आर एस आघात 153 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next आर एस आघात 16 Jan 2021 · 1 min read अन्नदाता मुझे चलाना आता है हल कुदाल और फावड़ा, सुखी, बंजर जमीन पर नहीं चलाना आता तीर झुटे वायदों का आवाम के विश्वास पर । मैंने सहे हैं बदन पर, सर्दी... Hindi · कविता 1 2 335 Share आर एस आघात 16 Jan 2021 · 1 min read तुम्हारे - हमारे घृणा, नफ़रत, अत्याचार, दमन, ज़ुल्म, अनाचार, अनीति निरंकुशता सताने के सारे इंतज़ाम तुम्हारे पास हैं । भूख, तड़प लाचारी, नीति नियम बेगारी, कानून सहनशीलता, सहने को सारे इल्जाम हमारे ख़ास... Hindi · कविता 1 395 Share आर एस आघात 17 Dec 2020 · 1 min read मेरा नाम कोरोना करता हूँ जब परेशान तो आपस में दूर रहो ना, जब दिक्कतें है लाख तो नियमों का पालन करो ना । दूर रहे हो आजतक परिवार से, शिक़ायत भी बहुत... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 21 38 851 Share आर एस आघात 16 Dec 2020 · 1 min read हां मैं किसान हूं... सरकार की नीतियों से, खेती हुई है चौपट, हालात से बदहाल हूं, इसलिए परेशान हूं । .... हां मैं किसान हूं । मुझको मिला न वाजिब, दाम मेरी मेहनत का,... Hindi · कविता 1 3 497 Share आर एस आघात 27 Oct 2020 · 1 min read आज तू मेरे पास बैठ जा... आज तू मेरे पास बैठ जा, दिल फरियाद ये करता है । मुझको मेरा वक्त लौटा दे, या मुझको बदनाम न कर । आज तू मेरे पास ... यूं तन्हा... Hindi · गीत 4 447 Share आर एस आघात 19 Oct 2020 · 1 min read ओरी गोरिया सुन ओरी गोरिया... ओरी गोरिया सुनो ओरी गोरिया....ओरी गोरिया... बुद्ध को दामन से लगाई लेओ सुन ओरी गोरिया । इत जाओ चाहे गुत जाओ दुत्कार मिलेगा तुमकुं । 2 बुद्ध धर्म में आइके... Hindi · गीत 3 2 562 Share आर एस आघात 10 Oct 2020 · 1 min read तितली रानी तितली रानी तितली रानी, दिखती हो तुम बड़ी सयानी, घुमड़ - घुमड़कर उड़ती हो, हाथ किसी के नहीं तुम आनी । अपने रंग - बिरंगे पंख, चलती हो लेकर नई... Hindi · कविता 4 538 Share आर एस आघात 26 Jul 2020 · 1 min read बारिश को आने दो.. बीत गया है सावन, सुखी नदी पड़ी है, पपीहे की पीहू-पीहू, देखो व्याकुलता की घड़ी है । बादल उमड़-उमड़ कहे, रुको अभी बरसुँगा । बारिश को आने दो, मैं तुम्हें... Hindi · कविता 7 4 330 Share आर एस आघात 25 Jul 2020 · 1 min read मुझे कुछ कहने दो... सदियों का सताया चेहरा हूँ, नारी,रमणी,वनिता और अवला हूँ, देख मेरे अंगों का स्वरूप सदा क्यूँ बहक जाते हो, क़भी मुझे जी भरकर जी लेने दो । आत्मनिर्भर बनने का... Hindi · कविता 4 6 377 Share आर एस आघात 11 Jul 2020 · 1 min read बरसात के मौसम का प्यार बादलों का फ़िर से घिर आना, पीछे सूरज का यूँ छिप जाना, फ़िर रिम-झिम पड़ती बारिश से, मुझे वो दिन याद आते हैं । कभी रुक-रुक