नूरफातिमा खातून नूरी 249 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid नूरफातिमा खातून नूरी 14 May 2020 · 1 min read मजदूर मन बेचैन हुआ मजदूरों की लाचारी से दुनिया ने क्या न झेला इस महामारी से मीलों दूर सफ़र करना आसान नहीं है परिवार, सामान साइकिल की सवारी से उनके पांव... Hindi · कविता 8 6 390 Share नूरफातिमा खातून नूरी 19 May 2020 · 1 min read चलो चाकलेट के बाग़ लगाते हैं चलो चलकर चाकलेट के बाग़ लगाते हैं मैंगो फ्रुटी से भरा हुआ तालाब बनाते हैं बिस्किट के पत्ते लालीपाप की कलियां हों सेव, नमकीन,लाइचीदाना की फलियां हों फ्रेन्चफ्राइ, फिंगर, फोंफी... Hindi · कविता · बाल कविता 7 2 366 Share नूरफातिमा खातून नूरी 2 Jul 2020 · 1 min read मोबाइल की महिमा सबकी महिमा बहुत हुई जी अब मोबाइल की महिमा करते हैं सुबह -सवेरे उठते ही मोबाइल का दर्शन करते हैं है प्रेम इतना मोबाइल से हर पल उसको निहारते हैं... Hindi · कविता 7 461 Share नूरफातिमा खातून नूरी 10 Jul 2020 · 1 min read छंदमुक्त कविता बहुत ज्यादती कर लिया हमने अपनों की ना खबर लिया हमने शराफत से अब काम नहीं चलता ईंट के बदले पत्थर लिया हमने उनके घर से निकले से पहले हर... Hindi · कविता 7 1 351 Share नूरफातिमा खातून नूरी 24 Jul 2020 · 1 min read छंदमुक्त कविता ख़ुशबू में आला रातरानी, जूही है, हमारा ब्लाक, तहसील तमकुही है। ये जगह बुद्ध के नाम से अमर है, हमारा जिला तो भई कुशीनगर है। गोरखधाम, पूर्वांचल का उर है,... Hindi · कविता 7 6 660 Share नूरफातिमा खातून नूरी 5 May 2020 · 1 min read मुक्तक काम किया सर्द में गर्मी की तपिश में मां-बाप ने क्या न झेला हमारी परवरिश में वो बेकार की चीज़ें अक्सर हो जातें हैं बाद में तु रख ऐसे कहते... Hindi · मुक्तक 6 3 425 Share नूरफातिमा खातून नूरी 10 May 2020 · 1 min read अम्मा उंगली पकड़ा के चलना सीखाती है मां हर ज़ख्म पर मरहम लगाती है मां जमाना जब भी हमें ठोकर लगाया उठा कर अपने सीने से लगाती है मां जब भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 5 781 Share नूरफातिमा खातून नूरी 12 May 2020 · 1 min read रमजान मेरे जिन्दगी का पहला ऐसा रमजान है, अकेले ही इफ्तार से मन हलकान है। नये कपड़ों के लिए परेशान हैं बच्चे, लाक डाउन, कोरोना से वे अनजान हैं। छुट रही... Hindi · कविता 6 6 310 Share नूरफातिमा खातून नूरी 31 Aug 2020 · 1 min read पल भर में बदलती है जिंदगी रेत सी फिसलती है जिंदगी, पल भर में बदलती है जिंदगी। हम सोच नहीं सकते ख्वाबो में, कैसी-कैसी राहों पर चलती है जिंदगी हालात को बांधना बस में नहीं सुख-दुख... Hindi · कविता 6 370 Share नूरफातिमा खातून नूरी 28 Apr 2020 · 1 min read ग़ज़ल उस्तादों का जहां भी सम्मान होता है वहां का आम आदमी भी महान होता है सबके दिलो दिमाग पर वो राज़ करता है असल ज़िन्दगी में वही धनवान होता है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 1 282 Share नूरफातिमा खातून नूरी 6 May 2020 · 1 min read कविता कोरोनावायरस तो दूर था कुशीनगर से हमसभी तो होने लगे थे बेफिकर से कानपुर से फैलाया तरया सुजान तक पुलिसकर्मियों ने किया सम्बंधियो पे शक इधर मयखाना के बेगैर बेचैनी... Hindi · कविता 5 1 366 Share नूरफातिमा खातून नूरी 21 May 2020 · 1 min read मेरा स्कूल खुलेगा कब घर बैठे-बैठे सेवानिवृत्त की भावना आ गई छुट्टी में भी छुट्टी ना हो ये कामना आ गई सुबह जल्दी से काम निपटा कर जाते थे स्कूल बने आलसी हम ,जीवन... Hindi · कविता 5 2 339 Share नूरफातिमा खातून नूरी 8 