सुखविंद्र सिंह मनसीरत Tag: ग़ज़ल 301 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Aug 2023 · 1 min read ***होती है नैया पार नहीं*** ***होती है नैया पार नहीं*** ********************** वो कहते हम से प्यार नहीं, हम उनके सच्चे यार नहीं। वो बात दिलों की क्या जाने, प्रेम बिन जगात संसार नहीं। जो चीर... Hindi · ग़ज़ल 2 1 215 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Jun 2022 · 1 min read हवस में फंसी नस्ल **** हवस में फंसी नस्ल है ***** *************************** सहरा ए हवस में फंसी नस्ल है, चाहत की फसल में धंसी अक्ल है। बाजारी चकाचक गुमराही भरी है, फैशन की चौंध... Hindi · ग़ज़ल 1 80 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Jun 2022 · 1 min read रूठों को मनाने आये हैं * रूठों को मनाने आये हैं * ********************* रूठों को मनाने आये हैं, हक़ अपना जताने आये हैं। जो दिल में रही बातें बाक़ी, वो बातें बताने आये हैं। होती... Hindi · ग़ज़ल 1 60 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Jun 2022 · 1 min read हर जन्म तेरा साथ मिले ****हर जन्म तेरा साथ मिले**** ************************** हर जन्म में सदा तेरा साथ मिले, हाथ मेरे सदा तेरा हाथ मिले। है दुआ ये खुदा उन से बात बने, बाद में भी... Hindi · ग़ज़ल 1 93 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Jun 2022 · 1 min read जम जाती है धूल ******* जम जाती है धूल ****** **************************** जब घर आंगन में जम जाती है धूल, समझो घर वालों से होती बड़ी भूल। कोई सज्जन पवनपुत्र बनकर आए, साथ उड़ा ले... Hindi · ग़ज़ल 1 150 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Jun 2022 · 1 min read पलकें बिछाए बैठें हैं **** पलकें बिछाए बैठें हैं **** ************************** हम तो पलकें बिछाए बैठें हैं, कब से सपनें सजाए बैठें हैं। जी भर जो जो सनम करनी बातें, अंबर बातें बनाए बैठें... Hindi · ग़ज़ल 1 1 104 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Jun 2022 · 1 min read दिल की हसरत पूरी होने दो दिल की हसरत पूरी होने दो ********************** दिल की हसरत पूरी होने दो, दर पर हज़रत पूरी होने दो। ईशारों ही इशारों में बातें, प्यारी हरकत पूरी होने दो। घड़ियाँ... Hindi · ग़ज़ल 1 1 101 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Jul 2022 · 1 min read मुसाफिर लौट घर चले **** मुसाफिर लौट घर चले **** **** 2212 2212 212 ***** ************************** हम हैं मुसाफिर लौट कर घर चले, अब छोड़ कर तेरा वतन दर चले। तेरे बिना जीना न... Hindi · ग़ज़ल 1 158 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Aug 2022 · 1 min read हाल ए दिल ****** हाल ए दिल ***** ********************* हाल- ए- दिल तो बेहाल है, जिंदगी भी इक जंजाल है। काटने को रहता है दौड़ता, यह वक्त की तो पड़ताल है। ग़मज़दा बनकर... Hindi · ग़ज़ल 1 1 112 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Aug 2022 · 1 min read तेरे सिवा मिला क्या है *** तेरे सिवा मिला क्या है **** ************************* तेरे सिवा हमे मिला क्या है, जो भी मिला किया गिला क्या है। खाली कभी नही कुआं भरता, लालच भरी नज़र दुआ... Hindi · ग़ज़ल 1 1 103 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Aug 2022 · 1 min read गली तेरी बना मेरा नगर होगा **गली तेरी बना मेरा नगर होगा** ************************** **** 1222 1221 1222 **** ख़ुदा का यार मुझ पर कहर होगा, सनम का घोंसला मेरा शहर होगा। अगर देखूँ कहीं भी गैर... Hindi · ग़ज़ल 1 1 110 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Aug 2022 · 1 min read मज़ा आता सुनाने में **मज़ा आता सुनाने में** *** 1222 - 1222 *** बहुत है गम ज़माने में, लगें हैं हम निशाने में। करो दिल खोलकर बातें, रखा ना कुछ बहाने में। सदा बांटों... Hindi · ग़ज़ल 1 1 130 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Aug 2022 · 1 min read