Vindhya Prakash Mishra 387 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Vindhya Prakash Mishra 4 Mar 2018 · 1 min read मंच संचालन में स्वागत सम्मान हेतु पंक्तियाँ मंच संचालन में स्वागत सम्मान हेतु पंक्तियाँ- आप पधारे आंगन हमारे छाई हर ओर खुशहाली है हर्षित हो उठे छात्र सभी जोर बजाते ताली है । जैसे इच्छित वर पाएँ... Hindi · कविता 8 5 14k Share Vindhya Prakash Mishra 9 Jul 2017 · 1 min read हम सब आशावादी है । हम सब आशावादी हैं। गिरगिर कर गिर समतल से, उठकर चलने के आदी हैं । हम सब आशावादी है । चोट लगे कांटा लग जाए, कितनी ठोकर खाएं । इरादे... Hindi · कविता 1 1k Share Vindhya Prakash Mishra 13 Sep 2017 · 1 min read हिंदी की गौरव गाथा (हिंदी दिवस पर विशेष ) हिंदी है मेरी मातृ सदृश हिंदी की गौरव गाथा है । हिंदी में लिखना भाव प्रकट हिंदी ही हमारी भाषा है । हिंदी वैज्ञानिक लिपि वाली। नहि मूक स्वरों का... Hindi · कविता 1 1k Share Vindhya Prakash Mishra 19 Jul 2017 · 1 min read मुझे श्रेष्ठ होने का भ्रम था। मुझे श्रेष्ठ होने का भ्रम था ज्ञान कही कुछ कम था। अपना देखा बेहतर माना नही किया तुलना लोगो से। देखा जब संसार घूमकर पाया अपने को अंजाना। भ्रम था... Hindi · कविता 2 1k Share Vindhya Prakash Mishra 31 Jul 2019 · 1 min read पुस्तक मेरी सखी सहेली बाल कविता ( पुस्तक) हरी रंगीली काली पीली नयी किताबे रंग रंगीली अगली कक्षा मे हम पहुंचे तब मिलती है नयी नवेली कितनी प्यारी दोस्त हमारी पुस्तक मेरी सखी सहेली... Hindi · कविता · बाल कविता 2 1k Share Vindhya Prakash Mishra 25 Sep 2017 · 1 min read अमर रहे गणतंत्र हमारा तीन लोक तक फहराये तिरंगा; मान रहा जग सारा अमर रहे गणतंत्र हमारा| सदा सजग है इसके प्रहरी; उन्नत गगन तक ध्वजा है फहरी; गणतंत्र का रखवारा अमर रहे गणतंत्र... Hindi · कविता 1 1k Share Vindhya Prakash Mishra 18 Apr 2020 · 1 min read व्याकरण कविता *व्याकरण कविता* ---------------------------- हिंदी का है व्याकरण, भाषा का आचार हिन्दी व्याकरण काव्य में लिखते विन्ध्य प्रकाश तीन अंग है इसमें वर्ण शब्द वाक्य विचार, वर्ण ध्वनि का रूप है,... Hindi · कविता 2 1k Share Vindhya Prakash Mishra 12 Sep 2017 · 1 min read शिक्षा का गिरता स्तर शिक्षा के गिरते स्तर मे किसका दोष निकाल रहे। देखे अब शतप्रतिशत अंक लेकर जो बेकार रहे जबतक अंको के जोड मे प्रतिस्पर्धा होगी अंक बढाने को को लोगों मे... Hindi · कविता 1 1k Share Vindhya Prakash Mishra 22 Feb 2019 · 1 min read *माँ की चरण वंदना* माँ की चरण वंदना कर लो खुशियों से झोली भर लो सभी तीर्थ स्थल चरणों में कहाँ ढूंढता रहता वन में । जन्मदात्री ममता मूरत, माँ के पाँव सब तीर्थ... Hindi · कविता 1 1k Share Vindhya Prakash Mishra 28 Sep 2017 · 1 min read नव किसलय नव किसलय स्फुटित हो चटक रही है कली कली गुंजित है हर फूल खिला है हर डाली पर अलि अलि भाष्कर आभा फैलाए खिले हुए है पुष्प डालपर महक रही... Hindi · कविता 1k Share Vindhya Prakash Mishra 10 Apr 2020 · 1 min read पतंग बाल कविता बाल कविता ---------------------------- उडती नभ में लाल पतंग, जुड़े हैं धागे उसके संग। खींच रहे जब नीचे डोर, उडती है वह नभ की ओर। उछल रहे हैं संगी साथी लूट... Hindi · कविता · बाल कविता 2 1k Share Vindhya Prakash Mishra 1 Dec 2017 · 1 min read सिख रहा हूँ मैं लिख नहीं सिख रहा हूँ वैसा हूँ नहीं जैसा दिख रहा हूँ । क्या करूँ कमी है फिर भी मानो कुछ बात है जो बिक रहा हूँ । मुझे बड़ा... Hindi · कविता 1 921 Share Vindhya Prakash Mishra 5 Aug 2019 · 2 min read गुड़िया क्यों पीटी जाती है । गुडिया क्यों पीटी जाती है- विन्ध्य प्रकाश मिश्र विप्र की कलम से- भारतीय संस्कृति संस्कार में कन्या पूजनीय होती हैं पर यह गुड़िया पीटने की परम्परा आश्चर्य करती हैं ।