रेखा कापसे 91 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid रेखा कापसे 15 Dec 2020 · 1 min read कोरोना में हाल बुरा है एक विषाणु विदेशी आया, देख संक्रमण मन घबराया! घर में नजरबंद हुए सब, सकल विश्व संकट गहराया!! वक्त मानों थम सा गया है, ये कोरोना जम सा गया है! हर... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 42 77 2k Share रेखा कापसे 6 Nov 2018 · 1 min read "माँ तु सर्वश्रेष्ठ" तेरे सजल नैनो से, झलकती सदा प्रीत है। हरपल लाड़-दुलार, तेरे आँचल की रीत है।। तेरी काया मे रह,जन्म तुमसे ही पाया है। तु ममता की मुरत, तेरा आँचल मेरा... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 16 57 1k Share रेखा कापसे 14 Sep 2019 · 2 min read "हिंदी" देश का गौरव चार लाईन:-- गौरव है हमारा, हमारी राष्ट्रभाषा,सबसे सरल है, हिंदी की परिभाषा इसमें ही राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत है,हिंदी ही तो, कवियों के मन का मीत है कविता:---- हिंदी गीत है,... Hindi · कविता 2 1k Share रेखा कापसे 19 May 2022 · 1 min read दोहा छंद- पिता सुखद निलय मधु मूल है, पिता धूप में छाँव। नायक शुभ परिवार का, दृढ़ ग्रहस्थ दे पाँव।।(१) नित्य दिवस निशि कर्म कर, पोषक पालनहार। उदर तृप्त परिवार का, प्रमुदित शुभ... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · दोहा 14 9 911 Share रेखा कापसे 22 Jan 2020 · 1 min read कविता मुझे बहुत प्रिय था वो,और स्थिर सा उसका शूरूर। धड़का था दिल मेरा उसमें, थी मैं उसका गुरुर। अल्फ़ाज़ उसके,साँसे मेरी,दिल उससे ही धड़कता था। मैं उसके मन की मल्लिका,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 752 Share रेखा कापसे 11 May 2019 · 1 min read एक परिचारिका सारी दुनिया जब,नींद के आगोश मे सोई रहती हैं इन सबसे परे तब वो,सेवा भाव मे खोई रहती है सब त्योहार मेंं घर पर, अपनो संग आनंदित रहते हैं और... Hindi · कविता 4 4 649 Share रेखा कापसे 22 Jan 2020 · 1 min read 4243 रेखा"कमलेश "आती वक्त बे वक्त तेरी याद समझाये कैसे,किससे करे दिल अपनी फरियाद रेखा " कमलेश " होशंगाबाद मप्र Hindi · कविता 3 635 Share रेखा कापसे 7 Feb 2019 · 1 min read "विदाई समारोह" आपमे सबसे खास... "होठो पर सदा मुस्कान चेहरे पर शकुन का भाव हँसमुख बनकर सबसे मिलना ऐसा सुलझा सरल आपका स्वभाव" आपसे सीखा... नैतिकता नीति की बताकर बात पब्लिक डीलिंग... Hindi · कविता 2 2 696 Share रेखा कापसे 6 Dec 2020 · 1 min read नवल किरण दैनिक रचना विषय - नवल किरण दिनाँक- 28/10/2020 दिन-बुधवार ***********"""""""""" एक नवल किरण हरती तमस, बिखेरे पुंज उजियास का! एक आस जगाए चित्त में और, अंश है सकल प्रयास का!!... Hindi · कविता 1 1 540 Share रेखा कापसे 26 Apr 2019 · 1 min read शादी की सालगिरह सात फेरो के बंधन के,बीत गये चंद साल कुछ वो समझे ,कुछ तुमने जाना,एक-दुजे मन का हाल सुख, दुःख,धूप और छांव, राह के है ये पड़ाव यूं ही संग-संग बीते... Hindi · मुक्तक 4 531 Share रेखा कापसे 14 Jun 2019 · 1 min read हाँ, मैं एक हाऊस वाईफ हूँ घर में हर दिल की फरमाईश हूँ हाँ, मैं एक हाऊस वाईफ हूँ अर्द्धांगिनी जिसकी बन के आई वो कहते मुझको वाईफ हैं बिन कहे, मैं उनके मन को जानूँ... Hindi · कविता 6 3 532 Share रेखा कापसे 10 Feb 2021 · 1 min read दोहे.... *विधा-*दोहा लेखन* ********************** *माँ* भोली सूरत मात की,मीठे मीठे बोल। नेह भरी मूरत प्यारी, है जग में अनमोल।। *पिता* पुरा जीवन रीत गया, सुत का हो कल्याण। भाव मन