सत्य कुमार प्रेमी 777 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next सत्य कुमार प्रेमी 26 Jan 2022 · 1 min read वो थी बच्चों की माँ सबसे लड़़ती रही। गज़ल 212......212......212.....212 वो थी बच्चों की माँ सबसे लड़़ती रही। आँख में आँसू भर मुस्कुराती रही। कोई आये मुसीबत तो उससे लड़ें, सारी बेटी पे खुशियां लुटाती रही। नीति है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 418 Share सत्य कुमार प्रेमी 4 Dec 2021 · 1 min read बरसते पुष्प आशीषों के सबसे प्यारे जोड़े पर। वैवाहिक वर्ष गाँठ पर बधाई मुक्तक 1222.....1222......1222.....1222 बरसते पुष्प आशीषों के सबसे प्यारे जोड़े पर। हे प्रभु तुम सब लुटा देना गगन के तारे जोड़े पर। बढ़े दिन रात दूना... Hindi · मुक्तक 376 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Jun 2021 · 1 min read वो दिलनशीं कहाँ है! मैं ढूढता हूँ जिसको, वो दिल नशीं कहाँ है! है ख्वाब में जो आती, वो दिल्लगी कहाँ है! मेरा चमन खिलेगा, जब मुस्कुराएगी तू, मैं बेकरार आजा, ऐ दिलकशी कहाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 393 Share सत्य कुमार प्रेमी 25 Oct 2021 · 1 min read न होता मेरा वास्ता मयकदों से। गज़ल 122.....122....122.....122 न होता मेरा वास्ता मयकदों से। प्रिये पी जो लेते तुम्हारे लबों से। जो साकी न होती तो मैं जी न पाता, निकल मैं न पाता कभी भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 371 Share सत्य कुमार प्रेमी 11 Apr 2022 · 1 min read मन्नत हमारी धर्म औ'र ईमान भी रहे। मुक्तक मन्नत हमारी धर्म औ'र ईमान भी रहे। नवरात्रि हो तो साथ में रमजान भी रहे। खुशियों में साथ साथ रहें राम औ रहीम, हाथों में सबके गीता हो कुरान... Hindi · मुक्तक 513 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 Mar 2022 · 1 min read झोपड़ी हो दीन की या फिर हवेली हो। गज़ल 2122.......2122........2122.......2 झोपड़ी हो दीन की या फिर हवेली हो। सब गले दिल से मिलें कुछ ऐसी होली हो। मुफलिसी बेरोजगारी हार खुद जाए, मुस्कुराहट से भरी खुशियों की झोली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 397 Share सत्य कुमार प्रेमी 15 Jun 2022 · 1 min read हो दर्दे दिल तो हाले दिल सुनाया भी नहीं जाता। ग़ज़ल 1222......1222......1222.......1222 हो दर्दे दिल तो हाले दिल सुनाया भी नहीं जाता। जो दिल का जख्म अंदर हो दिखाया भी नहीं जाता। जो जीवन में किसी के कष्ट हरने के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 366 Share सत्य कुमार प्रेमी 22 May 2021 · 1 min read दुनियाँ लगा के दांव पे, उनकी खुशी चले! दुनियाँ लगा के दांव पे, उनकी खुशी चले! जो चाल वो चल सो, निहायत बुरी चले! वो भूल ये गये थे, कि वो भी जहाँ में हैं, घर में लगा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 361 Share सत्य कुमार प्रेमी 11 Jan 2022 · 1 min read बिक चुके जमीर और मुँह सिले हुए। गज़ल 212......1212......1212......12 बिक चुके जमीर और मुँह सिले हुए। आदमी न काम के ये हैं मरे हुए। कर रहें हैं काम जो गलत निगाह में, दिल ही दिल मे लोग... