सुखविंद्र सिंह मनसीरत Tag: ग़ज़ल 301 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Jul 2022 · 1 min read नसीब हो जाओ *नसीब हो मेरा तुम नसीब बन जसो* ***************************** नसीब हो मेरा तुम नसीब हो जाओ, किसी बहाने से कुछ करीब हो जाओ। पड़े रहो हरदम हमदम तुम सांसों में, बहुत... Hindi · ग़ज़ल 82 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Jul 2022 · 1 min read राजनीति घिनोना खेल * राजनीति घिनोना खेल * ********************* राजनीति घिनोना खेल है, होती रहती धक्कम पेल है। बेटा बाप पर भारी है सदा, चले उतना जितना तेल है। बदलता रहता माहौल सदा,... Hindi · ग़ज़ल 83 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Jul 2022 · 1 min read बन्दर-बाँट **** बन्दर-बाँट ***** ****************** शुरू हुई बन्दर - बाँट है, हर तरफ सांठ-गांठ है। जो जितना चतुर चालक, उसके उतने ठाठ-बाट है। देश के विकास का नारा, पंगत ज्यादा फ़टे... Hindi · ग़ज़ल · बन्दर-बाँट 127 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Jul 2022 · 1 min read बिटिया रानी बिटिया रानी मनसीरत को अवतरण दिवस की हार्दिक बधाई ***** बिटिया रानी ***** ********************* बिटिया रानी प्यारी-प्यारी, लाड़-लड़ाती ह्रदय दुलारी। बाल न बांका हो आभारी, खेले जीवन लंबी पारी, सुंदरता... Hindi · ग़ज़ल 193 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Jul 2022 · 1 min read हम वफ़ा डेंगे ****** हम वफ़ा डेंगे ****** *********************** दे दो हमे दगा हम वफ़ा देंगे, कर दो हमे नशा हम दवा देंगे। परवाह क्यों करूँ मैं जमाने की कह दो हमे बुरा... Hindi · ग़ज़ल 76 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Jul 2022 · 1 min read हर शख्स दीवाना है ****** हर शख़्श दीवाना है ******* ****************************** चाँद सा रोशन चेहरा मस्ताना है, देख कर जिसको हर शख्स दीवाना है। प्यार है जलिम रोग तन-मन में लगता, खुद भरी महफ़िल... Hindi · ग़ज़ल 249 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Jul 2022 · 1 min read नही कोई शिकायत आपसे ******* नहीं कोई शिकायत आपसे ******** ************************************* 2 2 1 2 2 2 1 2 2 2 1 2 2 2 1 2 तुम बेवफा बेशक नहीं कोई शिकायत आपसे,... Hindi · ग़ज़ल 201 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Jul 2022 · 1 min read चली आओ सनम ****चली आओ सनम**** ********************** चली आओ सनम बाँहों में, समा जाओ लिपट सांसों में। हमीं हैं आपके सुन लो तुम, खड़े कब से अथक राहों में। कली से फूल खिलते... Hindi · ग़ज़ल 148 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Jul 2022 · 1 min read खिलता गुलाब हो तुम ******** खिलता गुलाब हो तुम ******* ********************************* सीधे सवाल का उल्टा सा जवाब हो तुम, सीधी समझ न आए उलझी किताब हो तुम। खिलती कली जहाँ कोई भंवरा टपकता, फूलों... Hindi · ग़ज़ल 152 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Jul 2022 · 1 min read oसंसार चाहिए ******हसीं घर बार संसार चाहिए****** ********************************* तेरे सिवा नहीं कोई हमें उपहार चाहिए, हीरों जड़ा सदा आपाद प्यारा हार चाहिए। जिंदा रहे वही स्वप्न सदा ही देखता रहा, मजबूत प्यार... Hindi · ग़ज़ल 158 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Jul 2022 · 1 min read चलकर खुद चंद आया है ***चलकर खुद चाँद आया है*** ************************** दर पर चल खुद ही चाँद आया है, तब से दिल पर उन्माद छाया है। देखो तो पल-भर तुम उठा नजरें, झोला भर कर... Hindi · ग़ज़ल 155 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Jul 2022 · 1 min read हो सके तो प्यार करो *हो सके तो प्यार करो* ******************* हो सके तो प्यार करो, ना कभी तकरार करो। जान नजरों से दूर हुई, बेवफाई मत यार करो। मन पटल बेचैन मगर, प्रेम तुम... Hindi · ग़ज़ल 90 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Jul 2022 · 1 min read दिल