Santosh Khanna (world record holder) Language: Hindi 74 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Santosh Khanna (world record holder) 8 Feb 2017 · 1 min read यमुना, एक मरन्नासन नदी यमुना , एक मरनासन्न नदी कहां हो तुम कृष्ण? गाए चराते थे बांसुरी बजाते थे यमुना के किनारे रास रचाते थे बज उठते थे सृष्टि के कण कण में संगीत... Hindi · कविता 1 1 770 Share Santosh Khanna (world record holder) 12 Oct 2017 · 1 min read बाल कविता बाल कविता बच्चों को दिवाली उपहार देखो खेले मेरी मुनिया भांति भांति के सुंदर खेल। कभी उछाले गेंद हवा में कभी पलंग के नीचे डाले बोले मुझ से दादी जाओ... Hindi · गीत 661 Share Santosh Khanna (world record holder) 22 Apr 2017 · 1 min read पेड़ मेरा पेड़ तपती दुपहरी में जलाता है सूर्य जब हर इमारत, हर सड़क तब भी खड़ा रहता अटल मेरा पेड़ अचल एक ठांव हर राहगीर, हर रेहड़ीवाले को देता अपनी... Hindi · कविता 644 Share Santosh Khanna (world record holder) 25 May 2017 · 1 min read चाह चाह मेरे ह्रदय का हिमालय बार बार उठ खड़ा होता है वह फैल जाना चाहता है निरन्तर विस्तार पाते गगन की तरह वह मिलना चाहता है हर मन से,हर कण... Hindi · कविता 591 Share Santosh Khanna (world record holder) 21 Sep 2017 · 1 min read नमन भारत देश को मेरा नमन सदा प्रेम का पाठ पढ़ाता युद्ध इसे कभी नहीं भाता संस्कृति विहग है यह अपना देश देश संस्कार जगाता जैसे जंगलों में हो चमन भारत... Hindi · गीत 585 Share Santosh Khanna (world record holder) 25 Jan 2017 · 1 min read बेटियां जब से बता दिया है उसे नही है भेद लड़का हो या लड़की वह चहकने लगी है स्कूल मे , कालेज में सेना में, कार्यलय में ज्ञान के बड़े बड़े... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 610 Share Santosh Khanna (world record holder) 20 Jun 2016 · 1 min read चाह वंदना कविता बन अम्बर-सी फैल जाऊं शून्य सभी स्वयं में भर बादल-सी लहराऊं, जितने भी संतप्त ह्रदय सन्ताप हैं धरा के बहा दूं बरस बरस विस्मृति के सिंधु में। समस्याओं... Hindi · कविता 588 Share Santosh Khanna (world record holder) 10 Nov 2018 · 1 min read याद तेरी अमलतास याद तेरी अमलतास आज तुम नहीं हो मां याद कितना आती हो सूने पलों में मुझे बच्चों-सा रुलाती हो कभी कभी लगता गोद में लो गी उठा। वैसे ही जैसे... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 21 527 Share Santosh Khanna (world record holder) 14 Sep 2017 · 1 min read हिंदी हिंदी हिंदी भारत माँ की बोली माँ के दूध -सी मिश्री घोली उसके सब हैं,वह है सबकी जैसे रिश्ता दामन-चोली हिंदी है हर मुख की शोभा ह्रदय से हृदय का... Hindi · कविता 540 Share Santosh Khanna (world record holder) 24 Jan 2017 · 1 min read बेटियां जब से बता दिया है उसे नही है भेद लड़का हो या लड़की वह चहकने लगी है स्कूल मे , कालेज में सेना में, कार्यलय में ज्ञान के बड़े बड़े... Hindi · कविता 541 Share Santosh Khanna (world record holder) 11 Apr 2017 · 1 min read शब्द शब्द जब मैं शब्दों के बीच होती हूँ अकेली नहीं होती साथ चलता है समय आकाश के संग धरती इन्द्र धनुषी हो जाती है शब्द रिश्ते-नाते, दोस्ती-संबंध सब निभाते हैं... Hindi · कविता 493 Share Santosh Khanna (world record holder) 1 Dec 2018 · 1 min read सूरज . सूरज सूरज, तू न होता . धरती पर जीवन न होता न होती नदियां और सागर न पानी के मीठे निर्झर नहीं होता खेतो में अन्न बोलो