श्रीहर्ष आचार्य Tag: कविता 144 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next श्रीहर्ष आचार्य 10 Dec 2023 · 1 min read इजोत अन्हारे अन्हार,देसे देस ऐक्क आस,इजोतमे राज्य वैशाल, देहेर से असगर टुगर,कानि उदास बौध्द पुछलियनि - किछ कहब ? एकाएक बजलाह रे छौड़ा,तों बताह वेदान्त कतह,कोन गाम आश्चर्यसँ भऽ हुनि तकलहुँ... Maithili · कविता 1 243 Share श्रीहर्ष आचार्य 12 Nov 2023 · 1 min read ओझल मनुआ मोय बाबा बरहि लाऐ खरहि पग सिख आँगन मनुख दोष आ टागर नमन तोँहै मातृधरा ऐ भारत पकिस्तान धरि युध्द विराम आ प्रश्नचिन्ह तँए मोर ओझल मनुआ जन्म नै पुन्हे ,दिऔ... Maithili · कविता 3 4 253 Share श्रीहर्ष आचार्य 13 Aug 2022 · 1 min read गँउआ ओ स्वर्ग सेँ होइ नीक मीता जे तोहर गँउआ केर जिनगी कतहु होई कोइली सन बोली सदैव राधा रानी आशीष देली सगर होई माए अचरि मीता हरल भरल ओ सभ... Maithili · कविता 2 352 Share श्रीहर्ष आचार्य 14 May 2022 · 1 min read प्रार्थना(कविता) एक प्रार्थना घर आ जाउ तोहर पुत्र के प्रार्थना अहाँ मार्गदर्शन करू , आउ,बाटमे हमर संग रहु अहाँक केओ तुलना नहि क' सकैत अछि, दिव्य कृपा बनल रहै हाँ मदिरमे... Maithili · कविता 4 852 Share श्रीहर्ष आचार्य 23 Apr 2022 · 1 min read प्रेम प्रेम रससँ तनिको भीजि नञि भीजि मुदा ओ परिणयक सूत्रमे बान्हल बन्हन नै टुटै जेकर साक्षी बनल गामक लोक गहबरक माँ भगवती मैथिली प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूपेन भऽ सदा सुहागन कए... Maithili · कविता 4 4 572 Share श्रीहर्ष आचार्य 1 Mar 2022 · 1 min read आन बनल छै हमरे मोन मंदिर मे जे केओ छल कतए दुर गेलई पाछु पाछु चलि केँ कुसुम पुष्प लयकें हे कान्हा बाटे मे सभ ओर तकै छी आ तोँ परदेश रहै छऽ... Maithili · कविता 237 Share श्रीहर्ष आचार्य 1 Mar 2022 · 1 min read मोन मंदिर मोन मंदिर मे अनुदिन जे संग छथि एगो मायकेँ ममता अखनहु अँचार पसारै उ माटिकेँ संस्कार मिश्रित मिसरी घोरै अखनहु कोरा बजाबै आशीष दैत बाजै जुग जुग जीयु हमरे लाल... Maithili · कविता 217 Share श्रीहर्ष आचार्य 25 Feb 2022 · 1 min read जानकी जन्म बधाई गीत जन्म लेलन्हि ललिआई हो जन्म लेलन्हि ललिआई हो मिथिला बजत बधाई मिथिला बजत बधाई जन्म लेलन्हि ललिआई हो मिथिला बजत बधाई बजत बाधाई,बजत बधाई जन्म लेलन्हि ललिआई हो जन्म लेलन्हि... Maithili · कविता 2 1k Share श्रीहर्ष आचार्य 12 Feb 2022 · 1 min read बरसो रे मेघा झर-झर आइ कारि मेघ घिरल रूप ओतबे उतान भीजतय ओ धरा जे बड्ड पियासल केउ देखै उपर केउ नीचे उडैत धूल पियासल मनुख माटि केर सेवक ओ देसक क्रांतिवीर फूल लऽ... Maithili · कविता 385 Share श्रीहर्ष आचार्य 12 Feb 2022 · 1 min read अनुपम कृति माटि चानर रत्न छिटै उजिआरा श्यामल श्यामल गंगा कमला अनुपम धारा माय अंखि हर्षित