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 3 345 Share सत्य कुमार प्रेमी 22 Jul 2021 · 1 min read आप आये जिंदगी में सब मिला मुझको। गजल काफ़िया- आ स्वर रदीफ़- मुझको फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फा 2122......2122......2122.....2 आपसे दुनियाँ से रब से क्या गिला मुझको। आप आये जिंदगी में सब मिला मुझको। प्यार बाँटो प्यार पाओ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 369 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Jul 2021 · 1 min read मेरे दर्दे दिल की दवा कीजिए। गज़ल काफ़िया- आ रद़ीफ- कीजिए 122.....122.....122......12 खुदाया मेरे कुछ रज़ा कीजिए। मेरे दर्दे दिल की दवा कीजिए। नहीं दर्द है अब ये नासूर है, दवा की जगह अब दुआ कीजिए।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 355 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 May 2021 · 1 min read युद्ध नीति युद्ध नीति अब बदल गई, छुप कर वार करो यारो! ना करो सामना दुश्मन का, क्यों खुद बेमौत मरो यारो! ये जीवन है अनमोल सखे, इसको तो अभी बचाना है!... Hindi · कविता 356 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Mar 2022 · 1 min read जो ईश्वर को बनाते हैं वो ईश्वर हो नहीं जाते। गज़ल 1222......1222.......1222......1222 जो ईश्वर को बनाते हैं वो ईश्वर हो नहीं जाते। जो भोले नाम रखते हैं वो शंकर हो नहीं जाते। छलकते खूब हैं जो लोग होते अध भरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 401 Share सत्य कुमार प्रेमी 8 Aug 2021 · 1 min read कर्म औ'र भाग्य से बन सिकंदर कभी। कर्म औ'र भाग्य से बन सिकंदर कभी। कुछ किए बिन न जगता मुकद्दर कभी। हौसलों से सभी काम .....मुमकिन हुए, गर है हिम्मत ...तो लांघो समंदर कभी। ......✍️ प्रेमी Hindi · मुक्तक 1 338 Share सत्य कुमार प्रेमी 2 Aug 2021 · 1 min read खता मुझसे हुई तो फिर, सजा देते तो अच्छा था। गज़ल काफ़िया- आ स्वर रद़ीफ- देते तो अच्छा था मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन 1222.......1222.......1222........1222 तुम्हें मुझसे मुहब्बत है, बता देते तो अच्छा था। खता मुझसे हुई तो फिर, सजा देते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 340 Share सत्य कुमार प्रेमी 15 Jun 2022 · 1 min read दिल की सुनाएं आप जऱा लौट आइए। गज़ल काफ़िया- 2212.....1211.....2212....12 दिल की सुनाएं आप जऱा लौट आइए। किसको पुकारें आप ज़रा लौट आइए। पतझड़ सी जिंदगी है, तुम्हीं हो मेरे बसंत, फल फूल जाएं आप ज़रा लौट... Hindi 2 366 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Dec 2021 · 1 min read नहीं प्यार करना जमाना है मुश्किल। गज़ल 122......122.......122.....122 नहीं प्यार करना जमाना है मुश्किल। तुम्हारे लिए ये निभाना है मुश्किल। करो खर्च उतना ही जितनी कमाई, कि खर्चों से ज्यादा कमाना है मुश्किल। करो लक्ष्य संधान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 394 Share सत्य कुमार प्रेमी 1 Aug 2021 · 1 min read बचपन और बरखा रानी बचपन और बरखा रानी ****************** शीतल मदिर समीर सुहानी। टप टप बरसें बरखा रानी। दिल के बंद कपाट तो खोलो, फिर देखो मौसम की रवानी। ....।।। आई फिर से बरखा... Hindi · कविता 2 334 Share सत्य कुमार प्रेमी 8 Aug 2021 · 1 min read जरूरत क्या मुझे उनको ये दर्देदिल दिखाने की। नहीं कोई यकीं करता, ये आदत है जमाने की। जरूरत क्या मुझे उनको, येदर्दे दिल दिखाने की। ये मेरा दर्द है आखिर, इसे मुझको ही सहना है। मुझे मालुम, नहीं... Hindi · मुक्तक 2 365 Share सत्य कुमार प्रेमी 19 Jan 2022 · 1 min