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13 Apr 2020 · 1 min read

कविता

एक राह को चौराहा बना दिया
जगह जगह नफरत फैला दिया
यकीन न आया इन आंखों को
मुस्कुरा के घर से वापस लौटा दिया
खड़े के खड़े ही रह गये इलाही
भरी महफ़िल में प्यार से उठा दिया

नूरफातिमा खातून” नूरी”
13/4/2020

Language: Hindi
3 Likes · 1 Comment · 286 Views
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