सतीश पाण्डेय 200 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सतीश पाण्डेय 13 Apr 2023 · 1 min read There is no shortcut through the forest of life if there is There is no shortcut through the forest of life if there is a shortcut there is an evil Quote Writer 322 Share सतीश पाण्डेय 18 May 2023 · 1 min read दोहा टूटा तारा देखकर , कवि ने की फरियाद। इसको ही रब जोड़ दे , वापिस यही मुराद ।। Poetry Writing Challenge 1 284 Share सतीश पाण्डेय 18 May 2023 · 1 min read बोल आजकल लोग बोलने से पहले सोचते ही नहीं हैं ,, फिर कहते है मेरा वो मतलब नहीं था सोच विचार कर बोलने की नीति लगता है ख़त्म होती जा रही... Poetry Writing Challenge 1 244 Share सतीश पाण्डेय 16 May 2023 · 1 min read वंदनीय जेठ की दोपहरी से बेखबर और हर मौसम से अनजान वहः जर्जर वृद्धा दिख ही जाती थी एक जलती ज्योति सी मूर्तिमान श्रद्धा पोपला मुँह झुर्रीदार चहरे के साथ विवाई... Poetry Writing Challenge 200 Share सतीश पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read मुक्तक एक मुक्तक कलम तुम देश से कहना समय बलिदान का है अब । लगा दो जान क़ी बाजी प्रश्न सम्मान का है अब ।। लजाओ दूध न माँ का शपथ... Poetry Writing Challenge 330 Share सतीश पाण्डेय 13 Apr 2023 · 1 min read मुक्तक नहीं इंसान से डर लग रहा है। आज की पहचान से डर लग रहा है। प्यार की भाषा अपावन हो चुकी है। आज की मुस्कान से डर लग रहा है।। Hindi 163 Share सतीश पाण्डेय 18 May 2023 · 1 min read मुक्तक हो चुकी है भोर अब सूरज निकलना चाहिए मच चुकी है बहुत बमचक शोर थामना चाहिए क्यों खड़े हो काटने को शीश अपने भाई का ही लहू सबका एक ही... Poetry Writing Challenge 1 244 Share सतीश पाण्डेय 31 May 2023 · 3 min read नही चाहिए ऐसे बादल शीर्षक नही चाहिए ऐसे बादल अब बादल बरसते नहीं अब बादल फटते हैं कहर ढाते हैं जाने कबसे नहीं देखी वह सुहावनी रिमझिम सतत फुहार , प्रिय की मनुहार सावन... Poetry Writing Challenge 327 Share सतीश पाण्डेय 16 May 2023 · 1 min read बरक्षी तीर कमान ,त्याग की फिर भी मूरत । नारी कोमल निर्मला... होती फूल समान। वक्त पड़े तो थाम ले...बरछी तीर कमान।। बरक्षी तीर कमान ,त्याग की फिर भी मूरत । करे दुष्ट संहार ,बना काली की सूरत। मत... Poetry Writing Challenge 157 Share सतीश पाण्डेय 17 May 2023 · 1 min read आखें मित्रो शुभ संध्या ,,,,,,,,,,,,,,,,,,, प्रिय के नैनों के ऊपर मेरी पुरुस्कृत रचना ,,,,,,,,,,,,,, कितने सुन्दर ,,कितने मादक ,,कितने मोहक नैन तुम्हारे ............. स्वर्ग भुला कर नर्क भुलाकर ,, प्रिये निहारूं... Poetry Writing Challenge 154 Share सतीश पाण्डेय 13 Apr 2023 · 1 min read दोहे कटी फसल खेतों पड़ी , ऊपर से बरसात। फिर किसान से पूछिए , कैसे सोए रात। ताजमहल की भव्यता , मजदूरों के नाम। धन्य धन्य उसकी कला , नित नित... Hindi · दोहे 166 Share सतीश पाण्डेय 5 Jun 2023 · 1 min read मां की छाती नंगी मत कर हरे दरखत काट दिए बेशर्मी लाद कर बचे नहीं शजर, कुछ तो रहम कर मां की छाती नंगी मत कर,रहने भी दे कुछ हरी घास। मान जा ,मान जा नव... Poetry Writing Challenge 338 Share सतीश पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read मुक्तक एक मुक्तक नही