Mahender Singh Language: Hindi 831 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mahender Singh 2 Sep 2025 · 1 min read कुप्रबंधन संभल जाओ ! वरन् सब हड़प लिया जायेगा ! भोग लगेगा मूर्तियों पर, प्रसाद पुजारी ले जायेगा !! .. तथाकथित धर्म के नाम पर, श्रद्धा, आस्था, विश्वास पर, संजोए मिथक... Hindi 1 379 Share Mahender Singh 22 Aug 2025 · 1 min read समय का चक्र समय का एक अपना चक्र होता है, वह अपने चक्रव्यूह में फंसा लेता है ! वह खुद से दूर ले जाता है, रूबरू होने नहीं देता !! ... बचपन खोया,... Hindi 154 Share Mahender Singh 19 Aug 2025 · 1 min read अतीत जो बीत गया, वह कुछ भी नहीं, कुछ है, उससे ताल्लुक़ नहीं, ... इतिहास अतीत के, पठन पाठन सामग्री, एक चेतावनी, जो लिखे होता है, .. कोई मानता नहीं है,... Hindi 175 Share Mahender Singh 17 Aug 2025 · 1 min read आओ धरती को स्वर्ग बनाएं नये नये विचारों का सरोकार हो, पुराने रूढियों का तिरस्कार हो. धार्मिक कर्मकांडों का बहिष्कार हो. चढावे के नाम पर दूध फल बंद हो. ... चेतना के जरिये, ध्यान प्रशस्त... Hindi 170 Share Mahender Singh 30 Jul 2025 · 1 min read फैसले फैसले आपके हाथ में है . निर्णय आप लेते है, समझ सामुहिक हो सकती है, कर्ता क्रिया आप है, निर्णय भी आपको लेना है ! ऐसे में जिम्मेदारी / जवाबदेही... Hindi 319 Share Mahender Singh 16 Jul 2025 · 1 min read शहर की शाम शाम शहर की ,होने को तैयार नहीं, जगमग करें लाइटें शाम का नाम नहीं. खुले शराबी मॉल,सब ओर फैला जाल, शहर की शाम के जैसे हों बिगडे बोल. .. खाना... Hindi 1 564 Share Mahender Singh 12 Jun 2025 · 1 min read मध्यमवर्ग मध्यमवर्ग (विधा - कविता) ..... एक ऐसा वर्ग .नाम मध्यमवर्ग जो निम्न-वर्ग का दाता है, अमीर वर्ग का बैल है, कोल्हू में जुटा रहता है, .. बाल मजदूरी निषेध दिवस... Hindi 102 Share Mahender Singh 21 May 2025 · 2 min read विश्वगुरू कौन महाशक्ति /विश्वगुरू /वैश्विक अर्थव्यवस्था के अनुसार भारतवर्ष कहाँ खडा है : - - .... महाशक्ति नाम आते ही, शब्द विश्व के ताकतवर देशों की ओर ध्यान खिंचे चले जाता है,... Hindi 476 Share Mahender Singh 29 Apr 2025 · 1 min read जादू से जावेद क्या आपको कभी, अहसास हुआ है, कि आपके साथ, कुछ गलत हुआ था, गलत हो रहा है, या गलत होने का अंदेशा है, गर हां .. तो आप, उस गलत... Hindi 192 Share Mahender Singh 22 Apr 2025 · 2 min read Robot and Power Robot & Stone GOD मनुष्य ने जाना और पहचाना, ज्ञान को प्रायोगिक कड़ी से जोड़ा, रोबोट को आप स्वचालित मशीनी आकार न समझे, मनुष्य ने इसे मानव आकार देकर, गुरूत्वाकर्षण... Hindi 170 Share Mahender Singh 15 Apr 2025 · 1 min read समसामयिक दोहन यह संसार है भव-सागर, नहीं दुखों का कोई अंत, ईश्वर को खोजना व्यर्थ , पैसा समय लगाना मत , ....... समय संग चलते चलते, खुद को रहें परखते, इतिहास को... Hindi 295 Share Mahender Singh 5 Apr 2025 · 1 min read जंगल जा रहे हैं जंगल जा रहे हैं .. रोको ! मत जाने दो !! .... पूंजीवाद आ रहा है ! रोको मत , जाने दो !! .. . ऑक्सीजन चाहिए ! किसलिए, जिंदा... Hindi 108 Share Mahender Singh 29 Mar 2025 · 1 min read जीवन दर्शन मत खेल मेरे बचपन से इतना, कर दिया तुमने भले खतना, जीना तो है मुझे, अपनी मर्जी से, मत बिलबिला इतना, मुझे समग्रता के साथ जीना है, ....... मांग भले... Hindi 1 157 Share Mahender Singh 29 Mar 2025 · 1 min read अनेकता में एकता अपनों के हा हुल्लड़ में शांत भाव देखना, दूसरों के कुल्हड़ में, अतिरेक देख जाना, टोपी मे चलते, चटाई पर हिलना ढुलना, संख्या से उनकी, घबराकर बौखला जाना ....... देश... Hindi 1 133 Share Mahender Singh 7 Feb 2025 · 1 min read जीवन एक उत्सव जीवन का संबंध - किसी भी धर्म से नहीं, धर्म एक आचरण मात्र है. उसको धारण किये बिन भी, जीवन में श्रेष्ठता की ऊंचाइयों को