020 · 2 min read इंतजार आज रवि पूरे एक साल बाद घर लौट रहा था। वैसे टेलिफोन पर तो घरवालों से लगभग रोज ही बात होती थी। पर आवाज अकेली काफी कहाँ होती है। सुबह... Hindi · लघु कथा 3 6 317 Share Umesh Kumar Sharma 30 Jul 2020 · 2 min read नशा आज हीरा और बुधिया एक साल बाद गांव लौटे थे। दोनों पास के शहर में कोयले की खदान में मजदूरी करते थे। दोनों को तनख्वाह के अलावा तीन महीने का... Hindi · लघु कथा 4 5 298 Share Umesh Kumar Sharma 30 Jul 2020 · 2 min read आवृत्ति पाठ दुर्गा पूजा के समय पूरे सप्ताह उत्सव का माहौल बना रहता था। महालया के दिन सुबह सुबह वीरेन्द्र कृष्ण भद्र की ओजस्वी वाणी में रेडियो पर चंडी पाठ शुरू होते... Hindi · लघु कथा 2 2 324 Share Umesh Kumar Sharma 29 Jul 2020 · 3 min read ताऊजी की सगाई मेरे मझले नानाजी टाटानगर के प्रसिद्ध पुरोहित व विद्वान व्यक्ति थे। अपनी ज्येष्ट पुत्री के संबंध के लिए रिश्ता तलाश रहे थे, तो किसी यजमान ने उन्हें हमारे घर व... Hindi · लघु कथा 3 6 315 Share Umesh Kumar Sharma 28 Jul 2020 · 2 min read हवा और कानों का रिश्ता गर्मियों में रात जब कभी उमस भरी होती थी और हवा का कहीं नामोनिशान नहीं होता था, तो दादी को हवा से प्रार्थना करते हुए देखते थे कि वो चल... Hindi · लघु कथा 2 2 321 Share Umesh Kumar Sharma 28 Jul 2020 · 2 min read रेलगाड़ी और गोल आज गांव के मैदान में दूर के एक छोटे से गांव बांदवान की फुटबॉल टीम के साथ मैच था। दर्शकों की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच मैदान के पूर्वी छोर... Hindi · लघु कथा 4 6 291 Share Umesh Kumar Sharma 27 Jul 2020 · 3 min read श्राद्ध भोज बहुत पहले की बात है गांव के किसी यजमान ने पितृ पक्ष में वार्षिक श्राद्ध के लिए मेरे दादाजी के बड़े भाई को न्यौता दिया। वो देखने मे काफी तंदरुस्त... Hindi · लघु कथा 2 412 Share Umesh Kumar Sharma 26 Jul 2020 · 2 min read किरासन तेल(केरोसिन ऑइल) मेरे एक सहपाठी के पिता के पास किरासन तेल की एजेंसी थी। यही से ये तेल, फिर गांव और आसपास के देहातों के छोटे छोटे दुकानदारों को वितरित किया जाता... Hindi · लघु कथा 3 2 305 Share Umesh Kumar Sharma 26 Jul 2020 · 2 min read गॉथम इज़ बौलिंग उन दिनों आज की तरह हर घर मे टेलीविजन तो होते नहीं थे। गांव में इक्का दुक्का अमीर घरों में ही ये सुविधा थी, छत पर लगा उसका एन्टेना छोटे... Hindi · लघु कथा 2 6 255 Share Umesh Kumar Sharma 25 Jul 2020 · 2 min read क्रिकेट का खेल और छींटाकशी डाक बंगला मैदान में क्रिकेट का मैच चल रहा था। दूसरे शहर से टीम आई हुई थी। 