वह... Hindi · लेख 2 870 Share Vindhya Prakash Mishra 14 Nov 2022 · 1 min read बाल दिवस पर विशेष बचपन के दिन की यादें प्यारी सी तोतली बातें नही चाह थी न परवाह खुशी भरी थी दिन व रातें। आगे की परवाह न थी न पछतातें बीती बातें मस्त... Hindi · बाल कविता 3 793 Share Vindhya Prakash Mishra 10 Oct 2017 · 1 min read पूनम का चाँद पूनम का चांद चांदनी विखराता मोती सदृश छिटक कर नभ भाता तारे छिपा छिपी कर टिमटिम करते शून्य गगन मे अपनी आभा से रंग भरते कौन प्रकाश देता है चंदा... Hindi · कविता 833 Share Vindhya Prakash Mishra 13 Aug 2017 · 1 min read मै नेता हूँ । मै नेता हूँ । लोगों को बेवकूफ बनाकर वोट लेता हूँ । मै नेता हूँ । अपराधी का मै साथी पर कानून बनाता हूँ । मै नेता हूँ । कितने... Hindi · कविता 1 755 Share Vindhya Prakash Mishra 19 Aug 2017 · 2 min read चिंतन की दिशा चिंतन की दिशा । हम सब मानव प्राणी जितने सामाजिक माने जाते हैं उतने ही विचारशील भी। सोचते तो सभी है पर क्या सोचना है कैसे सोचना है यह हम... Hindi · लेख 714 Share Vindhya Prakash Mishra 24 Apr 2022 · 1 min read पिता हैं धरती का भगवान। पिता है धरती पर भगवान, उंगली पकड़कर चलना सिखाया सही गलत में भेद बताया। गढता है सच्चा इंसान पिता है धरती पर भगवान। कठिनाई में साथ रहा है, सर पर... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · मुक्तक 8 6 813 Share Vindhya Prakash Mishra 16 Aug 2017 · 1 min read माँ (एक शब्द महान) माँ एक शब्द महान जिससे जन्म लिए इंसान । माँ ममता की खान माँ मे समाया सारा जहान । माँ ममता की मूरत माँ की भोली है सूरत। माँ ही... Hindi · कविता 1 720 Share Vindhya Prakash Mishra 13 Jul 2017 · 1 min read पावस पर वर्षा की शाम सुहानी बादल से पूरित नील गगन विस्तीर्ण शून्य मे कई कृति बनती रहती हर पन कभी इंद्रधनु कभी सागर सी लहरो से मुदित रहा बचपन कल्पना के... Hindi · कविता 1 718 Share Vindhya Prakash Mishra 3 Aug 2017 · 1 min read (मेरी रचना बाल गीत - तितली प्यारी पर वाली) ------------------------ तितली प्यारी पर वाली घूम रही हो डाली डाली रंग रंगीले पंख तुम्हारे लगती हो पूरी मतवाली बाग बगीचे मे आती हो फूल फूल पर इतराती हो चिडियो की... Hindi · कविता 718 Share Vindhya Prakash Mishra 16 Aug 2017 · 2 min read "बच्चे को बच्चा ही समझे" किसी ने सच कहा है "बच्चों को बच्चा ही समझे" बडो जैसी अपेक्षाए पालना उनकी कोमलता के साथ निरर्थक ज्यादती ही होगी। शिक्षा के निजीकरण के कारण दिखावेपन की होड... Hindi · लेख 692 Share Vindhya Prakash Mishra 16 Jul 2017 · 1 min read गांव की मिट्टी मे शोधी महक है। गांव की शोधी महक है पेड के है छाव चिडियो की चहक है संस्कारो से अभिसिंचित लोग है कार्य मे मिश्रित यहां पर योग है सादगी है मूलता है न... Hindi · कविता 1 659 Share Vindhya Prakash Mishra 26 Jul 2017 · 1 min read दीवारो के भी कान होते है। किसी के महल भी सूने किसी के झोपडी ही मकान होते है महल मे धनवान होते है तो झोपडी मे इंसान होते है मंदिर है जहां भगवान होते है मस्जिद... Hindi · कविता 1 665 Share Vindhya Prakash Mishra 4 Sep 2022 · 1 min read शिक्षक दिवस पर अभिनंदन पत्र *शिक्षक अभिनंदन