Rishabh Tomar Language: Hindi 52 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rishabh Tomar 20 Nov 2024 · 1 min read धरती दिल की बाँझ धरती दिल की बाँझ जीवन गुमसुम तन्हा तन्हा घोर उदासी सांझ बिना तुम्हारे सुना सब कुछ धरती दिल की बांझ बिन राधा के क्या है बृन्दावन क्या कान्हा ब्रजधाम श्री... Hindi · *प्रेम का डाकिया* · इश्क़ · कविता · गीत · चांद 1 37 Share Rishabh Tomar 23 Sep 2021 · 1 min read रूह का तुम हो भाग मीरा पर कृष्ण का कृष्ण पर राधा का चढ़ा था जो राग वैसा ही छाया है मेरे इस दिल पर सुकूँ तुम्हारा अनुराग एक बात और तुम मेरे बिस्तर के... Hindi · मुक्तक 282 Share Rishabh Tomar 5 Jun 2020 · 1 min read पीड़ा में प्रकृति का मन छिन्न भिन्न किया प्रकृति को, भींग गये है उसके नयन। तभी कोरोना तभी अधियाँ, आफत आई है ये गहन। मिली अमानत में हमको थी, सतरंगी प्यारी प्यारी। छेड़खान करके हम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 622 Share Rishabh Tomar 21 Jan 2020 · 1 min read सामान है या वो नारी है सड़को पे नोंचा जला दिया कैसी छाई अंधियारी है समझ नही आता मुझको समान है वो या नारी है घर बाहर बंदिस इतनी है उसको हर जगह पे टोका आगे... Hindi · गीत 1 284 Share Rishabh Tomar 22 Dec 2019 · 1 min read घनश्याम आयेगा मेरी चाहत में भी साथी, ऐसा मुकाम आयेगा अगर चर्चा तेरा होगा तो जाँ मेरा नाम आयेगा वचन देता हूँ ये राधा , पुकारोंगी मुझे जब भी तुम्हारे पास उस... Hindi · मुक्तक 1 274 Share Rishabh Tomar 21 Dec 2019 · 1 min read देश बदल रहा है गर्म पानी की तरह हर कोई बस उबल रहा है पथ्थर लाठी बंदूक लेकर घर से निकल रहा है फैल रही है अब रोज नफरत की आग देश में किस... Hindi · मुक्तक 1 2 583 Share Rishabh Tomar 11 Apr 2019 · 1 min read आओ चले मतदान करें देश प्रेम को आगे रखके हम खुद का सम्मान करें लोकतंत्र के महापर्व में आओ चलो मतदान करें गली मोहल्ले गाँव शहर में घूम घूम कर हम भाई बूढ़े और... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 573 Share Rishabh Tomar 7 Dec 2018 · 1 min read इश्क का जाम तुम्हारी इश्क के महखाने का मैं जाम बन जाऊँ अगर तुम रति बनो साथी तो तेरा काम बन जाऊँ सिखी के पंख सी सुंदर गुलाबों से ओ प्यारी सुन अगर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 550 Share Rishabh Tomar 17 Mar 2018 · 1 min read बेटियाँ चंदन रोली कुमकुम की थाल है बेटियां फूलों में जैसे एक सुर्ख गुलाब है बेटियां बिल्कुल मंदिर की घण्टी की तरह पाक गीता रामायण और कुरान है बेटियां बहन बेटी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 531 Share Rishabh Tomar 14 Mar 2018 · 1 min read यमुना तीर गुमसुम होकर राधिका ,बैठी यमुना तीर नही कृष्ण आये अभी ,कौन बधाये धीर कृष्णा पुकारे राधिका ,बनकर के गोपाल तांक रही है शून्य में ,नयनों में भर नीर ज्यो नजरें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 450 Share Rishabh Tomar 9 Feb 2018 · 3 min read प्रकृति का अनुपम उपहार :प्रेम प्रकृति का अनुपम उपहार: प्रेम प्रेम लिखने में ,देखने मे बहुत छोटा शब्द है,अगर इसे बोले तो चंद पल लगते है,लेकिन अगर इसकी व्याख्या करें तो शायद सात जन्म भी... Hindi · लेख 1 617 Share Rishabh Tomar 7 Feb 2018 · 2 min read गुलाब जब खिला डाली पर गुलाब तब ये महक फैली बेहिसाब लगा ऐसे जैसे छुआ ईश्वर ने तब ये गुलाब हुआ मेहताब जैसे हो सुबह का आफताब मोहबत से भरा ये... Hindi · कविता 1 268 Share Rishabh Tomar 7 Feb 2018 · 11 min read मोहबत की जीत मोहबत की जीत सोहन रोजाना की तरह आज कॉलेज को निकला ही था कि ,कुछ दूर जाने के बाद उसकी नजर सामने खड़े हुये कुछ बच्चों पर पड़ती है।