हाल ए दिल बताना होगा ** हाल ए दिल बताना होगा ** ************************* फासला सरहद मिटाना होगा, दो कदम भी तो बढ़ाना होगा। सो रहें चिर काल से वो जो हैं, नींद से उनको भी... Hindi · ग़ज़ल 1 1 97 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Sep 2022 · 1 min read चलता नही कोई ज़ोर है चलता नहीं कोई ज़ोर है ******************* चलता नहीं कोई जोर है, हर शाख पर बैठा चोर है। कोई नहीं सुनता बोलता, यह मच रहा कैसा शोर है। ख़ुश्बू भरी लगती... Hindi · ग़ज़ल 1 115 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Sep 2022 · 1 min read शहर में दम घुटता है **शहर में दम घुटता है** ******************** शहर में अब दम घुटता है, रहे बी.पी.घटता बढ़ता है। दफ़न हैं यादें बचपन की, पच्चपन में गम मिलता है। कभी गुजरे हम कूचों... Hindi · ग़ज़ल 1 90 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Sep 2022 · 1 min read नहीं कोई यहाँ अपना ***नहीं कोई यहाँ अपना*** *********************** नहीं कोई यहाँ अपना है, सज़ा झूठा रखा सपना है। बता तो दो तरीका ऐसा, भला कैसे सुखी रखना है। जिगर में आग की लपटें... Hindi · ग़ज़ल 1 103 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Sep 2022 · 1 min read हरदम मिलती मात है हर दम मिलती मात हैं ****************** पल दो पल की बात है, होने वाली रात है। समझो कीमत वक्त की, खाली दोनों हाथ है। कीमत कब है जानता, ख़तरे में... Hindi · ग़ज़ल 1 81 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Oct 2022 · 1 min read जान की बाजी दिलाई जान की बाजी नहीं ********************* हुई तुम से खता माफ़ी नहीं, मिली है मौत पर फांसी नहीं। बड़ी थी शौहरत जो खाक है, सुनाई जो सजा काफ़ी नहीं। खुदा... Hindi · ग़ज़ल 1 108 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Mar 2023 · 1 min read **इश्क में यूँ ही बदनाम हो गया** **इश्क में यूँ ही बदनाम हो गया** *************************** इश्क में यूँ ही बदनाम हो गया, जगत में फिर भी है नाम हो गया। शीशे सा नाजुक दिल न सह पाए,... Hindi · ग़ज़ल 1 1 122 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 May 2023 · 1 min read **हर पल बदलते ढंग हैं** **हर पल बदलते ढंग हैं** ********************* मौसम के बहुत रंग है, हर पल बदलते ढंग हैं। हर रुत का अपना मज़ा, खुशी और नजारे संग है। बारिशें हो या धूप... Hindi · ग़ज़ल 1 228 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 May 2023 · 1 min read **मार कर अरमान जलती आस है** **मार कर अरमान जलती आस है** ***************************** 2122 2122 212 ***************************** झट भभकती खूब जगती आस है, हाथ में दे हाथ चलती आस है। साल दर सालों न बुझती प्यास... Hindi · ग़ज़ल 1 154 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Jun 2023 · 1 min read **हक़ हम पर क्यों जताते नहीं** **हक़ हम पर क्यों जताते नहीं** ************************** मन मे क्या है कुछ बताते नहीं, हक़ हम पर तुम क्यों जताते नहीं। जो कुछ भी दिल में बता दो हमें, बातें... Hindi · ग़ज़ल 1 1 153 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Aug 2023 · 1 min read *दूर के ढोल होते सुहाने* *दूर के ढोल होते सुहाने* ******************** दूर के ढोल होते हैँ सुहाने, क्या बात जाने ये दीवाने। जिसके दर जा कर बजते, वो ही ढोल की तान् जाने। कैसे भी... Hindi · ग़ज़ल 1 195 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Aug 2023 · 1 min read *शाम ढले यादों का अंबर आता है* *शाम ढले यादों का अंबर आता है* **************************** शाम ढले यादों का अंबर आता है, घोर उदासी में हो मन मर जाता है। याद पुरानी दिल में छायी रहती है,... Hindi · ग़ज़ल 1 305 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Aug 2023 · 1 min read ** हद हो गई तेरे इंकार की ** ** हद हो गई तेरे इंकार की ** ************************* हद हो गई तेरे इंकार की, कीमत नहीं कोई इकरार