कर पड़ना, क़भी घनघोर... Hindi · कविता 4 4 435 Share आर एस आघात 29 May 2020 · 1 min read प्रियतम से मिलने की आस ऊपर से बीमारी ख़ास वो विरहा क्यूँ तड़प रही है याद मुझे भी सता रही है मौसम कैसे गया मिलन का । ये कैसा भौकाल मचा है खड़े आमने-सामने पर हम क्यूँ तड़प रहे... Hindi · कविता 7 4 262 Share आर एस आघात 28 May 2020 · 1 min read बेटे की अरदास हे माँ मैं तेरा लाल, बैठ जा कुछ बोल पूछ तो ले कैसा है मेरा हाल । बहुत देर से मैं बैठा हूँ तेरे आगे-पीछे फ़िरता हूँ बोल दो मीठे... Hindi · कविता 6 7 674 Share आर एस आघात 28 May 2020 · 1 min read स्त्री की वेदना तू क्या समझ पायेगा मेरे बदन के दर्द की हद को जिसे तू हर दिन नोंचता है । सारे जहाँ की ख़ुशी तू मुझमें ढूँढता है फ़िर भी तमाम खामियाँ... Hindi · कविता 6 3 383 Share आर एस आघात 28 May 2020 · 1 min read 1857 की क्रांति... अत्याचार अत्यधिक बढ़ गए, सत्ता-शासन के अधिकार छिने थे, मिले कुँवर जी,नाना साहब ओर तात्यां टोपे, 1857 की खूनी-क्रांति का आगाज़ हुआ । एक तरफ़ से झाँसी की रानी, लखनऊ... Hindi · कविता 3 1 540 Share आर एस आघात 27 May 2020 · 1 min read मेरी ख्वाहिशें... तू मेरे ख़्वाबों-खयालों की मलिका, मुझे हक़ दे अपनी ख़िदमत का, मैं रहना चाहता हूँ बनकर तेरा, साया बना मुझे अपने हालात का । हर तरफ़ चर्चा है तेरी इस... Hindi · कविता 4 5 596 Share आर एस आघात 27 May 2020 · 1 min read मैं चलूँ कुछ तुम चलो.. मैं चलूँ कुछ तुम चलो.. पैदल ही मंज़िल फतह करेंगे, क़दम से क़दम मिला हमसफ़र, कारवाँ तक बारम्बार मिलेंगें । मंज़िल मेरी ओर तेरी... हम मिलकर साथ चलेंगे, हाथ मेरा... Hindi · कविता 5 4 562 Share आर एस आघात 26 May 2020 · 1 min read तुम्हें मैं पा न सका जितना तड़पा था तुझे पाने के लिए, आज कोशिश में हूँ उसे तड़पाने के लिए, वेवफ़ा मेरा प्यार कोई गुनाह तो नहीं, तिन-तिनके जिया हूँ तुझे भुलाने के लिए ।... Hindi · कविता 2 2 398 Share आर एस आघात 19 May 2020 · 1 min read बहुत बड़ा है राहत पैकेज.. शायद कोई भूखा नहीं रहेगा, भुखमरी से कोई नहीं मरेगा, हो जायेगा कल्याण सभी का, क्योंकि बहुत बड़ा है राहत पैकेज । अब कोई न पैदल निकलेगा, अब न पैरों... Hindi · कविता 5 257 Share आर एस आघात 18 May 2020 · 1 min read लाचार भूख व बीमारी प्यास भी बुझती नहीं, भूख भी लगती नहीं, गाँव जाने की ललक में, पैरों के छाले दिखते नहीं । सोया नहीं कई रातों से, फिर नींद क्यूँ आती नहीं, शासक... Hindi · कविता 6 2 437 Share आर एस आघात 16 May 2020 · 6 min read प्यार के अधूरे-सपने .... मौसम बदल रहा है, समय बीत चुका है, दिन भी लगभग वहीं हैं शायद तारीख़ में हेर-फेर लग रहा है, सही तारीख़ का पता नहीं लेक़िन यक़ीन है कि यही... Hindi · कहानी 3 2 332 Share