Gazal
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शाम होते ही किसी की याद आती है बहुत।
याद मीठी सी उन्ही की मुझको भाती है बहुत।
रूठ जाना,मान जाना और लिपट जाना मुझे।
याद उन लम्हों की मुझको भी सताती है बहुत।
शाम होते ही किसी की याद आती है बहुत।
याद मीठी सी उन्ही की मुझको भाती है बहुत।
रूठ जाना,मान जाना और लिपट जाना मुझे।
याद उन लम्हों की मुझको भी सताती है बहुत।