क्या फिर... Hindi · गीत 501 Share Santosh Khanna (world record holder) 28 Aug 2017 · 1 min read अहसास अहसास कितने ही बीत गए वर्ष हर्ष में भी, विषाद में भी जिन्दा हूँ क्यों,में मर नहीं सकी अब तो हो गई है आदत सहज सहज जीने की फिर भी... Hindi · कविता 478 Share Santosh Khanna (world record holder) 10 Apr 2017 · 1 min read बदलाव पुरुष वर्चंस्व का विरोध करती फिर भी पुरुष के लिये सजती नहीं बिठा पायी तालमेल नारी कथनी करनी में अंतर करती अच्छा हो छोड़े वह अपने बुने जालों को मुक्त... Hindi · कविता 513 Share Santosh Khanna (world record holder) 28 May 2017 · 1 min read खुशी बहुत दिनों के बाद आज खालिस खुशी ने डाला फेरा जैसे उषा का आंचल हो गया सुनेहरा पर्वत से छलकती आती जैसे नदिया की धार तपते मौसम के बाद जैसे... Hindi · कविता 472 Share Santosh Khanna (world record holder) 14 Sep 2018 · 1 min read परिवर्तन परिवर्तन क्या खो दिया है हमने क्या पा लिया है हमने कितने कच्चे हैं हम अपने हिसाब के हीरों के बदले ठीकरों का व्यापार किया है हमने सुबह के उजाले... Hindi · कविता 514 Share Santosh Khanna (world record holder) 10 Jan 2019 · 1 min read साकार मन में रहे हमेशा आशा और विश्वास मत भटको अधेरों में कभी न होना निराश मत करो कभी तनाव मत करो कभी विवाद जब तय नियति विधान फिर क्यों नहीं... Hindi · कविता 456 Share Santosh Khanna (world record holder) 3 Dec 2018 · 1 min read पहचान चलता रहता है सतत वार्तालाप, कभी उलाहना देते हुए, कभी सजदा करते हुए, कभी आँसूओ का सैलाब कभी तुम्हारी पुलक का अहसास कभी मौन में व्यक्त करते आभार कभी उमड़... Hindi · कविता 487 Share Santosh Khanna (world record holder) 5 Jul 2016 · 1 min read वर्षा में नदी सुस्त-सी पड़ गई नदी अचानक उठ खड़ी होती है वर्षा में वर्षा में वह निकाल देना चाहती है उसकी नस नस में भरा गया जो जहर मुक्ति के रास्ते तलाशती... Hindi · कविता 1 485 Share Santosh Khanna (world record holder) 10 Jan 2019 · 1 min read साकार मन में रहे हमेशा आशा और विश्वास मत भटको अधेरों में कभी न होना निराश मत करो कभी तनाव मत करो कभी विवाद जब तय नियति विधान फिर क्यों नहीं... Hindi · कविता 480 Share Santosh Khanna (world record holder) 12 Sep 2017 · 1 min read यादों की छांव.में अरसा बीता चले गये तुम फिर भी दिल से याद न जाये जाते सावन की बदली ज्यों मुड़ मुड़ आकर मेंह बरसाए। कूक रही है कोयल तब से पपहिरी भी... Hindi · गीत 499 Share Santosh Khanna (world record holder) 15 Sep 2018 · 1 min read हिंदी हिंदी की राह में कैसे बने गा कोई दीवार जब उसे मिल गया है मेरा, तुम्हारा हम सब का साथ। Hindi · मुक्तक 457 Share Santosh Khanna (world record holder) 2 Aug 2017 · 1 min read युद्ध और शान्ति नहीं देखता भारत स्वपन कभी विश्व विजय के नहीं किये युद्ध किसी देश से उसे गुलाम बनाने के लिये या उस पर अधिकार जमाने के लिये या उसे मौत की... Hindi · कविता 451 Share Santosh Khanna (world record holder) 8 Sep 2017 · 1 min read बाल कविता पढ़ना चाहें गे एक बाल कविता। थोड़े समय के लिए बन जाये बच्चे। पंछियों को देख उड़ता मै भी अब उड़ना चाहूं पूछ रही हूं मैं मां से पंख मैं... Hindi · कविता 494 Share Santosh Khanna (world record holder) 19 Jan 2018 · 2 min read क्या लिखू? मैं ने सोचा आज एक नायाब कविता लिखू सोचा तो किस पर लिखूं सोचा चांद पर लिखूं सदियों से जिसकी उपमा दी जाती है प्रिया के सुंदर चेहरे