में... Hindi · दोहा 5 2 545 Share रेखा कापसे 21 Mar 2019 · 1 min read होली आई रे... गीत Mar 19, 2019 होली आई होली आई होली आई रे….. रंग बिरंगे फूलो की, डोली आई रे। रंग गुलाल उड़ा,हवा की फुहार मे मन का मैल धुला,प्रीत की धुआँर... Hindi · गीत 5 536 Share रेखा कापसे 8 Dec 2020 · 1 min read किसान... रचनाकार- रेखा कापसे "होशंगाबाद" दिन- मंगलवार दिनाँक- 1/12/2020 विधा - कविता **************************** श्वेत लहु से अवनि को, करता जो लहुलुहान है! स्वेद कण से उपजाता, अन्न वो कनक समान है!!... Hindi · कविता 3 3 501 Share रेखा कापसे 15 Feb 2019 · 1 min read पुलवामा अटैक कंधार, संसद,पठानकोट.और पुलवामा मे कर विस्फोट पाल वहम,तुम सोच रहे ,जंग जीत गये, मां भारती के वीर जवान, एक माँ के सच्चे सपूत और मीत गये। वीर जवानों की शहादत... Hindi · कविता 6 2 493 Share रेखा कापसे 17 May 2020 · 1 min read मुकद्दर की बात है.... हर इंसां कर्मशील है पथ पर अपने आज । कल जिसको जितना मिल जाए, मुकद्दर की बात है।। हाथ में लिए फिरते है, जाम वो इश्क़ का। नशा जिसको जितना... Hindi · कविता 3 488 Share रेखा कापसे 26 Aug 2020 · 1 min read "प्रेम पथिक " रचना विषय- प्रेम पथिक रचनाकार - रेखा कापसे "रेखा_कमलेश" दिनाँक- 21/08/2020 दिन- शुक्रवार ******************************** भूल के रुख बेरुखी का, एक-दूजे को स्वीकार करे! (1) प्रेम पथिक बन हम दोनो, प्रीत... Hindi · कविता 4 4 486 Share रेखा कापसे 30 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक आज फिर तेरी रुसवाई से, मन फुटकर रोया है खामोश ,टुटे हुए अशको ने,फिर रुखसार भिगोया है इंतजार कब तलक करे,तेरी ईश्क की खुदाई का विश्वास कर के तुम पर,हर... Hindi · मुक्तक 4 2 472 Share रेखा कापसे 31 Mar 2019 · 1 min read नेताजी का चुनावी साल दिखाई दिए नेताजी बरसों बाद, गली मुहल्ले मे, लगता हैं आज,फिर से ,चुनावी साल आ गया। गरीबी, महंगाई और,किसानों की आत्महत्या मुद्दों से भटकाने, कर्ज माफी का पैगामआ गया। कीचड़,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 2 532 Share रेखा कापसे 22 Jan 2020 · 1 min read गुमशुदा हैं कौन मुझमें गुमशुदा हैं कौन मुझमें महसूस करती हूँ,खुद को तुझमें सच हैं या, हैं सरासर झूठ कोई खबर करती,हवाएँ मुझे सूद में न बात,न हुई मुलाकात तुमसे कोई शक हैं सबको,खुद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 528 Share रेखा कापसे 6 May 2019 · 1 min read अब मतदान की बारी है थमा प्रचार, हुआ बंद शोरगुल हुई शुरू महापर्व ,की तैयारी है चल मतदाता, काम सब छोड़ो सबसे पहले अब,मतदान की बारी है न किसी दबाव मे आना तुम स्वाभिमान, स्वयं... Hindi · कविता 4 2 457 Share रेखा कापसे 10 Jun 2019 · 1 min read एक बेटियां होती सब एक सी, जाति धर्म की खटास इन पर क्यों आजमाते हो क्या इतने नामर्द हो गये जो इन पर दरिंदगी अपनी, दिखलाते हो Hindi · कविता 3 461 Share रेखा कापसे 23 Jun 2019 · 1 min read बारिश और मन की यादें बारिश की बूंदे ज्यों-ज्यों ,तन को भींंगा रहीं थीं। अंतर्मन में उसकी याँदे,अपनी कसक जगा रहीं थीं।। मैंने पूछा, रे मन! तू बाँवला हो गया क्या? जों बचपन की यादों,... Hindi · कविता 2 459 Share रेखा कापसे 5 Dec 2020 · 1 min read "मौसम" यूँ तो पल पल में बदलते रहते है मौसम! नित नव क्रियाओं में, बहते हैं ये मौसम!! रश्मि सुनहरी करती सहर का आगाज! प्रति क्षण गुनीत तपिश, पहर का साज!!... Hindi · कविता 435 Share रेखा कापसे 6 Dec 2020 · 1 min read स्मृतियाँ... दिल दिमाग