नोर जल माटि केर लाल अनुपम कृति सोन जरित देव भूमि विख्याता राजा जनक स्वसा सीता... Maithili · कविता 355 Share श्रीहर्ष आचार्य 8 Feb 2022 · 1 min read उठू प्रिया दुलरी तो छोड़ि गेलेह आतुर आंगुर स्पर्श ला ओ रोम रोम के वेदना सँ कानि, कानि उठू,प्रिया,फेरो हँसि दिअ,उठू वंसत बयार देतऽ किछ सनेह गुड्डी पताका अकास उङल छै भरल... Maithili · कविता 2 336 Share श्रीहर्ष आचार्य 24 Jan 2022 · 1 min read महाकवि हिमालय जेहन अटल पौरूष प्रबल पराक्रमी वीर कर्णक वसुधारा नेत्र छन्हि अध्यभीजल ठमकि पड़ल भाषा संस्कार संस्कृति परिपन्थी विराजित अंग पुत्र बिकाएत मोल अनमोल झहरैत विरासत देखनार कतह ऋध्दि सिद्धि... Maithili · कविता 1 2 415 Share श्रीहर्ष आचार्य 22 Jan 2022 · 1 min read माए कोरा लिअऽ माए हम्मे कोरा लिअऽ एकटा कोनो लोरी सुनाउ टुअरकेँ एहि जगमे के आँखिकेँ नोर के पोछैत लेय लिअ सुधि अखन दय दी नव जिनगी माय टुअर हम बड्ड कानि कादो... Maithili · कविता 384 Share श्रीहर्ष आचार्य 21 Jan 2022 · 1 min read कि कखनो एक सोहारी लेल कएटा लोकनि झगडै़ सुनने रही कि कखनो सोन चिड़ियाँ अहीकए देस उ डीह तुलसी गाछ धरि नहि जुडल छिऐ रामायण महाभारत सँ वेदान्त श्रेष्ठ कबो बौध्द महावीर... Maithili · कविता 232 Share श्रीहर्ष आचार्य 20 Jan 2022 · 1 min read बतहा संसार के अप्पन छै सभ्भ काठ के बनल सुख के संगी ई सगरो संसार बनल नोर नै पौछे केओ घर घर मे अप्पन अप्पन के एकटा भगवान बनल आ लजाए हृदय... Maithili · कविता 1 409 Share श्रीहर्ष आचार्य 19 Jan 2022 · 1 min read परदेशीया एह धरती से बड्ड पियार करू ओकर नैय छै कोनो मोल मुदा विधाता परदेश लिखलथि हाय रे भाग्य भेलहुँ माटि सँ बहुते दूर अपन रहै सभ आब दुलार कहाँ छै... Maithili · कविता 247 Share श्रीहर्ष आचार्य 18 Jan 2022 · 1 min read अब वापस नहीं आऊंगा अब वापस नहीं आऊंगा टूटा हुआ है जीवन संबल टिस कई उगता है वेदना गोद से माँ आँचल तक कई दिनों से रो रहा हूँ जाने कहां तक जाऊं प्रभु... Hindi · कविता 2 2 489 Share श्रीहर्ष आचार्य 7 Jan 2022 · 1 min read सुन्नर सपना सुन्नर सपना (कविता) पाएर मे सिकड़ नइ दिअ झूठका बन्हन नै बान्हु उधिआबए चंचल हवा मे बेस इतिहास मे डुबा दू उमंग अछि इतिहास रचब ताउ हो तन मन मे... Maithili · कविता 460 Share श्रीहर्ष आचार्य 20 Dec 2021 · 1 min read इजोरिया प्रबल अधुनिक काल मे ओझल संस्कृति संस्कार मे मानसिक रुपि शब्द वेदन व्याप्त मनुक्ख अबोध निर्बल सभ्भ कोरा बढउनै उठनै पग पग संग धेने चलु जाहि ठाम छीटल सगरे इजोरिया... Maithili · कविता 834 Share श्रीहर्ष आचार्य 13 Dec 2021 · 1 min read स्वागत कतैक दिन बाद गमैक उठल आगन परदेशी आबि रहल साजल अछि स्वागत मुदा टिकुली टेढ़ भने ललकी नूआ पेन्ह कनै हर्षित आछि तन आ मन सभऽ साजल अछि स्वागत