Comments (2)
10 Feb 2021 05:49 PM
??हर्षित हो मन आपका, बोले ऐसे बोल।
बाहर निकले होठ से, उससे पहले तोल।। बहुत ही सुंदर सृजन किया है आदरणीय । अतिसुंदर दोहा??मेरी रचना “ये खत मोहब्बत के” पर भी प्रकाश डालें एवं पसंद आये तो अवलोकन कर वोट देने की कृपा करें । मुझे आपके वोट का इंतजार रहेगा महोदया । ????????
आपकी कृति बहुत अच्छी है.
मेरी रचना “प्रेम……किस्तों में” पसंद आए तो कृपया उसे अपना बहुमूल्य वोट प्रदान करने की अपार कृपा करेंगे.
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