आर एस आघात 15 May 2020 · 1 min read मजदूर का दर्द... न खाने का पता है, न सोने का इंतज़ाम, कौन जाने क्या होगा, मेरे इस सफ़र का अंजाम । मैं छोड़कर आया हूँ, उस चमचमाती दुनिया को, पैदल ही निकल... Hindi · कविता 3 902 Share आर एस आघात 14 May 2020 · 1 min read तीसरी आबादी... देखो वो पगडंडी पर, कोई दुल्हन सी जा रही है, है न कोई साथ फ़िर भी, नागिन सी लचक रही है । तन पर सोलह श्रृंगार, क्यूँ इतना इठला रही... Hindi · कविता 2 2 375 Share आर एस आघात 13 May 2020 · 1 min read जो गए थे परदेश कमाने... जो गए थे परदेश कमाने, गवाँ के लौट रहे हैं, अपने अरमानों का दरिया, खुलेआम बहाकर लौट रहे हैं । ख़ून-पसीने से जो कमाया, लुटाकर लौट रहे हैं, अमीरों की... Hindi · कविता 4 2 368 Share आर एस आघात 9 May 2020 · 1 min read रोटी कमाने वाला....लेकिन सब मर गए.... देखो रोटी कमाने वाला, रोटी के लिये कमाने वाला । रोटी पकाने वाली, भूखे को रोटी खिलाने वाली । रोटी माँगने वाला, रहता था फटेहाल वो दिलवाला । लेकिन सब... Hindi · कविता 1 2 758 Share आर एस आघात 8 May 2020 · 1 min read मुझमें और तुझमें अंतर है... मुझमें और तुझमें अंतर है, बाकी तो सब जादू-मंतर है । मेरी हनक है सत्ता तलक, रहती है तुझे जिसकी हनक। मुझे न डर नियम-कानूनों का, तुझे दिखा रखा है... Hindi · कविता 2 2 302 Share आर एस आघात 3 May 2020 · 1 min read गऱीबी का गुनहगार मुझसे क्यूँ नाराज़ हो, न मैं ये कोहराम लाया । छिना काम व मुँह का निवाला, फ़िर गुनहगार कहलाया । मिला नहीं अन्न का दाना, मैं भूख का सताया हूँ... Hindi · कविता 1 2 522 Share आर एस आघात 23 Apr 2020 · 1 min read इक साँवली सी लड़की.... इक साँवली से लड़की,....2 खोली है दिल की खिड़की । दिल में बसी जो सूरत.......चाहत मुझे है जिसकी..... मैं क़भी न सोच पाया,उसके नयनों की भाषा, कब उसने मुझको रिझाया,रहती... Hindi · कविता 2 2 348 Share आर एस आघात 2 Apr 2020 · 1 min read ऐ शाम तू ठहर.... ऐ शाम तू ठहर, मुझे कुछ कहना है, सर्द हवा,शीतल सा मौसम, इस पल में मुझको जीने दे । ऐ शाम तू ठहर.... देख वो श्याम चिरैया, वापस आ बैठी... Hindi · कविता 2 671 Share आर एस आघात 1 Apr 2020 · 1 min read फ़िर तेरी याद सता रही है..... तू अपनी शौहरत में मुझको भूल चुकी है, लेकिन मुझे रह-रहकर याद आ रही है । मैं तो था सोता हुआ आवारा बेगाना-सा, फिर तू मुझको क्यूँ बिरहा से जगा... Hindi · कविता 3 1 277 Share आर एस आघात 30 Mar 2020 · 1 min read मजदूर का दर्द ये सुबह और शाम का अंतर, मैं भूल गया हूँ राहों पर । भूख और थकान का अंतर, मैं भूल गया हूँ चौराहों पर ।। हे मेरे मालिक, ये कैसा... Hindi · कविता 2 548 Share आर एस आघात 28 Mar 2020 · 1 min read इधर जाऊँ या उधर जाऊँ.... मैं आख़िर अब किस तरफ़ जाऊँ, इधर जाऊँ या उधर जाऊँ । मिल रहा है तिरस्कार के साथ दर्द हर तरफ़, अच्छा होगा कि मैं मौत से मिल आऊँ ।।... Hindi · कविता 2 260 Share आर एस आघात 28 Mar 2020 · 1 min read मेरा नाम कोरोना...