स्वागत... Maithili · कविता 532 Share श्रीहर्ष आचार्य 12 Dec 2021 · 1 min read मिथिला हे विदेह वंशुधारा हे माता, हे अंग वंशुधारा हे माता , हे बज्जि वशुधारा हे माता, हे जगत जननी हे भाग्य विधाता , हे कुलदेवी वन देवी विद्या-देवी हे माता,... Maithili · कविता 323 Share श्रीहर्ष आचार्य 9 Dec 2021 · 1 min read न रहै झूठा हिअ गेल चएन गेल दऽ गेला झुनझुना हे सखि पिया नैय ऐला न रहै झूठा सिंगापुर गेला विलायती भेला कलुआ बरद जेना फुला हे सखि पिया नैय ऐला ना रहै... Maithili · कविता 291 Share श्रीहर्ष आचार्य 2 Dec 2021 · 1 min read मिथिला बौध्द मैथिल माय के देस प्राचीन संस्कृतिक गोद मे मिठ बोल भाषा कर्णप्रिय संस्कार पहचान हमर पाहुन राम हाँसैय आगन मे विधापति संग महादेव कृष्ण सदा विराजमान करैए नित भोर... Maithili · कविता 2 244 Share श्रीहर्ष आचार्य 2 Dec 2021 · 1 min read उगल सगर इजोरिया आइ चलल होइ बौध्द आगन मे मनक महक उठल इ संसार विस्मृत चिन्ह काल्हि बिसरएब उगल सगर इजोरिया आइ देव मढ़ी वैशाली स्वर्गसँ पावन हाथ जोड़ि कण कण केँ प्रणाम मा... Maithili · कविता 1 221 Share श्रीहर्ष आचार्य 30 Nov 2021 · 1 min read चल सोझाँ आ बोल घेरल इजोत के खोल चल सोझाँ आ बोल ई अन्हरिया पसरल सगर कहरिया भटकै से कहर दीया जला आस ककर डूमि रहल केओ अगर चल सोझाँ आ बोल मुस्की देता... Maithili · कविता 3 2 360 Share श्रीहर्ष आचार्य 24 Nov 2021 · 1 min read ना मुझे बिहारी कहना प्यारे नहीं,ये मेरा बिहार नहीं है कल संस्कार शिक्षा ज्ञान बाँटा आज ओझल प्रतिकृति बनी है सच्ची इतिहास थोड़ी अंश दिखाते शीशे से क्षेत्र बांटते लोगों यहाँ है क्या समझूं मैं... Hindi · कविता 622 Share श्रीहर्ष आचार्य 24 Nov 2021 · 1 min read खाय-खाय केॅ नाँचै छै देखोँ कुकर भुकोँ रहलोँ छै जे साथ लेलॊ छै चील कौआ के सरकारी रोटी पर पलोँ रहलोँ छै अपने धरती केरौ फाट मे बाँटै छै आनह धागर संगे चलों छै... Maithili · कविता 3 2 338 Share श्रीहर्ष आचार्य 23 Nov 2021 · 1 min read इ सब संसार दे मोनसँ हे गौरी सजना के पियार दे कलकत्तासे लौटल पानि फुआर दे गंगा मैयाँसँ दुलार कने लऽके उधार अचरा लहरा कऽ इ सब संसार दे निरमोही कए गप्प बितउ हिअ... Maithili · कविता 434 Share श्रीहर्ष आचार्य 21 Nov 2021 · 1 min read आब घुरि एलहुँ हम रहै ओ शोणित सँ सानल माटि तैं गाछ देखि उङैछ ललकी ओढ़नी ई गोटक फूलक खेत हमर फेर वैह अंग करण धरती पर कोना पायल केर छमकै नय देखाउ आबि... Maithili · कविता 2 2 310 Share श्रीहर्ष आचार्य 10 Nov 2021 · 1 min read माँ माँ गे माँ सुन ने कने दुलार ने पाबि कनिको हम कानी बिनु तोहर के हमर एहि जग मे आउ हे माँ करू दुलार कने माँ गे केकर आस करू... Maithili · कविता 4 2 449 Share श्रीहर्ष आचार्य 8 Nov 2021 · 1 min read मातृभूमि बहुत दिवस पर घुरल