Dr MusafiR BaithA 429 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr MusafiR BaithA 25 Jul 2023 · 2 min read वायरल कवि बच्चा लाल ’उन्मेष’ का नया कविता संग्रह एक नई महत्वपूर्ण कविता पुस्तक से परिचय कीजिए : मैं समझता हूं कि यदि कोई तुलनात्मक अध्ययन किया जाए तो बच्चा लाल ’उन्मेष’ कम से कम हिंदी की नई पीढ़ी... Hindi · पुस्तक समीक्षा 1 454 Share Dr MusafiR BaithA 5 Jul 2023 · 1 min read 'रामबाण' : धार्मिक विकार से चालित मुहावरेदार शब्द / DR. MUSAFIR BAITHA 'रामबाण' धार्मिक विकार से चालित मुहावरेदार शब्द है। दूसरी बात, बेईमानी भी है। मिथक कथाओं के आधार से भी हिंदी में अक्सर जो शब्द एवं लोकोक्ति-मुहावरा बने हैं वे अक्सर... Hindi · 'रामबाण' विकारी शब्द 562 Share Dr MusafiR BaithA 15 Jun 2023 · 1 min read घूर गांवों में शहराती गांवपंथियों के बीच में घूर लग जाता है सबेरे-सकाल सूरज उगकर भी नहीं उगता या उगता है देर से अक्सर इन कुहासा भरे शीत दिवसों में ऊष्मादायी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 429 Share Dr MusafiR BaithA 22 Jun 2023 · 1 min read वृद्धाश्रम में कुत्ता / by AFROZ ALAM हैलो सर ! मैं वृद्धाश्रम से बोल रहा हूँ। अखबार में आप के कुत्ते का फोटो और विज्ञापन देखा कि वह लापता हो गया है। आपका कुत्ता हमारे वृद्धाश्रम में... Hindi · लघु कथा 414 Share Dr MusafiR BaithA 15 Jun 2023 · 1 min read औरत की हँसी कोई औरत यदि हँस रही है तो जरूर कोई मार्के की बात होगी, अच्छी बात होगी यह औरत के पक्ष की बात हो सकती है मर्द पर उनकी जीत की... Poetry Writing Challenge · कविता 1 463 Share Dr MusafiR BaithA 16 Jun 2023 · 1 min read चुप्पी और गुस्से का वर्णभेद / मुसाफ़िर बैठा चुप्पी सवर्ण है गुस्सा दलित! चुप्पी का गुस्से के ऊपर एक इतिहास है हमलावर होने का ! जीतती रही है सतत चुप्पी चुप्पी जननी है जबकि गुस्से की! जननी का... Hindi · कविता 437 Share Dr MusafiR BaithA 27 Jun 2023 · 32 min read ’बज्जिका’ लोकभाषा पर एक परिचयात्मक आलेख / DR. MUSAFIR BAITHA ’बज्जिका’ लोकभाषा पर एक परिचयात्मक आलेख 1.बज्जिका उपभाषा/बोली & भौगोलिक क्षेत्र : बज्जिका उत्तर बिहार क्षेत्र के बड़े भूभाग तथा उससे सटे नेपाल देश के सीमावर्ती क्षेत्रों में लगभग दो... Hindi · कविता 467 Share Dr MusafiR BaithA 16 Feb 2023 · 1 min read ईश्वर का जाल और मनुष्य ईश्वर व्यर्थ की धारणा है और मनुष्य के सम्यक स्वाभाविक विकास में बड़ी बाधा है। ~डा. मुसाफिर बैठा Hindi · Quote Writer · कोटेशन 1 272 Share Dr MusafiR BaithA 5 Jul 2023 · 1 min read 'मान न मान मैं तेरा मेहमान ’ & 'पर उपदेश कुशल बहुतेरे' 'मान न मान मैं तेरा मेहमान' की तर्ज़ पर सलाह या कि उपदेश ठोंकना एक भारी बीमारी है! और, 'पर उपदेश कुशल बहुतेरे' भी कोई यूँ ही नहीं कह गया... Hindi · मुहावरों के सहारे जरूरी बात 463 Share Dr MusafiR BaithA 20 Jun 2023 · 1 min