25 ओवर्स का मैच था। हमारी टीम ने अच्छे खासे रन बना लिए... Hindi · लघु कथा 1 2 295 Share Umesh Kumar Sharma 25 Jul 2020 · 1 min read इज्जत का संबोधन बचपन में पास के मैदान में "राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ" की शाखा लगती थी। बच्चों को तरह तरह के व्यायाम, खेलकूद , परेड मे बजने वाले तरह तरह के वाघ यंत्रो... Hindi · लघु कथा 2 2 479 Share Umesh Kumar Sharma 25 Jul 2020 · 2 min read दादी पोता और फ़िल्म लगभग ४०-४५ साल पहले का एक दृश्य , दादी और उसका १० वर्षीय पोता फ़िल्म देख रहे हैं। खलनायक के अड्डे पर विवाह का मंडप सजा हुआ है। पंडित के... Hindi · लघु कथा 5 6 382 Share Umesh Kumar Sharma 25 Jul 2020 · 2 min read कूट भाषा विद्यालय के दिनों में कुछ खास मित्रो से किसी दूसरे के सामने जब कोई जरूरी या गुप्त बात करनी होती थी,तब हम एक कूट भाषा का प्रयोग करते थे ताकि... Hindi · लघु कथा 5 2 276 Share Umesh Kumar Sharma 24 Jul 2020 · 2 min read पहाड़े (गुणन-सूची) हमारे जमाने में सौ से लेकर एक तक की उलटी गिनती और पहाड़े(किसी अंक की १ से लेकर १० तक के गुणन फलों की क्रमागत सूची) मौखिक और लिखित प्राथमिक... Hindi · लघु कथा 5 2 601 Share Umesh Kumar Sharma 24 Jul 2020 · 1 min read खेती बाड़ी करते हैं उन दोनों की बस में रोज मुलाकात थी। गांव से एक ही समय में बस पकड़ कर दूसरे शहर जाते थे वो। एक छोटे से निजी विद्यालय में शिक्षिका थी... Hindi · लघु कथा 1 225 Share Umesh Kumar Sharma 24 Jul 2020 · 2 min read भाभी बच्चा दी है दोस्त एक दो दिनों के बाद स्कूल में दिखा तो हमने पूछ लिया कि कहाँ गायब थे? उसने बहुत मासूमियत से जवाब दिया, मझली भाभी बच्चा दी है, घर पर... Hindi · लघु कथा 1 346 Share Umesh Kumar Sharma 23 Jul 2020 · 1 min read चौपड़ का खेल हरि बाबू के ऊंचे बरामदे में गर्मियों के दिनों में रात को खाना खाने के बाद घंटो चौपड़ खेलना उन दिनों एक आम बात थी। रोज रात को बरामदे की... Hindi · लघु कथा 6 4 709 Share Umesh Kumar Sharma 23 Jul 2020 · 2 min read वंदेमातरम ये रोचक प्रसंग आजादी से एक दो साल पहले का है। हमारे दूर के रिश्तेदार, दुर्गादत्त दादाजी के पुत्र को आजादी के संग्राम में उतरने की जब प्रेरणा प्राप्त हुई,... Hindi · लघु कथा 6 4 508 Share Umesh Kumar Sharma 23 Jul 2020 · 3 min read गांव के प्राथमिक हिंदी विद्यालय चूंकि मेरा गांव बिहार (अब झारखंड) की सीमा के बिल्कुल नजदीक बसा हुआ है, इसलिये हिंदी भाषियों की संख्या भी अच्छी तादाद में थी। मेरा जिला पुरूलिया और धनबाद, किसी... Hindi · लघु कथा 5 2 571 Share Umesh Kumar Sharma 22 Jul 2020 · 3 min read मटिया फुस फुस जी की रामलीला ये इस रामलीला मंडली का सही नाम तो नही था, पर हम इसको इसी नाम से बुलाते थे क्योंकि इसके संचालक ने किसी एक नाटक में " मटिया फुस फुस... Hindi · लघु कथा 2 4 380 Share Umesh Kumar Sharma 21 Jul 2020 · 1 min read नदी के रूप ये घटना मेरे बड़े भाई साहब की आपबीती है। एक बार संस्कृत के अध्यापक, रामचंद्र जी, कक्षा में आये ,कुछ देर पढ़ाने के बाद अचानक उनकी ओर देख कर बोले,... Hindi · लघु कथा 4 7 567 Share Umesh Kumar Sharma 21 Jul 2020 · 2 min read आरशोला का पाचन - तंत्र मेरा उच्च विद्यालय सह शिक्षा के साथ बहु