Sanjay Narayan Tag: कुण्डलिया 24 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sanjay Narayan 5 Jul 2020 · 1 min read शिक्षक के सम्मान को (1) शिक्षक के सम्मान को, पहुँचाये जो चोट। उस नेता के पक्ष में , कभी न करना वोट। कभी न करना वोट, खोंट राजा में भारी। करता लूट खसोट, प्रजा... Hindi · कुण्डलिया 5 1 484 Share Sanjay Narayan 25 Jun 2020 · 1 min read खुशामद कभी खुशामद क्यों करे, सक्षम और समर्थ। जो कथनी मुँह से कहे, भिन्न रखे ना अर्थ। भिन्न रखे जो अर्थ, दोगला वह कहलाए। जिसके मन में स्वार्थ, खुशामद में मिमियाए।... Hindi · कुण्डलिया 6 744 Share Sanjay Narayan 22 Jun 2020 · 1 min read आश्वासन आश्वासन सबको दिया, निपटाया निज काम। उल्लू सीधा कर लिया, फिर क्यों करे सलाम। फिर क्यों करे सलाम, बेवज़ह तर्क न बनता। अपना बनता काम, भाड़ में जाए जनता। कह... Hindi · कुण्डलिया 4 1 434 Share Sanjay Narayan 19 Jun 2020 · 1 min read कुकृत्य सुकृत्य चिल्लाने से कब भला, होइ कुकृत्य सुकृत्य। सत्य सत्य रहता सदा, रहे असत्य असत्य। रहे असत्य असत्य, दबदबा काम न आए। सत्य करे जब नृत्य, डुगडुगी न्याय बजाए। कह संजय... Hindi · कुण्डलिया 7 2 495 Share Sanjay Narayan 19 Jun 2020 · 1 min read कर्मफल सबको मिलता कर्मफल, राजा हो या रंक। राजपाट सब हारकर, बने युधिष्ठिर कंक। बने युधिष्ठिर कंक, ठाठ मिल गए धूल में। पंकज थे अब पंक, कर्म की एक भूल में।... Hindi · कुण्डलिया 5 1 464 Share Sanjay Narayan 18 Jun 2020 · 1 min read दो कंधे मजबूत करूँ साधना राम की, माँगूँ इतनी बूत। बोझ सह सकें सौ गुना, दो कंधे मजबूत। दो कंधे मजबूत, बोझ औरों के बाँटें। बनें देव के दूत, दुखों के गड्ढे पाटें।... Hindi · कुण्डलिया 5 5 429 Share Sanjay Narayan 16 Jun 2020 · 1 min read निंदा, ईर्ष्या, रोष नासे बल गुण गृहण को, जो देखो परदोष। अवगुण इतने अहितकर, निंदा ईर्ष्या रोष। निंदा ईर्ष्या रोष, आत्मिक शांति नसाते। मन के बैरी कोष, नोचकर तन को खाते। कह संजय... Hindi · कुण्डलिया 7 1 441 Share Sanjay Narayan 16 Jun 2020 · 1 min read यार सबका है संसार में, स्वार्थपरक व्यवहार। हमको वे ही ठग लिए, जिनको समझा यार। जिनको समझा यार, हमें समझें अविवेकी। सच में बड़ा गँवार, करे जो ज्यादा नेकी। कह संजय... Hindi · कुण्डलिया 8 4 673 Share Sanjay Narayan 16 Jun 2020 · 1 min read दास बैठे भूतल पर सदा, तजि आसन की आस। उदासीन को जगत में, कौन बनावे दास। बनते कभी न दास, हृदय सुख- दुख से रीते। पतझर या मधुमास, एकसम उनके बीते।... Hindi · कुण्डलिया 5 1 702 Share Sanjay Narayan 15 Jun 2020 · 1 min read सात्विक दान दान सात्विक है वही, जानि न पावे कोय। दक्षिण कर के दान की, बामहिं खबरि न होय। बामहिं खबरि न होय, न जाने लेने वाला। रखे स्वयं को गोय, दान... Hindi · कुण्डलिया 9 2 442 Share Sanjay Narayan 15 Jun 2020 · 1 min read घमण्ड फूले मनुज घमण्ड में, पावे नहीं प्रसार। नेकी के पाखण्ड में, रहे सदा बीमार। रहे सदा बीमार, रोग दूजों में झाँके। कर न सके उपचार, स्वयं को बेहतर आँके। कह... Hindi · कुण्डलिया 8 2 498 Share Sanjay Narayan 14 Jun 2020 · 1 min read कद्र समय की कीजिए कद्र समय की कीजिए, समय बड़ा बलवान। सब समान इसके लिए, निर्धन या धनवान। निर्धन या धनवान, गले में बाँधे सुतली। नाचें संत सुजान, समय