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3 Apr 2024 · 1 min read

सुख की तलाश आंख- मिचौली का खेल है जब तुम उसे खोजते हो ,तो वह

सुख की तलाश आंख- मिचौली का खेल है जब तुम उसे खोजते हो ,तो वह ओझल हो जाता है , फिर वह तुम्हें अचानक पकड़ लेता है , जब तुम अपनी यातना की ओट में मुंह छुपा कर बैठे हो ..

जन्मदिन विशेष : निर्मल वर्मा
किताब ‘ धुंध से उठती धूल ‘

1 Like · 41 Views
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