VINOD CHAUHAN 353 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid VINOD CHAUHAN 5 May 2022 · 1 min read मेरा गुरूर है पिता सुनो मेरा हर्ष,मेरा गर्व और मेरा गुरुर है पिता । मेरी सजल इन अंखियों का कोहिनूर है पिता ।। मेरे पिता को है फक्र मुझपे और फ़िक्र है मेरी ।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 47 96 1k Share VINOD CHAUHAN 14 May 2022 · 1 min read चिंता और चिता सोचूं मैं चिता से चिंता भली या चिंता से चिता ना तो ये जाने है ज़माना ना ही मुझको है पता चिंता आए बिना बुलाए सुनो कड़वी है सच्चाई चिता... Hindi · कुण्डलिया 4 6 1k Share VINOD CHAUHAN 12 Jul 2022 · 1 min read डूबता सूरज हूंँ या टूटा हुआ ख्वाब हूंँ मैं डूबता सूरज हूँ या टूटा हुआ कोई ख्वाब हूँ मैं बंद कमरे में अकेला जलता हुआ चिराग हूँ मैं डूबना सूरज हूँ ............... महफिलों में हँसता रहा धड़कनों में बसता... Hindi · V9द चौहान · कविता 1 1k Share VINOD CHAUHAN 10 May 2022 · 1 min read दादी मां की बहुत याद आई सपने में दी आज दिखलाई दादी मां की बहुत याद आई सपनों में जब कभी आती है जैसे रूबरु दादी हो जाती है बहुत देर मुझसे बतियाती है फिर खो... Hindi · कविता 5 6 946 Share VINOD CHAUHAN 13 Apr 2022 · 1 min read मां का आंचल हर संकट में ये मां का आंचल हर दुविधा में ये मां का आंचल सिर पर रहता है हरदम सबके हर पीड़ा में ये मां का आंचल आंधी आए ये... Hindi · कविता 5 2 919 Share VINOD CHAUHAN 12 Apr 2022 · 1 min read ना कर गुरुर जिंदगी पर इतना भी ना कर गुरुर जिंदगी पर इतना भी ये ऐन वक्त पर एक दिन दगा देगी तूं मांगेगा दो घड़ी सांस जिंदगी से ये किसी भी वक्त दामन छुड़ा लेगी ये... Hindi · कविता 4 854 Share VINOD CHAUHAN 7 Jun 2022 · 1 min read जिस नारी ने जन्म दिया जिस नारी ने जन्म दिया है उसकी कोंख लजाते क्यों हो जिस आँचल में बचपन बीता उसी से मुँह छिपाते क्यों हो शर्म हया काफूर हुई सब लाज रही ना... Hindi · कविता 8 6 820 Share VINOD CHAUHAN 7 May 2022 · 1 min read रिश्तों की कसौटी रिश्तों की कसौटी पर जो खरा उतर जाए । जिंदगी उसकी खुदबखुद सुनो संवर जाए ।। जो नहीं करता हैं फिक्र या कद्र रिश्तों की ! उसकी जिंदगी बेबस लहर... Hindi · कविता 2 887 Share VINOD CHAUHAN 13 Apr 2022 · 1 min read आंखों में तुम मेरी सांसों में तुम हो हर जगह पर बस तुम ही तुम हो हर धड़कन में बस तुम ही तुम हो जिसको पूछो बस यही कहता है आंखों में तुम मेरी सांसों में तुम हो Hindi · मुक्तक 1 809 Share VINOD CHAUHAN 8 May 2022 · 1 min read आंचल में मां के जिंदगी महफूज होती है मां बड़ी ममतामई बहुत मासूम होती है होता है दुख संतान को तो मां भी रोती है मानो हमेशा बात उनकी बात ना टालो आंचल में मां के जिंदगी महफूज... Hindi · कविता 3 2 757 Share VINOD CHAUHAN 28 Jun 2022 · 1 min read दीवार में दरार