Dr. Kishan Karigar 359 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Kishan Karigar 17 Apr 2022 · 1 min read बच्चों के पिता रूठें हैं बच्चें आज उनको मनाने, ढेर सारे खिलौने लेकर आया है पिता. अच्छा तुम्हें और क्या चाहिए? बताओ ना? बच्चों को मनाते हुए पुछ रहा है पिता. बच्चों की... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 8 14 705 Share Dr. Kishan Karigar 17 Apr 2022 · 1 min read पिता घर परिवार की जिम्मेदारीयों को निभाता रहता हर घर में वो जो है पिता. बच्चो बीबियों की खुशियों के ख़ातिर अपना हर ग़म छुपा लेता है पिता. जी तोड़ मेहनतक़शी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 12 717 Share Dr. Kishan Karigar 23 Apr 2022 · 1 min read जिम्मेदारी और पिता जिम्मेदारीयों के बोझ तले दबा हुआ पिता बच्चों की ख़ातिर फिर भी खुश रहता है पिता. बीबी से भी कभी शिकायत नहीं कर पाता? बीबी बच्चों के लिए हर पल... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 7 18 1k Share Dr. Kishan Karigar 5 May 2022 · 1 min read ईद में खिलखिलाहट ईद में चाँद सी खिलखिलाहट अपने पराए सबको दावत हर गली मुहल्ले गुले गुलज़ार हो पैगाम ए दोस्ती आ गले मिल जा आज किशन के घर सभी का इफ़्तार हो.... Hindi · शेर 4 2 248 Share Dr. Kishan Karigar 24 May 2023 · 9 min read फर्ज़ अदायगी (मार्मिक कहानी) बिहार के छोटे से अंचल का एक छोटा सा गांव मंगरौना जहां रामू और श्याम का एक ही बस्ती में घर था. दोनो साथ ही खेलते कूदते और बगल के... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता · कहानी 4 806 Share Dr. Kishan Karigar 22 Sep 2021 · 1 min read बूढ़ा बड़गद का पेड़ बोला मेरी ही टहनियों को काटकर छाँव की तलाश में भटक रहे लोग कराहते हुए कहीं यहीं पर जैसे बूढा बरगद का पेड़ बोला कुछ याद है "किशन" की सभ भूल... Hindi · कविता 3 2 404 Share Dr. Kishan Karigar 25 Sep 2021 · 2 min read बँटवारा (मार्मिक कविता) बँटवारा आज भाइयों के बीच कहा सुनी हो रही क्योंकि बँटवारा जो हो रहा है लेकिन ये लड़ाई वो नहीं जब पिता कुछ खाने को लाते थे और ये लड़ते... Hindi · कविता 3 2 479 Share Dr. Kishan Karigar 27 Sep 2021 · 1 min read ताश के पतों की तरह ताश के पतों की तरह बिख़र जाउँगा? पर कभी हिम्मत ना हारूँगा? हौसला तो बढ़ाओ मेरे यारों, तुझे एक दिन सफल होके दिखलाउँगा. शायर©किशन कारीगर Hindi · शेर 3 2 468 Share Dr. Kishan Karigar 7 Oct 2021 · 1 min read क़त्ल हुई उनके मासूमियत की इस शहर मे दिलज़ले हैं कितनें? क़रीब से उन्हें देखा है कभी? क़त्ल हुई उनके मासूमियत की, ख़ुद उन्हें इसकी ख़बर तक ना हुई? शायर© किशन कारीगर (©काॅपीपाईट) Hindi · शेर 3 207 Share Dr. Kishan Karigar 13 Oct 2021 · 7 min read संघर्ष की दास्तां का उत्सव एक छोटे से कस्बे की दिप्ती के उपर मानो दु:ख का पहाड़ टूट परा हो. हर एक पल उदास सी रहती और उसे हमेशा एक डर सा बना रहता था... उत्सव - कहानी प्रतियोगिता · कहानी 3 4 1k Share Dr. Kishan Karigar 18 Oct 2021 · 4 min read मृत्युभोज से छुटकारे का उत्सव उतर बिहार के विभिन्न इलाकों मे मृत्युभोज इतना बड़ा उत्सव है की कोई इससे पिछा नहीं छुड़ा पाता? अमीर हो या ग़रीब सभी के लिए मृत्युभोज करना समाजिक रूप से... उत्सव - कहानी प्रतियोगिता · कहानी 3 4 730 Share Dr. Kishan Karigar 28 Oct 2021 · 1 min read ईमानदार की मौत हो जाती है? जहाँ सौ मे नब्बे लोग झूठें हो? स्वार्थ से भरा झूठ ही झूठ हो? फिर कौन करेगा ईमानदारी की बात? झूठ के