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29 Oct 2017 · 1 min read

दीप

खुशी से जगमग हो जीवन
दीप पंक्तियां दमके चमके
स्निग्ध तेल हो मन मे सबके
दयाभाव हो हममे सब मे
जगमग करदे नगर डगर मे
दिल तक कालिमा मिटा दे
आंख खुले हो दूर अंधेरा
उजाला हो सभी पहर मे
बाती सा मिल दीप सा जले
अपने लक्ष्य चुने और चले
लडना है इक बडी शक्ति से
उमंग हो हरएक लहर मे
दिये बाती का मिलन प्रेम से
जीते तम को बन प्रकाश से
विन्ध्य बनेगा इंद्रधनुष से
मन प्रमुदित हो दीपपर्व मे

Language: Hindi
584 Views
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