देखिए हर घर में दीवार नजर आती है उसी दीवार में एक दरार नजर आती है कुछ बोलना भी चाहे पर बोल नहीं पाती अपनों के व्यवहार से बेजार नजर... Hindi · V9द चौहान · कविता 6 2 789 Share VINOD CHAUHAN 26 Apr 2022 · 1 min read जंगल में एक बंदर आया जंगल में एक बंदर आया पेड़ों को उसने खूब हिलाया बहुत शरारत करता बंदर नहीं किसी से डरता बंदर हाथी शेर भालू से यारी रहती साथ बंदरिया प्यारी बस्ती बस्ती... Hindi · बाल कविता 2 643 Share VINOD CHAUHAN 14 May 2022 · 1 min read सारी फिज़ाएं छुप सी गई हैं सागर की लहरें रूक सी गई हैं काली घटाएं झुक सी गई हैं जबसे आए हो तुम पास हमारे सारी फिजाएं छुप सी गई हैं सागर की लहरें...... जाग उठी... Hindi · कविता 3 2 725 Share VINOD CHAUHAN 5 Jun 2022 · 1 min read हम पर्यावरण को भूल रहे हैं वंशों से जो मिलता आया हम सदाचरण वो भूल रहे हैं प्राणवायु मिलती है जिससे हम पर्यावरण को भूल रहे हैं प्राणवायु मिलती़............ दोहन कर रहे नासमझी मे सभ्यता संस्मरण... Hindi · कविता 4 6 604 Share VINOD CHAUHAN 7 Jun 2022 · 1 min read आदमी आदमी से डरने लगा है आदमी आदमी से डरने लगा है हर घड़ी आहें बस भरने लगा है दुविधा पल रही सबके दिलों में मरने की ख्वाहिश करने लगा है आदमी आदमी से.............. पहले जैसी... Hindi · कविता 3 2 684 Share VINOD CHAUHAN 24 Jun 2022 · 1 min read बरसात आई है चलो बनाते हैं कागज़ की कश्तियाँ बरसात आई है चलो बहाते हैं कागज़ की कश्तियाँ बरसात आई है वो बचपन के दिन और अठखेलियाँ किसे याद नहीं चलो फिर से... Hindi · मुक्तक 2 659 Share VINOD CHAUHAN 15 Aug 2022 · 1 min read मेरे देश का तिरंगा है सारे जहाँ से अच्छा मेरे देश का तिरंगा रंग है केसरिया ऊपर, है त्याग की निशानी शहिदों ने की है कुर्बान,हँसते हुए जवानी फाँसी पे चढ़ गए नहीं झुकने... Hindi · V9द चौहान 6 6 594 Share VINOD CHAUHAN 28 Jul 2022 · 1 min read भीगे अरमाँ भीगी पलकें भीगे अरमाँ भीगी पलकें भीगा है मन बारिश में भीगा आसमाँ भीगी धरती भीगा है तन बारिश में घनघोर घटाएं घिर घिर आएं हर्षित मन को खूब लुभाएं भीगे पात... Hindi · V9द चौहान · कविता 2 2 710 Share VINOD CHAUHAN 8 May 2022 · 1 min read कोई मंझधार में पड़ा हैं कोई तुफान में घिरा है तो कोई मंझधार में पड़ा है आदमी-आदमी से जाने कौनसी तकरार में पड़ा है खुद में खो गए हैं अब सबकी अपनी ही दुनिया है... Hindi · कविता 7 2 566 Share VINOD CHAUHAN 5 Apr 2022 · 1 min read डगर कठिन हो बेशक मैं तो कदम कदम मुस्काता हूं वक्त मिले तो आकर सुनना मैं गीत सुरिले गाता हूं जीवन की तहजीब बताकर दिल अपना बहलाता हूं नहीं और कोई चाहत दिल में बस होंठों पर गीत रहें डगर... Hindi · मुक्तक 3 2 563 Share VINOD CHAUHAN 19 Aug 2022 · 1 min read मुरली मनेहर कान्हा प्यारे मुरली मनोहर कान्हा प्यारे तुम हो मेरी आँखों के तारे