Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Jun 2022 · 1 min read

हम पर्यावरण को भूल रहे हैं

वंशों से जो मिलता आया
हम सदाचरण वो भूल रहे हैं
प्राणवायु मिलती है जिससे
हम पर्यावरण को भूल रहे हैं
प्राणवायु मिलती़…………
दोहन कर रहे नासमझी मे
सभ्यता संस्मरण भूल रहे हैं
प्राणवायु मिलती………….
माँ जैसा आँचल जीवों का
वो शुभ्र आवरण भूल रहे हैं
प्राणवायु मिलती………….
खाते सौगंध बचाने की जो
वो लोग प्रण को भूल रहे हैं
प्राणवायु मिलती………….
“विनोद”लालची दूनियाँ में
सब जीवन-मरण भूल रहे हैं
प्राणवायु मिलती………….

Language: Hindi
4 Likes · 6 Comments · 601 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from VINOD CHAUHAN
View all
You may also like:
*त्रिजटा (कुंडलिया)*
*त्रिजटा (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
तूफानों से लड़ना सीखो
तूफानों से लड़ना सीखो
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
रमेशराज के देशभक्ति के बालगीत
रमेशराज के देशभक्ति के बालगीत
कवि रमेशराज
प्रतिध्वनि
प्रतिध्वनि
पूर्वार्थ
लानत है
लानत है
Shekhar Chandra Mitra
अरदास मेरी वो
अरदास मेरी वो
Mamta Rani
रंजीत कुमार शुक्ल
रंजीत कुमार शुक्ल
Ranjeet kumar Shukla
#आज_का_दोहा
#आज_का_दोहा
संजीव शुक्ल 'सचिन'
सुखी को खोजन में जग गुमया, इस जग मे अनिल सुखी मिला नहीं पाये
सुखी को खोजन में जग गुमया, इस जग मे अनिल सुखी मिला नहीं पाये
Anil chobisa
ईद की दिली मुबारक बाद
ईद की दिली मुबारक बाद
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
तुम ही सौलह श्रृंगार मेरे हो.....
तुम ही सौलह श्रृंगार मेरे हो.....
Neelam Sharma
💐प्रेम कौतुक-320💐
💐प्रेम कौतुक-320💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
// ॐ जाप //
// ॐ जाप //
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
विश्वास का धागा
विश्वास का धागा
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
धारण कर सत् कोयल के गुण
धारण कर सत् कोयल के गुण
Pt. Brajesh Kumar Nayak
2724.*पूर्णिका*
2724.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Thought
Thought
Jyoti Khari
स्कूल कॉलेज
स्कूल कॉलेज
RAKESH RAKESH
भूल जा इस ज़माने को
भूल जा इस ज़माने को
Surinder blackpen
"प्रपोज डे"
Dr. Kishan tandon kranti
बोलो ! ईश्वर / (नवगीत)
बोलो ! ईश्वर / (नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
धड़कन धड़कन ( गीत )
धड़कन धड़कन ( गीत )
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
Yashmehra
Yashmehra
Yash mehra
ढ़ांचा एक सा
ढ़ांचा एक सा
Pratibha Pandey
☄️ चयन प्रकिर्या ☄️
☄️ चयन प्रकिर्या ☄️
Dr Manju Saini
ग़ज़ल
ग़ज़ल
नितिन पंडित
आँशु उसी के सामने बहाना जो आँशु का दर्द समझ सके
आँशु उसी के सामने बहाना जो आँशु का दर्द समझ सके
Rituraj shivem verma
"कला आत्मा की भाषा है।"
*Author प्रणय प्रभात*
बहुत मशरूफ जमाना है
बहुत मशरूफ जमाना है
नूरफातिमा खातून नूरी
भर मुझको भुजपाश में, भुला गई हर राह ।
भर मुझको भुजपाश में, भुला गई हर राह ।
Arvind trivedi
Loading...