छी सिंहेश्वर पावन वसुन्धरा जुनि दिय कटु वेदना नहि बिसरल ओ खेत-खलिहान खेत मे लागल अथार-पथार मोन अछि ओहिना सब बात,मुदा हे चान लिखल परदेश हमर... Maithili · कविता 6 4 604 Share श्रीहर्ष आचार्य 6 Nov 2021 · 1 min read आब की करू सगरे गाम शोर भगेलै आब कहू भोरूकुबा सँ इजोत भगेलै रहू छनि मिलिकऽ चलि जेती तखने केओ नहर पर आबि रहल छथि हाय रे माय बाप आब की करू गाछ... Maithili · कविता 7 3 433 Share श्रीहर्ष आचार्य 26 Oct 2021 · 1 min read आब भेटल विदाई(कविता) इ जिनगी आब नै दिअ प्रभू भ्रमवश रहै जीबैके ललक कोन अप्पन कोन पराया केहन तो रीत बनेलौं आह हमे आब भेटल विदाई हम चलब हम चलब,आब नहि आयब लऽ... Maithili · कविता 3 335 Share श्रीहर्ष आचार्य 25 Oct 2021 · 1 min read तोहर गाँव कहाँ बा (कविता)भिखारी ठाकुर गाँव गाँव शहर शहर तू घुर रहल बाड़ऽ माटी के माथ पर लेप चानर जइसे तू चूम रहल बाड़ऽ सुन सुन ए बटोही तोहार गाँव कहाँ बा फाटल छिटल दूगो... Bhojpuri · कविता 10 7 1k Share श्रीहर्ष आचार्य 25 Oct 2021 · 1 min read तोर गाम कतह(कविता) गाम गाम शहर शहर घुरि घुरि घुमि क' तों घुरि रहल छह माटि केर माथ पर लेप चानर जकाँ तो चुमी रहल छह हौ सुनह बटोही तोर गाम कतह ?... Maithili · कविता 5 272 Share श्रीहर्ष आचार्य 25 Oct 2021 · 1 min read केना अगंप्रदेश मिथिला पावन धाम कहु(कविता) जइ माटि जनम लेलौं शापित कोना,जन्मभूमि मान कहु आब ओठपर लू नाम कोना,केना अगंप्रदेश मिथिला पावन धाम कहु तऽ केना लिखू इतिहास विख्याता तऽ केना लिखु आब इतिहास विख्याता,केकरा हम... Maithili · कविता 4 421 Share श्रीहर्ष आचार्य 24 Oct 2021 · 1 min read देव ऋषि तपोभूमि (कविता) माटि मिथि मिथिलापुरी भुवन पावन, देव ऋषि तपोभूमि महादेवक वाचन, सदन सदन विराजे भगवती माय ममता, हिअ उछल पुलकित सब बेराबेरी अओता, छवि ओछल कानै ते,कतय इ पुष्प उपवन !... Maithili · कविता 9 9 345 Share श्रीहर्ष आचार्य 22 Oct 2021 · 1 min read रूसल हमर पूर्णिमा केर चाऽन रूसल हमर पूर्णिमा केर चाऽन (कविता) हाय रे, हाय, हाय रे हाय ! रूसल हमर पूर्णिमा के चाऽन ! मरि जाउ देखि बिनु हम तोरा सुनरकी, देखू जखन नै जाउ... Maithili · कविता 10 7 451 Share श्रीहर्ष आचार्य 21 Oct 2021 · 1 min read प्रेम अपने कोना छमकै छी आउ हिअ मे सोलह सिगार मे आउ आउ एक दोसर मे समा जाउ आउ स्वप्न मे नीरस जिनगी मे रंग भरू आमोद करू तन मन आओर... Maithili · कविता 10 6 286 Share श्रीहर्ष आचार्य 20 Oct 2021 · 1 min read प्रेम तुम कैसे इठलाती हो आओ हृदय में सोलह सिंगार में आओ आओ एक दूजे में समां जाओ आओ स्वप्न में नीरस जीवन में रंग भरो हर्षित करो तन मन और... Hindi · कविता 1 294 Share श्रीहर्ष आचार्य 19 Oct 2021 · 1 min read मैथिल बाबू (कविता) प्रत्यय के मुठी बन्न कऽ लिअऽ इजोतकें सोझा आबि