Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Oct 2017 · 1 min read

पूनम का चाँद

पूनम का चांद चांदनी विखराता
मोती सदृश छिटक कर नभ भाता
तारे छिपा छिपी कर टिमटिम करते
शून्य गगन मे अपनी आभा से रंग भरते
कौन प्रकाश देता है चंदा को छिपकर
पाकर आभा किसकी बनता है रजनीकर
सीख मिलेगी सही दान की देखो दिनकर
कौन जानता देता है प्रकाश भाष्कर
विन्ध्य सा ऊंचा उज्ज्वल तब बनता है हिमकर
विन्ध्यप्रकाश मिश्र

Language: Hindi
832 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
पूजा
पूजा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
प्रकृति के आगे विज्ञान फेल
प्रकृति के आगे विज्ञान फेल
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
सभी धर्म महान
सभी धर्म महान
RAKESH RAKESH
बाधाएं आती हैं आएं घिरे प्रलय की घोर घटाएं पावों के नीचे अंग
बाधाएं आती हैं आएं घिरे प्रलय की घोर घटाएं पावों के नीचे अंग
पूर्वार्थ
नारी का सम्मान 🙏
नारी का सम्मान 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
बहुत प्यार करती है वो सबसे
बहुत प्यार करती है वो सबसे
Surinder blackpen
आप हँसते हैं तो हँसते क्यूँ है
आप हँसते हैं तो हँसते क्यूँ है
Shweta Soni
24/238. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/238. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
🌲प्रकृति
🌲प्रकृति
Pt. Brajesh Kumar Nayak
समूची दुनिया में
समूची दुनिया में
*Author प्रणय प्रभात*
विपक्ष आत्मघाती है
विपक्ष आत्मघाती है
Shekhar Chandra Mitra
*मुंडी लिपि : बहीखातों की प्राचीन लिपि*
*मुंडी लिपि : बहीखातों की प्राचीन लिपि*
Ravi Prakash
उठ जाग मेरे मानस
उठ जाग मेरे मानस
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बसंत
बसंत
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
॥ जीवन यात्रा मे आप किस गति से चल रहे है इसका अपना  महत्व  ह
॥ जीवन यात्रा मे आप किस गति से चल रहे है इसका अपना महत्व ह
Satya Prakash Sharma
सीख लिया है सभी ने अब
सीख लिया है सभी ने अब
gurudeenverma198
दोलत - शोरत कर रहे, हम सब दिनों - रात।
दोलत - शोरत कर रहे, हम सब दिनों - रात।
Anil chobisa
पहले की अपेक्षा साहित्य और आविष्कार दोनों में गिरावट आई है।इ
पहले की अपेक्षा साहित्य और आविष्कार दोनों में गिरावट आई है।इ
Rj Anand Prajapati
ख़ुद को हमने निकाल रखा है
ख़ुद को हमने निकाल रखा है
Mahendra Narayan
💐💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐💐
💐💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
के जब तक दिल जवां होता नहीं है।
के जब तक दिल जवां होता नहीं है।
सत्य कुमार प्रेमी
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
पागल बना दिया
पागल बना दिया
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
प्यार दर्पण के जैसे सजाना सनम,
प्यार दर्पण के जैसे सजाना सनम,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
पर्यावरण
पर्यावरण
Dr Parveen Thakur
“ जीवन साथी”
“ जीवन साथी”
DrLakshman Jha Parimal
सोशल मीडिया, हिंदी साहित्य और हाशिया विमर्श / MUSAFIR BAITHA
सोशल मीडिया, हिंदी साहित्य और हाशिया विमर्श / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
ज़िंदगी तेरे मिज़ाज का
ज़िंदगी तेरे मिज़ाज का
Dr fauzia Naseem shad
मंत्र :या देवी सर्वभूतेषु सृष्टि रूपेण संस्थिता।
मंत्र :या देवी सर्वभूतेषु सृष्टि रूपेण संस्थिता।
Harminder Kaur
लेखनी
लेखनी
Prakash Chandra
Loading...