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19 Jan 2022 · 1 min read

आप जब भी करीब होते हैं।

गज़ल

2122….1212….22
आप जब भी करीब होते हैं।
हमको सब खुश नसीब कहते हैं।

ख्वाब में आप आ भी जाएं तो,
ऐसा लगता है आप मिलते हैं।

ज़ख़्म अपने छुपा के लोगों से,
गैर के ज़ख्म आप सिलते हैं।

प्यार जो मुफलिसों को हैं करते,
खुद ब खुद दिल में उतर जाते हैं।

सोचते हैं नहा के गंगा में
पाप गंगा में बहा देते हैं।

बाल जिनके न सिर पे बचपन से,
दिन में छै बार कंघी करते हैं।

बन के प्रेमी जमाने वालों के,
प्रेम लेते हैं प्रेम देते हैं।

……..✍️ प्रेमी

1 Like · 326 Views
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