Jyoti Pathak 42 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Jyoti Pathak 28 Apr 2024 · 1 min read श्रम बनाम भ्रम न वीर समझ ना कायर खुद को, बस नाप - तौल हर पल खुद को, अभिमान न, तनिक भी हो जाए पथ से न पथिक तू भटक जाए। मत भूल... 2 54 Share Jyoti Pathak 6 Apr 2024 · 1 min read संशोधन कर नित नए संशोधन, पथिक तू, आगे बढ़ता चल। भूलों को कर, हर्ष से स्वीकार, अपनी जड़ताओं पर, कर नित प्रहार। बनकर निर्मल जल की धार, पथिक तू आगे बढ़ता... Hindi 1 568 Share Jyoti Pathak 1 Feb 2024 · 1 min read चेतन वार्तालाप तेरे वक्त पर किसका पहरा हुआ,तू क्यों इस पल में जकड़ा हुआ? न जान सका जो तू अब तक ,जा खोज तू , क्यों है सहमा हुआ? हो रहा है... Hindi · कविता 1 484 Share Jyoti Pathak 7 Jun 2023 · 1 min read व्यथित मन से बात कारवां जिंदगी का, यूं ही चलेगा। फिक्र छोड़ मुसाफिर, कौन क्या कहेगा ! हसरतें जितनी है तेरी , पूरी करता जा किसे पता है कि कल क्या होगा ! जो... Hindi · कविता 1 706 Share Jyoti Pathak 7 May 2023 · 4 min read प्रतिस्पर्धा अहम की.... मैं मेरी दिनचर्या के आधार पर ही आज भी जब अपने घर से विद्यालय जाने के लिए निकली । ट्रेन से उतर कर विद्यालय तक जाने के लिए 30 मिनट... Hindi · कहानी 2 136 Share Jyoti Pathak 5 May 2023 · 5 min read स्त्री कुटिल या जटिल? आप मेरी बात से सहमत हो या नहीं हो इस बात का मेरे संग्रहित तथ्यों पर असर नहीं पड़ता। यह रचना मेरी गहन चिंतन का एक परिणाम है । मैंने... Hindi · निबंध 1 496 Share Jyoti Pathak 1 Jan 2023 · 1 min read साल बदला है ! हां माना मैंने कि साल बदला है, यह तो बताओ तुमने क्या बदला है ? क्या छोड़ दिया तुमने मुसीबतों से भागना ? क्या छोड़ दिया तुमने सौ बहाने गिनाना... Hindi · Poem · Quotation 4 253 Share Jyoti Pathak 25 Dec 2022 · 1 min read रेलगाड़ी यात्रा उमंग और उत्साह से , सफर हुआ शुरू। फिर जो हुआ उसकी ना थी, मुझको आरजू। एक ही सीट पर, बैठ गए कई यात्री। सिमटी कोने में मैं, जैसे बन... Hindi · हास्य 1 261 Share Jyoti Pathak 24 Dec 2022 · 1 min read बिदाई जा रहे हो! बेशक जाओ, प्रगति का नया ,पथ तुम बनाओ। घबराना मत! मैं हूं, तुम्हारे हर सवाल के, जवाब में मैं हूं। जब लगे कि अंधेरा है हर तरफ,... Hindi · कविता 3 320 Share Jyoti Pathak 24 Nov 2022 · 2 min read श्रद्धा "एक सबक" ठुकरा कर प्रेम जननी का, घर से जब वह निकली थी। दर्द में पड़ी ममता के , दिल से आह निकली थी । नयन अश्रु भरकर मां ने , लाख... Hindi · Hindi Kavita 10 5 567 Share Jyoti Pathak 14 Nov 2022 · 2 min read बदमाशियां बच्चो की, स्नेह शिक्षक का काश यह दिवस हम रोज मनाए, आप न हो