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25 Aug 2021 07:34 PM

नारी के मान-सम्मान की रक्षा करती , कभी पुरुषों द्वारा किए कुछ जुल्म से क्षुब्ध कवयित्री स्त्रियों द्वारा पुरुष वर्ग के जीवन संवारने में किए गए योगदान की याद दिलाते हुए पुरुष वर्गों के वर्चस्व को ललकारती, स्त्री जाति के सम्मान की रक्षा हेतु जीवन तक को दांव पर लगा देने की अभिव्यक्ति सहित सम्मान बचाने हेतु किसी प्रकार के समझौते से स्पष्ट इंकार करती, बेबाकी से इन सारे तथ्यों को सुंदर भावों के साथ अपनी सुंदर सुंदर लेखनी संग सुसज्जित करती व महिलाओं के मन में कुछ आक्रोश संग अनंत जोश का प्रवाह करती बहुत ही सुंदर रचना !??

26 Aug 2021 09:07 AM

धन्यवाद ????

25 Aug 2021 04:36 PM

बहुत सुंदर

25 Aug 2021 04:39 PM

धन्यवाद सर ??

25 Aug 2021 04:27 PM

सुंदर रचना

25 Aug 2021 04:38 PM

धन्यवाद सर ??

स्पष्ट… बेबाक अंदाज… उम्दा ख़्याल ??

25 Aug 2021 04:23 PM

धन्यवाद ??

सत्य वचन

25 Aug 2021 04:20 PM

आपका बहुत-बहुत धन्यवाद !

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