ABHISHEK SHARMA Language: Hindi 46 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ABHISHEK SHARMA 11 Jun 2023 · 1 min read अनुभव गलतियों से सीख कर जीवन को मैं पहचान गया विफलता के अज्ञान को समय अनुरूप जान गया नही डर मुझ को जीवन की आगामी चुनौती से अनुभव के क्षणों से... Poetry Writing Challenge 132 Share ABHISHEK SHARMA 11 Jun 2023 · 1 min read दिल की बात मदमस्त सुहानी सी ये रात है अनकही मेरे दिल की बात है ऐ चाँद जरा मुझे ये तो बता क्योँ बदलते इश्क में हालात है दुर बहुत है पर लगता... Poetry Writing Challenge 124 Share ABHISHEK SHARMA 11 Jun 2023 · 1 min read बरसात सावन में आई बरसात बगिया महक उठी । बादल गरजें पूरी रात धरती लहक उठी। मतवाला सावन मन को भाये जरा झूमों सावन के गाओ गीत नदियाँ बहक उठी। :-@अभिषेक... Poetry Writing Challenge 131 Share ABHISHEK SHARMA 11 Jun 2023 · 1 min read नफरत नफरतों ने कितनो के ईमान को है लूटा किसी का मकान किसी का शहर है छूटा नफरतों के बाजार में जमीर कहाँ है टिका बेईमानो का साथ देकर अब इंसान... Poetry Writing Challenge 155 Share ABHISHEK SHARMA 11 Jun 2023 · 1 min read मॉं पदचिह्नों पर पीढ़ियाँ चले, जग मे कुछ ऐसा काम करो व्यक्ति हर विशेष है अन्दर के हुनर को खुले आम करो भूल मत जाना अपनी मॉ को जो हर पल... Poetry Writing Challenge 122 Share ABHISHEK SHARMA 11 Jun 2023 · 1 min read इंसान बदला पैसे ने तौर -तरीका और इंसान बदला है हार-जीत के लिये अब स्वाभिमान बदला है चमक-दमक चार दिन की है मत भुलना क्यों अपने मन-मंदिर मेंं भगवान बदला है अभिषेक... Poetry Writing Challenge 122 Share ABHISHEK SHARMA 11 Jun 2023 · 1 min read मित्र कृष्ण ने सुदामा के मन का जान लिया भाव है सखा रूप में प्रभु का मित्र पर कैसा प्रभाव है सुदामा कृष्ण रूप पर मोहित हुई वाणी विराम मित्र ने... Poetry Writing Challenge 119 Share ABHISHEK SHARMA 11 Jun 2023 · 1 min read मुलाकात हसीन बहारों में क्या वो मुलाकात थी धडकने बडी इश्क की वो शुरूवात थी चॉंद तारे भी करने लगे उनकी तारीफ़ जरूर कुछ तो अलग सी उसमे बात थी *****************************************... Poetry Writing Challenge 133 Share ABHISHEK SHARMA 11 Jun 2023 · 1 min read दीदार हसीन चेहरे को कहाँ सजने की फुरसत है इस दिल को उन के दीदार की हसरत है मासूम सी वो सादगी ही है उनकी पहचान देखो बहारों मे छुपी वो... Poetry Writing Challenge 120 Share ABHISHEK SHARMA 11 Jun 2023 · 1 min read अंधियार है बहुत अंधियार अब सूरज निकलना चाहिये है कितना तेज ये तूफान इसे थमना चाहिये घर बार सब के बिखर गये मुश्किल की है घड़ी है हिम्मत ऐ जिंदगी फिर... Poetry Writing Challenge 105 Share ABHISHEK SHARMA 11 Jun 2023 · 1 min read किरन प्रभात की किरन से रोशन धरती सारी है। समुन्द्र में सूर्य की छवी बडी ही प्यारी है। हरियाली को देख मन होता बडा ही चंचल पक्षीयों मे बुलबुल की चहक... Poetry Writing Challenge 68 Share ABHISHEK SHARMA 11 Jun 2023 · 1 min read नीले आकाश नीले आकाश में बहारों का नजारा देखो। सुन्दर झील में बहता पानी का किनारा देखो । हर