तुम्हे देखकर हम जीते हैं लगते हो हमें जाँ से प्यारे तेरे बिना मेरा जग है सूना तुम हो सूरज... Hindi · V9द चौहान 2 662 Share VINOD CHAUHAN 28 Jun 2022 · 2 min read रामलीला जुबां-जुबां पे आज रामलीला के खूब चर्चे हैं गली घर चौपाल और नुक्कड पे यही चर्चे है बहुत सारे रावण के पात्र के लिए भटकते हैं मगर सही संवाद की... Hindi · V9द चौहान · कविता 2 554 Share VINOD CHAUHAN 30 Jun 2022 · 1 min read कन्यादान लिखना भी कहानी हो गई कहने को एक बात बदगुमानी हो गई कन्यादान लिखना भी कहानी हो गई कन्यादान लिखना......... शादी का उत्सव था हमको बुलाया था कन्यादान लिखने चुन कर लगाया था उसमें पहली... Hindi · V9द चौहान · सार 2 622 Share VINOD CHAUHAN 14 Apr 2022 · 2 min read ये जिंदगी एक उलझी पहेली ये जिंदगी एक उलझी पहेली् कभी संगदिल कभी है सहेली ये जिंदगी एक उलझी पहेली कुछ भी करो पर सुलझती नहीं है जितनी भी समझो उलझती रही है किसी की... Hindi · कविता 3 573 Share VINOD CHAUHAN 8 Jun 2022 · 1 min read उसकी मासूमियत उसकी मासूमियत पे हम दिल गंवा बैठे हैं जिंदगी की फिक्र नहीं हम जाँ लूटा बैठे हैं उसकी मासूमियत पे........... रोज होता है दीदार उनका मगर फिर देखो न जाने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 603 Share VINOD CHAUHAN 26 Apr 2022 · 1 min read देखो हाथी राजा आए देखो हाथी राजा आए लिए सूण्ड में बाजा आए केले इनको बहुत हैं भाते गन्ना बड़े चाव से हैं खाते कानों से ये हवा डुलाए मस्ती में ये कदम बढ़ाए... Hindi · बाल कविता 1 485 Share VINOD CHAUHAN 5 Apr 2022 · 1 min read कहां चला अरे उड़ कर पंछी कहां चला अरे उड़ कर पंछी मैं फिर होंगा हरा भरा लौट आएंगी फिर से बहारें फल फूलों से हरा भरा वक्त सभी में आता है पंछी कभी अच्छा कभी... Hindi · कविता 4 5 543 Share VINOD CHAUHAN 7 May 2022 · 1 min read जेब में सरकार लिए फिरते हैं लोग जुबां पे इश्क और हाथ में प्यार लिए फिरते हैं चुरा के गुलाब कहते हैं हम गुलज़ार लिए फिरते हैं हैरान हूं बहुत देखकर ये फितरत जहां में लोगों... Hindi · कविता 3 4 527 Share VINOD CHAUHAN 6 Jan 2023 · 1 min read हर आईना मुझे ही दिखाता है हर आईना हमेशा मुझे ही दिखाता है जिसमें देखूँ मेरा अक्स नजर आता है कोई दिखाता है मुझको ये सूरत मेरी हाल-ए-दिल कोई कभी नहीं सुनाता है कोई दिखाता है... Hindi · V9द चौहान · गीतिका 3 2 576 Share VINOD CHAUHAN 16 Apr 2022 · 1 min read -:फूल:- -:फूल:- सुंदर फूल बसंती फूल खिलते फूल अद्भुत फूल चुनिंदा फूल मदमस्त फूल महकते फूल मचलते फूल लहराते फूल मुस्कुराते फूल शराफ़त के फूल नजाकत के फूल प्रफुल्लित फूल सदाबहार... Hindi · कविता 3 4 550 Share VINOD CHAUHAN 10 Jun 2022 · 1 min read आईना झूठ लगे चेहरा देखूँ जब अपना नहीं होता यकिन बहुत हैरान हूँ आज क्यूँ आईना झूठ लगे बहुत हैरान हूँ............... आईना देखा है बहुत मैने पहले भी मगर आज देखूं मैं बार... Hindi · V9द चौहान · ग़ज़ल 2 546 Share VINOD CHAUHAN 24 Jun 2022 · 1 min read हवा के झोंको में जुल्फें बिखर जाती हैं हवा के झोंको में जुल्फें बिखर जाती हैं लाख करते हैं जतन ये बिखर जाती हैं हवा के झोंको में................ देखने वाले समझते हैं कोई अदा है मेरी कोई नहीं... Hindi · V9द चौहान · गजल 3 3 456 Share VINOD CHAUHAN 9 Jun 2022 · 1 min read गंगा से है प्रेमभाव गर गंगा से है प्रेमभाव गर अरे गंगा को मन में उतार लो शुद्ध कर्म अपनाकर सारे गंगा अपने मन में धार लो गंगा से है प्रेमभाव गर.............. क्या होगा गंगा... Hindi · कविता 2 470 Share VINOD CHAUHAN 6 Oct 2022 · 1 min read असत्य पर सत्य की जीत हर तरफ देखिए असत्य पर सत्य की जीत का जश्न है हर कोई राम की भक्ति में मग्न है ये क्या हर साल रावण को मारा जाता है फिर कैसे... Hindi 4 663 Share VINOD CHAUHAN 9 May 2022 · 1 min read तेरी आरज़ू, तेरी वफ़ा सब लोग मुझसे पूछते एक ही सवाल है तेरी आरज़ू तेरी वफ़ा का कैसा हाल है वो छेड़ते हैं ले-लेकर के सब नाम तुम्हारा कहते हैं तेरी दिलरूबा बड़ी बेमिसाल... Hindi · कविता 2 392 Share VINOD CHAUHAN 23 May 2022 · 1 min read खंडहर हुई यादें खंडहर हुई यादें अब मैं क्या करूं बेअसर हुई फरियादें मैं क्या करूं कहां जाऊं और किसको पुकारुं जिंदा रहूं मैं या कहीं पर जा मरूं जिंदा रहूं............. लोग कहते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 417 Share VINOD CHAUHAN 29 Jul 2022 · 1 min read गुजरे लम्हे सुनो बहुत सुहाने थे गुजरे लम्हे सुनो बहुत सुहाने थे कुछ हकीकत हैं कुछ फसाने थे गुजरे लम्हे............... याद करके खो से जाते हैं कहीं वो खुशनुमां जिंदगी के तराने थे गुजरे लम्हे............... याद... Hindi · V9द चौहान · कविता 1 2 555 Share VINOD CHAUHAN 5 Jul 2022 · 1 min read हर घड़ी यूँ सांस कम हो रही हैं हर घड़ी यूँ सांस कम हो रही हैं जिंदगी की श्वास कम हो रही है हर घड़ी यूँ........... लोग भटकते हैं दौलत के लिए फिर भी कुछ हासिल नहीं होता... Hindi · V9द चौहान · कविता 6 2 404 Share VINOD CHAUHAN 16 Apr 2022 · 1 min read अश्रु देकर खुद दिल बहलाऊं अरे मैं ऐसा इंसान नहीं किसी के दिल को ठेस पंहुचाऊं ये मेरी पहचान नहीं किसी को रौंद के आगे बढ़ जाऊं ये मेरा अरमान नहीं दूनियां के रंग देख चुका हूं अरे क्या होगा... Hindi · मुक्तक 2 2 369 Share VINOD CHAUHAN 16 Jan 2023 · 1 min read तिल,गुड़ और पतंग तिल,गुड़ और पतंग की रिवाज है लुभाती बहुत ये सभी को आज है तिल,गुड़................ छोटे-बड़े ये सब चाव से खाते हैं लेकर पतंग छत पर चढ़ जाते हैं तिल,गुड़................ चारों... Hindi · V9द चौहान · कविता 2 566 Share VINOD CHAUHAN 12 Apr 2022 · 1 min read तितली सी उड़ान है तितली सी उड़ान है या दूध सा उफ़ान है दो पल का तुफान है ये जिंदगी तुम्हारी...... बचपन सी उमंग है यौवन सी तरंग है बुढ़ापे सा भुजंग है ये... Hindi · कविता 1 425 Share VINOD CHAUHAN 13 Jun 2022 · 1 min read तूँ ही गजल तूँ ही नज़्म तूँ ही तराना है मेरा तूँ ही गजल तूँ ही नज़्म और तूँ ही तराना है मेरा तूँ ही हकीकत, ख्वाब और तूँ ही फसाना है मेरा तूँ ही गजल................ क्या करोगी ताजमहल बनवाके तुम... Hindi · V9द चौहान · गजल 5 4 366 Share VINOD CHAUHAN 13 Jul 2022 · 1 min read गजल क्या लिखूँ कोई तराना नहीं है गजल क्या लिखूँ कोई तराना नहीं है मेरी जिंदगी का अफसाना यही है गजल क्या लिखूँ............... हमसफर बहुत हुए हैं इस रहगुजर के सफर आज लेकिन सुहाना नहीं है गजल... Hindi · V9द चौहान · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 470 Share VINOD CHAUHAN 25 Jun 2022 · 1 min read क्या करें हम भुला नहीं पाते तुम्हे एक पल ही तुम्हे हमने देखा सनम क्या करें हम भुला नहीं पाते तुम्हें --2 जिंदगी में ये हालात पहले न थे आज हालात जैसे हैं ये पैदा हुए --2... Hindi · Song · V9द चौहान 1 400 Share VINOD CHAUHAN 27 Jun 2022 · 1 min read जाने वाले बस कदमों के निशाँ छोड़ जाते हैं कौन जानता है लोग क्या क्या छोड़ जाते हैं जाने वाले बस कदमों के निशाँ छोड़ जाते हैं जाने वाले बस............. जिंदगी सफर है हर आदमी इस सफर पे है... Hindi · V9द चौहान · कविता 3 2 402 Share VINOD CHAUHAN 5 Apr 2022 · 1 min read कांटों पर उगना सीखो आज बगिया में था सम्मेलन फूलों का और कलियों का लिए शिकायत खड़े हुए थे सब अपनी मंडलियों का कमल सुने फूलों की दूविधा दूर खड़ा हो पानी में तितली... Hindi · कविता 4 463 Share VINOD CHAUHAN 26 Sep 2022 · 1 min read प्यार जताना न आया अफ़सोस है कि प्यार जताना न आया हमे अफ़सोस है कि हमने क्यों न मनाया तुम्हे अफ़सोस है कि प्यार जताना हैं तन्हाँ अभी हम पहले कभी ऐसा न हुआ... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 5 524 Share VINOD CHAUHAN 28 Aug 2022 · 1 min read अंदाज मस्ताना मिले हो तुम जब से अंदाज मस्ताना हो गया मिले हो तुम जब से ये दिल परवाना हो गया महफिलों के दौर यूँ ही चलते रहते हैं रात भर तुम्हारी... Hindi · V9द चौहान · कविता/गीतिका 3 460 Share VINOD CHAUHAN 9 May 2022 · 1 min read मैं परछाइयों की भी कद्र करता हूं अरे अपनों की तो बात ही क्या मैं गैरों से मोहब्बत करता हूं सच कहता हूं इंसान तो क्या परछाइयों की भी कद्र करता हूं जग से नहीं कुछ ले... Hindi · कविता 2 2 337 Share VINOD CHAUHAN 8 Jul 2022 · 1 min read मत पूछो कोई वो क्या थे मत पूछो कोई वो क्या थे कुछ और नहीं वो फूल थे एक अल्हड़ को वो भाए थे केशों मे सजाए थे उसका वो श्रंगार थे मत पूछो............. जब रणबाँकुरे... Hindi · V9द चौहान · कविता 5 2 401 Share Page 1 Next