Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jul 2020 · 1 min read

छंदमुक्त कविता

ख़ुशबू में आला रातरानी, जूही है,
हमारा ब्लाक, तहसील तमकुही है।

ये जगह बुद्ध के नाम से अमर है,
हमारा जिला तो भई कुशीनगर है।

गोरखधाम, पूर्वांचल का उर है,
हमारा मंडल तो गोरखपुर है।

गंगा का मैदान, आबादी विशेष है,
हमारा प्रदेश तो उत्तर प्रदेश है।

जहां की सादगी ही पहचान है,
हमारा प्यारा देश तो हिन्दुस्तान है।

नूरफातिमा खातून नूरी
कुशीनगर

Language: Hindi
7 Likes · 6 Comments · 661 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कैसा हो रामराज्य
कैसा हो रामराज्य
Rajesh Tiwari
"व्यर्थ है धारणा"
Dr. Kishan tandon kranti
दिवाली
दिवाली
नूरफातिमा खातून नूरी
नशा
नशा
Mamta Rani
*आत्महत्या*
*आत्महत्या*
आकांक्षा राय
गुरुजन को अर्पण
गुरुजन को अर्पण
Rajni kapoor
माँ i love you ❤ 🤰
माँ i love you ❤ 🤰
Swara Kumari arya
क़ैद कर लीं हैं क्यों साँसे ख़ुद की 'नीलम'
क़ैद कर लीं हैं क्यों साँसे ख़ुद की 'नीलम'
Neelam Sharma
सुबह सुबह की चाय
सुबह सुबह की चाय
Neeraj Agarwal
🙅मैच फिक्स🙅
🙅मैच फिक्स🙅
*Author प्रणय प्रभात*
मंथन
मंथन
Shyam Sundar Subramanian
*जो कुछ तुमने दिया प्रभो, सौ-सौ आभार तुम्हारा(भक्ति-गीत)*
*जो कुछ तुमने दिया प्रभो, सौ-सौ आभार तुम्हारा(भक्ति-गीत)*
Ravi Prakash
बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ सब कहते हैं।
बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ सब कहते हैं।
राज वीर शर्मा
शीर्षक – वेदना फूलों की
शीर्षक – वेदना फूलों की
Sonam Puneet Dubey
किस कदर
किस कदर
हिमांशु Kulshrestha
Three handfuls of rice
Three handfuls of rice
कार्तिक नितिन शर्मा
वक़्त बुरा यूँ बीत रहा है / उर में विरहा गीत रहा है
वक़्त बुरा यूँ बीत रहा है / उर में विरहा गीत रहा है
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
फिर आई स्कूल की यादें
फिर आई स्कूल की यादें
Arjun Bhaskar
2247.
2247.
Dr.Khedu Bharti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
बेजुबाँ सा है इश्क़ मेरा,
बेजुबाँ सा है इश्क़ मेरा,
शेखर सिंह
कर्म-बीज
कर्म-बीज
Ramswaroop Dinkar
रखकर कदम तुम्हारी दहलीज़ पर मेरी तकदीर बदल गई,
रखकर कदम तुम्हारी दहलीज़ पर मेरी तकदीर बदल गई,
डी. के. निवातिया
।। धन तेरस ।।
।। धन तेरस ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
रमेशराज की तेवरी
रमेशराज की तेवरी
कवि रमेशराज
कल्याण
कल्याण
Dr.Pratibha Prakash
एक इश्क में डूबी हुई लड़की कभी भी अपने आशिक दीवाने लड़के को
एक इश्क में डूबी हुई लड़की कभी भी अपने आशिक दीवाने लड़के को
Rj Anand Prajapati
जिस समाज में आप पैदा हुए उस समाज ने आपको कितनी स्वंत्रता दी
जिस समाज में आप पैदा हुए उस समाज ने आपको कितनी स्वंत्रता दी
Utkarsh Dubey “Kokil”
किसी को अपने संघर्ष की दास्तान नहीं
किसी को अपने संघर्ष की दास्तान नहीं
Jay Dewangan
आता सबको याद है, अपना सुखद अतीत।
आता सबको याद है, अपना सुखद अतीत।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
Loading...