Comments (9)
9 Nov 2021 01:07 PM
इतनी सारी चीजों से शिकायत ही रहेगा तो फिर मनुष्य अपनी सामान्य ज़िंदगी कैसे जी पाएगा !
क्या इन चीज़ों में से कोई भी चीज़ खुशियों के लायक नहीं ? वैसे सृजन बहुत ही सुंदर, भावपूर्ण किया है !!
9 Nov 2021 04:16 PM
अति सुंदर, ? संतोषप्रद जवाब ! बहुत बहुत शुक्रिया आपका !
9 Nov 2021 10:11 AM
Krishnam ne jitna btaya yha usse bhi jyada accha likhti h aap.mera soubhagya hai ki mai aapki rachnao ko padh rha hu.
9 Nov 2021 06:07 AM
बहुत सुंदर मानसी पाल, क्या कविता लिखी है।मन को भाव विभोर कर देने वाली! धन्यवाद आपका जी।पर आप कभी किसी को पोस्ट को पढ़ती नहीं है।यह शिकायत है, मेरी आपसे।
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