Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Sep 2021 · 1 min read

अब तो बेचैन हर कोई

अब तो बेचैन हर कोई
आदमी ही आदमी से जलने लगा?

इंसानियत की भी फिक़र ना रही,
अपनेपन का अश्क तो आँखो में ना रहा?
@ किशन कारीगर

Language: Hindi
Tag: शेर
2 Likes · 162 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan Karigar
View all
You may also like:
जीवन में
जीवन में
Dr fauzia Naseem shad
उसकी मोहब्बत का नशा भी कमाल का था.......
उसकी मोहब्बत का नशा भी कमाल का था.......
Ashish shukla
मजबूरन पैसे के खातिर तन यौवन बिकते देखा।
मजबूरन पैसे के खातिर तन यौवन बिकते देखा।
सत्य कुमार प्रेमी
सब गुण संपन्य छी मुदा बहिर बनि अपने तालें नचैत छी  !
सब गुण संपन्य छी मुदा बहिर बनि अपने तालें नचैत छी !
DrLakshman Jha Parimal
" मैं फिर उन गलियों से गुजरने चली हूँ "
Aarti sirsat
विश्वास का धागा
विश्वास का धागा
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
जितने धैर्यता, सहनशीलता और दृढ़ता के साथ संकल्पित संघ के स्व
जितने धैर्यता, सहनशीलता और दृढ़ता के साथ संकल्पित संघ के स्व
जय लगन कुमार हैप्पी
बचपन याद बहुत आता है
बचपन याद बहुत आता है
VINOD CHAUHAN
शिव-शक्ति लास्य
शिव-शक्ति लास्य
ऋचा पाठक पंत
हाथ पसारने का दिन ना आए
हाथ पसारने का दिन ना आए
Paras Nath Jha
दरोगा तेरा पेट
दरोगा तेरा पेट
Satish Srijan
2749. *पूर्णिका*
2749. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*ऐसा स्वदेश है मेरा*
*ऐसा स्वदेश है मेरा*
Harminder Kaur
सुरनदी_को_त्याग_पोखर_में_नहाने_जा_रहे_हैं......!!
सुरनदी_को_त्याग_पोखर_में_नहाने_जा_रहे_हैं......!!
संजीव शुक्ल 'सचिन'
हम भी अगर बच्चे होते
हम भी अगर बच्चे होते
नूरफातिमा खातून नूरी
खोल नैन द्वार माँ।
खोल नैन द्वार माँ।
लक्ष्मी सिंह
मित्र भाग्य बन जाता है,
मित्र भाग्य बन जाता है,
Buddha Prakash
* शरारा *
* शरारा *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
याद रखेंगे सतत चेतना, बनकर राष्ट्र-विभाजन को (मुक्तक)
याद रखेंगे सतत चेतना, बनकर राष्ट्र-विभाजन को (मुक्तक)
Ravi Prakash
"महंगा तजुर्बा सस्ता ना मिलै"
MSW Sunil SainiCENA
आखिर कब तक?
आखिर कब तक?
Pratibha Pandey
गुलशन की पहचान गुलज़ार से होती है,
गुलशन की पहचान गुलज़ार से होती है,
Rajesh Kumar Arjun
शेखर सिंह
शेखर सिंह
शेखर सिंह
*राम स्वयं राष्ट्र हैं*
*राम स्वयं राष्ट्र हैं*
Sanjay ' शून्य'
साज सजाए बैठा जग के, सच से हो अंजान।
साज सजाए बैठा जग के, सच से हो अंजान।
डॉ.सीमा अग्रवाल
चल रे घोड़े चल
चल रे घोड़े चल
Dr. Kishan tandon kranti
शाकाहारी
शाकाहारी
डिजेन्द्र कुर्रे
कुछ तो अच्छा छोड़ कर जाओ आप
कुछ तो अच्छा छोड़ कर जाओ आप
Shyam Pandey
फिदरत
फिदरत
Swami Ganganiya
Loading...