आगे ईमानदार की मौत हो जाती है? इस... Hindi · कविता 3 8 283 Share Dr. Kishan Karigar 31 Oct 2021 · 1 min read हम आधुनिक हो गए? सामाजिक दायित्वों कर्तव्यों को भूला बैठे? कहते फिरते की हम आधुनिक हो गए? शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 3 150 Share Dr. Kishan Karigar 14 Oct 2021 · 2 min read It's an old servant One day when I woke up early in the morning, I saw that Grandfather was giving chopped grass to the oxen to eat. I greeted grandfather and went to wash... English · Story 3 479 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 2 min read पुरस्कार लऽ के नाचू (हास्य कविता) पुरस्कार लऽ के नाचू (हास्य कविता) केकरो स चिन्हा परिचे अछि कारीगर नहि यौ सरकार तऽ अहिं कहू की हम करू त आउ हमरे स चिन्हा परिचे कए लियअ आ... Maithili · कविता 3 4 365 Share Dr. Kishan Karigar 22 Sep 2021 · 6 min read मैथिली सीखू (हास्य कथा) मैथिली सीखू । एकटा हास्य कथा । कोइलख वाली काकी खिसियाअैत बजलीह भरि दिन बैसल फुसियांहिक गप नाद मे लागल रहैत छी एहि स नीक जे किछू काज-राज करब से... Maithili · कहानी 3 2 343 Share Dr. Kishan Karigar 22 Sep 2021 · 6 min read दाम दिगर (हास्य कथा) dam digar- kishan karigar दाम-दिगर (एकटा हास्य कथा) टूनटून राम टनटनाईत बाजल कहू त एहनो कहूॅं दाम दिगर भेलैयए जे दोसर पक्ष वला के तऽ दामे सुनि केॅं चक्करघूमी लागि... Maithili · कहानी 3 3 1k Share Dr. Kishan Karigar 22 Sep 2021 · 1 min read मुखिया जी देथहिन (हास्य कविता) मुखिया जी देथहिन (हास्य कविता) बेमतलब के कोनो काज राज करैत छि हम त कहब एक्को टा खरहो ने खोंटू अहाँ हुनका वोट द दिऔन सब किछु त मुखिया जी... Maithili · कविता 3 2 422 Share Dr. Kishan Karigar 22 Sep 2021 · 1 min read पंडा आ दलाल (हास्य कविता) पंडा आ दलाल (हास्य कविता) एकटा गप साफे बुझहू त ई दुनू ममिऔते पिसिऔते छि एकटा अछि जं पंडा त दोसर अछि दलाल. साहित्यों आब एकरा दुनू सँ अछूत नहि... Maithili · कविता 3 2 482 Share Dr. Kishan Karigar 22 Sep 2021 · 1 min read अंहि टा एकटा नीक लोक छि (हास्य कविता) अहिंटा एकटा नीक लोक छि . (हास्य कविता) "कारीगर" कतेक दिन बाद परीक्षा पास केलक ओ त बड्ड बुडिबक अछि अहाँ त बड्ड पहिने बड़का हाकिम बनि गेलौहं ताहि द्वारे... Maithili · कविता 3 2 489 Share Dr. Kishan Karigar 28 May 2022 · 1 min read बेचैन हर कोई अब तो बेचैन हर कोई आदमी ही आदमी से जलने लगा? इंसानियत की भी फिक़र ना रही, अपनेपन का अश्क तो आँखो में ना रहा? @ किशन कारीगर Hindi · शेर 3 271 Share Dr. Kishan Karigar 14 Sep 2022 · 1 min read मुनाफे के सौदेबाजी में मुनाफे के सौदेबाजी मे ठग मालामाल हो गया? बेचारे ने सीखी न ठगी?इमानदार तो भूखे मर गया? ©किशन कारीगर Hindi · शेर 3 206 Share Dr. Kishan Karigar 16 May 2023 · 1 min read सफ़र है बाकी (संघर्ष की कविता) सफ़र थोड़ा और है बांकी कुछ दूर और चलले साथी मंज़िल दूर है तो क्या? रास्ते में कहीं तो मिल जाएगी. ग़मो से मत होना परेशान असफ़लताओ से तुम मत... Poetry Writing Challenge · कविता 3 2 334 Share Dr. Kishan Karigar 15 Jul 2023 · 1 min read प्रकृति के फितरत के संग चलो बिकास के अंधी दौड़ मे जिसे देखो वही सब? अरे भाई क्यूं तुम दूर भागे जा रहे हो? प्रकृति पर्यावरण सब काम आएंगें प्रकृति के फितरत के संग चलो। कंक्रीट... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 720 Share Dr. Kishan Karigar 22 Sep 2021 · 1 min read हाई रे मेरी तोंद (हास्य कविता) उफ़ हाई रे मेरी तोंद ये कितनी हिलती डुलती है सेक्रेटरी से कितनी बार पूछा चल ये बता क्या, ये दिखती भी है? डरते डरते उसने इतना बताया जनता सालों-साल... Hindi · कविता 2 681 Share Dr. Kishan Karigar 22 Sep 2021 · 1 min read शेरो ए शायरी ओ बेखबर मेरे रहगुजर देख ज़रा दिल ने दस्तक दी न जाने कब किधर | तेरी मुस्कुराहटों के अफसाने देखे थे हज़ार हमने गली गली ढूंढता हूँ तुझे कभी इधर... Hindi · शेर 2 273 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read क्या ताउम्र कभी क्या ताउम्र कभी कोई पीता है साकी? ग़मे दिल तू ही बता क्या तू भी रोता है कभी? महबूब की मुस्कुराहटों मे भींगता रहूँ ताउम्र सपने संजोये थे “किशन” ने... Hindi · शेर 2 433 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read शेर कुछ तो एसा कर ऐ सीयासतदां, की मज़हबी दंगों मे कोई भी ना मरे? बेकसूर क़तलेआम हो रहे? और क्या तुम हिन्दू मुसलमान करते रहते हो? © किशन कारीगर Hindi · शेर 2 197 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read अब तो बेचैन हर कोई अब तो बेचैन हर कोई आदमी ही आदमी से जलने लगा? इंसानियत की भी फिक़र ना रही, अपनेपन का अश्क तो आँखो में ना रहा? @ किशन कारीगर Hindi · शेर 2 162 Share Dr. Kishan Karigar 24 Sep 2021 · 2 min read किशन कारीगर के चुनिंदा शेर मज़हब कौम की ज़द्दो-ज़ेहद मे ना कुछ रखा है? इंसानियत के गले मिल, वहीं ज़न्नत सा दिखता है. ©किशन कारीगर कभी उसके अदबो ईबादत का भी एहतराम तो कर. तुझे... Hindi · शेर 2 496 Share Dr. Kishan Karigar 27 Sep 2021 · 1 min read माँ जब तूं चलि जाएगी उस देश को? माँ जब तूं चलि जाएगी उस देश को? जहाँ से लौटा है न कभी कोई अपनों के पास ? मासूम ये दिल किशन का फिर भी यही कहेगा, तेरी सूरत... Hindi · शेर 2 3 467 Share Dr. Kishan Karigar 1 Oct 2021 · 1 min read किस्मत को कोसते फिरते हो? कर्तव्य ना करो दिन भर किस्मत को कोसते फिरते हो? धार्मिक आडंबरों मे सरोबोर तुम्हें क्या खूब मन लगता है? ©किशन कारीगर Hindi · शेर 2 249 Share Dr. Kishan Karigar 1 Oct 2021 · 1 min read क्यों जलाते हो घर किसी और का क्यों जलाते हो घर किसी और का इतनी तबाही तनीक तकलीफ न हुई तेरे सीने में? कभी खुद का घर जलाकर तो देख कितनी तक़लीफ होती बेघर सी ज़िदगी जीने... Hindi · शेर 2 201 Share Dr. Kishan Karigar 3 Oct 2021 · 1 min read सच कहने मे डर सा लगता की अब तो सच कहने मे डर सा लगता है? वेबज़ह कई लोग, दुशमन जो बन जाते? शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 2 2 334 Share Dr. Kishan Karigar 4 Oct 2021 · 1 min read मैं भी चापलूस बन गया (हास्य कविता) आखिर क्या करता मैं? कहाँ मारा फिरता? किसको समझाता कहाँ नहीं धक्के खाता? ईमानदारी से हश्र एसा हुआ की? अब मैं भी चापलूस बन गया? इन चापलूसों की ही तो... Hindi · कविता 2 2 759 Share Dr. Kishan Karigar 10 Oct 2021 · 4 min read दुर्गा पूजा मेले का लोकोत्सव गांव हो या छोटा कस्वा या शहर बाजार? हर एक जगह दुर्गा पूजा का मेला लोगों के लिए उत्सव जैसा होता है. मानो लोग हर एक साल नए उमंग उत्साह... उत्सव - कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 2 771 Share Dr. Kishan Karigar 11 Oct 2021 · 1 min read भेष बदलकर हमहीं ने तो? कहने को तो कानूनन मैं अवाम की सरकार हूँ. भेष बदलकर हमहीं ने तो? सरकारी खजाने हैं लूटे? तुम्हारे कमाने खाने के सारे दरबाजे हमने कर दिए हैं बंद? पांच... Hindi · शेर 2 164 Share Dr. Kishan