MANSI PAL 74 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid MANSI PAL 12 Nov 2021 · 1 min read बदल दे किस्मत का लिखा (प्रेरणादायक गीत) जरा दुनिया के सामने आ, कुछ कर गुजर, कुछ कर दिखा, कठिनाइयों को रौंदकर, बदल दे किस्मत का लिखा। तू जान ले, ये मान ले, होगा वही जो ठान ले,... Hindi · गीत 5 13 625 Share MANSI PAL 29 Jul 2021 · 1 min read इतने भी बेदर्द नहीं हैं। माना हम हमदर्द नहीं हैं वादों के पाबन्द नहीं हैं पंछी हम उन्मुक्त गगन के अंतर्मन में द्वंद नहीं हैं जो कहते हैं सच कहते हैं कोई भी छल-छंद नही... Hindi · कविता 4 4 280 Share MANSI PAL 27 Nov 2021 · 4 min read इत्तिफाक या कुछ और उस दिन मयंक बहुत परेशान था। उसने अब तक ना जाने कितनी फोन कॉल्स और मैसेज कर डाले थे लेकिन उनका कोई जवाब नही आया था। फलक का फोन ऑफ़... Hindi · कहानी 4 2 228 Share MANSI PAL 21 Oct 2021 · 1 min read काश! तुम वैसे होते... तुम्हारा हर सुलूक मेरे लिए, एक साजिश और धोखा था, काश! तुम वैसे होते, जैसा मैंने सोचा था। तुम्हारी फितरत कुछ और थी, मेरी समझ में ही कुछ लोचा था,... Hindi · कविता 4 6 224 Share MANSI PAL 4 Dec 2021 · 1 min read नहीं भूलूँगी... पापा का स्नेह, प्यार, आशीर्वाद और, माँ के आँचल की छाँव नही भूलूँगी। भूल जाऊँ शायद उस ख्वाब के शहर को, पर कभी अपना गाँव नहीं भूलूँगी। बचपन की शरारतें... Hindi · कविता 4 8 243 Share MANSI PAL 24 Aug 2021 · 1 min read वाकिफ हो चुके हैं... हर रोज सितम मुझपर तुम ढा क्यों रहे हो, अब बेवजह हक अपना जता क्यों रहे हो, वाकिफ हो चुके हैं, तुम्हारे ख्यालातों से हम, यूँ जज्बात सारे जमाने को... Hindi · शेर 3 8 302 Share MANSI PAL 8 Aug 2021 · 1 min read जारी रख... रास्ता भटक गया है तू पर तलाश जारी रख हार मत हिम्मत मन में आश जारी रख जिंदगी के सभी पहलुओं की कर ले परख तू कामयाबी हासिल करने का... Hindi · शेर 3 2 231 Share MANSI PAL 30 Jul 2021 · 1 min read बदल दे किस्मतों को तू... तककलुफ् क्या तुझे, हाथों को क्यूँ बाँधे खड़ा है तू गलत था मान ले, क्यूँ बेवजह जिद पे अड़ा है तू ये जो संसार है सारा, तुझे है जीतना इसको... Hindi · कविता 3 7 251 Share MANSI PAL 28 Jul 2021 · 1 min read पापा के होने से... पापा के होने से घर चलता है परिवार का संसार सुधरता-सँवरता है तिनका-तिनका जुटाकर पूरा आशियाना बनता है सम्बन्धों की बुनियाद, रिश्तों का ठिकाना बनता है अच्छा- बुरा दौर आकर... Hindi · कविता 3 6 242 Share MANSI PAL 25 Nov 2021 · 2 min read "जानवर हो क्या?" "जानवर हो क्या?" ये जुमला हम अक्सर सुनते हैं और प्रयोग में भी लाते हैं। लेकिन अगर आप थोड़े ठंडे दिमाग से सोचेंगे तो मेरी तरह आपको भी लगेगा कि... Hindi · लेख 3 2 269 Share MANSI PAL 28 Jul 2021 · 1 min read बेरोजगारी... बेरोजगारी का विस्तृत बाजार फैला है हर युवा के कन्धों पर जिम्मेदारियों का थैला है हैं शिक्षित युवा जो भृमित हो रहे हैं परेशानियों को कन्धों पर ढो रहे हैं... Hindi · कविता 3 2 251 Share MANSI PAL 28 Nov 2021 · 1 min read नई जिंदगी... खुदा से खुद को को अब जोड़ ले तू, गलत रास्ते को सही मोड़ दे तू, नई जिंदगी गर शुरू करनी है तो, बुरी आदतों को अभी छोड़ दे तू। Hindi · शेर 3 3 428 