से जिसकी... Hindi · कविता 1 2 449 Share Santosh Khanna (world record holder) 3 Feb 2017 · 1 min read आईना आईना कहीं नहीं हूँ मैं अपनी कविता में नहीं है मेरा कोई सपना या फिर कोई अपना हैं तो बस आंसू या फिर आहें या फिर कराहें जो किसी मासूम... Hindi · कविता 456 Share Santosh Khanna (world record holder) 7 Jul 2017 · 1 min read सच सच यह सच है पत्थर की लकीर-सा जब मिलती हैं सहस्र भुजाएँ लहलहाने लगते हैं खेत भर जाते अन्न के भंडार नहीं रहता कोई भूखा पेट शौर्य के शिखर होते... Hindi · कविता 456 Share Santosh Khanna (world record holder) 2 Aug 2017 · 1 min read आज की स्त्री आज की स्त्री आंखों में विश्वास भावों में संवेदना विचारों में प्रकाश फैसलों का बोझ उठाती वह करती है सड़क पार कभी नहीं लगा उसे डगमगा जाये गे पांव चल... Hindi · कविता 1 436 Share Santosh Khanna (world record holder) 23 Apr 2017 · 1 min read हिंदी सभी को हिंदी दिवस की शुभकामनाएं हिंदी हिंदी भारत माँ की बोली माँ के दूध -सी मिश्री घोली उसके सब हैं,वह है सबकी जैसे रिश्ता दामन-चोली हिंदी है हर मुख... Hindi · कविता 439 Share Santosh Khanna (world record holder) 25 Dec 2018 · 1 min read कविता रविंद्रनाथ टैगोर की बंगला कविता का हिंदी अनुवाद कभी कभार हो जाती है तुम से मुलाकात ओ प्रिय प्रभु, क्यों नही मिल जाते तुम हो जाओ हमेशा मेरे साथ क्यों... Hindi · कविता 423 Share Santosh Khanna (world record holder) 12 May 2017 · 1 min read कहर बार बार रहा कांप धरा का धरातल मच रहा है तांडव तनाव व् विनाश का चाँद-सितारों पर विजय रथ दौड़ाने वाला जल-थल-हवा में विजय-दुदंभि बजाने वाला नहीं रोक पा रहा... Hindi · कविता 380 Share Santosh Khanna (world record holder) 7 Feb 2017 · 1 min read चिड़िया चिडिया उड़ती चिडिया गाती चिडिया मन को बहुत लुभाती चिडिया सुबह सवेरे घर की छत पर गीत सुनाने आती चिडिया पेड़ पेड़ पर डाल डाल पर फुदक फुदक कर गाती... Hindi · कविता 394 Share Santosh Khanna (world record holder) 10 Dec 2018 · 1 min read कहाँ हो चिड़िया तुम? कहाँ हो चिड़िया तुम? कूछ वर्ष पहले.तो तुम खूब आती थी गाती थी सुबह सवेरे घर की खिड़की के उपर या किसी खाली स्थल पर धौंसला बनाती थी तुम्हारे नन्हे... Hindi · कविता 1 358 Share Santosh Khanna (world record holder) 10 May 2017 · 1 min read दामिनी जिंदा है अभी आज निर्भया यानी दामिनी या असली नाम ज्योति का जन्मदिन है। ज्योति की मां ने आज पत्रकार को उसका कमरा खोल कर दिखाया। निर्भया पर तब लिखी एक कविता यहां... Hindi · कविता 387 Share Santosh Khanna (world record holder) 14 Feb 2017 · 1 min read पहचान अपने से पहचान कर लो । अपने से पहचान कर लो क्या किया जीवन में अब तक दो गे धोखा खुद को कब तक चल रही हैं सांसे जब तक... Hindi · गीत 358 Share Santosh Khanna (world record holder) 25 Sep 2018 · 1 min read बाल कविता बाल कविता पंछियों को देख उड़ता मै भी अब उड़ना चाहूं पूछ रही हूं मैं मां से पंख मैं कैसे उगाऊं उड़ रही उड़न तश्तरी पर नहीं हैं पंख दिखते... Hindi · कविता · बाल कविता 345 Share Santosh Khanna (world record holder) 1 Dec 2018 · 1 min read कविता मांग मेरी अनन्त सत्ता से पक्षी-पवन-सी हो उडान मेरी बन जाऊं धरती और आकाश सूर्य से अवतरित होता किरणों का प्रकाश धूम आऊं हर नक्षत्र हर सितारा कहीं न छूटे... Hindi · कविता 1 1 321 Share Santosh Khanna (world record holder) 18 Sep 2018 · 1 min read नमस्कार