इंसान से डर लग रहा है। आज की पहचान से डर लग रहा है । प्रीति की भाषा अपावन हो चुकी है । आज की मुस्कान से... Poetry Writing Challenge 228 Share सतीश पाण्डेय 16 May 2023 · 1 min read पुरुष का अहम दासी सा व्यवहार नित ,पग पग पर अपमान । मंदिर जा कर कर रहा ,देवी का गुणगान । देवी का गुणगान,मात्र काया का भूखा। पशुवत जीवन रोज ,भाव से बिल्कुल... Poetry Writing Challenge 154 Share सतीश पाण्डेय 2 Jun 2023 · 4 min read आज़ के दोहे कटी फसल खेतों पड़ी , ऊपर से बरसात। कृषक से ही पूछिए , कैसे सोए रात।।1 : ताजमहल की भव्यता , मजदूरों के नाम। धन्य धन्य उसकी कला , नित... Poetry Writing Challenge 289 Share सतीश पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read आदमी मित्रो "मेरी जिदगीकेमुक्तक " संग्रह से कुछ........ आदमी से रोज पंगा ले रहा है आदमी ,,, आदमी को रोज नंगा कर रहा है आदमी' रोटियां अपनी सिकें जाये बाकी भाड... Poetry Writing Challenge 224 Share सतीश पाण्डेय 13 Apr 2023 · 1 min read दोहा कविता जहां स्वतंत्र है ,कवि है जहां स्वतंत्र । हो सकता हरगिज नहीं, वही देश परतंत्र।। Hindi · दोहा 114 Share सतीश पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read समय की मांग परिवर्तन के स्वर अधरों पर आने दो तुम नयी क्रांति को आज मुस्काने दो.. मन की कोयल का गाना आज जरुरी है. पीड़ित शोषित का दर्द उभर कर आने दो.... Poetry Writing Challenge 1 222 Share सतीश पाण्डेय 18 May 2023 · 1 min read मेरी पीड़ा मित्रो युवाओ का एक बहुत बड़ा वर्ग दिशा हीन है ,,,मेरी पीड़ा ,,,,,, दिशा भ्रमित हैं युवा केवल झूठ के व्यवसाय में .... जी रहे जिन्दगी बस रोमान्स के क्रशकाय... Poetry Writing Challenge 2 129 Share सतीश पाण्डेय 16 May 2023 · 2 min read कोरोना 01 चुकता इकदम हो गया , मूल सहित सब सूद । पानी का पानी हुआ , हुआ दूध का दूध ।। हुआ दूध का दूध , सन्तुलन प्रकृति बनाये ।... Poetry Writing Challenge 142 Share सतीश पाण्डेय 17 May 2023 · 1 min read एक मुक्तक हरें मजबूर की पीडा , जला मुस्कान का दीपक बढायें शान भारत की , जला ईमान का दीपक सभी प्यारे लगें हमको , लगें प्यारे सभी को हम करें रोशन... Poetry Writing Challenge 141 Share सतीश पाण्डेय 18 May 2023 · 1 min read प्यार की जीत जीत प्यार की होगी यह सब देख लेना .... विजय मेरी होगी यह सब देख लेना .... हटाओ कदम रास्ता छोड़ जाओ ,,,, नयी फिर मिलेगी डगर देख लेना ,,,... Poetry Writing Challenge 1 120 Share सतीश पाण्डेय 1 Jun 2023 · 1 min read नवगीत पंथ वीर सदा बढ़ता चलता है लक्षित पथ पर ,,अपने मन में निर्भय होकर जान धर्म की महिमा अद्भुत कर्म मार्ग में श्रद्धा रख कर मृत्युंजय हो चलता रहता ,,भावों... Poetry Writing Challenge 1 235 Share सतीश पाण्डेय 1 Jun 2023 · 1 min read क्या लिख गयी है देश की तकदीर क्या लिख गयी है देश की तकदीर सुई में धागा पिरोए सूरदास , सत्य ताने सुन रहा है झूठ के शान्त जन सब हो रहे अधीर , गीत कोयल सीखती... Poetry Writing Challenge 237 Share सतीश पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read मुक्तक मुक्तक रचें इतिहास जो हरदम वतन पर जान देकर के ।। बचाते हैं सदा सरहद नई पहचान देकर के।। चटा ही धूल देते हैं नजर जो डाल दे दुश़्मन? नमन... Poetry Writing Challenge 234 Share सतीश पाण्डेय 9 Jun 2023 · 1 min read नेत्र सजल कुछ चिर पुलकावनि क्यों नेत्र सजल है जबकि तुम समीप ही बैठी हो,, साये सी बनी,, छाया किये फिर शीतल समीर क्यों कमजोर कौन सी पीड़ा ह्रदय मुक्त .