read आप जब भी करीब होते हैं। गज़ल 2122....1212....22 आप जब भी करीब होते हैं। हमको सब खुश नसीब कहते हैं। ख्वाब में आप आ भी जाएं तो, ऐसा लगता है आप मिलते हैं। ज़ख़्म अपने छुपा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 325 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 Mar 2021 · 1 min read गज़ल गज़ल समझेंगे् दर्द क्या वो जिसने सहे नहीं हैं! जाने वो् क्या गरीबी मुफलिस रहे नहीं हैं! बरसात में टपकता पानी है् जब छतों से, घर में रहें य बाहर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 337 Share सत्य कुमार प्रेमी 1 Sep 2021 · 1 min read कली दिल की तुम्हारे खिल रही है। गज़ल 1222.........1222.........122 कली दिल की तुम्हारे खिल रही है। खुशी जो चाहिये थी मिल गई है। खुदा करता रहे ऐसा करम बस, यही तो इल्तिज़ा हरदम रही है। तुम्हारे प्यार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 326 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Dec 2021 · 1 min read मुख से निकली पहली भाषा हिन्दी है। मुक्तक मुख से निकली पहली भाषा हिन्दी है। जन जन के मन की अभिलाषा हिन्दी है। भारत माँ के मस्तक पर जो शोभित है, हिन्दी भाषा की ही प्यारी बिन्दी... Hindi · मुक्तक 1 357 Share सत्य कुमार प्रेमी 27 Mar 2022 · 1 min read खिले कली न अगर भौंरा गुनगुनाता क्या। गज़ल 1212.....1122.....1212.....22/112 खिले कली न अगर भौंरा गुनगुनाता क्या। बिना बसंत शजर कोई लहलहाता क्या। अगर खुदा न हो कोई नहीं है मुफलिस का, खराब वक्त में कोई गले लगाता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 359 Share सत्य कुमार प्रेमी 23 Sep 2021 · 1 min read गाँठ बांध लो बात ये देना नहीं उधार। गाँठ बांध लो बात ये, देना नहीं उधार। जो भी देना चाहते, समझ के दो उपहार। समझ के दो उपहार, मांगना नहीं पड़ेगा। मिल जाए गर डबल, धमाका बन फूटेगा।... Hindi · कुण्डलिया 2 378 Share सत्य कुमार प्रेमी 29 Oct 2021 · 1 min read कभी हल भी चला कर देख लेना गज़़ल 1222.........1222.........122 किसानों को सता कर देख लेना। कभी हल भी चला कर देख लेना। नज़र आ जायेंगे दिन में ही तारे, तपिश ठंडी मे रह कर देख लेना। उगाते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 351 Share सत्य कुमार प्रेमी 3 Jan 2022 · 1 min read नया साल इतनी खुशी ले के आए। गजल 122......122......122.....122 जमीं चाँद सूरज गगन जगमगाए। नया साल इतनी खुशी ले के आए। विविध खुशबुएं भी हों फैली फ़िजा मे, खिलें फूल- गुलशन भ्रमर गुनगुनाए। हँसी आम जनता की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 322 Share सत्य कुमार प्रेमी 15 Mar 2021 · 1 min read गज़ल दिल में वो् इस तरह से् समाती चली गई! इक बार आइ याद तो् ...आती चली गई! मैंने किया था् प्यार उसे जिंदगी समझ, वो फिर भी् मेरे् दिल को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 337 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 Aug 2021 · 1 min read अपने जीवन की उलझन को तुम नाम हमारे कर देना गीत पल दो पल के जीवन में, कुछ काम हमारे कर देना! अपने जीवन की उलझन को, तुम नाम हमारे कर देना!.... पल दो पल के जीवन मे चिंता न... Hindi · गीत 2 2 321 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 Oct 2021 · 1 min read दर्दे दिल हम तुम्हें बताएं क्या। गज़ल 