पर असंख्य, रेखाएँ खींच जाती है! चित्त पटल पर जब , स्मृतियाँ बिछ जाती है!! खोल देती है बंद पट, बदले भावों की करवट! रीत गए जो लम्हें... Hindi · कविता 2 4 463 Share रेखा कापसे 5 Dec 2020 · 1 min read स्मृति,.... जागृति विषय - स्मृति दिन- शुक्रवार दिनाँक - 20/11/2020 रचनाकार- रेखा कापसे ************************ दिल दिमाग पर असंख्य, रेखाएँ खींच जाती है! चित्त पटल पर जब कभी, स्मृतियाँ बीछ जाती है!! खोल... Hindi · कविता 1 465 Share रेखा कापसे 1 Jul 2019 · 1 min read वक्त वक्त की जादूगरी का यूँ हिसाब न लगाओ.... यें ठहरता नहीं.. मगर कईं मुखड़ों सें वाकिफ़ करा देता हैं छुपाना चाहें जमाना, कितना हीं कुछ यें वक्त हैं जनाब, सब... Hindi · कविता 2 2 470 Share रेखा कापसे 24 Apr 2020 · 1 min read प्रकृति शक्ति सौम्य रूपा विषय - प्रकृति शक्ति सौम्य रूपा असंख्य वीरो की जननी, सृष्टि मानव जीवनदायिनी है। अनेकों संसाधन पूरित, समूचे खजाने की स्वामिनी है।। ममनमोहक रमणीक स्थल, सुन्दर प्रकृति की शान है।... Hindi · कविता 2 465 Share रेखा कापसे 11 Jun 2019 · 1 min read बेटियों का मन बच्चो की एक कविता है मछली की कहानी कहती है मछली जल की रानी है जीवन उसका पानी है हाथ लगाओ तो डर जाएगी बाहर निकालो तो मर जाएगी ये... Hindi · कविता 3 448 Share रेखा कापसे 6 Aug 2020 · 1 min read स्त्री दैनिक रचना रचनाकार - रेखा कापसे दिन -गुरुवार दिनाँक - 6/8/2020 ********************************- स्त्री........... छोड़ आती पीहर अपना, तुम्हें अपना बनाती है हर एक कोना घर का, बड़े सलीके से सजाती... Hindi · कविता 4 3 457 Share रेखा कापसे 10 May 2020 · 1 min read "माँ " सर्वप्रथम माँ के चरणों में 2 पंक्तियाँ अर्पित करती हूँ.. "हे जन्मदायिनी मात मेरी, मैं तुहिर कण तू पात मेरी। मैं चंचल सरिता वेग लिए, तू मुझको संभाले थात मेरी।।... Hindi · कविता 3 2 476 Share रेखा कापसे 22 Jan 2020 · 1 min read कविता मन तो नादान परिंदा है, ख्वाहिशें इसकी, कभी खत्म नहीं होती उल्फ़त बहुत हैं राहों में, तू कभी ये न कहना हसरतों की जुस्तजू,हर वक़्त पूरी नहीं होती कभी यादें... Hindi · कविता 2 2 443 Share रेखा कापसे 21 Jan 2020 · 1 min read बहुत भगा लिया...... बहुत भगा लिया, तूने ए जिंदगी! कुछ पल का, अब तो ठहराव दे!! होंगे गिले-शिकवे तुझे भी, मुझसे! सबब से पार पाने,पतवार ए नाव दे!! कठपुतली हैं हर इंसां,रब तेरे... Hindi · कविता 3 1 452 Share रेखा कापसे 27 Jul 2020 · 1 min read गीत मल्हार सूखा सावन प्यासी नदियाँ बेरन फुहार बरखा लागे। (1) अनमने आस में तकते बेकल तरु सहसा लागे।। (2) बेला चंपा और चमेली, फीकी मुस्कान लिली की। (3) उर भी लेत... Hindi · गीत 6 10 464 Share रेखा कापसे 1 Mar 2019 · 1 min read अभिनंदन सकुशल लौटा वीर, शौर्य पुत्र अभिनंदन है। मन प्रफुल्लित,हम गर्वित, वायु पुत्र को हमारा वंदन है। शीतल हुआ ,वापसी से माँभारती का आँचल है। गदगद हुआ मन,नम आँखे, सकुशल लौटा,देश... Hindi · कविता 3 453 Share रेखा कापसे 15 Jul 2019 · 2 min read अज्ञात, नन्हें बच्चे के मन से वो कमसीन, कली होगी, शायद, पर मैं तो था,उसका ही फूल बिना रजामंदी सा था,मैं, या, थी कोई, अनचाही उसकी भूल मैं कतरा, उसके खून का था, ना मांग थीं,... Hindi · कविता 2 403 Share रेखा कापसे 31 May 2019 · 1 min read "तंबाकू सेहत के लिए, बड़ी हानिकारक है" #विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर विशेष# तंबाकू सेहत के लिए, बड़ी हानिकारक है फिर भी लोग इसे खाते हैं चाव से, बड़े