को बहलाना आ गया दिल को बहलाना आ गया ********************** दिल को बहलाना आ गया, गम में मुलकाना आ गया। खुल कर हम बेशक हंसते, हद में शरमाना आ गया। काले बादल छाये मगर,... Hindi · ग़ज़ल 140 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 Jul 2022 · 1 min read आओ कुछ बात करें ***आओ कुछ बात करें*** ********************** आओ सखी कुछ बात करें, बातें हमीं दिन- रात करें। क्या-क्या हुआ है संग बता, खुलकर कहो शुरुआत करें। कैसे कटे पल हाल सुना, सांझे... Hindi · ग़ज़ल 123 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Jul 2022 · 1 min read कैसे मनाऊँ *** रूठकर बैठी सजनी मनाऊँ कैसे *** ********************************* रूठ कर है दर बैठी सजनी कैसे मनाऊँ, मुंह फूला कर बैठी सजनी कैसे मनाऊँ। जान कर अंजानी परियों सी हूर प्यारी,... Hindi · ग़ज़ल 140 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Jul 2022 · 1 min read क़ातिल है शोभन परी *** क़ातिल है शोभन परी *** ************************ भरी महफ़िल में बदनाम हुआ, चलो यारों फिर भी नाम हुआ। बहुत क़ातिल हैं शोभन परी, नज़र तीखी से वो काम हुआ। अदा... Hindi · ग़ज़ल 165 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Jul 2022 · 1 min read चंदा सी सूरत में को लुभाती **चंदा सी सूरत मन को लुभाती** ************************** चंदा सी सूरत मन को लुभाती है, आँखों ही आँखों से बुलाती है। नभ में छायी घन घोर अंधेरी, काली रातों में वो... Hindi · ग़ज़ल 168 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Jul 2022 · 1 min read मुश्किल है बताना ******** मुश्किल है बताना ********* ******************************** यौवन का बोझ भारी मुश्किल है बताना, लगती हर चीज़ प्यारी मुश्किल है बताना। बागों में रौनकें गुल से खिलता गुलिस्तां, खिलतें है फूल... Hindi · ग़ज़ल 69 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Jul 2022 · 1 min read नीर सा निखरता बदन है ***** नीर सा निखरता बदन है ***** ****************************** नीली - नीली झील में चमकता बदन है। नीले - नीले नीर सा निखरता बदन है। खोया - खोया सा मिले बहुत... Hindi · ग़ज़ल 177 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Jul 2022 · 1 min read चाँद सी परी छोरी ***** चाँद सी परी छोरी ****** ************************** रंग - रूप की गौरी तेरे क्या कहने, चाँद सी परी छोरी तेरे क्या कहने। लूटती हमीं को मादक प्यारी आँखें, आप सी... Hindi · ग़ज़ल 210 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Jul 2022 · 1 min read निहारे दिल ***** निहारे दिल ***** **** 1222-1222 **** ******************** सुनो सजना पुकारे दिल, मिलो आकर बुलाये दिल। बहुत ही खूबसूरत हो, लगा कर मन निहारे दिल। कसम से क्या बताये हम,... Hindi · ग़ज़ल 74 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Jul 2022 · 1 min read आप आये हो साथ निभाने को आप आये हो साथ निभाने को ************************* आप आये हो साथ निभाने को, गीत - नग़मे आलाप सुनाने को। आरजू रहती है शेष जिगर अंदर, मौत से अपना हाथ मिलाने... Hindi · ग़ज़ल 122 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Jul 2022 · 1 min read प्यारी हरकत **** प्यारी - हरकत ***** ********************* महफ़िल में शिरक़त की है। पूरी हर हरसत की है। खुद की कुरबानी दे कर, तन-मन-धन दौलत की है। प्रेमी बन कर जीवन -... Hindi · ग़ज़ल 320 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Jul 2022 · 1 min read जीना नहीं आता ***जीना नहीं आता*** ******************* ****1222 1222**** ******************* उसे जीना नहीं आता, मुझे मरना नहीं आता। गलत जो काम हो जाए, सही करना नहीं आता। सदा खाये यहाँ धोखे, शकल पढ़ना... Hindi · ग़ज़ल 213 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Jul 2022 · 1 min read आदत ****** आदत ****** *** 1222 1222 *** हमें तेरी हुई आदत, सुधरती भी नहीं आदत। सहा हमने तुझे हर दम, बिगड़ती ही गई