Jun 2020 · 1 min read चलिए कुछ दिन उपवास करते हैं चलिए कुछ दिन उपवास करते हैं गरीब के भूख का एहसास करते हैं जिसने हमें अनमोल जीवन दिया उसके नाम अपना हर सांस करते हैं दूर -दराज के समस्याओं पर... Hindi · कविता 5 3 294 Share नूरफातिमा खातून नूरी 2 Jul 2020 · 1 min read छंदमुक्त कविता दिन उदाशी में रात आंखों में कटता था दिन रात मन हमारा दिये सा जलता था किस -किस के तानों से दिल चाक करते कौन समझता किससे मन की बात... Hindi · कविता 5 2 607 Share नूरफातिमा खातून नूरी 2 Aug 2020 · 1 min read रक्षाबंधन कोरोना काल में रक्षाबंधन मनायें कैसे संक्रमण का डर है पीहर जाये कैसे। किसी भी त्योहार में मन नहीं लगता, कौन पाज़िटिव हो जाए मन में खटकता, मन में समाए... Hindi · कविता 5 4 408 Share नूरफातिमा खातून नूरी 15 Dec 2020 · 1 min read कोरोना वापस आ गया क्या कहे कोरोना वापस आ गया घबराया मन और भी घबरा गया। मास्क लगाइए आप जरूर, भीड़ में रहिए दो गज दूर, अधिक से अधिक रहिए घर, सैनिटाइजर लेकर निकले... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 30 532 Share नूरफातिमा खातून नूरी 17 Apr 2022 · 1 min read पिता पिता जिन्दगी में हर पल सुकून पाया है मां हरियाली है तो पिता घना साया है। पिता के कन्धे पर बैठ जग घूम लिया, देखा हमे ज़मीं पर तो उठा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 5 9 167 Share नूरफातिमा खातून नूरी 14 Jun 2022 · 1 min read ऐ बादल अब तो बरस जाओ ना तपती धरती पर तरस खाओ ना ऐ बादल अब तो बरस जाओ ना सुख रहें हैं सारे खेत खलिहान है भीषण गर्मी शाम चाहें बिहान पशु- पक्षी प्यासे फड़फड़ा रहे... Hindi · कविता 5 4 746 Share नूरफातिमा खातून नूरी 13 Apr 2020 · 1 min read कविता बर्बादी ही होती है आपसी रंजिश में इंसान कैद होता है वक्त की गर्दिश में समय रहते खुद को न सम्भाल पाओगे दलदल से खुद को न निकाल पाओगे चीन... Hindi · कविता 4 582 Share नूरफातिमा खातून नूरी 24 Apr 2020 · 1 min read मुक्तक ये तहजीब की नगरी है यहां लोग संस्कारी हैं बिखरे को सम्भाले यहां ऐसे परोपकारी हैं हम कह नही सकते कि जमाना दकियानूस है घर बाहर दोनों को सम्भाले यहां... Hindi · मुक्तक 4 2 496 Share नूरफातिमा खातून नूरी 28 Apr 2020 · 1 min read ग़ज़ल जाति-पाति के नाम पर आग लगाते हैं साफ-पाक दामन पर दाग लगाते हैं पूरा जीवन बदहाली में ही गुज़र गया सारी उपलब्धियां मरने के बाद लगातें है उन्हें आदमी की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 4 311 Share नूरफातिमा खातून नूरी 30 Apr 2020 · 1 min read ग़ज़ल छोटी सी जिंदगी में आदमी चूक जाता है शीशा तोड़ने वाला पत्थर भी टूट जाता है किसी को छोटा समझने की कोशिश ना करें छोटी सी चींटी के आगे हाथी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 343 Share नूरफातिमा खातून नूरी 2 May 2020 · 1 min read मुक्तक जो मेहनत करके खाये वो मजदूर हैं जो लेखनी चलाये कबीर, तुलसी,सूर है पसीना बहाया ईमानदार ,मेहनती कहलाया जो खून खराबा कराते वो मलिक काफूर है नूरफातिमा खातून" नूरी"... Hindi · मुक्तक 4 503 Share नूरफातिमा खातून नूरी 3 May 2020 · 1 min read कविता एक और एक दो के बजाय ग्यारा हो जाए आदमी का आदमी फिर से सहारा हो जाए इंसान को रोजगार और प्रेम ही तो चाहिए विकसित देशों की तरह देश... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 1 350 Share नूरफातिमा खातून नूरी 29 May 2020 · 1 min read मेरे देश के नौजवानों का उद्धार होना चाहिए मजहब के साथ रोजगार पर भी विचार होना चाहिए देश के बेरोजगार नौजवानों का उद्धार होना चाहिए बेरोजगारी ने ही मजदूरों को दर-बदर भटकाया है मेरे देश का असली चेहरा... Hindi · कविता 4 4 360 Share नूरफातिमा खातून नूरी 10 Jul 2020 · 1 min read मुक्तक हैं खुशहाली सावन की घटाओं में बड़ी राहत है इनकी ठंडी हवाओं में होगा बड़ा एहसान आपका दोस्तों हमें भी रखियेगा अपनी दुवाओं में क्या खुशनुमा सावन की बहार है... Hindi · मुक्तक 4 2 278 Share नूरफातिमा खातून नूरी 22 Aug 2020 · 1 min read छंदमुक्त कविता बैठे- बैठे खुदा का गुणगान किजिए, हिन्दुस्तानी होने का अभिमान कीजिए। अपनाइयत की खुशबू फैलेगी हर तरफ, छोटों को स्नेह बड़ों का सम्मान कीजिए। आप शिखर पर पहुंच गए तो... Hindi · कविता 4 4 385 Share नूरफातिमा खातून नूरी 29 Jun 2022 · 1 min read बारिश की ये पहली फुहार है हर तरफ माहौल खुशगवार है बारिश की ये पहली फुहार है होने लगा है धान की रोपाई गा रहीं गीत भाभी चाची ताई सोंधी - सोंधी सी मिट्टी महके खेत... Hindi · कविता 4 2 746 Share नूरफातिमा खातून नूरी 1 Apr 2020 · 1 min read ग़ज़ल सोचो की दुनिया से निकल जाना है ऐ हवा तुझे बता तो किधर जाना है नाज़ुक दिल के होते हैं हम इंसान वक्त मौसम है इसे तो बदल जाना है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 289 Share नूरफातिमा खातून नूरी 12 Apr 2020 · 1 min read मुक्तक आज़ करना है वो बाद में कर ये है कोरोनावायरस का असर कुछ महीनों के लिए आलसी बन दूर -दूर तक न आइए नज़र नूरफातिमा खातून" नूरी" १२/४/२०२० Hindi · मुक्तक 3 544 Share नूरफातिमा खातून नूरी 13 Apr 2020 · 1 min read ग़ज़ल जिन्दगी का कोई पल अनछुया न रह जाए बुझा शाम का कोई भी दिया न रह जाए लाना है हर बात को ज़माने के सामने अंजाने में कोई बात छिपा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 426 Share नूरफातिमा खातून नूरी 13 Apr 2020 · 1 min read कविता ग़म धूप ख़ुशी छांव की तरह कभी सुबह कभी शाम की तरह मंज़र तो आज भी वही है यारों मगर जिन्दगी गुज़रे नाव की तरह कई जगह घूमने गए हम... Hindi · कविता 3 1 424 Share नूरफातिमा खातून नूरी 13 Apr 2020 · 1 min read कविता एक राह को चौराहा बना दिया जगह जगह नफरत फैला दिया यकीन न आया इन आंखों को मुस्कुरा के घर से वापस लौटा दिया खड़े के खड़े ही रह गये... Hindi · कविता 3 1 290 Share नूरफातिमा खातून नूरी 21 Apr 2020 · 1 min read मुक्तक जहां गंगा बहती है सब मिलके रहते हैं चेहरा देखते ही भावना को समझते हैं खुद भुखे रह दुसरो को खाना खिलाते जहां एकता उसे हिन्दुस्तान कहते हैं नूरफातिमा खातून"... Hindi · मुक्तक 3 1 254 Share नूरफातिमा खातून नूरी 26 Apr 2020 · 1 min read बाल कविता क ख ग घ ङ घर में रहो बन्दा च छ ज झ ञ गर्म पानी पीना ट ठ ड ढ ण लाक डाउन है सारा त थ द ध... Hindi · कविता · बाल कविता 3 768 Share नूरफातिमा खातून नूरी 27 Apr 2020 · 1 min read बाल कविता (आओ हाथ जोड़ करें विनती दिला दें प्रभु कोरोना से मुक्ति घर बैठे पढ़ाई जा रही पिछे याद करते हैं दस तक गिनती) मीना के पास एक गुड़िया है सुनहरे... Hindi · कविता · बाल कविता 3 2 439 Share नूरफातिमा खातून नूरी 2 May 2020 · 1 min read मुक्तक नाव पर बैठा आदमी कहां मुमतईन होता है प्यासा है मगर समुद्री पानी नमकीन होता है सुख दुःख मिलाकर जिन्दगी मुकम्मल होता है सुबह-शाम मिलता है तब एक दिन होता... Hindi · मुक्तक 3 491 Share नूरफातिमा खातून नूरी 26 May 2020 · 1 min read छंदमुक्त कविता कभी इन्कार करता है कभी इकरार करता है कभी प्यार करता है