मृदुल स्पर्श... Poetry Writing Challenge 1 276 Share सतीश पाण्डेय 14 May 2023 · 1 min read दोहा नभ से जो भी बरसता , कहलाती बरसात । पर नयनों से जो बहे ,पाण्डे शुचि जज्बात।। Poetry Writing Challenge 107 Share सतीश पाण्डेय 16 May 2023 · 7 min read दोहे 0 1 दुर्बल की खातिर लड़े , वह है सच्चा वीर इसी बात को कह गए तुलसी सुर कबीर।। 02 मानवता से हीन जो , दुर्बल की ले हाय। भले... Poetry Writing Challenge 161 Share सतीश पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read एक मुक्तक एक मुक्तक तुम्हारे बिन सताती है तुम्हारी याद की खुशबू । तुम्हारे बिन रुलाती है तेरे उन्नाद की खुसबू । लाख इंकार कर दो तुम मगर खुद जानते हो सच... Poetry Writing Challenge 213 Share सतीश पाण्डेय 4 Jun 2023 · 1 min read कोरोना की वृद्धि में , रहे चंद जयचंद । कोरोना की वृद्धि में , रहे चंद जयचंद । राष्ट्र द्रोह में रत सदा , नीच मूढ़ मतिमंद ।। नीच मूढ़ मतिमंद , नहीं कुछ चिंता इनको। अपनों से निज... Poetry Writing Challenge 238 Share सतीश पाण्डेय 5 Jun 2023 · 1 min read जिंदगी न सर को झुकाओ जरा सर उठाओ ......... मिली जिन्दगी ,जिन्दगी गुनगुनाओ ... अँधेरे से निकलो ,उजाले में आओ ........ कदम पर है मंजिल कदम तो बढाओ .... दिलों में... Poetry Writing Challenge 322 Share सतीश पाण्डेय 1 Jun 2023 · 1 min read दर्पण का सच दर्पण को दोष देना अच्छी आदत नहीं है ..... पहले चित्र अंकित करते हो ,, फिर उसे देखने से डरते हो ... दर्पण झूठ नहीं बोलते हैं ... दर्पण टूट... Poetry Writing Challenge 201 Share सतीश पाण्डेय 4 Jun 2023 · 1 min read जाने कैसी हो गयी , प्रतिभा की तस्वीर । जाने कैसी हो गयी , प्रतिभा की तस्वीर । कौए निर्धारित करें , हंसों की तकदीर ।। हंसों की तकदीर , समय की है बलिहारी । गधे मनाते मौज ,... Poetry Writing Challenge 195 Share सतीश पाण्डेय 16 May 2023 · 1 min read सही सही मन की मन में रह गयी , साध लिया व्रत मौन । पाण्डे ऐसे दौर में , सच सुनता है कौन ।। सच सुनता है कौन ,समय की है बलिहारी... Poetry Writing Challenge 145 Share सतीश पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read दोहा तिल गोरी के गाल पर , शोभा की है खान । मनहुँ चौकसी रूप हित , बैठाए दरबान ।। सतीश पाण्डेय Poetry Writing Challenge 197 Share सतीश पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read तुम्हारे बिन एक मुक्तक तुम्हारे बिन सताती है तुम्हारी याद की खुशबू । तुम्हारे बिन रुलाती है नित्य अवसाद की खुसबू । लाख इंकार कर दो तुम मगर खुद जानते हो सच... Poetry Writing Challenge 219 Share सतीश पाण्डेय 1 Jun 2023 · 1 min read पिंजरा और पक्षी पिंजरे में कैद पक्षी , बहुत दिनों से नहीं बोला , जाने उसने अपना मुंह क्यों नहीं खोला , लगता है खामोश है , परिवेश से वाकिफ है , अगले... Poetry Writing Challenge 1 243 Share सतीश पाण्डेय 1 Jun 2023 · 1 min read दर्द से रिश्ता बनाने में जुटा था .. दर्द से रिश्ता बनाने में जुटा