Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Apr 2024 · 1 min read

आप हँसते हैं तो हँसते क्यूँ है

आप हँसते हैं तो हँसते क्यूँ है
आप रोते हैं तो रोते क्यूँ हैं,
इन ज़माने के सवालातों से
आप मायूस यूँ होते क्यूं हैं,
🍁श्वेता🍁

35 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shweta Soni
View all
You may also like:
रोशन है अगर जिंदगी सब पास होते हैं
रोशन है अगर जिंदगी सब पास होते हैं
VINOD CHAUHAN
तुमसे ही दिन मेरा तुम्ही से होती रात है,
तुमसे ही दिन मेरा तुम्ही से होती रात है,
AVINASH (Avi...) MEHRA
जीत मनु-विधान की / MUSAFIR BAITHA
जीत मनु-विधान की / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
✍️ मसला क्यूँ है ?✍️
✍️ मसला क्यूँ है ?✍️
'अशांत' शेखर
అదే శ్రీ రామ ధ్యానము...
అదే శ్రీ రామ ధ్యానము...
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
कभी जब नैन  मतवारे  किसी से चार होते हैं
कभी जब नैन मतवारे किसी से चार होते हैं
Dr Archana Gupta
जनमदिन तुम्हारा !!
जनमदिन तुम्हारा !!
Dhriti Mishra
रखता पैतृक एलबम , पावन पुत्र सँभाल (कुंडलिया)
रखता पैतृक एलबम , पावन पुत्र सँभाल (कुंडलिया)
Ravi Prakash
(6) सूने मंदिर के दीपक की लौ
(6) सूने मंदिर के दीपक की लौ
Kishore Nigam
वक्त
वक्त
Shyam Sundar Subramanian
अनंतनाग में परचम फहरा गए
अनंतनाग में परचम फहरा गए
Harminder Kaur
सुख की तलाश आंख- मिचौली का खेल है जब तुम उसे खोजते हो ,तो वह
सुख की तलाश आंख- मिचौली का खेल है जब तुम उसे खोजते हो ,तो वह
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
बारिश के लिए तरस रहे
बारिश के लिए तरस रहे
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
समय और स्त्री
समय और स्त्री
Madhavi Srivastava
(वक्त)
(वक्त)
Sangeeta Beniwal
जीवन का सच
जीवन का सच
Neeraj Agarwal
नहीं है प्रेम जीवन में
नहीं है प्रेम जीवन में
आनंद प्रवीण
* ज्योति जगानी है *
* ज्योति जगानी है *
surenderpal vaidya
वर्णिक छंद में तेवरी
वर्णिक छंद में तेवरी
कवि रमेशराज
सर-ए-बाजार पीते हो...
सर-ए-बाजार पीते हो...
आकाश महेशपुरी
मैया तेरा लाडला ये हमको सताता है
मैया तेरा लाडला ये हमको सताता है
कृष्णकांत गुर्जर
भीम के दीवाने हम,यह करके बतायेंगे
भीम के दीवाने हम,यह करके बतायेंगे
gurudeenverma198
Good morning 🌅🌄
Good morning 🌅🌄
Sanjay ' शून्य'
■ एक और शेर ■
■ एक और शेर ■
*Author प्रणय प्रभात*
24/234. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/234. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हे अयोध्या नाथ
हे अयोध्या नाथ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हम चाहते हैं कि सबसे संवाद हो ,सबको करीब से हम जान सकें !
हम चाहते हैं कि सबसे संवाद हो ,सबको करीब से हम जान सकें !
DrLakshman Jha Parimal
बाकी है...!!
बाकी है...!!
Srishty Bansal
" सूरज "
Dr. Kishan tandon kranti
अर्धांगिनी सु-धर्मपत्नी ।
अर्धांगिनी सु-धर्मपत्नी ।
Neelam Sharma
Loading...