जिन्हें एक... Hindi · कहानी 1 356 Share Rishabh Tomar 12 Dec 2017 · 1 min read विराट को मुबारकबाद मुबारक हो तुमको ये शादी हो जाये मोहबत की ये वादी दो जिश्म हो जाये एक जान ऐसी रहे विराट तेरी ये शादी Hindi · मुक्तक 1 213 Share Rishabh Tomar 9 Nov 2017 · 1 min read जिश्म में छूपा दोपहर रखती है वो होठों में अपने गंगा सा जल रखती है हर पल जाने क्यों मुझ पे नजर रखती है गुलसनों की बात उसके सामने क्यो करूँ वो बदन पर ही फूलो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 321 Share Rishabh Tomar 10 Oct 2017 · 1 min read तेरी यादों का सिलसिला है ये जो तेरी यादों का सिलसिला है बड़ा ही कठिन सा ये जलजला है प्यार करती है मुझसे मैं जानता हूँ लेकिन मोहबत में हर दिल जला है पथ्थरों की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 327 Share Rishabh Tomar 13 Sep 2017 · 2 min read कैकयी मैं कैकयी हूँ मेरा मेरा दर्द तुम क्या जानो एक स्त्री की पीड़ा को भला तुम क्या जानो जिसे ह्रदय में पथ्थर रखकर भेजा था वन वो मेरा पुत्र राम... Hindi · कविता 2 688 Share Rishabh Tomar 8 Sep 2017 · 1 min read तेरी आँख का काजल घटा घनघोर से प्यारा तुम्हारी आँख का काजल घनेरी साँझ से गहरा तुम्हारी आँख का काजल तुम्हारी जुल्फ के साये में जब भी सांस लेता हूँ हमारी जान लेता है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 642 Share Rishabh Tomar 31 Aug 2017 · 1 min read दीवाना हुआ तुझे देख दिल बादल हुआ है आवारा पागल दीवाना हुआ है चाँद को अच्छे से ये निहार के चाँदनी का दिल दीवाना हुआ है प्यार में अंधा होकर मेरा दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 349 Share Rishabh Tomar 24 Aug 2017 · 1 min read चाँद मेरी छत पर आया जब वो छत पर है आया ये चाँद भी देख सरमाया कभी छुपा कभी दिखा तो कभी उसे रोना आया जब वो छत पर आया तो दिल को सुकून आया... Hindi · कविता 1 589 Share Rishabh Tomar 24 Aug 2017 · 1 min read झूठ तुमने दिल से कहा होता तुम्हारी बातों से भी ये दिल खुश होता जो कही झूठ तुमने दिल से कहा होता हम शायर तो वैसे मोहबत के मरीज है दिल से दवा दी होती तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 307 Share Rishabh Tomar 18 Aug 2017 · 1 min read लिख देना नफरतों के बाजारों में तुम प्यार लिख देना बिखरती जुल्फ को मेरा सलाम लिख देना अगर लिखना है तुमको तो मेरी तुम बात सुन लेना जमाने मे मोहबत को इबादत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 352 Share Rishabh Tomar 11 Aug 2017 · 1 min read मुक्तक कही नफरत कही चाहत कही मुश्किल जमाने में खुदा का नूर बसता है गजल औऱ गीत लिखने में मैं कैसे लिख दूँ तुमको रात मेरी ज्योत्स्ना बतला कि हर एक... Hindi · मुक्तक 1 1k Share Rishabh Tomar 28 Jul 2017 · 1 min read मौत का सामान ही तो है आज का जानलेवा प्यार ही तो है मेरी मौत का ये समान ही तो है ये मौत फरेब हत्या साज़िश औऱ झूठ हर रोज आता है अखबार ही तो है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 283 Share Rishabh Tomar 16 Jul 2017 · 1 min read गजल किसी अपने ने मुझे इस तरह सताया गले से लगाकर मुझे मेरा घर जलाया नही लगाया हमने