था .. आखिरी यही मार्ग बचा था । वर्षो उलझा , मचला ,, हर साँस में तुम्ही को लेकर पर तुम्हे पहचान नहीं पाया... Poetry Writing Challenge 1 205 Share सतीश पाण्डेय 2 Jun 2023 · 1 min read निर्जीव षड्यंत्र झाड़ू लगायी जा जाये या कचरा समेटा जाये । इधर उधर भागते हैं धूल के कण और छोटे छोटे तिनके झाड़ू के हाथ नहीं आते छिप जाते हैं कहीं दूर... Poetry Writing Challenge 191 Share सतीश पाण्डेय 2 Jun 2023 · 1 min read पथ भ्रमित युवा मित्रो युवाओ का एक बहुत बड़ा वर्ग दिशा हीन है ,,,मेरी पीड़ा ,,,,,, दिशा भ्रमित हैं युवा केवल झूठ के व्यवसाय में .... जी रहे जिन्दगी बस रोमान्स के क्रशकाय... Poetry Writing Challenge 252 Share सतीश पाण्डेय 1 Jun 2023 · 1 min read दोहा अहंकार ,अज्ञान छल ,और अयोग्यता साथ। हाकिम में जब सब दिखें , समझो देश अनाथ ।। Poetry Writing Challenge 177 Share सतीश पाण्डेय 14 May 2023 · 1 min read मां बन्धु झुको और नीचे झुको और उसके पैर छू लो वह माँ है बहुत सम्भव है ऐसा करने में तुम्हारे पेंट की क्रीज खराब हो जाये किंतु उसके झुर्रीदार चेहरे... Hindi 84 Share सतीश पाण्डेय 1 Jun 2023 · 1 min read मेहनतकश मजदूरनी जेठ का आग उगलता महीना , जलती हुई दुपहरी तसला ढोती मेहनतकश मजदूरनी, पीठ पर बंधा हुआ नवजात , जिस्म से पसीना चुराती धूप , सीने से छाती चुराती उसकी... Poetry Writing Challenge 215 Share सतीश पाण्डेय 4 Jun 2023 · 1 min read दर्द पराया देखकर , छलके नयनन नीर । दर्द पराया देखकर , छलके नयनन नीर । गीत ,गजल ,कविता तभी , होती है गम्भीर ।। होती है गम्भीर , सत्य का क्रम न टूटे । दीन हीन लाचार... Poetry Writing Challenge 251 Share सतीश पाण्डेय 6 Jun 2023 · 1 min read एक मुक्तक बातों से ही चल रहा पर्यावरण बचाब। सबका दृढ़ संकल्प हो तभी बचेगी नाव। तभी बचेगी नाव छोड़ के मिथ्याभाषण। रोक प्रकृति खिलबाड़ अन्यथा जग संहारण।। Poetry Writing Challenge 231 Share सतीश पाण्डेय 9 Jun 2023 · 1 min read मुक्तक रोज बिक रहे हैं सामान की तरह .। कर रहे बर्ताव हैवान की तरह । आखों में स्वार्थ के सिवा कुछ नहीं , रोज खुल बंद हो रहे दुकान की... Poetry Writing Challenge 1 207 Share सतीश पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read मुक्तक किसी का दिल दुखाकर तुम , कभी भी खुश नहीं होना । छीन कर हक़ किसी का तुम , चैन की नींद मत सोना ।। प्रकृति में वापिसी की खुद... Poetry Writing Challenge 192 Share सतीश पाण्डेय 1 Jun 2023 · 1 min read मात्र नपुंसक भाव रोज शहादत दे रहे,भारत मां के लाल। इधर नपुंसक भाव से सत्ता भरे उबाल।। सत्ता भरे उबाल ,हो रहीं सूनी गोदी । मांग पुछा सिंदूर ,बहन की राखी रो दी।... Poetry Writing Challenge 1 204 Share सतीश पाण्डेय 4 Jun 2023 · 1 min read सबने झेली ठंडी रातें और झुलसा देने वाले दिन ; सबने झेली ठंडी रातें और झुलसा देने वाले दिन ; फिर क्यों होते हो हताश ,त्याग समर तुम दूर खड़े .. आ फिर से रणभेरी और हुँकार भरो पूरा जग... Poetry Writing Challenge 152 Share सतीश पाण्डेय 9 Jun 2023 · 1 min read ऐसे ही तुम्हे पैसे का बुखार ,,सही कहो न यार ,, या वही बोतल की धार ,,या फिर नदिया के पर .. मिला जब से ताज ,भैया आप ही को राज नहीं... Poetry Writing Challenge 1 252 Share Page 1 Next