2122.....1212......22(112) दर्दे-दिल हम तुम्हें बताएं क्या। जख़्म देखो अगर दिखाएं क्या। तुम तो दिल में मेरे समाए हो, राज दिल के तुम्हें बताएं क्या। दो ही कपड़े बदन पे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 321 Share सत्य कुमार प्रेमी 8 Aug 2021 · 1 min read वो विदा हो गये फिर न आये कभी। थे मेरे सिर पे उनके ही साये कभी। वो विदा हो गये फिर न आए कभी। वो थे माँ बाप के रूप में देवता, फूल माला न उनको चढ़ाए कभी।... Hindi · मुक्तक 1 2 313 Share सत्य कुमार प्रेमी 18 Jun 2022 · 1 min read देखा जो हुस्ने यार तो दिल भी मचल गया। ग़ज़ल काफ़िया- अल की बंदिश रद़ीफ- गया 2212.......1211.......2212.......12 देखा जो हुस्ने यार तो दिल भी मचल गया। मैं गिरते गिरते प्यार में कैसे सॅंभल गया। घायल हुआ था प्यार में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 333 Share सत्य कुमार प्रेमी 29 Jun 2022 · 1 min read सावन के काले बादल औ'र बदलियां ग़ज़ल में। गज़ल 221.....2122....221.....2122 सावन के काले बादल औ'र बदलियां ग़ज़ल में। गुलशन के सब गुलों की, हैं तितलियां गज़ल में। इस लोक की हैं खुशियां परलोक की हैं परियां, दोनों जहान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 356 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 Mar 2021 · 1 min read गज़ल हॅंसी ख्वाब आंखों मे्ं पलते रहे हैं! उन्हें बारहा सच भि करते रहे हैं! बिना यत्न के जो जमें से पड़े थे, पसीने कि लौ से पिघलते रहे हैं! तुम्हारी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 320 Share सत्य कुमार प्रेमी 10 May 2021 · 1 min read माँ गज़ल मैंने देखा उसे ..........बंदगी की तरह! साथ में माँ रही ......जिंदगी की तरह! जिसने खुद की कभी भी न परवाह की, वो सदा ही रही, .......बेखुदी की तरह! माँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 4 316 Share सत्य कुमार प्रेमी 20 Sep 2021 · 1 min read जो फलता फूलता वो ही झुका है। गज़ल 1222........1222........122 जो दंभी है वही तन कर खड़ा है। जो फलता फूलता वो ही झुका है। ये चलता अनवरत सरिता के माफ़िक, समय का चक्र कब रोके रुका है।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 329 Share सत्य कुमार प्रेमी 24 Dec 2021 · 1 min read दूर जितना भी मुझसे जायेंगे। गज़ल 2122.........1212.......22 दूर जितना भी मुझसे जायेंगे। आप नजदीक मुझको पायेंगे। दूर जाकर के देखेगें मुड़ के, दौड़ कर पास मेरे आयेंगे। जंग और दुश्मनी में माहिर जो, प्यार करना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 326 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 Jul 2022 · 1 min read वो हमें दिन ब दिन आजमाते रहे। गज़ल 212....212.....212.....212 वो हमें दिन ब दिन आजमाते रहे। जो कहा हम वो करके दिखाते रहे। ज़ख्म पर जख्म देते रहे उम्र भर, कैसे कैसे हमें वो सताते रहे। तन... Hindi 330 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 Mar 2021 · 1 min read बसंत गीत लो आया है फिर से बसंत। खुशियाँ होंगी फिर से अनंत। फिर रंगों की होली होगी, फिर बादल लाल लाल होंगे। फिर 'धनियां' खुशी मनायेगी, फिर से गांवों मे्ं फाग... Hindi · गीत 330 Share सत्य कुमार प्रेमी 22 Jul 2022 · 1 min read मय है मीना है साकी नहीं है। गज़ल 212....212.....212.....2 मय है मीना है साकी नहीं है। इसलिए आज पी ही नहीं