You must be logged in to post comments.
उस अबोध की पीड़ा को भावों की सुंदरता के संग बहुत ही बेहतरीन तरीके से रचना में पिरोया है आपने “ज्योति” जी ! जो भी घटना घटित हुई ऐसी घटनाएं भूल से भी कहीं ना दोहराई जाय तो सबके लिए ही बेहतर होगा ! बेहतरीन प्रस्तुति ! ??
धन्यवाद ??
उस अबोध की पीड़ा को भावों की सुंदरता के संग बहुत ही बेहतरीन तरीके से रचना में पिरोया है आपने “ज्योति” जी ! जो भी घटना घटित हुई ऐसी घटनाएं भूल से भी कहीं ना दोहराई जाय तो सबके लिए ही बेहतर होगा ! बेहतरीन प्रस्तुति ! ??
धन्यवाद ??