Share MANSI PAL 5 Dec 2021 · 1 min read मेरी बेस्ट फ्रेंड्स... मेरे बड़े से मैदान की लम्बी और चौड़ी चारदीवारी के अंदर हर सुबह वो जरूर आती हैं गुनगुनाती हैं, चहचहाती हैं और... अपनी आवाज में मुझे बुलाती हैं माँ के... Hindi · कविता 3 4 186 Share MANSI PAL 7 Dec 2021 · 1 min read जज्बात-ए-दिल अक्सर बहुत से जज्बातों को दिल में ही दफनाना पड़ता है, ताकि इनकी वजह से कोई परेशानी ना हो, बीती हुई बातों का हवाला ना दिया जाए, और गड़े हुए... Hindi · शेर 3 4 248 Share MANSI PAL 25 Aug 2021 · 1 min read आलस्य ओ आलस! क्यों रोक रहा है मुझे लक्ष्य तक जाने में तू ही राही की बाधा है मंजिल तक पहुँचाने में जोश शिथिल तू कर देता है हौसलों को आजमाने... Hindi · कविता 3 341 Share MANSI PAL 20 Oct 2021 · 9 min read एक अनमोल उत्सव... फ़ोन की घण्टी बजी तो मैं हड़बड़ा कर इस डर से उठा कि शायद बॉस का फ़ोन होगा। देखा तो माँ का फ़ोन था। मैंने फ़ोन काट दिया। गुस्सा तो... उत्सव - कहानी प्रतियोगिता · कहानी 3 4 326 Share MANSI PAL 28 Dec 2021 · 1 min read मैं बेरोजगार हूँ। (एक बेरोजगार का दर्द) मौजूदा हालातों का मैं एक शिकार हूँ, आओ मिलो मुझसे, मैं बेरोजगार हूँ। इन विषम परिस्थितियों में बेबस हूँ, लाचार हूँ, आओ मिलो मुझसे, मैं बेरोजगार हूँ। आती-जाती सरकारों के... Hindi · कविता 3 5 274 Share MANSI PAL 4 Jul 2021 · 1 min read जब मुलाकात होती है... तुम्हारी बात औरों से अलग और खास होती है सभी खुशियों से बढकरके सुखद अहसास होती है दुआ करते हैं हम रब से हमेशा तुझसे मिलने की हसीं वो हर... Hindi · मुक्तक 3 2 572 Share MANSI PAL 9 Nov 2021 · 1 min read शिकायतें तो बहुत हैं- शिकायतें तो बहुत हैं- इस वक़्त से, इन हालातों से, खुद से, अपने जज्बातों से। इन दर्दों से, इन धोखों से, सर्द हवाओं के झोंकों से। तुमसे जो कि थी... Hindi · कविता 3 9 226 Share MANSI PAL 4 Nov 2021 · 1 min read कुछ खास बनाते हैं। मायूस चेहरों पर खुशियाँ लाते हैं, आइए इस दीवाली को कुछ खास बनाते हैं। अपने घर की थोड़ी रोशनी , उन अँधेरो से गुम बस्तियों में बाँट आते हैं आइए... Hindi · कविता 2 3 235 Share MANSI PAL 24 Aug 2021 · 1 min read तुझे भुलाने के लिए... तुझे भुलाने के लिए हर दिन कुछ नया आजमा रहे हैं हम, हकीकतें दरकिनार कर खुद को बेवफा बता रहें हैं हम। - मानसी पाल 'मन्सू' Hindi · शेर 2 4 234 Share MANSI PAL 8 Aug 2021 · 1 min read परखना चाहते हैं... ख्वाबों को हकीकत में बदलना चाहते हैं जिंदगी के हर लम्हे संग चलना चाहते हैं यूँ तो शौक नहीं रखते हम खतरों से खेलने का पर खुद के हौसलों को... Hindi · शेर 2 4 396 Share MANSI PAL 13 Nov 2021 · 1 min read तुझे मैं क्या कहूँ? तुझे मैं हकीकत कहूँ, या कोई ख्वाब कहूँ, मंजिल मान लूँ तुझे, या फिर तलाश कहूँ, इस भीड़ में तुझे , अजनबी या खास कहूँ, मुश्किल सवाल या , आसान... Hindi · कविता 2 4 258 Share MANSI PAL 27 Oct 2021 · 1 min read यार... फिर, ऐसे कैसे? ना हम कुछ कह सके, ना तुम सुनने को तैयार हुए, यार... फिर, ऐसे कैसे? हम दोनों यार हुए। ना मोहब्बत का खुमार चढ़ा, ना इश्क में बीमार हुए, यार...... Hindi · कविता 2 5 398 Share MANSI PAL 4 Nov 2021 · 1 min read जरूरी है क्या? सुना