कभी ऐसा दिन ना आए। स्कूल में आप जब-जब करते बदमाशी, डॉट डॉट कर आपको याद आ जाती नानी। मैम इसने... Hindi · गीत 1 146 Share Jyoti Pathak 9 Sep 2022 · 2 min read "दोषी है कौन"? वक्त के साथ-साथ आपकी समस्याएं छोटी होने लगती है , यह बात उतनी ही हास्यास्पद है , जितनी कि सुबह सूरज को पूरब दिशा में और शाम को पश्चिम दिशा... Hindi · हास्य-व्यंग्य 2 294 Share Jyoti Pathak 19 Aug 2022 · 2 min read विलुप्त शिक्षा आपने भी सुना होगा कि शिक्षा अर्थात ज्ञान एक ऐसी जलती हुई मशाल है जिसका प्रकाश कभी कम नहीं होता , सूरज की रोशनी में आप बाहर की प्रत्येक वस्तु... Hindi · निबंध · संस्मरण 3 1 492 Share Jyoti Pathak 15 Mar 2022 · 3 min read एक तमाशा ऐसा भी ! तमाशा तो आप सभी ने देखा होगा ही होगा । एक योजनाबद्ध तरीके से दर्शकों के मनोरंजन के लिए खेला गया खेल ही तमाशा है, लेकिन आज मैं आप सभी... Hindi · लघु कथा 3 1 504 Share Jyoti Pathak 12 Feb 2022 · 1 min read आइए सीखें व्यंजन वर्ण स्वर हमने है पढ़ लिए , अब व्यंजन की है बारी । क, ख, ग, घ , ड. से करें, लिखने की तैयारी ।। सुंदर-सुंदर अक्षरों में, लिखिए च ,छ,... Hindi · कविता · बाल कविता 1 1 598 Share Jyoti Pathak 12 Feb 2022 · 1 min read सीखें स्वर वर्ण चलिए बच्चों पढ़ते हैं हम, अ, आ, इ, ई, उ, ऊ। इन वर्णों को सीख कर हम, बन जाएंगे पढ़ाकू। ऋ, ए, ऐ, ओ, औ मिलकर, स्वर बने कुल ग्यारह,... Hindi · कविता · बाल कविता 1 547 Share Jyoti Pathak 12 Feb 2022 · 3 min read द्वंद का अंत एक सफर पर चल पड़ी हूं मैं.. क्या यह सफर इतना आसान होगा? क्या इस सफर पर में मैं निरंतर इसी वेग से आगे बढ़ पाऊंगी ? अपने अस्तित्व को... Hindi · कहानी 2 650 Share Jyoti Pathak 16 Dec 2021 · 1 min read क्यों है बेचैन? मन को करके शांत ,पथ पर चल तू मौन , क्यों है बेचैन ? रोकता तुझे है कौन? सुनकर सब की बात, चल धीरज के साथ। जो लगे ठीक, चुन... Hindi · कविता 3 3 1k Share Jyoti Pathak 11 Nov 2021 · 1 min read गूगल बनाम शिक्षक डिजिटल तो हो गए हम , इस कोरोना के काल में, किंतु दुनिया सिमट गई बच्चों की, इक छोटे से मोबाइल में।। गृह कार्य करने में बच्चे , अब ना... Hindi · कविता 3 1 602 Share Jyoti Pathak 9 Nov 2021 · 5 min read भय से बनी निर्भय आज मैं आप सभी को एक ऐसी कहानी सुनाने जा रही हूं जो मेरी ही जीवन से जुड़ी है । यह कहानी उस समय की है जब मेरी उम्र महज... Hindi · कहानी 8 4 974 Share Jyoti Pathak 1 Nov 2021 · 1 min read गर मिला सुकून कर के खिलाफ जमाने को मेरे, गर मिला सुकून तेरे दिल को सनम, दफन कर तेरे हर राज इस दिल में, जा तनहा ही अब जी लेंगे हम। __ ज्योति✍️ Hindi · शेर 3 2 