read जय रावण जी / मुसाफ़िर बैठा वह युवा नया नया नौकरी में आया है गाय टाइप से रहा किया है कुछ महीनों तक अब थोड़ा थोड़ा खुल रहा है खुल बदल कर बैल बनने की ओर... Hindi · कविता 446 Share Dr MusafiR BaithA 4 Jul 2023 · 1 min read चौकीदार की वंदना में / MUSAFIR BAITHA चोर बड़ा बरजोर कहे मैं चौकीदार चोर शातिर औ' मुंहजोर कहे मैं चौकीदार चोर मचाए शोर कहे मैं चौकीदार चोर चिल्लाए जोर जोर कहे मैं चौकीदार चोर ऐलान करे गला... Hindi · कविता · व्यंग्य कविता 473 Share Dr MusafiR BaithA 11 Jun 2023 · 1 min read दशरथ मांझी होती हैं चीटियाँ मेरे आवास परिसर में चीटियों ने बालू का एक ज़खीरा खड़ा कर रखा है जो उनके कद एवं अनथक अप्रतिहत श्रम के हिसाब से कम नहीं है एक पहाड़ बनाने... Poetry Writing Challenge · कविता 2 406 Share Dr MusafiR BaithA 25 Jun 2023 · 1 min read कौन जात हो भाई / BACHCHA LAL ’UNMESH’ कौन जात हो भाई? “दलित हैं साब!” नहीं मतलब किसमें आते हो? आपकी गाली में आते हैं गंदी नाली में आते हैं और अलग की हुई थाली में आते हैं... Hindi · कविता 411 Share Dr MusafiR BaithA 16 Jun 2023 · 1 min read रेत घड़ी / मुसाफ़िर बैठा कभी रेत को एक बर्तन से चुटकी चुटकी ऐसे रिसने की माफिक गिराया जाता था दूजे बर्तन में कि दिन रात को निर्धारित करने का एक समयमान निकल आए एक... Hindi · कविता 455 Share Dr MusafiR BaithA 3 Jul 2023 · 7 min read प्रेमचंद के उपन्यासों में दलित विमर्श / MUSAFIR BAITHA हिंदी साहित्य में संगठित एवं सुनियोजित चेतनापरक दलित विमर्श बहुत इधर की बात है. सन 1960 के दशक में अम्बेडकरवादी चेतना से उपजे मराठी दलित साहित्य आंदोलन के प्रभाव में... Hindi · लेख 681 Share Dr MusafiR BaithA 5 Jul 2023 · 1 min read सच बोलने वाले के पास कोई मित्र नहीं होता। सच बोलने वाले के पास कोई मित्र नहीं होता। - एक अफ्रीकी कहावत Hindi · Quote Writer 442 Share Dr MusafiR BaithA 19 Feb 2023 · 1 min read लीकछोड़ ग़ज़ल / MUSAFIR BAITHA धर्म से लगकर कोई साफ शफ्फाफ रचना हो नहीं सकती। सड़े कीचड़ के सहारे कोई काम की चीज़ धुलती है क्या? धर्म का उपजीव्य है भीख जिसे दान या चंदा... Hindi · ग़ज़ल 1 260 Share Dr MusafiR BaithA 16 Feb 2023 · 1 min read जीवन का फलसफा/ध्येय यह हो... जब तुम आए जगत में, जगत हँसा तुम रोए। ऐसी करनी कर चलो, तुम हँसो जग रोए।। ~ क्रांतिधर्मी कवि कबीर Hindi · Quote Writer · दोहा 1 336 Share Dr MusafiR BaithA 18 Jun 2023 · 2 min read माँ की आँखों में पिता / मुसाफ़िर बैठा पिता से टूट चुका था तभी सदा के लिये मेरा दुनियावी नाता जबकि अपने छहसाला पुत्र की उम्र में मैं रहा होऊंगा जब अब तो पिता के चेहरे का एक... Hindi · कविता 450 Share Dr MusafiR BaithA 20 Jun 2023 · 2 min read खांटी कबीरपंथी / Musafir Baitha मुझे अपने जूतों की मरम्मत करवानी थी। मोची ने आठ रुपए मांगे, मैंने चार लगाया। उसने काम रोककर अपना सिर