इल्जाम उन पर लेकिन फिर उन्होंने मुझे गैर का बताया उनके अलावा कोई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 392 Share Rishabh Tomar 12 Jul 2017 · 1 min read खत मोहबत में उनको हमने खतों को है भेजा उन्होंने भी हमको कई जवाबों में था भेजा लिख लिख के नये जज्बातों को भेजा कभी खुशियों को तो कभी आशुओ को... Hindi · कविता 1 617 Share Rishabh Tomar 3 Jul 2017 · 1 min read मेरी दुनिया तेरी यादों के साये में रहती है मेरी दुनिया तेरी यादों के साये में रहती है कभी हँसती है मुझ पर ये कभी मुझमें ही रोती है सुबह से शाम तक साथी तुम्हारी राह ताकती है मिलन... Hindi · गीत 1 322 Share Rishabh Tomar 3 Jul 2017 · 1 min read धरती चारो ओर सिर्फ बदसूरत सी थी धरती कही धूल तो कही धुंआ सी थी धरती बड़ी बड़ी दरारों से भरी थी ये धरती सिर्फ सोने के रंग में रंगी थी... Hindi · कविता 2 760 Share Rishabh Tomar 2 Jul 2017 · 1 min read गर्मी चारो ओर सिर्फ बदसूरती छाई आग के गोले सी तपन लाई धूल ,धूप,धुंआ धुंआ सा है धरती गर्मी में जलती चिंगारी है हर जगह सिर्फ बेरंगत है आपने ही रंग... Hindi · कविता 1 300 Share Rishabh Tomar 2 Jul 2017 · 1 min read नजर आता है मुझे हर तरफ कुछ ऐसा नजर आता है कोई अपना मुझसे खफा नजर आता है गर हँसने का नाम ही अगर ज़िन्दगी है तो मुझे हँसी में कोई गम नजर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 513 Share Rishabh Tomar 1 Jul 2017 · 1 min read बचा कुछ नही उन्होंने जब ठुकराया तो हुआ कुछ नही सासे रही मगर ज़िन्दगी में बचा कुछ नही जब आप मिले थे तो गिले शिकवे नही लेकिन आज इनके अलावा बचा कुछ नही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 510 Share Rishabh Tomar 1 Jul 2017 · 1 min read गजल इस सरबती बदन को जरा दिखा दे मेरे तन मन मे जरा आग लगा दे मैं साथी उस मेहखाने में क्यो जाऊँ तुम मुझे यही जरा आँखो से पिला दो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 340 Share Rishabh Tomar 1 Jul 2017 · 1 min read मुक्तक चारों ओर नव तृणों की बहार आ गई पर्यवरण में हर जगह मुस्कान छा गई धरती पर फसलों की सौगात आ गई हर तरफ हरियाली की बहार आया गई शायद... Hindi · मुक्तक 1 521 Share Rishabh Tomar 29 Jun 2017 · 1 min read आंशू नयन नीर कह रहा है साथी मन की पीर दिल का दर्द झलकता है बन आँख से नीर बह जाते है सपने बनकर होकर नीर गिर जाते है अपने लालच... Hindi · हाइकु 2 324 Share Rishabh Tomar 29 Jun 2017 · 1 min read गजल वो मुझ पर सितम ढाती रही रात भर मुझको जगाती रही काश दूर होती ये मुफ़लिसी वो रात भर याद आती रही मुझे अपनी छत पर बैठे हुये रात भर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 541 Share Rishabh Tomar 19 Jun 2017 · 1 min read गीतिका प्यार मेरा एक नदी था,वो बूँद हो गया मैं खुशियों का ताज था खण्डर हो गया सब कुछ बड़ा सा, मैं चाहते चाहते हुये दो हजार के नोट से छुटा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 310 Share Rishabh Tomar 16 Jun 2017 · 2 min read दो दिलो को जुदा कर गई,कॉम की ये कई बंदिशे तेरी यादों में खोये हुये,शाम से फिर सुबह हो गई मुझको छत पर ही बैठे हुये आज फिर रात भर हो गई लोग आते रहे रात भर,और मिलते रहे रात... Hindi · गीत 1 485 Share Rishabh Tomar 15 Jun 2017 · 1 min read हो जाओ मोहबत में गुलाब हो जाओ मंजर ए मेहताब हो जाओ इस तरह करो मोहबत हमसे बिल्कुल लाजबाब हो जाओ बस इतना ही कहूँगा