मुझसे थोड़ा सा डरो ना । मेरा नाम कोरोना..मुझसे थोड़ा सा डरोना । करता हूँ जब परेशान तो आपस में दूर रहो ना, जब दिक्कतें है लाख तो नियमों का पालन करो ना । दूर रहे... Hindi · कविता 6 376 Share आर एस आघात 28 Mar 2020 · 1 min read मुझे तू क्यूँ सताता है... मुझे तू क्यूँ सताता है, मौत से तू क्यूँ सहम जाता है । मेरे हर दर पर रहती है भुखमरी, भूख से किसको डराता है ।। दर्द से बाक़िफ़ मेरा... Hindi · कविता 4 2 251 Share आर एस आघात 6 Mar 2020 · 1 min read मैं तुमसे प्यार करता हूँ... मैं तुमसे प्यार करता हूँ.. बेइंतहां बेहिसाब करता हूँ । तूने जो लौ जलाई है, मुझमें हिम्मत जगाई है, मैं था गबरू गाँव का, प्यार की ABCD तूने ही सिखाई... Hindi · कविता 3 1 269 Share आर एस आघात 6 Mar 2020 · 1 min read सुन मैं पुकार रहा हूँ... सुन मैं तुझे पुकार रहा हूँ, अकेला रह गया हूँ, फ़िर भी तेरे बिन जिंदगी के, कुछ दिन गुज़ार रहा हूँ । मुझे तो एहसास भी न था, तू नाराज़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 521 Share आर एस आघात 6 Mar 2020 · 1 min read क़दम क्यूँ ठहर जाते हैं... क़दम क्यूँ ठहर जाते है... गली से जब वो गुज़रते हैं...क़दम क्यूँ ठहर...2 डर में जब सहमे रहते थे... वो हमसे इश्क़ कर बैठे...डर में जब सहमे रहते थे...2 हमारी... Hindi · कव्वाली 5 1 384 Share आर एस आघात 4 Mar 2020 · 1 min read बदन में एक साँस बाकी है.. मेरी गली है क्यूँ सुनसान, यहाँ तो खुशबू महकती थी, मेरे सनम के साथ हुई है कुछ अनहोनी, वरना तो यहाँ, बुलबुल चहकती थी । बनकर वो ज़हरीला रस, घुल... Hindi · कविता 4 3 232 Share आर एस आघात 27 Feb 2020 · 1 min read हे सुबह तू इतनी जल्दी क्यूँ आ जाती है... हे सुबह, तू इतनी जल्दी क्यों आ जाती है, चैन से सो रहा होता हूँ, बनकर बेदर्दी इतना, मुझे तू क्यूँ जगाती है । स्वपन मेरे हो गए धूमिल, बिखर... Hindi · कविता 1 343 Share आर एस आघात 8 Feb 2020 · 1 min read दर्द कौम के लिए... क्यूँ तुझे पसंद नहीं, ये विद्रोही वजूद मेरा, क्या ख़तरे में है, मुझसे अस्तित्व तेरा । हवा के मानिंद, आज मेरा ओज बढ़ रहा, है तू बैचेन बहुत, जैसे तेरा... Hindi · कविता 3 1 375 Share आर एस आघात 30 Jan 2020 · 1 min read मैं क्या हूँ.... मैं क्या हूँ, क्या मेरा अस्तित्व है, क़भी रूप विरक्त (त्यागी) जैसा क़भी नरभक्षी जैसा मानव । देखता हूँ क़भी बच्चे, मेरा वात्सल्य, उमड़ता है, वहीं जब देखता हूँ, मैं... Hindi · कविता 2 323 Share आर एस आघात 29 Jan 2020 · 1 min read नमो बुद्धाय जय भीम हमारा गीत है... वंशज