उठाकर मेरा चेहरा गौर से देखा और किंचित रुखाई भरे... Hindi · लघु कथा 383 Share Dr MusafiR BaithA 30 Jul 2023 · 1 min read ईमानदारी की ज़मीन चांद है! ईमानदारी की ज़मीन चांद है! बेईमानी की ज़मीन धरती!! Quote Writer 1 436 Share Dr MusafiR BaithA 25 Jun 2023 · 1 min read एक बिहारी सब पर भारी!!! एक बिहारी सब पर भारी!!! कोई सात–आठ साल पहले की एक रोचक घटना। पटना पुस्तक मेले में एक व्यक्ति चिल्ला चिल्ला के कुछ कविता टाइप की चीज़ पढ़ रहा था।... Quote Writer 349 Share Dr MusafiR BaithA 28 Jun 2023 · 16 min read ’जूठन’ आत्मकथा फेम के हिंदी साहित्य के सबसे बड़े दलित लेखक ओमप्रकाश वाल्मीकि / MUSAFIR BAITHA यह हमारे लिए काफी क्लेषदायक है कि हिंदी साहित्य के सर्वाधिक ख्यातिप्राप्त एवं लोकप्रिय दलित हस्ताक्षर ओमप्रकाश वाल्मीकि अब स्मृतिशेष हैं। विकराल कैंसर रोग ने उन्हें असमय ही लील लिया,... Hindi · लेख · संस्मरण 2 312 Share Dr MusafiR BaithA 5 Jul 2023 · 1 min read अंधा बांटे रेबड़ी, फिर फिर अपनों के देवे – कहावत/ DR. MUSAFIR BAITHA कुछ कहावतें न तो तर्क की कसौटी पर खरी उतरती हैं न ही किसी स्वस्थ भावना अथवा लोक कथा पर आधारित होती हैं। ऐसी कहावतों का त्याग करना ही सही... Hindi · गलत कहावत 334 Share Dr MusafiR BaithA 27 Jun 2023 · 1 min read प्रेम एक सहज भाव है जो हर मनुष्य में कम या अधिक मात्रा में स प्रेम एक सहज भाव है जो हर मनुष्य में कम या अधिक मात्रा में संचरित होता है। यह भ्रम मात्र ही हो सकता है कि अमुक व्यक्ति प्रेम युक्त है,... Quote Writer 338 Share Dr MusafiR BaithA 23 Jun 2023 · 2 min read भाथी के विलुप्ति के कगार पर होने के बहाने / MUSAFIR BAITHA भाथी जैसे विलुप्ति के कगार पर पहुंचे देसी यंत्र किसी किसी लोहार बढ़ई के दरवाजे पर अब भी गाड़े और जीवित बचे मिल सकते हैं गांवों में जो कि सान... Hindi · कविता 326 Share Dr MusafiR BaithA 25 Jun 2023 · 1 min read जब तुम आए जगत में, जगत हंसा तुम रोए। जब तुम आए जगत में, जगत हंसा तुम रोए। ऐसी करनी कर चलो, तुम हंसो जग रोए।। Quote Writer 1 331 Share Dr MusafiR BaithA 17 Jun 2023 · 1 min read अम्बेडकरवादी हाइकु / मुसाफ़िर बैठा (1) ऋषि शम्बूक दलित पूर्वज जो ब्रह्म-शिकार। (2) चिंतक वाम दक्षिण घूमे, सूंघ शूद्र दखल। (3) पंडित कैसा मरे तो जरे लग अछूत हाथ। (4) सहानुभूति स्वानुभूति से बड़ी स्वादे... Hindi · कविता · हाइकु 348 Share Dr MusafiR BaithA 15 Jun 2023 · 1 min read घर फुटपाथ ही जिनका घर है कहने को घर वे बच्चे ईंट से ईंट सजाकर घर बनाना खेल रहे हैं मां बाप उनके इन्हीं ईंट के भट्ठे के मालिक का घर... Poetry Writing Challenge · कविता 1 323 Share Dr MusafiR BaithA 26 Jun 2023 · 1 min read 'मन चंगा तो कठौती में गंगा' कहावत के बर्थ–रूट की एक पड़ताल / DR MUSAFIR BAITHA 'मन चंगा तो कठौती में गंगा' - एक कहावत है जिसका अर्थ किया जाता है कि मन शुद्ध है तो