Comments (4)
4 Aug 2020 10:25 AM
ग्रामीण परिवेश में यह सामान्य है, जो आज भी कायम है, कुछ लोग बतंगड़ खड़ा कर देते हैं तो कुछ खामोशी के साथ अपनी थकान मिटाने में लगे रहते हैं, हां यह भी सत्य है कि प्रतिष्ठित परिवार के लोग इसका सेवन सार्वजनिक रूप से नहीं करते हैं और वजह भी यही रहती है, बच्चों की शादी विवाह में अवरोध न पैदा हो,भले ही दोनों पक्ष आमने-सामने बैठकर जाम पर जाम छलकाते भी रहते हैं!यह लेख पढ़ कर अपने गांव का परिदृश्य सामने आ गया है, सही चित्रण के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं।
Umesh Kumar Sharma
Author
4 Aug 2020 10:35 AM
धन्यवाद
सुंदर भावपूर्ण कथा प्रस्तुति।
धन्यवाद !
धन्यवाद