हैं हम उधम के, झलकारी -फूलन से प्रीत है, रमा-साबित्री- उदा रहें जहन में, दास-कबीरा नानक की वाणी हमारा गीत है । वीर हैं हम बिरसा मुंडा के, नमो... Hindi · गीत 2 568 Share आर एस आघात 28 Jan 2020 · 1 min read मेरा मन क्यूँ मचलता है... मेरा मन, क्यूँ मचलता है, कभी बनकर ये कोयल, भोर में, कुह-कुह करता है । हवा के मानिंद, ये चलता है, क़भी उड़ जाए, आसमाँ में, फ़िर, बन पपीहा बाग़... Hindi · कविता 4 2 230 Share आर एस आघात 28 Jan 2020 · 1 min read काश... भूलना चाहता हूँ, मैं तेरा अहसास, भुलाने में अग़र तू, साथ निभादे तू मेरा काश । मुझे क्यूँ पड़ गई आदत, तेरे पास रहने की, भला भी होगा मेरा कैसे,... Hindi · कविता 2 2 283 Share आर एस आघात 27 Jan 2020 · 1 min read आज ये आजादी मुझको झूठी लगती है... माँ-बहन-बेटी यहाँ क्यूँ, डर-डरके चलती हैं । आज ये आज़ादी मुझको, झूठी लगती है । माँग सके न मेहनताना, इक मज़दूर अपनी मजदूरी का, मिलता है दुत्कार सदा क्यों, जिसका... Hindi · कविता 2 609 Share आर एस आघात 9 Jan 2020 · 1 min read मेरी उलझनें... बहुत दुःख मिले हैं मुझे, तेरी सल्तनत में, मैं ज़िंदा हूँ यहाँ, ज़िंदा रहने की उलझन में । हिज़ाब से निकल कर, बेरी तू आ सामने, साँस है अभी बाक़ी,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 5 524 Share आर एस आघात 5 Jan 2020 · 1 min read कल क्या होगा पता नहीं.. आज रुलाया है बहुत, शरेआम कर बदनाम, मेरी मोहब्बत को, फ़िर क्यूँ ऐतबार इतना है, कि भूल पायेगा नहीं, आज तो भीगे है अश्क उसके, कल क्या होगा पता नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 354 Share आर एस आघात 2 Jan 2020 · 1 min read हम हैं तेरे लिए....ओ सजना... याद तुझे क्या कुछ भी सजना.....2 जब हम छुपके मिले... हम हैं तेरे लिए...... ओ...सजना ...हम हैं तेरे लिए... इश्क़ तेरा मुझे जीने देगा...2 तेरा प्यार मुझे मरने न देगा........ Hindi · गीत 1 233 Share आर एस आघात 24 Dec 2019 · 1 min read बेटी का दर्द... तू कहे तो माँ मैं ना आऊँ, इस दलदल सी दुनियाँ में । माँ माहौल बता मुझको, तू अपनी अंधेरी जालिम दुनिया का । मैं जियूँ या मर जाऊँ, फ़िर... Hindi · कविता 1 434 Share आर एस आघात 24 Dec 2019 · 1 min read जल की वेदना... सोच मेरे मारे में, तू क्यों है परेशां, बचा ले तू मुझे, मुझपे टिका है सारा जहाँ । न रहूँगा मैं, तो तेरा क्या अस्तित्व रहेगा, गर न बचा मैं,... Hindi · कविता 1 2 497 Share आर एस आघात 18 Dec 2019 · 1 min read मेरे रहनुमाओं ने भी दी हैं शहादतें... मेरे रहनुमाओं ने भी दीं हैं शहादतें, साहिबे-वतन किसी के बाप का थोड़ी है... आज का मौसम है बेरंग बेढंगा, अभी झुलस रहा था तन, है अब सर्द बर्फ़ीला ज़लज़ला,... Hindi · कविता 2 208 Share Previous Page 2 Next