Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jun 2022 · 1 min read

गिरफ्त में हर सांस है

गिरफ्त में हर सांस है
******************

कितने दिल के पास हैं,
आये क्या हम रास हैं।

तुम ही मंदिर हो खुदा,
चरणों के हम दास हैं।

होना ना पथ से जुदा,
रह जाएगा काश है।

चारो रंगी जिंदगी,
जीवन लीला ताश है।

हर कोई लिखने लगा,
समझे जो सूरदास है।

बदला बदला प्यार है
भूखे तन की प्यास है।

मनसीरत बंदी बना,
गिरफ्त में हर सांस है।
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
70 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
गाँव की याद
गाँव की याद
Rajdeep Singh Inda
शराब
शराब
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
आसा.....नहीं जीना गमों के साथ अकेले में.
आसा.....नहीं जीना गमों के साथ अकेले में.
कवि दीपक बवेजा
दूसरों के अधिकारों
दूसरों के अधिकारों
Dr.Rashmi Mishra
■ दोनों चिर-विरोधी।।
■ दोनों चिर-विरोधी।।
*प्रणय प्रभात*
ज़िन्दगी में सभी के कई राज़ हैं ।
ज़िन्दगी में सभी के कई राज़ हैं ।
Arvind trivedi
3343.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3343.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
राजनीति
राजनीति
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मसरूफियत बढ़ गई है
मसरूफियत बढ़ गई है
Harminder Kaur
त्याग
त्याग
Punam Pande
* इस धरा को *
* इस धरा को *
surenderpal vaidya
गौतम बुद्ध के विचार
गौतम बुद्ध के विचार
Seema Garg
कैसा अजीब है
कैसा अजीब है
हिमांशु Kulshrestha
वस हम पर
वस हम पर
Dr fauzia Naseem shad
प्रतीक्षा
प्रतीक्षा
Shyam Sundar Subramanian
मुस्की दे प्रेमानुकरण कर लेता हूॅं।
मुस्की दे प्रेमानुकरण कर लेता हूॅं।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
🦋 *आज की प्रेरणा🦋
🦋 *आज की प्रेरणा🦋
Tarun Singh Pawar
ये कैसा घर है. . .
ये कैसा घर है. . .
sushil sarna
" बिछड़े हुए प्यार की कहानी"
Pushpraj Anant
वसंत पंचमी की शुभकामनाएं ।
वसंत पंचमी की शुभकामनाएं ।
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
*व्याख्यान : मोदी जी के 20 वर्ष*
*व्याख्यान : मोदी जी के 20 वर्ष*
Ravi Prakash
चंद्र ग्रहण के बाद ही, बदलेगी तस्वीर
चंद्र ग्रहण के बाद ही, बदलेगी तस्वीर
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
पशुओं के दूध का मनुष्य द्वारा उपयोग अत्याचार है
पशुओं के दूध का मनुष्य द्वारा उपयोग अत्याचार है
Dr MusafiR BaithA
|| हवा चाल टेढ़ी चल रही है ||
|| हवा चाल टेढ़ी चल रही है ||
Dr Pranav Gautam
मेरी कविताएं पढ़ लेना
मेरी कविताएं पढ़ लेना
Satish Srijan
“ फौजी और उसका किट ” ( संस्मरण-फौजी दर्शन )
“ फौजी और उसका किट ” ( संस्मरण-फौजी दर्शन )
DrLakshman Jha Parimal
इंसान
इंसान
Bodhisatva kastooriya
"" *आओ गीता पढ़ें* ""
सुनीलानंद महंत
"दान"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...