की। मिलकर अगर होनी थी दूरियाँ, यूं क्या जरूरत थी गोहार... Hindi · ग़ज़ल 1 185 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Jun 2022 · 1 min read अब तक देखा नही ***** अब तक देखी नहीं ***** ************************** आपसी परी अब तक देखी नहीं, हुस्न से लदी अब तक देखी नहीं। फूल सा खिला जोबन तेरा गजब, साज सादगी अब तक... Hindi · ग़ज़ल 215 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Jun 2022 · 1 min read ख़्याल आया है ******* ख्याल आया है ******* *************************** उनको देखा तो ये ख्याल आया है, क्यों ना हमने उनका साथ पाया है। चलती बातें तो होती मुलाकातें, कुदरत की कैसी ये मोह... Hindi · ग़ज़ल 60 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Jun 2022 · 1 min read मुलाकात होगी ********* मुलाकात होगी ********** ******************************** कभी ना कभी उनसे मुलाकात होगी, किसी रोज दिल की दिलरुबा साथ होगी। हुआ बे खबर जब से हुआ असर ज्यादा, खुला आसमां खुल कर... Hindi · ग़ज़ल 145 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Jun 2022 · 1 min read वफ़ा तो कभी करते वफ़ा तो कभी करते **************** वफ़ा तो कभी करते, गिला तो कभी करते। चले छोड़ कर दामन, फ़ना तो कभी करते। हमे यार तड़फाया, जुदा तो कभी करते। बहुत याद... Hindi · ग़ज़ल 113 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Jun 2022 · 1 min read हुआ क्या है **** हुआ क्या है **** ****************** पूछो/ मत हुआ क्या है, अपनो की दुआ क्या है। खेलो और खो दो सब, देखो तो जुआ क्या है। महसूस पीड़ हो ना... Hindi · ग़ज़ल 206 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Jun 2022 · 1 min read पर हम खलनायक नही * पर हम खलनायक नहीं * ********************** गर हम कोई नायक नही, पर हम भी खलनायक नहीं। दुख में बीता जीवन सदा, पल मिलता सुखदायक नहीं। नाते बिगड़े सब के... Hindi · ग़ज़ल 68 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Jun 2022 · 1 min read मैं तुम हम होंगे *** मैं तुम हम होंगें *** ******************* मैं तुम जब भी हम होंगे, बाकी से ना कम होंगें। कैसा होगा वो लम्हा, बातों में तब रम होंगे। वो हंसीं होगी... Hindi · ग़ज़ल 63 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Jun 2022 · 1 min read गली गली में चोर है *गली गली में चोर है* ***************** गली - गली में चोर है, सुना जहां में शोर है। कहीं नहीं नजरें मिली, नज़र हुई कमज़ोर है। डगर बहुत ही दूर है,... Hindi · ग़ज़ल 222 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Jun 2022 · 1 min read आँखों मे शर्म तो है **आँखों मे शर्म तो है** ******************* आँखों मे शर्म तो है, स्वभाव कुछ नर्म तो है। रखते हैं उसी पर आशा, मन का ये वहम तो है। खुश हो झूमते... Hindi · ग़ज़ल 158 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Jun 2022 · 1 min read मीठी मीठी बात हुई **मीठी मीठी बात हुई** ******************* अप्सरा जब साक्षात हुई, मीठी - मीठी बात हुई। प्यासे दो जब नैन मिले, फूलों की बरसात हुई। होठों से जब होंठ मिले, मधुरिम सी... Hindi · ग़ज़ल 62 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Jun 2022 · 1 min read गिरफ्त में हर सांस है *गिरफ्त में हर सांस है* ****************** कितने दिल के पास हैं, आये क्या हम रास हैं। तुम ही मंदिर हो खुदा, चरणों के हम दास हैं। होना ना पथ से... Hindi · ग़ज़ल 66 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Jun 2022 · 1 min read दिल से याद आती है **** दिल से याद आती है **** ************************* बिछड़ों की दिल से याद आती है, कीमत जाने के बाद आती है। छोड़े जब दामन मन अकेला सा, मौके पर ही... Hindi · ग़ज़ल 68 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Jun 2022 · 1 min read अधूरे हैं हम ***** अधूरे हैं हम ****** ********************* बिन तुम्हारे अधूरे हैं हम, मिल जाओ तो पूरे हैं हम। मेरी