Karigar 11 Oct 2021 · 1 min read इसी ग़फ़लत मे दुबारा कर दो एलान मुफ़्त मे कुछ बाँटने का? ये मुफ़्तखोर जनता दुबारा तुम्हें जीता देगी? बस इन्हे मुफ़्त मे ही अब मिल जाएगा सब कुछ? इसी ग़फ़लत मे दुबारा, तुम्हारी... Hindi · शेर 2 322 Share Dr. Kishan Karigar 18 Oct 2021 · 1 min read मैं भी चुनाव लड़ूँगा (हास्य कविता) सुना बै बहुत फाइदें है? चुनाव ही तो जीतना है. बहुत जल्द मालामाल हो जाउँगा? फिर तो मैं भी चुनाव लड़ूँगा? धर्म जाति के नाम पर लोगों को लड़बाउँगा? लगे... Hindi · कविता 2 309 Share Dr. Kishan Karigar 27 Oct 2021 · 1 min read एहतराम तो कर कभी उसके अदबो ईबादत का भी एहतराम तो कर. तुझे क्या पता वो अपने संग तेरी मकबूलियत की भी दुआ माँगता. शायर ©किशन कारीगर Hindi · शेर 2 210 Share Dr. Kishan Karigar 31 Oct 2021 · 1 min read मुफ़्लिसि मे रहा कारीगर मुफ़्लिसि मे रहा कारीगर मगर? अपने ही शर्तों पे जिया जीने की कद्र? © किशन कारीगर Hindi · शेर 2 161 Share Dr. Kishan Karigar 1 Nov 2021 · 1 min read कैमरे पे लटके मीडिया बेबी बंप दिखा? कोई हिरोईन शायद माँ बनने वाली है? कैमरे पे लटके मीडिया की नज़र इसी मे गड़ी है? भात भात कहते बिलख के भूखे मर गई कोई? मीडिया... Hindi · शेर 2 2 261 Share Dr. Kishan Karigar 3 Nov 2021 · 1 min read सुनहरे धान की फसलें लहलाती सुनहरे धान की फसलें. प्रकृति ने क्या रूप श्रीगांर दिए. मेहनतकश किसानों की मेहनत. फ़सलो के रूप क्या खूब संवार दिए. शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 2 192 Share Dr. Kishan Karigar 4 Nov 2021 · 1 min read मत कभी मज़हबी कट्टर बनो बहक़ाबे मे मत कभी मज़हबी कट्टर बनो? मज़हब हो कोई?पर सब मिल जुलकर रहो. ईसांनियत हो सबके मज़हबी इल्म़ मे? तुम भाइचारे की खुशियाँ बिखेरा करो. शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 2 203 Share Dr. Kishan Karigar 9 Nov 2021 · 1 min read मज़हब के नाम पे फिर क्यूँ? इंसां की औलाद हो तो फिर? इंसानियत के कायदे भी सीख. मज़हब के नाम पे फिर क्यूँ? खून-ख़राबे सी हालात करते हो? शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 2 2 350 Share Dr. Kishan Karigar 10 Nov 2021 · 1 min read ना करो भेदभाव एसा? ईशवर अल्लाह ने सबको गढ़ा आदमी जैसा जात पात के नाम पर ना करो भेदभाव एसा? ना कोई जाति से उँचा? ना कोई जात से नीचा शमशान कब्रिस्तान मे तो... Hindi · शेर 2 191 Share Dr. Kishan Karigar 13 Dec 2021 · 1 min read वैक्सीन में भी मिलावट की है? सुना की दवा कंपनियों ने वैक्सीन में भी मिलावट की है? लोगों की जान गई? पर क्या खूब सरकारी खिलखिलाहट है? शायर--किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 2 219 Share Dr. Kishan Karigar 16 Dec 2021 · 1 min read झूठ कहता क़ायदे से इस क़दर डूबा अपने स्वार्थ में है हर कोई? झूठ कहता क़ायदे से की मुझे आपकी चिंता रहती? शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 2 248 Share Dr. Kishan Karigar 27 Dec 2021 · 1 min read आदमी छुआ जाता है? बेतरक़ीब सी कितने ज़ाहिल सोच रखते हो की? किसी आदमी के छुने से आदमी छुआ जाता है? ईशवर ने बनाया सबको मानव और हम सभी क्यूँ? उँच नीच के भेदभाव... Hindi · शेर 2 200 Share Dr. Kishan Karigar 26 Jan 2022 · 1 min read सरकारी खजाने लूट जाते हो? सिर्फ़ आज भर ही देशभक्ति के चोले ओढ़ते फिरोगे? गदहों के लोकतंत्र में कल से फिर लूट खसोट के फिराक मे रहोगे? कहने को तो तुम अवाम के वज़ीर ए... Hindi · शेर 2 177 Share Page 1 Next