है। तू न आई ये महफ़िल है सूनी, आज की शाम भी जी नहीं है। पी... Hindi 407 Share सत्य कुमार प्रेमी 17 Aug 2021 · 1 min read मैं नारी हूँ, मुझे मत सोच लेना आजमाने की। मुक्तक मैं नारी हूँ, मुझे मत सोच लेना आजमाने की। मेरे अंदर वो जज़्बा है, वो ताकत है जमाने की। कलम से काम करती हूँ, वो जो तलवार करती है।... Hindi · मुक्तक 1 314 Share सत्य कुमार प्रेमी 21 Jul 2021 · 1 min read जो जल रहा है वो दीपक बुझा नहीं सकते। गज़ल काफ़िया- आ स्वर रदीफ- नहीं सकते मुफाइलुन फइलातुन मुफाइलुन फेलुन 1212 1122 1212 22 हमारे प्यार को तुम यूँ भुला नहीं सकते। जो जल रहा है वो दीपक बुझा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 307 Share सत्य कुमार प्रेमी 6 Feb 2022 · 1 min read मिला दर्द ऐसा उन्हें मुफलिसी का। गज़ल 122......122.......122.......122 मिला दर्द ऐसा उन्हें मुफलिसी का। है आया कलेजा भी मुँह को सभी का। विदेशों से जाकर अमीरों को लाये, मरा भूखा लाचार बस सर जमीं का। के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 360 Share सत्य कुमार प्रेमी 29 Jun 2022 · 1 min read खा लो पी लो सब यहीं रह जायेगा। गज़ल 2122.........2122........212 खा लो पी लो सब यहीं रह जायेगा। मुस्कुरा लो सब यहीं रह जायेगा। जिंदगी जिंदा दिली से काट लो, मौज ले लो सब यहीं रह जायेगा। खेल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 327 Share सत्य कुमार प्रेमी 28 Jan 2022 · 1 min read उन्हें फुट पाथ पर मुर्दा मिला है। गज़ल काफिया- आ स्वर की बंदिश रदीफ़- है। 1222.......1222.......122 उन्हें फुट पाथ पर मुर्दा मिला है। विषय है जांच का कैसे मरा है। खबर आई वो बेहद था बहादुर, वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 299 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 Jul 2022 · 1 min read धूल जिसकी चंदन है भाल पर सजाते हैं। गज़ल 212.......1222.......212.......1222 धूल जिसकी चंदन है भाल पर सजाते हैं। देश अपना जन्नत है शीश हम झुकाते हैं। जिसमें खाये खेले हैं और नाम पाया है, मातृभूमि से हम सब... Hindi 1 399 Share सत्य कुमार प्रेमी 2 Dec 2021 · 1 min read एक दिए ने रक्खा मान उजालों का। गज़ल- (मीर बहर पर) 22 22 22 22 22 2 एक दिए ने रक्खा मान उजालों का। झुका दिया है जिसने शीश अँधेरों का। स्वाद बखान नहीं पाये श्रीराम स्वयं,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 301 Share सत्य कुमार प्रेमी 15 Mar 2021 · 1 min read गज़ल गज़ल 2122....2122.....2122.....212 गर्दिशों में साथ मेरे, मेरा् साया भी नहीं! दर्दे दिल सुनने सुनाने, कोई् आया भी नहीं! जो सभी को हैं खिलाते, भूखे प्यासे मर रहे, कौन जाने कब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 307 Share सत्य कुमार प्रेमी 1 Sep 2021 · 1 min read रसीली तान बंशी की सुना देना हे मनमोहन गीत 1222 1222 1222 1222 रसीली तान बंशी की सुना देना हे मनमोहन हमारे मन को वृंदावन बना देना हे मनमोहन। रसीली तान बंशी की......... तुम्हारी बंशी सुनकर के मुदित... Hindi · गीत 1 2 296 Share सत्य कुमार प्रेमी 2 Aug 2021 · 1 min read आई फिर से बरखा रानी। शीतल मदिर समीर सुहानी। टप टप बरसें बरखा रानी। दिल के बंद कपाट तो खोलो, फिर देखो मौसम की रवानी। ....।।। आई फिर से बरखा रानी। बारिस का मौसम अलबेला।... Hindi · गीत 1 308 Share Previous Page 2 Next