खुशी का देखो असर, फूले जैसे भटूरे हैं हम। कौन चल पाया... Hindi · ग़ज़ल 89 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Jun 2022 · 1 min read कोई बात नही ****** कोई बात नहीं ****** ************************ हो न गर राजी कोई बात नहीं, हार तुम बाजी कोई बात नहीं। जब मियां बीबी राजी राज यही, क्या करे काजी कोई बात... Hindi · ग़ज़ल 92 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Jun 2022 · 1 min read लौट बिना बारात गई *लौट बिना बारात गई* ******************* बीत हसीं वो रात गई, लौट बिना बारात गईं। हाथ मिरे खाली ही रहे। यार फिसल सौगात गई। आँख खुली बीमार नही, खूब बरस बरसात... Hindi · ग़ज़ल 69 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Jun 2022 · 1 min read होठों के जाम बनूँ ***** होठों के जाम बनूँ ***** ************************** तेरे प्यासे होठों का जाम बनूँ, सूने आंगन का तेरा नाम बनूँ। काली रातों में बदली रोज बने, पगली राधा का मैं घनश्याम... Hindi · ग़ज़ल 106 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Jun 2022 · 1 min read सूनी सुनी राहें ****** सूनी-सूनी राहें ******* ************************* सूनी - सूनी सुंदर राहें हैं, बिछड़ी खुद से खुद की आहें हैं। चलती जाओ पग रख पथ मेरे खोली कब से अपनी बाँहें हैं।... Hindi · ग़ज़ल 214 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Jun 2022 · 1 min read बैठों पलको की छांव मे ***बैठो पलको की छांव में*** ************************ आओ तुम पलको की छांव में, बैठों तुम सपनो की नाव में। छन छन करती आंगन में चलो, पहनों तो तुम झांझर पांव में।... Hindi · ग़ज़ल 83 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Jun 2022 · 1 min read मुस्कान जन्मदिन की बधाई मुस्कान को जन्मदिन की हार्दिक बधाई ****************************** तुम जियो हजारों साल, दुआ सलामत सदका ढाल, जो भी हो सपने तेरे मुस्कान, पूरे करेंगे प्रभु जी हर हाल। माँ बाप को... Hindi · ग़ज़ल 156 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Jun 2022 · 1 min read प्रेम दोहवली ********** प्रेम - दोहावली ********** ********************************* देख तेरी तस्वीर को , रख लेते हैं धीर। टूट दिल कौन जो भला,समझ सके है पीर।। टूटी - फूटी झोंपड़ी , दिल के... Hindi · ग़ज़ल 103 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Jun 2022 · 1 min read पल दो पल सही बात करें **** पल दो पल सही बात करें **** ***************************** पल दो पल ही सही कोई बात करें, दिल की दिल से सखी कोई बात करें। मुद्दत होने लगी फिर से... Hindi · ग़ज़ल 110 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Jun 2022 · 1 min read जिंदा हुन यारो जी लेने दो **जिंदा हूँ यारो जी लेने दो** ********************** जिंदा हूँ यारों जी लेने दो, जी भर के दारू पी लेने दो। दम घुटता घुटता घुट जाता है, मरना है जालिम पी... Hindi · ग़ज़ल 71 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Jun 2022 · 1 min read दिल की हसरत है मेरी ******* दिल की हसरत है मेरी ******** ********************************** दिल की हसरत है मेरी तेरा तन मन मैं पाऊं तुम्हीं हो जाओ मेरी और मैं तेरा हो जाऊं। शायराना तान छिड़ी... Hindi · ग़ज़ल 138 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Jun 2022 · 1 min read तुम्हारे बिना हैं अधूरे **तुम्हारे बिना हैं अधूरे** ******************** हम तुम्हारे बिना हैं अधूरे, कौन जाने कब होंगे पूरे। दिल्लगी जब से है लगाई, नींद आंखों में नहीं आई, इतने भी नहीं हैं हम... Hindi · ग़ज़ल 83 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Jul 2022 · 1 min read प्रेम का भंवर उड़ता जाए **प्रेम का भंवर उड़ता फए** *********************** प्रेम का भंवर उड़ता जाए, प्यार का पंछी पकड़ा जाए। काम रुत बदहाली फैलाए, फाँक में प्रेमी मिटता जाए। खेल इश्किया बेकाबू होता, रंग... Hindi · ग़ज़ल 83 Share Page 1 Next