आदत। दुखाती दिल बहुत मेरा, बुरी लगती... Hindi · ग़ज़ल 151 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Jul 2022 · 1 min read हँसना नही आता ****** हँसना नही आता ******* *****1222 1222 1222 ***** कहूँ क्या आपसे कहना नही आता, मिले जो गम हमे सहना नही आता। किनारों साथ हम दोनों खड़े अक्सर, नदी की... Hindi · ग़ज़ल 78 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Jul 2022 · 1 min read चाँद सा मुखड़ा हसीं देखा नही चाँद सा मुखड़ा हसीं देखा नहीं ************************ ****2122 2122 212**** ************************ चाँद सा मुखड़ा हसीं देखा नहीं, आज से पहले मिला मौका नहीं। रात - दिन सपने तिरे आते रहे,... Hindi · ग़ज़ल 116 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Jul 2022 · 1 min read दो पल मिलो सजना ******* दो पल मिलो सजना ******** ******* 1222 1222 1222 ******* कभी आ कर हमें दो पल मिलो सजना। कहीं दो दिल खिलें दो पल मिलो सजना। नहीं मुमकिन अकेले... Hindi · ग़ज़ल 69 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Jul 2022 · 1 min read नैन नशीलों से मय पिला दो तुम * नैन नशीलों से मय पिला दो तुम * **************************** नैन-नशीलों से ही मय पिला दो तुम, सैर - सपाटा रूहों का करा दो तुम। चार दिनों का जीवन है... Hindi · ग़ज़ल 185 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Jul 2022 · 1 min read दिल का प्यारा आ गया * दिल का प्यारा आ गया * ********************* दिल का प्यारा है आ गया, मनमोहक मुखड़ा भा गया। सुंदर सूरत सिर पर चढ़ी, आँखों का तारा छा गया। गजलें-नगमें सब... Hindi · ग़ज़ल 92 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Jul 2022 · 1 min read तिनके को डूबते का सहारा है। ** डूबते को तिनके का सहारा है ** **************************** डूबते को तिनके का सहारा है, आखिरी पल पर मिलता किनारा है। भागता वो आता आ रहा अब भी, जो सदा... Hindi · ग़ज़ल 161 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 31 Jul 2022 · 1 min read तीज का त्योहार है *2122 2122 212* ***** तीज का त्योहार है ***** ************************* आज आया तीज का त्यौहार है। खेत फसलों से भरे गल्हार हैं। औरतें सारी झुलाती चाव से, झूलती झूले लगा... Hindi · ग़ज़ल 177 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 31 Jul 2022 · 1 min read हमको कहीं भाता नहीं **** हमको कहीं भाता नही **** *************************** आप बिन हमको कहीं भाता नहीं, डोलता मन सांस खुल आता नहीं। छोड़ कर नग़मे तराने प्रार्थना, गीत - गजलें भी कभी गाता... Hindi · ग़ज़ल 198 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Aug 2022 · 1 min read रक्षाबंधन ******* रक्षाबंधन ******* ********************** रेशम के धागे में प्यार है, भाई - बहनों का सरदार है। सूनी बाँहें राहें देखती, राखी का आया त्योहार है। भ्राता बहना का सम्मान करे,... Hindi · ग़ज़ल 177 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Aug 2022 · 1 min read प्रभु जी बसते सांस में *** प्रभु जी बसते सांस में **** ************************* प्रभु जी आओ तो कभी वास में, प्रभु जी हम बैठें इसी आस में। प्यासी अखियाँ हैं डगर देखती, प्रभु जी तुम... Hindi · ग़ज़ल 158 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Aug 2022 · 1 min read प्यार में बहुत कुछ खोया है प्यार में बहुत कुछ खोया है ********************** प्यार में बहुत कुछ खोया है, दिल बहुत दिनों तक रोया है। बोझ जिंदगी का यारों सारा, भार बाजुओं पर ही ढोया है।... Hindi · ग़ज़ल 200 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Aug 2022 · 1 min read मिसरी सी मीठी प्यारी बातें **मिसरी सी मीठी प्यारी बातें** ************************* मिसरी सी मीठी हैं प्यारी बातें, खुद ही खुद से तो हैं हारी बातें। यादों की बस्ती में बसती सांसें, सारे जग से तेरी... Hindi · ग़ज़ल 148 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Aug 