किछ कऽ लिअऽ अपन आगू झुका देब एक दिन दुनियाँ के धधकत आँगि पहिने इ भरी लिअऽ प्रत्यय के मुठी बन्न... Maithili · कविता 7 4 509 Share श्रीहर्ष आचार्य 18 Oct 2021 · 1 min read मातृभूमि हम देस बसू वा परदेस बसू, हियसँ कखनो नहि बिसरायब , हे मातृभूमि मिथिला अभिमान हमर ! करू इयाद हमे जखने कहब तखने सुनब, माथ पर गमछा के मुरेठा बान्हकेँ... Maithili · कविता 7 4 656 Share श्रीहर्ष आचार्य 17 Oct 2021 · 1 min read नवभाषा निर्माण करै छै(कविता) मृत्यु तल्प पर नान्ह आयु ओघराबै बोली । भाषा गाछसे बोली टेहु काटि रहल टोली ! ढाह दिअ अहिना गर्व के,ई ग्यानीक होली, दियो मैथिलपुत्र दिनकर अशीष के गोली ।... Maithili · कविता 7 5 575 Share श्रीहर्ष आचार्य 14 Oct 2021 · 1 min read प्रितम प्रितम हे,तौर अंगना कखनहुँ के आयत बैरी सासू दूलरी रहत,जँ के मोरा जानत सात जनमक बैरी रहत,रसमधुर के जानत तोँ बैसी सब दिन गाम पोखर जाकऽ के जानत तोर रंगरससँ... Maithili · कविता 7 6 269 Share श्रीहर्ष आचार्य 11 Oct 2021 · 1 min read जिनगी पथ सन्न बैसू हम केहन जिनगी छै के अप्पन के पराया छै काँट भरल अतह सगरे पथ रोड़ा बनिकेँ ठारह अपनेक देखू केओ नै अप्पन एहि ठाम सब पराया छै पैघ... Maithili · कविता 7 3 480 Share श्रीहर्ष आचार्य 8 Oct 2021 · 1 min read अही आबि मा हमर(कविता) अश्रुधार लोचन देखू,भरीमन् मम आयु हे मा कोन विधि सँ निभृत आबि हम दरिख देखाबी हिय मोरा वेदनसँ भरल कोना हम मुस्काबी काल्हि मगलौं अन धन विद्या अद्य कि मागि... Maithili · कविता 8 10 246 Share श्रीहर्ष आचार्य 4 Oct 2021 · 1 min read तोहर प्रेमक दीप जरैय सगरे दिनु राति(कविता) तोहर प्रेमक दीप जरैय सगरे दिनु राति हम तोहर प्रेम रस सँ भीजल प्रणयी दिपक बिनु होय कोनो जलैत बाति काल्हि कहला अप्पन हिय रानी पथ जिनगी ओझल तोरा बिना... Maithili · कविता 8 7 295 Share श्रीहर्ष आचार्य 2 Oct 2021 · 1 min read अब नहीं तो कब तुम सम्भल पाओगे(कविता) ओ अंगिका बज्जिका सूर्यापूरी मैथिली राजनीति जान जब जाओगे ! तूफान में लडे़ हो या अपनो से लडे़ हो समझ जब जाओगे ! जब मात्रभाषा मिटेगी संस्कृति पहचान मिटेगी !... Hindi · कविता 5 419 Share श्रीहर्ष आचार्य 29 Sep 2021 · 1 min read ताकूऽ कनै मां निहुछ हमे,इजोत के खीची लाउ(कविता) निहुछ अपने भक्क बैसू वीरन मे वेदनसँ जल गोइठा हो जाउ,छन मे गठजोङ करू तऽ अप्पन, नहि केओ कंचा यशी लोक पथ मे रोड़ा,ठारह केओ तऽ कोना बढू जिनगी मे... Maithili · कविता 8 3 352 Share श्रीहर्ष आचार्य 29 Sep 2021 · 1 min read गाम हमरा हमर बड्ड इयाद आबै लगल(कविता) गाम हमरा हमर बड्ड इयाद आबै लगल(कविता) हम रहू चाहे न रहू हिय मे मात्रभूमि सगरे बसै मा बाबू सिनेह माटि गमक कतहू नै भैटय मन होययै छोडि सब बसि... Maithili · कविता 8 4 386 Share Previous Page 2 Next