कभी तकरार करता है आदमी का स्वभाव तो होता ही है ऐसा छोटी सी जिंदगी में गलती बेशुमार... Hindi · कविता 3 2 287 Share नूरफातिमा खातून नूरी 13 Jul 2020 · 1 min read छंदमुक्त कविता सूरज की तरह दहकना ठीक है, फूलों की तरह महकना ठीक है! जिन्दगी में हमेंशा आगे बढते रहें, दौड़ ना सको तो सरकना ठीक है! मौसम ,हालात चाहें जैसा भी... Hindi · कविता 3 5 615 Share नूरफातिमा खातून नूरी 31 Aug 2020 · 1 min read छंदमुक्त कविता सबको खुदा ने एक समान बनाया है, सबके रंगों में लाल खून दौड़ाया है। सारे मानव जाति माटी के बनें हैं, सबके सब मां के पेट से जने हैं, फिर... Hindi · कविता 3 1 430 Share नूरफातिमा खातून नूरी 4 Jan 2021 · 1 min read रात बित जाएगा हो जाएगा सवेरा रात बीत जायेगा हो जाएगा सवेरा, हो जाएगा जग रोशन मिट जाएगा अंधेरा। काले बादल कब तक टिक सकेंगे आखिर थककर जमीन में मिलेंगे। कांटों में फूलों का राजा खिलता... Hindi · कविता 3 3 272 Share नूरफातिमा खातून नूरी 8 Jan 2021 · 1 min read चिट्ठी बीत गया अब चिट्ठी लिखने का जमाना शब्दों की जाल का सुन्दर फसाना। फ़ुरसत में चिट्ठी लिखा करते थे सभी, पूरे परिवार का हाल पूछा करते थे सभी। डाकिया को... Hindi · कविता 3 2 317 Share नूरफातिमा खातून नूरी 22 Apr 2021 · 1 min read वो दिन जब कांच की शीशी लोग मांगा करते थे, मिट्टी का तेल भर के बत्ती से उजाला करते थे। नमक, मिर्च, तेल ,आटा, उधार मांग ले जाते थे, बड़ी ईमानदारी से... Hindi · कविता 3 3 526 Share नूरफातिमा खातून नूरी 19 May 2021 · 1 min read बरसात उमड़- घुमड़ कर बादल आये, काले - काले बादल छाये। कड़-कड़ बिजली कड़कने लगी, धरती मानो फड़कने लगी, पक्षी दुबक गए घोंसलों में, जान आयी नयी कोंपलों में, जामुनी से... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 6 399 Share नूरफातिमा खातून नूरी 6 Aug 2021 · 1 min read जीवन में बहुत कुछ हारा हमने जीवन में बहुत कुछ हारा हमने, हालात से खुद को उबारा हमने। सीखने की कोई उम्र नहीं होती, पल -पल खुद को सुधारा हमने। यही तो गांवों की तहजीब है,... Hindi · कविता 3 1 337 Share नूरफातिमा खातून नूरी 20 Sep 2021 · 3 min read नौकरी आज 2 साल के बाद हमारा विद्यालय खुला हुआ है। मैं बच्चों के नामांकन में लगी हुई थी तभी तभी 60- 65 साल के व्यक्ति 3 बच्चों का नामांकन कराने... Hindi · कहानी 3 1 819 Share नूरफातिमा खातून नूरी 14 Nov 2021 · 1 min read ईर्ष्या जन-जन में ईर्ष्या बसती है समय-समय पर डसती है। रातों को नींद नहीं आती मन में आग सी लगाती हर पल बेचैन रहते हैं बेमतलब पीड़ा सहते हैं बिना पानी... Hindi · कविता 3 3 527 Share नूरफातिमा खातून नूरी 11 Aug 2022 · 1 min read अमृत महोत्सव मनायेंगे घर -घर तिरंगा फहराएंगे, अमृत महोत्सव मनायेंगे। पचहत्तर साल पूरा हुआ, ना भूलें वक्त गुजरा हुआ। दो सौ साल कैसे कटे, देश के लिए फांसी पर चढ़े। देश हित में... Hindi 3 333 Share नूरफातिमा खातून नूरी 23 Oct 2022 · 1 min read अन्नदाता किसान कैसे हो सूखी धरती धान कैसे हो, अन्नदाता किसान कैसे हो। चेहरे पर मेहनत की लकीर कितना बेबस बना अधीर धूप में झुलसता ये शरीर खाली झोली जैसे फकीर घर में गेहूं... Hindi · कविता 3 2 418 Share नूरफातिमा खातून नूरी 23 Mar 2020 · 1 min read ग़ज़ल कुदरत ने क्या इंतजाम किया घर में रहना सुबह-शाम किया गन्दगी तो अब भारत से चली कोरोनावायरस ने ये काम किया सारे भेद भाव मिटते नज़र आये कोरोना ने ऐसा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 332 Share Page 1 Next