चबाते है मना कर दे, कोई कितना बात... Hindi · गीत 5 2 446 Share रेखा कापसे 22 Jan 2020 · 1 min read "अब तुम नहीं याद आते हों" अब तुम कम याद आते हो! क्या तुम मुझे भूल पाते हो!! तन्हाईं में वक्त,कहाँ बिताते हों! होते जब जिद्दी,किसे सताते हो!! कहाँ ढुँढते खुशियाँ,गम किसे बताते हों! यूँ अकेले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 403 Share रेखा कापसे 19 Aug 2019 · 1 min read मायका और जायका न फीका होता हैं कभी जायका जब भी आओ, खुशहाल कर देता हैं, मायका माँ की ममता,खुब बरसती पापा के मन में खुशियाँ लहरती भाई हर बात का रखता ध्यान... Hindi · कविता 2 432 Share रेखा कापसे 22 Jan 2020 · 1 min read शायरी हर लम्हा मुझे, तू इस तरह हर पल में, न महसूस कर बेचैन सी ये हिचकियाँ,लेती हैं जां खामोशियाँ मेरी, कुछ तो मकसूद कर रेखा "कमलेश " होशंगाबाद मप्र Hindi · कविता 2 420 Share रेखा कापसे 30 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक ग्लोबल वार्मिग से अब तो,ग्लेशियर पिघलने लगे है दिनकर भी रोस मे,आग इस कदर उगलने लगे है प्रक्रति,बदलने की जिद मे,मानव ने हर हद तोड़ दी विध्वंस, धरा की प्रतिक्रिया... Hindi · मुक्तक 3 1 398 Share रेखा कापसे 16 Dec 2020 · 1 min read मेरी कविता.. *मेरी कविता* ************* मेरी कविता बहुत समझदार है, भावों का मंतव्य विस्तार है मुझ पर हक नहीं जताती है शक में नहीं भरमाती है कभी तंज नहीं कसती है मेरी... Hindi · कविता 4 10 434 Share रेखा कापसे 2 Dec 2018 · 1 min read मन की उड़ान अभी तो चलना शुरु किया है, जहन मे ढलना शुरू किया है। मन तो है,आसमां तक जाउ, छुकर गगन, धरा पर आऊ। नभचर बन मैं, थिरकू गगन मे, ख्वाहिश हैं... Hindi · कविता 4 2 450 Share रेखा कापसे 22 Jan 2020 · 1 min read न रोके कोई, मुझे न रोके कोई, मुझे कुछ करने से न टोके कोई मुझे कुछ कहने से प्रेम मेरा क्षणिक भी कम न होगा यूँ कोसो दूर भी, तुझसे रहने से कहा रोक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 474 Share रेखा कापसे 16 Jun 2019 · 1 min read एक पिता का साया महसुस किया,बिन कहे, अपना धर्म निभाया हैं मेरी परछाईं संग छुपा, एक पिता का साया हैं जब नौ महीने, माँ के गर्भ में, हलचल होती रही मस्तिष्क को तब पिता... Hindi · कविता 5 1 437 Share रेखा कापसे 26 May 2019 · 1 min read मुक्तक इकरार नहीं तो, इनकार सही प्यार नहीं तो, तकरार सही तुम खुश रहो, जी हर लम्हा तुम पास नहीं तो, तेरी आस सही Hindi · कविता 4 409 Share रेखा कापसे 17 May 2020 · 1 min read शायरी वाह जनाब ! बेहद वाज़िब फरमाया है आपने। नायाब लेखन शैली से, शीर्ष कमाया हैं आपने।। ?????✍️ Hindi · कविता 2 376 Share रेखा कापसे 25 May 2019 · 1 min read मुक्तक खुली आँखों के वो सपने थे शामिल कुछ उसमे अपने थे स्नेह, आशिर्वाद, दुआओं, से मिली मंजिल, खुशहाल वो लम्हें थे Hindi · मुक्तक 5 402 Share रेखा कापसे 22 Jan 2020 · 1 min read भूली हुई कहानी भूली हुई कहानी, रीते लम्हें, वो बीते हुए पल। याद बहुत आता हैं, संग तेरे गुजरा हुआ कल।। जादुगरी सी बातें तेरी,खुशनुमा से वो एहसास। मेरी खामोश निगाहें पढ़ कर,स्नेह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 376 Share रेखा कापसे 22 Jan 2020 · 1 min read तुमने कहा था..... दिल को तेरे मैं ही भाती हूँ, तुमने कहा था मैं सिर्फ तेरी परी हूँ,मुझसे तुमने कहा था क्यूँ साथ ले गए, मुस्कराहट और हँसी मेरी फबती ये खूब मेरे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 352 Share Page 1 Next