मनचाहे धर्म-फल की प्राप्ति होती है। इस कहावत की कथा... Hindi · कोटेशन 322 Share Dr MusafiR BaithA 28 Jun 2023 · 1 min read हम हैं कक्षा साथी हम साथ साथ हैं पढ़ते, हैं साथ-साथ रहते जीना दुश्वार हमारा; एक दूसरे से हट के हर कोई जानता है, यह जीवन है दो पल का किस्सा पर इसमें भी... Hindi · बाल कविता 1 265 Share Dr MusafiR BaithA 17 Jun 2023 · 1 min read बधाई का गणित / मुसाफ़िर बैठा टेबल चिन्तक मित्र का एसएमएस-सन्देश आया - इस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हम एक बार पुनः संकल्पित हों इस बात के लिए कि स्वतंत्रता का सम्मान करेंगे अक्षुण्ण रखेंगे... Hindi · कविता 350 Share Dr MusafiR BaithA 16 Jun 2023 · 1 min read रक्षा में हत्या / मुसाफ़िर बैठा की तो सवर्णों के उस महापुरुष ने रक्षा की कार्रवाई हमारे लिए धर्म के औजार का इस्तेमाल कर धर्म दुधारी तलवार है यद्यपि कि उन्हें पता नहीं था जैसे सो,... Hindi · कविता 370 Share Dr MusafiR BaithA 27 Jun 2023 · 10 min read बगिया* का पेड़ और भिखारिन बुढ़िया / MUSAFIR BAITHA एक भिखारिन बुढ़िया थी जिसे एक ‘कोरपोछुआ’ बेटी मरनी थी. कोरपोछुआ यानी सबसे पीछे जन्मी संतान. चार भाई-बहनों में मरनी ही केवल जिन्दा बची थी. मरनी थी तो बला की... Hindi · कहानी · बाल कहानी 397 Share Dr MusafiR BaithA 15 Jun 2023 · 1 min read लोहा ही नहीं धार भी उधार की उनकी जो कुछ बुरा है अपने जीवन में किया-धरा नहीं अपना वह उनने धरा दिया जबरन और अनधिकार उनके जीवन में जो भी दिखती है धार वह सब है बहुजनों से... Poetry Writing Challenge · कविता 2 352 Share Dr MusafiR BaithA 16 Jun 2023 · 3 min read अछूत का इनार / मुसाफ़िर बैठा जब धनुखी हलवाई का इनार था केवल टोले में और सिर्फ और सिर्फ इनार था पीने के पानी का इकलौता स्रोत तो दादी उसी इनार से पानी लाया करती थी... Hindi · कविता 332 Share Dr MusafiR BaithA 21 Jun 2023 · 1 min read शुद्धता का नया पाठ / MUSAFIR BAITHA ’वह विकलांग है’ शुद्धता–च्युत वाक्य! ’वह दिव्यांग है’ भगवा–शुद्ध वाक्य! Hindi · कविता 362 Share Dr MusafiR BaithA 5 Jul 2023 · 1 min read 'भागते भूत की लंगोटी भली' 'भागते भूत की लंगोटी भली' ~जिसने भी यह लोकोक्ति बनाई होगी, अव्वल दर्जे का अन्धविश्वासी होगा वह। भूत-प्रेत में विश्वास करने वाला होगा। और, पकिया बेवकूफी भरा चालाक भी वह... Hindi · दकियानूसी मुहावरा 422 Share Dr MusafiR BaithA 22 Jun 2023 · 3 min read हिसका (छोटी कहानी) / मुसाफ़िर बैठा बुधन चमार जैसे तैसे पढ़ लिख कर एक सरकारी स्कूल में मास्टर बन गया। पहले पहल ही घर से काफी दूर पोस्टिंग मिली थी। नया था, सो मन लगाकर पढ़ाता... Hindi · कहानी 335 Share Dr MusafiR BaithA 16 Jun 2023 · 2 min read भांथी के विलुप्ति के कगार पर होने के बहाने / मुसाफ़िर बैठा भांथी जैसे विलुप्ति के कगार पर पहुंचे देसी यंत्र किसी किसी लोहार बढ़ई के दरवाजे पर अब भी गाड़े और