पत्र* -------------------------------------- आप हमारे शिक्षक है गुरुजन हमसबको प्यारे है अपने ज्ञान उजाले से हम सबको आभामय कर डाले है। जाने कितने भविष्य को आप सदा सवारे है।... Hindi · कविता 2 1k Share Vindhya Prakash Mishra 13 Aug 2017 · 1 min read अब तो सहन नही होगा अब तो सहन नही होगा किए वार पर वार पाक ने हम सहकर मानवता करते पर अब रहम नही होगा अब तो सहन नही होगा। मेरा बंधु शहीद पडा है... Hindi · कविता 657 Share Vindhya Prakash Mishra 18 Sep 2017 · 1 min read शब्द वेद है शब्द कुरान् शब्द ताकत है शब्द दुआ है शब्द घातक है शब्द दवा है शब्द वेद है शब्द कुरान है शब्द बाइबिल शब्द पुरान है शब्द अल्लाह शब्द भगवान है शब्द उपदेश... Hindi · कविता 599 Share Vindhya Prakash Mishra 17 Jul 2020 · 1 min read जख्म हैं कुछ दिनों में भर जाएंगे है कोरोना बहुत हम भी घर जाएंगे । जबतक खतरा रहा न शहर जाएंगे । कांपते लोग है घर मे दुबके हुए। भूख के मारे है ये बेचारे है पानी... Hindi · कविता 4 2 596 Share Vindhya Prakash Mishra 17 Nov 2021 · 1 min read करुणा निधान करुणा निधान हे दयावान, सुखसागर हे बनवारी करूँ विनती आज तिहारी। दुख हरो नाथ सिर धरो हाथ आये हम शरण तुम्हारी करूँ विनती आज तिहारी।। है नाव भंवर करो पार... Hindi · गीत 2 1 610 Share Vindhya Prakash Mishra 15 Aug 2017 · 1 min read पत्ता पत्ता सीख दे रहा। सूरज की है सीख अंधेरे से बाहर आना सीखो चांद की है सीख रात मे मुस्कुराना सीखो तारे देते सीख जियो जगमग जीवन मे फूलो की है सीख जियो जबतक... Hindi · कविता 607 Share Vindhya Prakash Mishra 21 Aug 2017 · 2 min read भ्रमित होता युवा आज युवा पीढ़ी की बात की जानी अधिक प्रासंगिक हो गयी है । पर जब भी आज के युवा पर हमारी निगाह जाती है ।कही तेज गाडी दौडाते हुए ।गाने... Hindi · लेख 657 Share Vindhya Prakash Mishra 12 Aug 2017 · 1 min read बडा ऊंचा समझते हो अपना कद नही देखा बडा ऊंचा समझते है अपना कद नही देखा पकड बडी ही कहते हो अपना जद नही देखा। लगता है सरोवर को बडा हूं मै भी सागर से मेढक है कुएं... Hindi · कविता 696 Share Vindhya Prakash Mishra 3 Apr 2019 · 1 min read बिल्ली मौसी बड़ी सयानी *बाल कविता*- बिल्ली मौसी बड़ी सयानी, दिन भर करती है शैतानी। चूहे पर है राज चलाती, आंख दिखाकर उसे डराती। चूहे देख बिल में छिप जाते, सभी मित्रों को समझाते।... Hindi · कविता · बाल कविता 2 566 Share Vindhya Prakash Mishra 3 Sep 2017 · 1 min read दीपावली घने अंधेरा को काटेगे अमा निशा मे प्रकाश बांटेगे दीपो ने यह ठाना है दीपावली मनाना है नही अंधेरा राज चलेगा तम का जोर अब नही चलेगा दीप पंक्ति जलाना... Hindi · कविता 610 Share Vindhya Prakash Mishra 1 Sep 2018 · 1 min read शिक्षक दिवस पर कविता #शिक्षक पर कविता -------------------------------- शिक्षक का सम्मान हो, जो है ईश समान। सही राह दिखलाए देते हैं सद्ज्ञान। परिश्रमी नवोन्मेषी जो समाज की शान भावी के निर्माण में इनका योगदान... Hindi · कविता 1 591 Share Vindhya Prakash Mishra 29 Oct 2017 · 1 min read दीप खुशी से जगमग हो जीवन दीप पंक्तियां दमके चमके स्निग्ध तेल हो मन मे सबके दयाभाव हो हममे सब मे जगमग करदे नगर डगर मे दिल तक कालिमा मिटा दे... Hindi · कविता 586 Share Vindhya Prakash Mishra 29 May 2018 · 1 min read बडा कारसाज होता है भगवान कृति सुंदर है ईश्वर की मानव भी उसकी संतान । जबतक आस्था रहे धर्म पर, नहीं निराश होता इंसान ।। सब अच्छा करता है ईश्वर, यही शब्द आस्था महान ।।... Hindi · कविता 2 703 Share Vindhya Prakash Mishra 20 Oct 2020 · 1 min read शब्द मेरे तब भी कहते होंगे शब्द मेरे तब भी कहते होंगे। नश्वर काया छोड़ भी देगी साथ राह में चलते चलते। थक जाएगे पांव हमारे कठिन राह में बढते बढते। सब कुछ साथ नहीं देगा... Hindi · कविता 1 578 Share Vindhya Prakash Mishra 26 Aug 2017 · 1 min read प्रश्नोत्तर बडे बडे प्रश्न है जवाब चाहते है अच्छा लगा मुझे भी कुछ आप चाहते है आशा है इस कसौटी पर मै भी खरा उतरू सझम हूं कितना मै ये आप... Hindi · कविता 593 Share Vindhya Prakash Mishra 20 Aug 2017 · 1 min read बडे राज बडे ही राज रक्खे है दिलों मे दबा करके कभी कह दो बहाने से मौका पा करके कभी तो खोलिये कुछ राज की गठरी बहुत कुछ कह रही आंखे जरा... Hindi · शेर 582 Share Vindhya Prakash Mishra 15 Sep 2019 · 1 min read अवधी कविता- जाडा जाडा आवा। ठिठुर ठिठुर सी सी बोलय सब। छिपे रहै न मुह खोलय सब। डगर होइगवा सून। जमत अहै अब खून। रोटी कय जुगाड मुश्किल भा सब धंधा मंदा चौपट... Hindi · कविता 606 Share Vindhya Prakash Mishra 11 Aug 2017 · 1 min read न को नकार न को नकार सच स्वीकार पाने को जीत मिलती है हार सोच रही सकार पहुंचा जो पार हीरा की खोज मे मिलता है छार पाने को बीस मिलता है चार... Hindi · कविता 563 Share Vindhya Prakash Mishra 3 Dec 2017 · 1 min read ईश्वर दे दो वरदान ईश्वर दे दो यह वरदान । कम मे संतोष सदा ही असहायो को दे सकूँ योगदान ईश्वर दे दो यह वरदान । कुछ बनना मैं बाद में सोचू बन जाऊँ... Hindi · कविता 1 576 Share Vindhya Prakash Mishra 15 Mar 2019 · 1 min read आंगन की किलकारी बेटी आंगन की किलकारी बेटी, हम सब की दुलारी बेटी । महक रही कोने कोने तक घर की सुंदर फुलवारी बेटी । माँ की राजकुमारी बेटी वत्सलता से पाली बेटी ।... Hindi · कविता 1 592 Share Vindhya Prakash Mishra 24 Oct 2017 · 1 min read दर्द दर्द दिया तो दवा क्यो दी है जलती आग को हवा क्यो दी है बात छिपाने को कहकर सबसे बता क्यो दी है किसी को चाहते मन से सही है... Hindi · कविता 533 Share Vindhya Prakash Mishra 11 Aug 2020 · 1 min read दूर अब न रहो दूर अब न रहो पास आया करो, फूल बनकर कभी मुस्कुराया करो जो हवाएं महकती चली आ रही संदेशा उसी से पठाया करो। दूर अब न रहो पास आया करो।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 519 Share Vindhya Prakash Mishra 2 Sep 2019 · 1 min read शिक्षक #शिक्षक । ——————————– शिक्षक का सम्मान हो, जो है ईश समान। सही राह दिखलाए देते हैं सद्ज्ञान। परिश्रमी नवोन्मेषी जो समाज की शान भावी के निर्माण में इनका योगदान ।... Hindi · कविता 3 540 Share Vindhya Prakash Mishra 30 Dec 2019 · 1 min read चुहिया चुहिया करती है मनमानी, बड़ी मूॅछ है दो दो चार, इसके कई काम बेकार । बिल्ली को देखें छिप जाती लुका छिपी का खेल खिलाती कोई वस्तु बचने न पाए,... Hindi · कविता · बाल कविता 3 526 Share Vindhya Prakash Mishra 18 Dec 2020 · 1 min read है कोरोना बहुत न हम डर खाएंगे है कोरोना बहुत हम भी घर जाएंगे । जबतक खतरा रहा न शहर जाएंगे । कांपते लोग है घर मे दुबके हुए। भूख के मारे है ये बेचारे है पानी... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 20 515 Share Vindhya Prakash Mishra 10 Oct 2019 · 1 min read ऐसी है मेरी घरवाली। कभी कभी मिश्री सी मीठी कभी कडक चाय की प्याली। ऐसी हैं मेरी घरवारी। सुंदर मुखडा शुभ सूचक है । देखें दिन मंगल हो जाता । जिनसे है घर में... Hindi · कविता 2 547 Share Page 1 Next