भाषीय भी था। हिंदी और बांग्ला दोनों माध्यमों से पढ़ाई होती थी। वार्षिक परीक्षाफल दोनों माध्यमों के छात्र और छात्राओं के प्रदर्शन... Hindi · लघु कथा 2 6 600 Share Umesh Kumar Sharma 20 Jul 2020 · 2 min read किताबों की अदला बदली आज के इस नए जमाने में , निजी विद्यालयों की भरमार के बीच, जहाँ हर साल कोर्स की नई पाठ्य पुस्तकें लेना अनिवार्य हो गया है क्योंकि किताबों की कीमत... Hindi · लघु कथा 5 3 488 Share Umesh Kumar Sharma 20 Jul 2020 · 2 min read माता प्रकट हुईं ये घटना तब की है जब मैं उच्च विद्यालय में पांचवीं या छठी श्रेणी में पढ़ता था। हमारे विद्यालय में सह शिक्षा थी। एक तरफ लड़कियाँ और दूसरी तरफ लड़के... Hindi · लघु कथा 7 3 525 Share Umesh Kumar Sharma 20 Jul 2020 · 2 min read रोटी और चावल का रिश्ता मेरे एक ममेरे भाई जब पहली बार कोलकाता गए तो भाईसाहब ने उनकी नौकरी एक ट्रांसपोर्ट कंपनी मे लगवा दी। रहने का इंतजाम गांव के व्यापारी की गद्दी मे कर... Hindi · लघु कथा 5 6 570 Share Umesh Kumar Sharma 19 Jul 2020 · 2 min read नकल में सहायता मैं उस वक़्त तीसरी कक्षा में पढ़ता था। मुझसे बड़े भाई पास के उच्च विद्यालय में नौंवी के छात्र थे। बड़े होने का थोड़ा रौब भी रखते थे मुझ पर।... Hindi · लघु कथा 2 2 542 Share Umesh Kumar Sharma 18 Jul 2020 · 2 min read फांटा की बोतल मैं अपने मित्र की सड़क पर प्रतीक्षा कर रहा था, उसको साथ लेकर मुझे खेलने के लिए ग्राउंड में पहुंचना था। मैं जहाँ खड़ा था उसके ठीक पास ही ठंडे... Hindi · लघु कथा 3 2 300 Share Umesh Kumar Sharma 18 Jul 2020 · 2 min read ट्रक का नंबर ये वाकया तब का है जब मेरी उम्र मुश्किल से बारह तेरह बरस की थी। हमारे गांव से राष्ट्रीय राजमार्ग NH ३२ गुजरता है। चूंकि हमारा घर मुख्य सड़क से... Hindi · लघु कथा 4 6 364 Share Umesh Kumar Sharma 17 Jul 2020 · 2 min read फ़ेल होने का गम मेरे चचेरे बड़े भाई जो उम्र मे मुझसे काफी बड़े थे, उनका गांव मे एक प्राथमिक विद्यालय हुआ करता था। कालांतर में , उन्होंने पुरोहित कर्म करना शुरू कर दिया।... Hindi · लघु कथा 5 4 375 Share Umesh Kumar Sharma 17 Jul 2020 · 2 min read ताश के पत्ते गांव में एक ननकू चाचा थे, जिनकी एक पान की दुकान थी। लोगों का उनकी दुकान के पास जमावड़ा लगा रहता था। गांव से लेकर देश मे क्या हो रहा... Hindi · लघु कथा 4 2 502 Share Umesh Kumar Sharma 17 Jul 2020 · 2 min read गोधूलि लग्न के फेरे हमारे गांव में एक शादी थी। लड़की वाले बैठा ब्याह(बारात न जाकर, वधु पक्ष जब वर पक्ष के गांव में आकर शादी की सारी रस्म पूरी करता है) करने आये... Hindi · लघु कथा 4 4 468 Share Umesh Kumar Sharma 17 Jul 2020 · 1 min read हिदायतें शादी के कुछ अरसे बाद जब मुझे एक बार आफिस के काम से दूसरे शहर जाना पड़ा,जहां मेरी ससुराल भी थी। दो तीन दिन का प्रोग्राम था, इसलिए मैं अकेले... Hindi · लघु कथा 4 2 448 Share Page 1 Next