Comments (6)
7 Jun 2022 02:16 PM
वन्दनीय ..भावपूर्ण .. सार्थक सृजन .. आदरणीय
— “पिता” विषय पर मेरी मौलिक रचना “पिता महज एक व्यक्ति नहीं है” को अपना स्नेहाशीष प्रदान करें ।
कविता पर पहुंचकर प्रथम उसे भावपूर्ण होकर जरूर पढ़े, तद्नुरूप like & comment करें ।
5 Jun 2022 10:55 PM
बेहद खूबसूरत रचना
VINOD CHAUHAN
Author
5 Jun 2022 11:13 PM
प्रोत्साहन बढ़ाने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद।
5 Jun 2022 03:20 PM
आपका कथन सत्य है।
VINOD CHAUHAN
Author
5 Jun 2022 03:54 PM
रचना का तात्पर्य समझने के लिए और प्रोत्साहन बढ़ाने के लिए आपका सह्रदय शुक्रिया।
आपका स्नेह भरा प्रोत्साहन बहुत बहुत आभार सर। मैं आपकी अत्यंत प्रिय रचना पढ़कर गौर्वान्वित महसूस कर रहा हूँ।