की ज्यों कठपुतली। तब संजय... Hindi · कुण्डलिया 8 7 558 Share Sanjay Narayan 14 Jun 2020 · 1 min read सरल बना ले भाव पानी हो यदि हरि कृपा, सरल बना ले भाव। सबके भीतर व्याप्त हरि, झपट पकड़ ले पाँव। झपट पकड़ ले पाँव, तुझे वरदान मिलेगा। जिसमे शीतल छाँव, श्रेष्ठ सुवितान मिलेगा।... Hindi · कुण्डलिया 7 2 531 Share Sanjay Narayan 14 Jun 2020 · 1 min read मन के दुख मन के दुख गृह की कलह, द्यूत हार धनहानि। निज सँग छल अपयश व्यथा, प्रकट न करिए जानि। प्रकट न करिए जानि, व्यर्थ हैं गान दान के। लाभ न कछू... Hindi · कुण्डलिया 5 496 Share Sanjay Narayan 12 Jun 2020 · 1 min read आशा के अनुरूप किसको मिलता जगत में, आशा के अनुरूप। सबके मन में कसक है, भिक्षुक हो या भूप। भिक्षुक हो या भूप, माल पर नज़र गड़ी है। उदर बन गए कूप, सभी... Hindi · कुण्डलिया 5 752 Share Sanjay Narayan 12 Jun 2020 · 1 min read अहम अविद्या अहम अविद्या ईर्ष्या लालच घटिया सोंच। प्रगतिमार्ग बाधित करें, ज्यों गति पग की मोच। पग की जालिम मोच, पाँव की बनती बेड़ी। देते घाव खरोंच, दोष ये बड़े खखेड़ी। कह... Hindi · कुण्डलिया 6 492 Share Sanjay Narayan 10 Jun 2020 · 1 min read यही सोचकर यही सोचकर शाप भी, रख लेना सर माथ हानि लाभ जीवन मरन, यश अपयश बिधि हाथ यश अपयश बिधि हाथ, कर्म ही हाथ तुम्हारे मात्र यही पतवार, पार भव सिंधु... Hindi · कुण्डलिया 6 436 Share Sanjay Narayan 10 Jun 2020 · 1 min read जातिवाद के जहर ने जातिवाद के जहर ने, तोड़ा सकल समाज। आरक्षण के किन्तु हैं, लाखों बैरी आज। लाखों बैरी आज रो रहे ये ही रोना। बना कोढ़ का खाज, आज आरक्षण होना। कह... Hindi · कुण्डलिया 7 2 297 Share Sanjay Narayan 10 Jun 2020 · 1 min read मन की मन में मन की मन में रखोगे, यदि छल कपट समेट। अतिथि बनेगा अस्थमा, बढ़ जाएगा पेट।। बढ़ जाएगा पेट, रोग काया पर लक्षित। जोड़ दर्द, मधुमेह, कब्ज, तन में आरक्षित। कह... Hindi · कुण्डलिया 6 4 373 Share Sanjay Narayan 10 Jun 2020 · 1 min read सकारात्मक सोच सकारात्मक सोच यदि, तेरा मनुज स्वभाव। असफलता के भाव का होगा सदा अभाव। होगा सदा अभाव, अहितकर तत्व घटेंगे। अमर विजय के घोष, तुम्हारा नाम रटेंगे। धूमकेतु हों अस्त, सभी... Hindi · कुण्डलिया 9 2 459 Share Sanjay Narayan 9 Jun 2020 · 1 min read सेवा सेवा दुखियों की करो, सबसे अच्छा योग। तन मन धन अर्पित करो, खुद को रखो निरोग। खुद को रखो निरोग, लोभ से दूरी रखना। स्वार्थ न फटके पास, नज़र में... Hindi · कुण्डलिया 7 2 267 Share Sanjay Narayan 7 Feb 2020 · 1 min read नेता जी नेता जी गदगद बहुत, पूरन हुआ चुनाव विजय मिली तो दे रहे निज मूंछों को ताव निज मूंछों को ताव, बने मतदाता उल्लू खुद तो मालामाल उसे बाबा का ठुल्लू... Hindi · कुण्डलिया 3 476 Share Sanjay Narayan 7 Feb 2020 · 1 min read नदी चली प्यासे की ओर नदी बुझाने खुद चली जब प्यासे की प्यास इतराने प्यासा लगा हुआ आम से खास हुआ आम से ख़ास नदी का मोरल डाउन जब प्यासे ने कहा कलर पानी का... Hindi · कुण्डलिया 5 1 506 Share Sanjay Narayan 4 Feb 2020 · 1 min read सही वक्त पर सही वक्त पर काटिये बढ़े हुए नाखून अगर छिल गयीं उँगलियाँ बह जाएगा खून बह जाएगा खून ज़ख्म नासूर बनेगा पत्थर वाला जिस्म भी चकनाचूर बनेगा कह संजय कविराय वही... Hindi · कुण्डलिया 3 430 Share