तरफ छायीं है महक कुदरत की मानो धरती पे सजा ये जन्नत का... Poetry Writing Challenge 68 Share ABHISHEK SHARMA 11 Jun 2023 · 1 min read प्रेम के चिराग सुन्दर रूप प्रेम अनुराग से हर लिया मेरा मन है बदला मौसम खिल गये नैना हुआ उनका आगमन है चंचल करती उसकी मधुर बोली हूँ सुनने को आतुर दूर भला... Poetry Writing Challenge 91 Share ABHISHEK SHARMA 11 Jun 2023 · 1 min read प्रकृति दोष नही हमारा कुछ बातें हम भूल गये । खलिते खिलते मुरझा बचपन के फूल गये । प्रकृति में ही मिलता है जीवन का आनंद, किन्तु सभी क्रतिम इन उपकरणों... Poetry Writing Challenge 120 Share ABHISHEK SHARMA 11 Jun 2023 · 1 min read इश्क इश्क के पन्नो की नई शुरूवात है मोहब्बत तन्हाई मे बहतें अश्को की बरसात है मोहब्बत यकिन तो कर ले मेरी प्यार की चाहत का प्यार मे होती खुदा से... Poetry Writing Challenge 81 Share ABHISHEK SHARMA 11 Jun 2023 · 1 min read मजबूर जमाने का ये क्या दस्तूर है रोता हमेशा भूखा मजबूर है! हर पल बहाता है खून पसीना रोटी के खातिर ही मजदूर है। दुनिया की रौशनी से ये दूर है... Poetry Writing Challenge 82 Share ABHISHEK SHARMA 11 Jun 2023 · 1 min read अभिमान कुशल-क्षेम जाने बिना मन को पढना वो भूल गया। अपनो को नीचा दिखा कर अभिमान से वो फूल गया। कलयूग का ये मानव कैसा हर पल बदलता जाये, स्वयं की... Poetry Writing Challenge 98 Share ABHISHEK SHARMA 11 Jun 2023 · 1 min read दर्द दिल के पन्नों पर इश्क का कैसा पैगाम है मोहब्बत फिर से जमाने मे हुई बदनाम है मेरे दिल का दर्द तुम्हे क्या बताऊँ यारो इश्क की काहानी का अक्सर... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 81 Share ABHISHEK SHARMA 11 Jun 2023 · 1 min read शाहदत शाहदत का दिन हुई वीरों की पहचान अब शौर्य से लडे वीरों से नही कोई अंजान अब माँ भारती की गोद है इन वीरो को पुकारती कौशल और वीरता का... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 100 Share ABHISHEK SHARMA 11 Jun 2023 · 1 min read व्यवहार मधुर प्रेम व्यवहार से ही जीवन सहजोर है सच्चा मित्र वो जो संकट मे अपनी ओर है सुख में सब साथी पर दुख में जो साथ दे, मन उसके ही... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 86 Share ABHISHEK SHARMA 11 Jun 2023 · 1 min read ख्वाब कब देगी इस दिल को जवाब इश्क तुझे करता ,मे बेहिसाब कभी न करू मे तुझे उदास जीवन फिर खुशीयो का ख्वाब अभिषेक शर्मा Poetry Writing Challenge · मुक्तक 86 Share ABHISHEK SHARMA 11 Jun 2023 · 1 min read अहिंसावादी महात्मा का सम्पूर्ण जीवन पूर्ण अहिंसावादी था पतली दुबली काया पोशाक मे उन के खादी था सत्य का रूप देश प्रेम ही था उनका धरम-करम उच्च विचारक वो दिव्यात्मा सच... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 59 Share ABHISHEK SHARMA 11 Jun 2023 · 1 min read प्रेम ज्ञान पाने की मन को अभिलाषा है प्रेम ही मनुष्य की सरल भाषा है दुर होता इससे अँधेरा जीवन का उचित ज्ञान ही प्रेम की परिभाषा है प्रेम ही जीवन... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 69 Share ABHISHEK SHARMA 11 Jun 2023 · 1 min read दिल की पीड़ा दिल की पीड़ा में हर रोज अब जल रहा हूँ मैं प्रेम की आग मे तप के कैसा ढल रहा हूँ मैं इतंजार के तीर ने मुझे कर दिया है... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 53 Share ABHISHEK SHARMA 11 Jun 2023 · 1 min read राधा झुका के नैना शर्माये राधा प्रेम के दीपक जलाये राधा मुधर मिलन ये राधा कृष्ण का श्याम के साथ मुस्कुराये राधा ___________अभिषेक शर्मा Poetry Writing Challenge · मुक्तक 98 Share ABHISHEK SHARMA 10 Jun 2023 · 1 min read आतंक इंसानियत को अब आतंक का डर है क्यों पनपता यह एक मौत का घर है निला आकाश भी आज हो गया काला मानव की भूमि को यह करता बंजर है... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 86 Share ABHISHEK SHARMA 10 Jun 2023 · 1 min read सफर जीवन तो हर मुश्किल से बेखबर है यही तो समय के बदलाव का असर है मंजिल के लिये रोज होती है भाग-दौड़ कठिनाई से अनुभव का वो सफर है ________________अभिषेक... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 64 Share ABHISHEK SHARMA 10 Jun 2023 · 1 min read पथ जीवन पथ में गुरू का परम स्थान हो उचित ज्ञान से ही मार्ग का उत्थान हो कलियुग का समय हर पल यह बदले अपने आराध्य का समयनुसार ध्यान हो अवसर... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 79 Share ABHISHEK SHARMA 10 Jun 2023 · 1 min read झूठी माया छोडो दौलत का मोह झूठी यह माया है भष्टाचार का फैला ये तो काला साया है हसरतों से उपर के सपने होते है झूठे लालच ने देखो आज इसान को... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 107 Share ABHISHEK SHARMA 10 Jun 2023 · 1 min read दिखावे के रिश्ते पैसों का कैसा अलग ही खेल है वृद्ध माँ-बाप का फिर से मेल है नकली रिश्तों को अब जान लो यही कलियुग की बडी सी जेल है प्रेम से भरा... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 125 Share ABHISHEK SHARMA 10 Jun 2023 · 1 min read सवेरा काले युग का नया सवेरा होगा नगरी कृष्ण की न अधेंरा होगा जान लो राष्ट्र धर्म सब अपना देश की मर्याद का पहेरा होगा बेनाम सम्पति पत्र अब व्यर्थ होगे... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 61 Share ABHISHEK SHARMA 10 Jun 2023 · 1 min read जीवन ज्ञान प्रेम मय प्रकृति हर ओर भाईचारा है धरा जीवन का आधारभूत सहारा है अनके प्रजातियाँ को संभाले है खड़ी हर प्राणी का अंतिम यही किनारा है घनघोर घटा मद मस्त... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 82 Share ABHISHEK SHARMA 10 Jun 2023 · 1 min read मुसाफिर अंजाना जीवन में हंसी क्षण न रूके तो अच्छा हो, मनभावन सी यादें गर महके तो अच्छा होI मुसाफिर अंजाना सा अपना सा मिले कोई , मिल जाये समय पर ठिकाना... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 95 Share ABHISHEK SHARMA 10 Jun 2023 · 1 min read मजबूर जीवन का ये कैसा अजीब दस्तूर है मुस्कुराता चेहरा भी लगे मजबूर है बीच अपनों के मिले सुकून इसको उलझने ही जिन्दगी का कसूर है रोटी के खातिर ही आदमी... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 88 Share ABHISHEK SHARMA 10 Jun 2023 · 1 min read हुंकार गलतियों से सीख कर जीवन को मैं पहचान गया विफलता के अज्ञान को समय अनुरूप जान गया नही डर मुझ को जीवन की आगामी चुनौती से अनुभव के क्षणों से... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 54 Share ABHISHEK SHARMA 24 Jan 2017 · 1 min read कल्पना ----------------------------- कल्पना से बनी एक चिड़िया रानी है। लिखी किताबों मे सुन्दर सी कहानी है। पढ़ लिये कुछ पन्ने और थोड़े हैं बाकी खत्म न होती यह दुनिया आसमानी है।... Hindi · मुक्तक 283 Share ABHISHEK SHARMA 24 Jan 2017 · 1 min read बीत गई वो घडी समय के अनुरूप अपनी है कहानी मौसम की देखो कैसी है मनमानी कोहरे की चादर में सिमटा उजाला ठंड में ठिठुरती ये रातें है अनजानी शांत पडा यह आलम लगे... Hindi · कविता 252 Share ABHISHEK SHARMA 12 Jan 2017 · 1 min read प्रकृति माँ ____________________ सारे जग की एक ही सच्चाई है बिन माँ ज़िन्दगी भी पराई है राहो से नही भटकुँगा कभी में साथ हर पल माँ तेरी परछाई है ___________अभिषेक शर्मा Hindi · मुक्तक 783 Share ABHISHEK SHARMA 11 Jan 2017 · 1 min read बिटिया बिटिया को खूब पढ़ाया है जीवन को जीना सिखाया है उसे कैसे नम आँखे दिखाऊँ यह सोच के दिल घबराया है नटखट सी है वो मेरी गुड़िया फिर से रूठा... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 916 Share ABHISHEK SHARMA 8 Jan 2017 · 1 min read साइकिल की सवारी --------------------------- देखो कैसी ये साइकिल की सवारी है दो पहियों मे अब न वो साझेदारी है सीट नयी पर गति वही है पुरानी जैसे मांगती कोई अपनी उधारी है _____________अभिषेक... Hindi · मुक्तक 555 Share ABHISHEK SHARMA 8 Jan 2017 · 1 min read सवेरा नये वर्ष का एक नया सफर है बीते गम अब खुशियों की लहर है अपनो के दिलों मे प्यार का पहरा जीवन के रंगों का हर रंग सुनहरा चमक रोशनी... Hindi · कविता 294 Share ABHISHEK SHARMA 8 Jan 2017 · 1 min read गुल्लक " गुल्लक " बन्द देह की गुल्लक में अपनी काया है छोडो दौलत का मोह झूठी यह माया है हसरतों से उपर के सपने होते है झूठे लालच से उत्पन्न... Hindi · कविता 361 Share ABHISHEK SHARMA 8 Jan 2017 · 1 min read सुखद पल नीला अमर महकती बगिया सुखद पल बहता पानी नदिया के किनारे सुखद पल चाँद सूरज धरती के पहरे सुखद पल ईश्वर भक्ति मन है आनंदित सुखद पल अभिषेक शर्मा ____________ Hindi · हाइकु 390 Share ABHISHEK SHARMA 15 Dec 2016 · 1 min read किस्मत अद्भुत मन भावन सा नजारा देखा मचलती लहरों का किनारा देखा मन की हर कली जैसे खिल गई का आज वो सहारा देखा ___________अभिषेक शर्मा अभि Hindi · मुक्तक 602 Share ABHISHEK SHARMA 15 Dec 2016 · 1 min read जीवन पथ ************************ जीवन पथ संभल मुसाफिर बदली दिशा --- शीत लहर कोहरे का जहर दूषित वायु --- भक्ति सागर परंपरा पुरानी ज्ञान की वर्षा अभ्रिषेक शर्मा अभि Hindi · हाइकु 594 Share ABHISHEK SHARMA 15 Dec 2016 · 1 min read नया सवेरा अर्जन है तू इस रण का धर्म के अपने शस्त्र को थाम बीता काले युग का अंधेरा अब नया सवेरा न्याय का मुकाम भ्रष्टाचार और बढ़ती लालच का देखो अब... Hindi · कविता 456 Share