257 Share Jyoti Pathak 31 Oct 2021 · 1 min read ऐ सितमगर तू सुन ले... तेरी रुसवाइयों का होगा , अब एक ही अंजाम। मेरी खामोशियां ही लेंगी , तुझसे हर एक इंतकाम। __ज्योति✍️ Hindi · शेर 2 3 260 Share Jyoti Pathak 31 Oct 2021 · 1 min read सैलाब दर्द बनकर सैलाब मेरी आंखों के , समंदर बना रहे थे । तुम बड़ी ही खामोशी से, अपने दिए फरेब बुन रहे थे। __ज्योति✍️ Hindi · शेर 2 355 Share Jyoti Pathak 31 Oct 2021 · 1 min read ज़ख्म हाल-ए-जख्म अपना मैं, अब तुझे ना दिखा पाऊंगी । टूट कर बिखरी हूं इस कदर, क्या फिर से सिमट पाऊंगी। ___ज्योति✍️ Hindi · शेर 3 223 Share Jyoti Pathak 31 Oct 2021 · 1 min read उत्तर उत्तर और प्रतिउत्तर का दौर ,कुछ इस कदर चलता रहा .. मैं भी तुझे खोती रही , तू भी मुझे खोता रहा... ____ज्योति✍️ Hindi · शेर 4 238 Share Jyoti Pathak 4 Sep 2021 · 1 min read बहू कैसी चाहिए? ना हो काबिल, ना ही पढ़ी-लिखी चाहिए । बहू नहीं इनको तो, कठपुतली चाहिए।। गर लड़के की हो कोई, सरकारी नौकरी। तो समझो कि इनकी , जैसे लग गई लॉटरी,... Hindi · कविता 6 2 1k Share Jyoti Pathak 3 Sep 2021 · 1 min read गुरु कौन है? जो ज्ञान के प्रकाश से निर्भय हमें बनाता है, वही गुरु है जो हम में ,आत्मविश्वास बढ़ाता है। गुरु शब्द एक है ;रूप अनेक है , विस्तृत इस संसार का... Hindi · कविता 6 4 595 Share Jyoti Pathak 2 Sep 2021 · 1 min read औरत है ना ! सुबह उठकर सबके लिए भोजन पकाएगी, खुशबू से भले ही उसकी क्षुधा जाग जाएगी, एक औरत है ना ! सबके बाद ही खाएगी l जब लगती होगी भूख, मन मे... Hindi · कविता 7 9 370 Share Jyoti Pathak 31 Aug 2021 · 1 min read "घूँघट" एक प्रथा या सजा? हया जब नज़रों में है , तब ये घूँघट क्यों है? सम्मान दिल से दिया है, तो पर्दे का झंझट क्यों है? क्यों थोपा है आपने ,हम पर घूँघट का... Hindi · कविता 5 13 1k Share Jyoti Pathak 30 Aug 2021 · 1 min read क्या कृष्ण है मंदिर में? झूलता पालने का हर, बच्चा-बच्चा कृष्ण है। छुपकर डिब्बे से चीनी खाता, हर बच्चा कृष्ण है। कृष्ण धर्म नहीं वह कर्म है, मंदिर मे नहीं, सर्वत्र हैं। वह पूजा नही,... Hindi · कविता 7 16 767 Share Jyoti Pathak 29 Aug 2021 · 1 min read चूड़ियों की दास्तान गर लड़कियों ने पहनी है चूड़ी, तो न समझिए कि उनकी है, कोई मजबूरी । चूड़ियों की खनक से, निकलती है जो ऊर्जा, सींचती वह प्राण सबके, उतार न पाओगे... Hindi · कविता 6 6 1k Share Jyoti Pathak 28 Aug 2021 · 1 min read गर सोचो ........ !! गर सोचो कि जीवन एक चक्र है, तो इसमें ही सभी समस्याओं का हल है । सासु भी करें ठिठोली बहुओं की तरहाँ तब बहुएँ बेफिक्र होएँगी बेटियों की तरहाँ... Hindi · कविता 3 5 678 Share Jyoti Pathak 28 Aug 2021 · 1 min read नज़रिया क्यों घबराएँ, क्यों परेशां हो कल के लिए ? गर नेकी और ईमान से, अच्छी काटी है "आज" हमने तो कल का सवेरा भी, सुकून लिए ही आएगा ........ Hindi · मुक्तक 4 480 Share Jyoti Pathak 28 Aug 2021 · 1 min read मंज़िल मंज़िलें यूँ ही नहीं मिल जाया करतीं है, ज़िंदगी हर कसौटी पर हमें आज़माया करतीं हैं। आपकी शिद्दत देख अपने लक्ष्य के प्रति, रुकावटें खुद ही रास्ता छोड़ जाया करतीं... Hindi · शेर 4 6 296 Share Jyoti Pathak 25 Aug 2021 · 1 min read इल्ज़ाम सबकुछ देखकर भी आपने, अनदेखा कुछ ऐसे किया, मेरी परछाइयाँ भी मुझे, अपना कहने से कतराती रही । गुमान कम न था मुझे, आपकी वफ़ा-ए मोहब्बत पर, फिर भी आँखें... Hindi · मुक्तक 5 3 472 Share Jyoti Pathak 25 Aug 2021 · 1 min read अनुभव का वृतांत (भाग-2) कक्षा समाप्त करके, जब मैं वापस आई, मुझे हैडमास्टर जी ने खूब फटकार लगाई । मुझसे बोले, "अपनी संवेदनाओं को ज्योति जी, रखिए अपने पास", माफिनामा दीजिए! न तो कल... Hindi · कविता 4 7 243 Share Jyoti Pathak 25 Aug 2021 · 1 min read अनुभव का वृतांत (भाग-1) एक शिक्षक ने छात्र को, जड़े जोर के थप्पड़, स्तब्ध रह गई मैं, कुछ यूँ अचरज में पड़कर । गूँज उस थप्पड़ की, कुछ इस कदर गूँज रही थी, क्या... Hindi · कविता 2 6 597 Share Jyoti Pathak 25 Aug 2021 · 1 min read निष्कर्ष ! क्षुब्ध मन से ........ नहीं चाहिए संवेदना और मुआवजा उस बच्ची को, कुछ नहीं वह समक्ष उसके , झेला उसने जिस प्रताड़ना को ।। सर्वत्र लूटा कर जिसने, नवजीवन का संचार किया । माँ,... Hindi · कविता 2 2 494 Share Jyoti Pathak 25 Aug 2021 · 1 min read क्षुब्ध मन की पीड़ा नित दिन मन उद्वेलित हो जाता है, यह सोचकर । मानवता का नाश कर, क्या मिला उन्हें खुश होकर ? नित दिन माली के फूल चुराकर, बेदर्दी से कुचला जाता... Hindi · कविता 5 1 587 Share Jyoti Pathak 25 Aug 2021 · 1 min read 'पीड़ा' अबोध की ... उस अबोध को ज्ञात न था, यह हो क्या रहा झमेला है ? निद्रा टूटी चकित रह गया, देख ! घर में लगा जो मेला है ।। उलझन उसके मन... Hindi · कविता 1 2 408 Share Jyoti Pathak 25 Aug 2021 · 1 min read बात 'सम्मान' की करूँगी ना समझौता कभी, मैं अपने स्वाभिमान से, तख्त पलट कर रख दूँगी मैं, बात आई अगर मेरे आन पे । छोड़ूगी न दामन सच का, चाहे क्यों न जाए... Hindi · कविता 6 10 507 Share Jyoti Pathak 24 Aug 2021 · 2 min read सफर "मैं" तक का । मन की अथाह वेदना को प्रतिदिन घूट-घूट पी लेती थी । कभी हँसकर तो कभी रोकर ज़िंदगी जी लिया करती थी । विवाह कर जब मैं अपने पति के संग,... Hindi · कविता 6 9 376 Share