जीवित बचे मिल सकते हैं गांवों में जो कि सान... Hindi · कविता 1 338 Share Dr MusafiR BaithA 30 Jun 2023 · 2 min read Janeu-less writer / Poem by Musafir Baitha Mister writer is a Brahmin and has turned seventy two not his fault to be born in a Brahmin clan he says so himself, we do too reaching this grand... English · Poem 1 325 Share Dr MusafiR BaithA 22 Jul 2023 · 1 min read एक धार्मिक अंधविश्वास पर सवाल 1) होली गीतों में राम लक्ष्मण का जिक्र है सीता, भरत, शत्रुघ्न का क्यों नहीं? राम के बेटों लव-कुश ने क्या कभी होली नहीं खेली? 2) होली गीतों में अवध... Hindi · अंधविश्वास पर सवाल 293 Share Dr MusafiR BaithA 16 Jun 2023 · 1 min read गले लोकतंत्र के नंगे / मुसाफ़िर बैठा राजनीति में पार्टी एक समुच्चय है आदमी का लोकतंत्र के नाम पर निहित स्वार्थों में अटता बंटता हित समूह विकसनशील समाज की, कानों से देखने वाले और आंखों से सुनने... Hindi · कविता 346 Share Dr MusafiR BaithA 19 Jun 2023 · 2 min read माँ का अबोला / मुसाफ़िर बैठा याद नहीं कि माँ ने कभी अबोला किया हो मुझसे मुझसे भी यह न हुआ कभी बस एक अबोला माँ ने किया अपने जीवन की अंतिम घड़ी में और फोन... Hindi · कविता 265 Share Dr MusafiR BaithA 3 Jul 2023 · 1 min read यक्षिणी / MUSAFIR BAITHA यक्षिणी को यदि जुबान होती और उसे गढ़ने वाले मर्दों से हिसाब लेने के अधिकार तो सोचो आज के रीति-मानस कवियो! तेरा क्या हाल होता? Hindi · कविता 332 Share Dr MusafiR BaithA 4 Jul 2023 · 1 min read कुत्ते / MUSAFIR BAITHA कुत्ते यदि पालतू नहीं हैं नस्ल विशेष के नहीं हैं तो हिंसक नहीं होते काट नहीं खाते मालिकों के आगे वे दुमहिलाऊ होते हैं शीशनवाऊ होते हैं अनजानों को देख... Hindi · कविता 363 Share Dr MusafiR BaithA 17 Jun 2023 · 1 min read प्रेम की पेंगें बढ़ाती लड़की / मुसाफ़िर बैठा उस दुकान पर वह आती जाती है रोज ब रोज कई कई बार तकरीबन पचीस घरों को लांघ टंग गया कहीं है उसका मन जबकि रास्ते में तीनेक दुकानों को... Hindi · कविता 326 Share Dr MusafiR BaithA 28 Jun 2023 · 18 min read बिहार, दलित साहित्य और साहित्य के कुछ खट्टे-मीठे प्रसंग / MUSAFIR BAITHA दलित साहित्य स्वानुभूत पर आधारित साहित है जो दलित तबके की सवर्णों एवं अन्य वर्चस्वशील जातियों द्वारा सदियों से हुई हकमारी, अनदेखी, भेदभाव एवं प्रताड़ना से उपजी खुदमुख्तारी की एसर्टिव... Hindi · लेख 1 270 Share Dr MusafiR BaithA 11 Jun 2023 · 1 min read जो घर जारै आपनो जो घर जारै आपनो चलै हमारे साथ ~ क्रांतिकारी कवि कबीर Hindi · कोटेशन 321 Share Dr MusafiR BaithA 23 Jun 2023 · 2 min read नदिया के पार (सिनेमा) / MUSAFIR BAITHA याद आ रहा है, जब सीतामढ़ी के बासुश्री टॉकीज में यह फ़िल्म लगी थी तो फ़िल्म के 25 वें सप्ताह के अंतिम दिन सिनेमाहॉल मालिक की तरफ से दर्शकों को... Hindi · संस्मरण 1 301 Share Page 1 Next