बार बार प्रभु मूरत हर उगते सूर्य में हर फूल में हर किसलय में हरी घास पर ओसकणों में मेरे मन की हर धड़कन में भोले भाले हर बचपन में मेरे तेरे... Hindi · कविता 1 320 Share Santosh Khanna (world record holder) 25 May 2017 · 1 min read सभ्यता नहीं बनाई जा सकती कोई भी सभ्यता ईंट और गारे से लौहे और औजारोंं से बनती है सभ्यता जन जन के कर्म से साफ सोच और संवेदना के मर्म से... Hindi · कविता 347 Share Santosh Khanna (world record holder) 2 Feb 2017 · 1 min read अहं अहं जब जब सोचा पा ली है विजय मैंने अपने अहं पर पता नहीं क्यों जरा- सी-ठोकर लगने पर फिर किसी गहराई से फुफकार उठता है अहं कितना भी दुतकारो... Hindi · कविता 296 Share Santosh Khanna (world record holder) 25 Sep 2018 · 1 min read प्रश्न प्रश्न चलता रहता है सतत वार्तालाप, कभी उलाहना देते हुए, कभी सजदा करते हुए, कभी आँसूओ का सैलाब कभी तुम्हारी पुलक का अहसास कभी मौन में व्यक्त करते आभार कभी... Hindi · कविता 281 Share Santosh Khanna (world record holder) 1 Dec 2018 · 1 min read सूरज . सूरज सूरज, तू न होता . धरती पर जीवन न होता न होती नदियां और सागर न पानी के मीठे निर्झर नहीं होता खेतो में अन्न बोलो क्या फिर... Hindi · गीत 1 282 Share Santosh Khanna (world record holder) 6 Feb 2017 · 1 min read गज़ल कौन है जो बादलों की ओट से मुस्काता रहा कर के ईशारे रोशनी के पास बुलाता रहा आखों पर परदे थे पहचान नहीं पाये हम उसे बारिश की बौछार बन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 290 Share Santosh Khanna (world record holder) 25 May 2017 · 1 min read सभ्यता नहीं बनाई जा सकती कोई भी सभ्यता ईंट और गारे से लौहे और औजारोंं से बनती है सभ्यता जन जन के कर्म से साफ सोच और संवेदना के मर्म से... Hindi · कविता 273 Share Santosh Khanna (world record holder) 9 Jul 2017 · 1 min read पुकार पुकार मैंने तब पुकारा था तुम्हें कि कब आओ गे कृष्ण नहीं जानती थी तुम नहीं आ सकते थे क्योकि पुजारियों ने तुम्हे बन्द कर रखा है सुन्दर अलंकारो के... Hindi · कविता 279 Share Santosh Khanna (world record holder) 6 Oct 2017 · 1 min read पुकार पुकार मैंने तब पुकारा था तुम्हें कि कब आओ गे कृष्ण नहीं जानती थी तुम नहीं आ सकते थे क्योकि पुजारियों ने तुम्हे बन्द कर रखा है सुन्दर अलंकारो के... Hindi · कविता 268 Share Santosh Khanna (world record holder) 22 Apr 2017 · 1 min read खबर। खबर बहुत पहले की प्रकाशित मेरी एक रचना । तडफती धूप में खाली खेतों की फट्टी बिवाईयां पर खडा है वह आकाश पर नजर गड़ाये कहीं मेधों के घर से... Hindi · कविता 265 Share Santosh Khanna (world record holder) 18 Sep 2018 · 1 min read दोहे मां पर मां मन की ज़मीर है, देह की है काया काशी काबा है वहीं, जग की है माया । मां से ही हैं हम सब, मां बिना न कोई कृष्ण भये... Hindi · दोहा 247 Share Santosh Khanna (world record holder) 14 Sep 2018 · 1 min read भारत देश को मेरा नमन भारत देश को मेरा नमन सदा प्रेम का पाठ पढ़ाता युद्ध इसे कभी नहीं भाता संस्कृति विहग है यह अपना देश देश संस्कार जगाता जैसे जंगलों में हो चमन भारत... Hindi · गीत 474 Share Santosh Khanna (world record holder) 6 Oct 2017 · 1 min read पुकार पुकार मैंने तब पुकारा था तुम्हें कि कब आओ गे कृष्ण नहीं जानती थी तुम नहीं आ सकते थे क्योकि पुजारियों ने तुम्हे बन्द कर रखा है सुन्दर अलंकारो के... Hindi · कविता 239 Share Page 1 Next