छूआ जा सकता है,, .......... Hindi 1 105 Share Mahender Singh 1 Feb 2025 · 2 min read खरी खरी ये अव्यवस्था नहीं तो और क्या है, प्यारे. चलने के लिए, पैरों का आगे पीछे होना, चर्चा के लिए, दो और दो का चार होना, अभिव्यक्ति में वाम और दक्षिणपंथ... Hindi 149 Share Mahender Singh 16 Jan 2025 · 1 min read समय परिवर्तनशील है समय में बदलाव आता है सहज ही सही, बदलाव सतत होता है सहज ही सही ... किसी ने शाश्वत कह सनातन पेटेंट किया, वर्णाश्रम की बंद व्यवस्था में सब कैद... Hindi 1 194 Share Mahender Singh 15 Jan 2025 · 1 min read गज़ल काफिर कौन यूं बेवजह मौत को कौन गले लगाता है, जीत कर भी जो बार बार हार जाता है, जिसकी भलाई में मतलब नजर आता है, भाषण प्रवचन में लच्छे मलाई घोलता... Hindi 210 Share Mahender Singh 5 Jan 2025 · 1 min read पारखी तुम हो तो कितनी खुशनुमा है जिंदगी, तुम हो तो हर करतब जैसे हो बंदगी .. उठते बादल घनघोर घटाएं तडित बिजली, आ जाते बादल, बंद जैसे आंखें तुम नहीं.... Hindi 1 200 Share Mahender Singh 31 Dec 2024 · 1 min read वर्तमान क्षण बहुत गरूर था, एक दिन आगाज हुआ, बीत गया, फिर होगा आगाज, एक नये साल का, साक्षी बन जाना, अनुभव में लेना, अहसास संजोए, हसीन पल लिए, सबके लिए हैं,... Hindi 139 Share Mahender Singh 29 Dec 2024 · 1 min read बाबा साहब आ जा बदहाल हुआ जमाना, अब तो आ जा, आ जा एक और विधान लेकर आ जा, समता, स्वतंत्रता, बंधुत्व का पाठ पढाने आ जा, हिंसा, असत्य, असहिष्णुता फैल रही, उसे मिटाने... Hindi 289 Share Mahender Singh 29 Dec 2024 · 1 min read चमक वह जो तमस् मिटा दे डरे से, सहमे हुए, तारों के सितारे, प्रकाश के फैलाये हुए, ये नेता, अभिनेता, बरकत को कोसते हुए, छुपे हुए अंधकार में, इन्हें कौन हीरा समझे, कौन इन्हें हीरा कहे..... Hindi 219 Share Mahender Singh 1 Dec 2024 · 1 min read नजर नहीं आता कुछ ही दरख़्त बचे हैं, सब जड़ें खोद दी गई है, मिटा न सके नामोनिशां, कौन कितना धार्मिक है, लड़ रहे हो किसके लिए, इतने खाली इतने अकेले, ये जो... Hindi 1 212 Share Mahender Singh 29 Nov 2024 · 1 min read कुछ सूझै तो बताना झूठ वह बोलता है, सपने झूठे दिखाता, बातें फिजूल,वह करता, जिम्मेदारी नहीं ली कभी, जवाबदेही तौबा तौबा, सुनता नहीं, पढ़ देता है बस लिखे भाषण, पद है, मगर प्रतिष्ठा हवा... Hindi 236 Share Mahender Singh 24 Nov 2024 · 1 min read अनुरोध किससे किससे अनुरोध, यही तो रोग है, मनुष्य का क्षोभ है, जो है उसका बोध नहीं, जो नहीं है, उस पर कैसा लोभ है, ...... तुम नहीं तो - ईश्वर भी... Hindi 164 Share Mahender Singh 24 Nov 2024 · 1 min read एक लघुकथा लघुकथा *-*-*-*-* एक दिन बस में में यात्रा के समय, एक दो रूपये का सिक्का गिरा हुआ मिला, ...... उसे उठाते समय, मेरा अव-चेतन मन कह रहा था, आपके पास... Hindi 207 Share Mahender Singh 24 Nov 2024 · 2 min read नजरिया मेर कन कोन्या कुछ भी, ठाकर सूं .... इस देश में जिसके पास कुछ नहीं है .... उनके पास ही सत्ता है !! ....... वे गृहस्थी नहीं है, उनके पास... Hindi 1 241 Share Mahender Singh 26 Oct 2024 · 1 min read कायदे तुम आया करो, अपनी मर्जी से जाया करो, यहां लोग हैं, दुनिया उन्हीं की बसाई हुई , यहां भी बसी है, वहां भी बस्ती उन्हीं की तुम यहाँ नहीं रह... Hindi 238 Share Mahender Singh 26 Oct 2024 · 1 min read मुक्त पंथी तुम छोड़ देते मुझे, मेरे अपने हाल पर, मानता हूं आसान नहीं है, तुम्हारे लिये, तुम्हारे हाथ से निकल जाने का डर कहीं, मुक्त पंथी हो न सका,तुम प्रेम में... Hindi 186 Share Mahender Singh 25 Oct 2024 · 1 min read निर्णय आपका तुम्हें स्वयं तय करना है, तुम्हें अच्छी शिक्षा, चिकित्सा और अच्छी जीवनशैली चाहिए या धर्म पर आधारित धार्मिक कर्मकांड ✍️ ..... जिस धर्म की खोज, वैयक्तिक होती है,, अंतोगत्वा, जो... Hindi 167 Share Page 1 Next