2022 · 1 min read जरा आँखे चुरा मत ****** जरा आंखें चुरा मत ****** **************************** सुनो बात मन की सदा वो बता मत, कदम जो बढ़े सामने तो हटा मत। निशानी मिले जो कभी प्यार की जो, नज़र... Hindi · ग़ज़ल 85 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Aug 2022 · 1 min read प्रीत का असर ***** प्रीत का असर ****** *********************** तेरी प्रीत का मुझ पर असर है, लगता ये जहर भी बेअसर है। घुट-घुट कर गुजरता है पहर, बाकी भी बची कोई कसर है।... Hindi · ग़ज़ल 193 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Aug 2022 · 1 min read मुख भा रहा मुख भा रहा ********** कुछ आ रहा, कुछ जा रहा। जादू हुआ, मन छा रहा। सुन्दर लगा, मुख भा रहा। देखा तुझे, घबरा रहा। कैसे कहूँ, शरमा रहा, कुछ तो... Hindi · ग़ज़ल 133 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Aug 2022 · 1 min read अवतरण दिवस ************ अवतरण दिवस *********** ************************************ इस बार फिर से अवतरण दिवस आया है, फिर से वही बातें नया कुछ नहीं लाया है। कोई न समझे पीर - धीर मन की... Hindi · ग़ज़ल 137 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Aug 2022 · 1 min read दोनों हाथ लूटता माल है * दोनों हाथ लूटता माल है * *********************** मेरे देश का बुरा हाल है, दोनों हाथ लूटता माल है। बदली राजनीति के मायने, अब सेवा रही नहीं जाल है। सरकारी... Hindi · ग़ज़ल 64 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Aug 2022 · 1 min read ख्वाब पयरे हमें आने लगे * ख्वाब प्यारे हमें आने लगे * *********************** ख्वाब प्यारे हमें आने लगे, चाँद - तारे सभी गाने लगे। क्या ख़ता है हुई हमको बता, पास से ही गुजर जाने... Hindi · ग़ज़ल 93 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Aug 2022 · 1 min read डूबते को सहारा ****** डूबते को सहारा ****** **** 2122 2122 212 ***** ************************** डूबते को बस किनारा चाहिए। बे - सहारों को सहारा चाहिए। लात-घुसें भी मिलें चाहें ठोकरें, माँ-पिता को सुत... Hindi · ग़ज़ल 67 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Aug 2022 · 1 min read समय गम की दवाई समय गम की दवाई है ****************** समय गम की दवाई है, खुदा ने ही बनाई है। बुझे मन से खिलाता है, बहुत कड़वी मिठाई है। परख लो जो बताया है,... Hindi · ग़ज़ल 74 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Aug 2022 · 1 min read सुंदर मुखड़ा ताज है *सुंदर मुखड़ा ताज है* ****************** तू ही मन का राज है, सुंदर मुखड़ा ताज है। कैसे हासिल के सकूं, नभ में उड़ता बाज है। लटके-झटके देख कर, गिरती तन पर... Hindi · ग़ज़ल 87 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Aug 2022 · 1 min read चंद आँसू बचा कर रख चंद आँसू बचा कर रख ********************** चंद आँसू बचा कर रख, राज सीने छिपा कर रख। देख कर हाल साजन का, हीर सा मुख सजा कर रख। राख हो तन-बदन... Hindi · ग़ज़ल 84 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Aug 2022 · 1 min read घड़ी दो घड़ी ******** घड़ी दो घड़ी ********* **************************** आ बैठ मेरे पास घड़ी दो घड़ी, मन की बुझाओ प्यास घड़ी दो घड़ी। मैं ढूंढता हूँ प्यार गली दर गली, आ मिल करें... Hindi · ग़ज़ल 73 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Aug 2022 · 1 min read दीवानों के पीर ****** दीवानों के पीर ****** ************************* दीवानों के जैसे तुम पीर हो गए, राँझे की खोई जैसे हीर हो गए। नजरों में रहते - रहते दूर हो गए, कैदी के... Hindi · ग़ज़ल 88 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Aug 2022 · 1 min read ईमान भी बिकता है **ईमान भी बिकता है** ******************* इंसान भी बिकता है, ईमान भी बिकता है। मंदिर-मस्ज़िद-गिरजा में, भगवान भी बिकता है। कलयुग ज़माने में अब, धनवान भी बिकता है। कमज़ोर को तो... Hindi · ग़ज़ल 83 Share Previous Page 2 Next