था की मोहब्बत दिलों से होती है, मोहब्बत के लिए जिस्म जरूरी है क्या? इंसान की उम्र, रंग , सुंदरता , बनावट, या अच्छी और बेहतरीन किस्म जरूरी है... Hindi · शेर 2 3 302 Share MANSI PAL 24 Nov 2021 · 2 min read लत हमारे जीवन में हमारी आंखों के सामने हर वक़्त, हर रोज, हर पल ना जाने कितनी घटनाएं घटित होती हैं। कभी हमारे निजी जीवन में तो कभी हमारे आस-पास। कुछ... Hindi · लेख 2 5 334 Share MANSI PAL 2 Nov 2021 · 1 min read ऐ खुदा! ना हसरत है मेरी सारा जहान पाने की ना जरूरत है सब कुछ अपना बनाने की ऐ खुदा! बस यही इक इल्तजा है मेरी मैं वजह ना बनूँ किसी की... Hindi · शेर 2 2 265 Share MANSI PAL 11 Jul 2021 · 1 min read मजहबों का फासला आज फिर मुझे वो दिख गई। मैं भीड़ से निकलकर उसके पास पहुँचा। तुम कल देर से आई थी क्या? मैंने काफी देर तक इंतजार किया तुम्हारा। उसने कोई जवाब... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 4 425 Share MANSI PAL 8 Jul 2021 · 3 min read आज भी तो फिर कल तुम्हारा आना पक्का समझूँ , तृषा ने मेरी आँखों मे झाँकते हुए कुछ इस तरह पूछा मानो मेरी आँखों से मेरा जवाब तलाश रही हो। अच्छा तो... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 2 269 Share MANSI PAL 22 Dec 2021 · 1 min read आप खास हो मेरे लिए। एक सुकून भरा अहसास हो आप मेरे लिए, हर मुसीबत, हर दर्द में आस-पास हो मेरे लिए, ताउम्र रहने वाला अटूट विश्वास हो मेरे लिए, खुदा से भी ज्यादा आप... Hindi · शेर 2 3 485 Share MANSI PAL 26 Dec 2021 · 1 min read दर्द...??? तन्हाइयों का मौसम अक्सर सर्द ही होता है जख्म गर ज्यादा गहरे हों तो दर्द ही होता है। Hindi · शेर 2 4 236 Share MANSI PAL 28 Dec 2021 · 1 min read कहाँ से करूँ? मैं यहाँ से करूँ या वहाँ से करूँ, तुझपे कहना शुरू अब कहाँ से करूँ? पहले ख्वाबों में भी मुस्कुराता था मैं, दर्द सहना शुरू अब कहाँ से करूँ? तू... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 335 Share MANSI PAL 2 Aug 2021 · 1 min read मुनासिब समझा। उनके जख्म देखकर हम दर्द में तड़पते रहे मगर... हमारे जख़्मों पर उन्होंने मुस्कुराना ही मुनासिब समझा। - मानसी पाल 'मन्सू' Hindi · शेर 2 4 439 Share MANSI PAL 29 Dec 2021 · 1 min read घर की बड़ी बेटी... परिवार की उम्मीदों का आधार होती है घर की बड़ी बेटी सबसे ज्यादा जिम्मेदार होती है। माँ-पापा, दादा-दादी का लाड़-प्यार होती है, घर की बड़ी बेटी... अपने से छोटों की... Hindi · कविता 2 2 926 Share MANSI PAL 29 Dec 2021 · 1 min read ?दौर बचपन वाला... एक सबसे अहम वो अहसास होता है, दौर बचपन वाला सबसे खास होता है, पूरी जिंदगी गुजरती है इन्ही यादों के सहारे, बाकी सब कुछ वहम और बकवास होता है। Hindi · शेर 1 2 258 Share MANSI PAL 22 Oct 2021 · 1 min read तुम्हारी याद अनजान शहर में ठहरी हूँ, उठते दिल में जज्बात बहुत, जब-जब भी धोखा खाती हूँ आती है तुम्हारी याद बहुत।। Hindi · शेर 1 238 Share MANSI PAL 18 Feb 2022 · 1 min read कोशिशें... यूँ सिमट करके तू कब तलक बैठेगा कोशिशें कर तेरा कुछ नहीं जायेगा इन अँधेरों से हिम्मत ना हारा अगर तो सवेरा नया लौट कर आएगा तू अगर है सही... Hindi · कविता 1 1 247 Share MANSI PAL 