साथी चाँदनी मय रात हो जाओ बस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 314 Share Rishabh Tomar 14 Jun 2017 · 1 min read नही चाहता सब कुछ त्याग कर मैं पत्थर नही बनाना चाहता इंसान ही ठीक हूँ मैं ईश्वर नही बनाना चाहता रिस्तों को निभाते निभाते मैं बर्बाद हो गया हूँ अब रिस्तों के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 711 Share Rishabh Tomar 12 Jun 2017 · 2 min read गजल चाहत में किसी को ठुकराया नही जाता है केवल रूह से रूह को मिलाया जाता है सदियों से जमाना चाहत का दुश्मन रहा है हर रोज चाहत को नापाक बताया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 412 Share Rishabh Tomar 12 Jun 2017 · 1 min read छत पर चाँद आज मेरी छत पर वो चाँद आया उसको देख आँखों को सुकून आया जब लबो पर तबस्सुम का मंजर छाया पतझड़ के आलम में बसंत घिर आया उसकी रानाइयाँ का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 301 Share Rishabh Tomar 10 Jun 2017 · 1 min read गजल दर्द के आलम में भी मुस्कुराया जा सकता है पत्थर पर कोमल फूल खिलाया जा सकता है लोग मुझे पत्थर दिल कह कहकर दर्द देते रहे उन्हें क्या पता पत्थर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 604 Share Rishabh Tomar 8 Jun 2017 · 1 min read गजल आँखो में ख्याबो को सजाती है चाहत सदा गिरते हुओं को उठती है चाहत मुमकिन नामुमकिन कुछ नही जानती सपनो को हक़ीक़त बनाती है चाहत मरकर भी ये दिलो में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 359 Share Rishabh Tomar 3 Jun 2017 · 1 min read गजल जो जन्म से अंधा है वो देखना क्या जाने जो दिल से बेबफा है वो बफा क्या जाने जो छोड़कर चले जाते है बिन बताये सफर में असल मे हमसफ़र... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 660 Share Rishabh Tomar 27 May 2017 · 1 min read गजल मेरी हर शाम खुशनुमा सी होगी जब तेरी पनाहों में ज़िंदगी होगी मेरी पलकों में है उनकी सूरत उनके लिये तो ये बेबकूफी होगी जो मेरी नजरों में इबादत सी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 394 Share Rishabh Tomar 25 May 2017 · 1 min read गजल आज चाँदनी रात में अंधियारी छा रही है लगता है वो छत पर बाल सूखा रही है मेरी गली में भीनी भीनी गंध आ रही है लगता है वो यहाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 286 Share Rishabh Tomar 25 May 2017 · 1 min read गजल जमी से उस आसमाँ तक हर जगह देखलो जहाँ कोई दिल की सुनता हो उसको देखलो इधर-उधर की सोचना अच्छी बात नही है बस तुम तो उसे एक नजर प्यार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 272 Share Rishabh Tomar 18 May 2017 · 1 min read गजल मुझे कुछ दूर एक मंजर नजर आता है मुझे खुद का घर जलता नजर आता है मैं दिनभर जरे जरे में खोजता फिरता हूँ उन्हें बस वो हसीं चाँद मुझे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 337 Share Rishabh Tomar 21 Mar 2017 · 1 min read तेरा साथ तुम साथ थी मेरे जब तब बात ही अलग थी हर सुबह थी सुहानी हर साझ सुरमयी थी चाहत में दिल मगन था कलियों सा खिल उठा था भंवरे को... Hindi · गीत 1 726 Share Rishabh Tomar 18 Mar 2017 · 2 min read प्रेम की कहानी मेरे प्रेम की कहानी मेरा दिल सुना रहा है, कभी खुल के हँस रहा है कभी छुप के रो रहा हैं ये प्यार में तुम्हारे पतझड़ सा हो गया है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 696 Share Page 1 Next