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28 Jan 2020 · 1 min read

काश…

भूलना चाहता हूँ,
मैं तेरा अहसास,
भुलाने में अग़र तू,
साथ निभादे तू मेरा काश ।

मुझे क्यूँ पड़ गई आदत,
तेरे पास रहने की,
भला भी होगा मेरा कैसे,
तेरी ज़िद है यूँ मुझे जलाने की ।

तू लाख करे कोशिश,
मुझे बरबाद करने को,
“आघात” है आमदा इस क़दर,
तेरी हर ख़ुशी आबाद करने को ।

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 253 Views
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