21 Jan 2022 · 1 min read क्यूँ? ? क्यूँ दर्द और गम इतने बेहिसाब होते हैं, क्यूँ खुशियाँ अक्सर कम हो जाती हैं, खुलकर हँसने में भी डर-सा लगता है, क्यूँ हँसने के बाद आंखें नम हो जाती... Hindi · शेर 1 235 Share MANSI PAL 31 Dec 2021 · 1 min read मेरी दूसरी मोहब्बत! सुनो... एक बात बताऊँ... तुम्हारे अलावा मेरी एक और मोहब्बत है- मेरी दूसरी मोहब्बत- उससे जलना मत, उससे बच के रहना क्योंकि उससे बिना जले भी तुम जल सकती हो,... Hindi · लेख 1 4 710 Share MANSI PAL 30 Dec 2021 · 1 min read अपना मन...??? अपनों से मिलते धोखों से धीरे- धीरे टूट रहा है अब तक सच जिसको समझा था वो सब तो बस झूठ रहा है हासिल जो भी हुआ था अब तक... Hindi · कविता 1 1 216 Share MANSI PAL 13 Nov 2021 · 1 min read "वक़्त" कल्पनाओं के लोक में अनगिनत ख्वाब देता है, किसी को कुछ नहीं तो किसी को बेहिसाब देता है, मेरी खामोशी की वजह पूछी उसने तो मैंने कहा- बहुत से सवालों... Hindi · शेर 1 2 372 Share MANSI PAL 13 Nov 2021 · 1 min read इंसानियत ना मरे कभी... हे मानव! अगर इंसान खुद को कहता है तो इंसान से प्यार कर, असफलताओं से सीख लेकर कोशिश बार-बार कर, बड़ों के आशीर्वाद से अपने जीवन को कृतार्थ कर, जिंदगी... Hindi · कविता 1 2 323 Share MANSI PAL 13 Nov 2021 · 1 min read कुछ पाने के लिए... अच्छी फसल के लिए उत्तम बीजों को बोना पड़ता है, मैले मन को पवित्र विचारों और सद्कर्मों से धोना पड़ता है, संघर्षमयी जिंदगी के समंदर में खुद को डुबोना पड़ता... Hindi · शेर 1 226 Share MANSI PAL 3 Dec 2021 · 1 min read गर सलामत माँ है... हर पल खुशियाँ हो जहाँ वो जहां माँ है, हमेशा असर होने वाली वो दुआ माँ है , दिल से की गई सच्ची इबादत माँ है, हम सलामत रहेंगें गर... Hindi · शेर 1 4 275 Share MANSI PAL 14 Nov 2021 · 2 min read वो बचपन का सफर... वो गुजरा हुआ लम्हा थोड़ा अनजाना था, वो बचपन का सफर कितना सुहाना था। ना मतलब था किसी दुनियादारी से, बस सारा दिन खेलना और खाना था। वो बचपन का... Hindi · कविता 1 2 543 Share MANSI PAL 3 Nov 2021 · 1 min read अधूरी ख्वाहिशें... ख्वाहिशें सारी अधूरी रह गईं, कुछ बातें लबों पे जरूरी रह गईं, अब तलक आँखें अश्कों से वाकिफ नहीं थीं, पर अब सिर्फ बाकी मजबूरी रह गई। Hindi · शेर 1 4 205 Share MANSI PAL 27 Oct 2021 · 1 min read शिकायतें... शिकायतें उससे भी बहुत थीं, पर कुछ बयां नहीं कर सके हम क्योंकि मालूम था- वो भी उसी भीड़ का हिस्सा है। Hindi · शेर 1 2 204 Share MANSI PAL 27 Oct 2021 · 1 min read बदलता दौर... बदलते दौर से बेहद हैरान हूँ मैं... समझ नहीं आता कि- हालात इंसानों को बदल देते हैं या इंसान हालातों को। Hindi · शेर 1 242 Share MANSI PAL 3 Jul 2021 · 1 min read जिंदगी-एक लंबा सफर जिंदगी के इस लम्बे सफ़र में कोई जीतता है तो कोई हारता है सभी की ख्वाहिशें हैं, मुकाम है अपना-अपना कोई मजबूरी में ही अपना मन मारता है यूँ तो... Hindi · कविता 1 200 Share MANSI PAL 4 Jul 2021 · 1 min read कर तूने जो ठाना है। थक कर कैसे बैठ गया तू कर तूने जो ठाना है नहीं मिली है मंजिल तेरी लक्ष्य अभी अनजाना है माना कि बाधाएँ बहुत हैं दुश्मन सारा जमाना है पर... Hindi · कविता 1 3 216 Share Page 1 Next