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10 Jun 2023 · 1 min read

हुंकार

गलतियों से सीख कर जीवन को मैं पहचान गया
विफलता के अज्ञान को समय अनुरूप जान गया
नही डर मुझ को जीवन की आगामी चुनौती से
अनुभव के क्षणों से जीवन पथ का हो भान गया

सफलता के कार्य से मिले वो अपना अधिकार है
कठिनाई के क्षणों में देखो जीवन की ये हुंकार है
बीत गया वो गत, भविष्य को तुम्हे है निखारना
छोड दो अपना झूठा अहंकार जीवन की ये हार है
अभिषेक शर्मा

Language: Hindi
36 Views
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