Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jun 2022 · 1 min read

बैठों पलको की छांव मे

***बैठो पलको की छांव में***
************************

आओ तुम पलको की छांव में,
बैठों तुम सपनो की नाव में।

छन छन करती आंगन में चलो,
पहनों तो तुम झांझर पांव में।

छूट पांएगे गिरफ्त से नही,
हम फंसे हैं तेरे दांव में।

बहती रहती धारा प् यार की,
बुझ जाएंगे दिल ठहराव में।

मनसीरत मन भारीपन भरा,
निकले कब हैं प्यारे भाव मे।
***********************
सुखविन्द्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
84 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जब कोई रिश्ता निभाती हूँ तो
जब कोई रिश्ता निभाती हूँ तो
Dr Manju Saini
अन्न का मान
अन्न का मान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
धार तुम देते रहो
धार तुम देते रहो
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
कल और आज जीनें की आस
कल और आज जीनें की आस
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
#परिहास
#परिहास
*Author प्रणय प्रभात*
सुबह को सुबह
सुबह को सुबह
rajeev ranjan
अनुभूति
अनुभूति
Pratibha Pandey
कविता -दो जून
कविता -दो जून
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
दोहावली ओम की
दोहावली ओम की
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
* थके पथिक को *
* थके पथिक को *
surenderpal vaidya
मुझसे  नज़रें  मिलाओगे  क्या ।
मुझसे नज़रें मिलाओगे क्या ।
Shah Alam Hindustani
सैनिक
सैनिक
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
होली
होली
Neelam Sharma
प्रशांत सोलंकी
प्रशांत सोलंकी
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
आप चाहे किसी भी धर्म को मानते हों, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता
आप चाहे किसी भी धर्म को मानते हों, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता
Jogendar singh
कोशिश करना आगे बढ़ना
कोशिश करना आगे बढ़ना
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आगे बढ़ने दे नहीं,
आगे बढ़ने दे नहीं,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
तेरी आवाज़ क्यूं नम हो गई
तेरी आवाज़ क्यूं नम हो गई
Surinder blackpen
*ये दुनिया है यहाँ सुख-दुख, बराबर आ रहे-जाते 【मुक्तक 】*
*ये दुनिया है यहाँ सुख-दुख, बराबर आ रहे-जाते 【मुक्तक 】*
Ravi Prakash
अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद
अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
3386⚘ *पूर्णिका* ⚘
3386⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
#डॉ अरुण कुमार शास्त्री
#डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तस्वीर!
तस्वीर!
कविता झा ‘गीत’
तुझको को खो कर मैंने खुद को पा लिया है।
तुझको को खो कर मैंने खुद को पा लिया है।
Vishvendra arya
बहुत दोस्त मेरे बन गये हैं
बहुत दोस्त मेरे बन गये हैं
DrLakshman Jha Parimal
मैं तेरे गले का हार बनना चाहता हूं
मैं तेरे गले का हार बनना चाहता हूं
Keshav kishor Kumar
गुलाब दिवस ( रोज डे )🌹
गुलाब दिवस ( रोज डे )🌹
Surya Barman
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
तू जब भी साथ होती है तो मेरा ध्यान लगता है
तू जब भी साथ होती है तो मेरा ध्यान लगता है
Johnny Ahmed 'क़ैस'
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Dheerja Sharma
Loading...